UP By Election: कुंदरकी में पांच पर्चे निरस्त, 14 प्रत्याशी मैदान में चुनाव प्रचार हुआ तेज

मुरादाबाद जिले की कुंदरकी विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में सोमवार को जांच के दौरान पांच पर्चे निरस्त कर दिए गए। अब भाजपा, सपा और बसपा सहित 14 प्रत्याशी ही मैदान में हैं। 13 नवंबर को मतदान होगा। नामांकन के दौरान 19 लोगों ने 23 पर्चे दाखिल किए थे।

डीएम अनुज सिंह के नेतृत्व में एक टीम ने सोमवार को 19 नामांकनपत्रों की जांच की। जांच के बाद वंचित समाज इंसाफ पार्टी के प्रत्याशी शीशपाल, निर्दलीय प्रत्याशी सुनील कश्यप, विशेष कुमार, सुंदर सिंह और तिलक राज का नामांकन अलग-अलग कमियों के कारण निरस्त कर दिया गया।

राष्ट्रीय दलों में बसपा के प्रत्याशी रफतउल्ला, भाजपा के रामवीर, सपा के मोहम्मद रिजवान के पर्चे सही पाए गए हैं। इसी प्रकार आजाद समाज पार्टी कांशीराम से चांदबाबू, एआईएमएआईएम के मो. वारिस, मिहिर भोज समाज पार्टी के साजेब, निर्दलीय मोहम्मद उवैश पुत्र मो. रिजवान, मो. उवैश पुत्र हनीफ, जयवीर सिंह, ब्रजानंद, मसरूर, रिजवान अली और शौकीन के पर्चे जांच में सही पाए गए हैं।

भाजपा प्रत्याशी रामवीर सिंह के भाई जयवीर सिंह और सपा प्रत्याशी मो. रिजवान के बेटे उवैश के पर्चे जांच में सही पाए गए। संभावना है कि नाम वापसी के दिन दोनों ही अपना नाम वापस ले लेंगे। जांच के दौरान प्रत्याशियों के प्रतिनिधि दोपहर तीन बजे तक कलक्ट्रेट में डटे रहे। जांच की फाइनल सूची बाहर आने पर लोगों ने राहत की सांस ली। सपा प्रत्याशी मो. रिजवान भी कलक्ट्रेट में घूमते नजर आए।

UP By Election 2024: सपा ने विधानसभा उपचुनाव के लिए कैंडिडेट किए तय, इनको मिल सकता है टिकट

UP By Election 2024: सपा ने विधानसभा उपचुनाव के लिए कैंडिडेट किए तय, इनको मिल सकता है टिकटसमाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में होने वाले 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए तैयारी में जुट गई है समाजवादी पार्टी ने संभावित प्रत्याशियों को तैयारी में जुटने के निर्देश दे दिए हैं समाजवादी पार्टी अक्टूबर महीने के आखिरी हफ्ते में चुनाव की तारीख के ऐलान के बाद अपने प्रत्याशियों की आधाकारिक घोषणा कर सकती है।

समाजवादी पार्टी ने जिन 10 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं उनके लिए कमर कसली है करहल विधानसभा सीट अखिलेश यादव के सांसद बनने के बाद खाली हो गई जिस पर पूरे प्रदेश की निगाहें हैं समाजवादी पार्टी करहल विधानसभा सीट से पूर्व सांसद तेज प्रताप सिंह यादव को चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।

सपा सांसद रुचि वीरा के स्वास्थ्य परिवार कल्याण समिति का सदस्य बनने पर बाटी मिठाई

जबकि अयोध्या स्थित मिल्कीपुर विधानसभा सीट से अजीत कुमार, अंबडेकरनगर स्थित कटेहरी से छाया वर्मा, कुंदरकी से पूर्व विधायक हाजी रिजवान, मीरापुर से पूर्व विधायक कादिर राणा, सीसामऊ से इरफान सोलंकी की पत्नी को चुनाव लड़ाने की संभावना है वहीं खैर में ओम पाल सिंह के नाम की चर्चा है।

इसके अलावा गाजियाबाद, मझवां और फूलपुर सीट के लिए मंथन जारी है। कटेहरी में छाया वर्मा, अंबेडकरनगर से मौजूदा सांसद लालजी वर्मा की बेटी हैं. वहीं मिल्कीपुर से संभावित सपा प्रत्याशी, फैजाबाद के मौजूदा एमपी अवधेश प्रसाद के बेटे हैं।

राहुल गांधी की अदालत में पेशी आज, भाजपा ने लगाया था मानहानि का आरोप

कांग्रेस नेता राहुल गांधी कर्नाटक भाजपा के मानहानि मामले में शुक्रवार को विशेष अदालत के समक्ष पेश होंगे। राहुल पर समाचार पत्रों में मानहानिकारक विज्ञापन जारी करने का आरोप है। पिछले साल विस चुनावों से पहले दिए गए विज्ञापन में राज्य की तत्कालीन भाजपा सरकार पर 2019-2023 के दौरान बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया गया था।

पिछले साल कर्नाटक में विधानसभा चुनाव हुए थे। इस दौरान कांग्रेस ने तत्कालीन भाजपा सरकार पर 2019-2023 के शासनकाल के दौरान बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया गया था। जिसके बाद कर्नाटक भाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उप-मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के खिलाफ मानहानि मुकदमा दर्ज कराया। आरोप लगाया कि कांग्रेस के इन नेताओं ने तत्कालीन मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई समेत भाजपा नेताओं के खिलाफ मुख्य समाचार पत्रों में झूठे विज्ञापन दिये। सभी लोक निर्माण कार्यों में 40 फीसदी कमीशन लेने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने ‘भ्रष्टाचार रेट कार्ड’ भी प्रकाशित कराया। वहीं, राहुल गांधी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर भी अपमानजनक विज्ञापन पोस्ट किया। विशेष अदालत ने इस मामले में एक जून को सिद्धारमैया और शिवकुमार को जमानत दे दी थी। 

मानहानि मामले में जा चुकी है सांसदी
इससे पहले, 23 मार्च 2023 को सूरत की सीजेएम कोर्ट ने राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई थी। उन्हें मोदी सरनेम को लेकर की गई टिप्पणी के कारण सजा सुनाई गई थी। अगले ही दिन 24 मार्च को लोकसभा सचिवालय ने उनकी सदस्यता जाने का आदेश जारी कर दिया। नियम के अनुसार, अगर किसी सांसद या विधायक को दो साल या इससे अधिक की सजा होती है तो उसकी सदस्यता चली जाती है। राहुल के साथ भी ऐसा ही हुआ। हालांकि, बाद में राहुल को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिल गई। अदालत ने उनकी सजा पर रोक लगा दी। 

सांसदी जाने के बाद खाली किया बंगला 
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 22 अप्रैल को अपना आधिकारिक बंगला खाली कर दिया। कहा कि यह सच बोलने के लिए चुकाई गई कीमत है। उन्होंने कहा कि कुछ दिन तक 10 जनपथ पर अपनी मां के आवास पर रहेंगे। इससे पहले, 27 मार्च को लोकसभा सचिवालय ने पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी को 22 अप्रैल तक अपना आधिकारिक आवास खाली करने को कहा था। 

इंदिरा गांधी के हत्यारे का बेटा जीता लोकसभा चुनाव, पंथ के लिए करेंगे काम

सरबजीत सिंह खालसा 2004 लोकसभा चुनाव में बठिंडा से लड़े थे लेकिन 1.13 लाख वोटों से हार गए थे। 2007 में उन्होंने पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ा। 

इंदिरा गांधी के हत्या के आरोपी बेअंत सिंह के बेटे और पंजाब की फरीदकोट सीट से आजाद उम्मीदवार सरबजीत सिंह खालसा ने आम आदमी पार्टी उम्मीदवार करमजीत अनमोल और भाजपा के हंसराज हंस को बड़ी लीड से हरा दिया है। सरबजीत सिंह खालसा के फरीदकोट का सांसद चुन जाने से पंजाब में पंथक सियासत का नया अध्याय शुरू हो गया है।

सांसद चुने जाने के बाद सरबजीत सिंह खालसा ने कहा कि वह खडूर साहिब से चयनित सांसद अमृतपाल सिंह के साथ मिलकर पंजाब में पंथ के लिए काम करेंगे और नौजवानों को पंथ से जोड़कर नशे के खिलाफ खड़ा करेंगे। दोनों सीटों पर जीतने वाले ये आजाद उम्मीदवार खालिस्तान का खुलकर समर्थन करते हैं। ऐसे में इन रुझानों ने सबको चौंकाया है।

कई बार चुनाव लड़े, एक बार भी नहीं जीते

सरबजीत सिंह खालसा 2004 लोकसभा चुनाव में बठिंडा से लड़े थे लेकिन 1.13 लाख वोटों से हार गए थे। 2007 में उन्होंने पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ा। तब वह भदौड़ सीट से उम्मीदवार थे और उनको सिर्फ 15,702 वोट मिले थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में वह पंजाब की फतहगढ़ साहिब सीट से चुनाव लड़े लेकिन यहां भी उनको हार का मुंह देखना पड़ा।

2019 लोकसभा चुनाव में वह बहुजन समाज पार्टी से चुनावी मैदान में उतरे, लेकिन फिर हार गए। सरबजीत सिंह खालसा मां बिमल कौर भी 1989 में लोकसभा चुनाव लड़ी थीं। उनको इस चुनाव में जीत भी मिली और वह रोपड़ सीट से सांसद बनी थी। इसी साल उनके दादा बठिंडा सीट से सांसद बने थे।

अमृतपाल की मां ने की खुशी न मनाने की अपील

जेल में बंद अमृतपाल सिंह ने खडूर साहिब से लोकसभा चुनाव जीत लिया है। अमृतपाल ने 404430 वोटों के साथ खडूर साहिब सीट पर अपना नाम दर्ज करवाया। अमृतपाल 197120 इतनी सीटों से विजेता बने। खडूर साहिब क्षेत्र को सिखों के पवित्र स्थल के तौर पर जाना जाता है और इसे पंथक सीट का दर्जा प्राप्त है। यह सीट साल 2008 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई। यह क्षेत्र तरनतारन जिले का हिस्सा है। 

खडूर साहिब लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत विधानसभा की 9 सीटें हैं, जिनमें जंडियाला, तरनतारन, खेम करण, पट्टी, खडूर साहिब, बाबा बकाला, कपूरथला, सुल्तानपुर लोधी, जीरा शामिल हैं। इस बीच अमृतपाल सिंह की मां बलविंदर कौर ने मीडिया से बातचीत करते हुए खुशी जाहिर की है। मां का कहना है कि हम लोगों के बहुत अभारी हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि 6 जून से पहले कोई भी खुशी न मनाएं क्योंकि 6 जून को ऑपरेशन ब्लू स्टार की बरसी है।

सिमरनजीत सिंह मान हारे

वहीं, एक और खालिस्तानी समर्थक संगरूर से मैदान में उतरे शिअद (अमृतसर) के सिमरनजीत सिंह मान को हार का मुंह देखना पड़ा। आम आदमी पार्टी के गुरमीत सिंह मीत हेयर ने उन्हें मात दी। सिमरनजीत सिंह मान तीसरे नंबर पर रहे। उन्हें 187246 वोट मिले।

एक ही सीट पर सपा के दो कैंडिडेट,खारिज हो सकता है सपा के रविदास मेहरोत्रा का पर्चा,

लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के वोटिंग में अब ज्यादा दिन नहीं बचा है। सभी पार्टियां जोर-शोर से चुनाव प्रचार में लगी हुई है। इसी बीच लखनऊ लोकसभा सीट से एक चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है। जहां एक ही सीट पर समाजवादी पार्टी के दो उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल किया है। अब एक ही पार्टी के दो नेता एक दूसरे को टक्कर देते हुए नजर आ रहे हैं। 

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बताया जा रहा है सपा ने रविदास मेहरोत्रा पहले कैंडिडेट घोषित किया था। लेकिन उनको कुछ जरूरी NOC नहीं मिली। ऐसे में संभावना है उनका पर्चा रद्द हो जाए। इसलिए प्रवक्ता आशुतोष वर्मा ने भी अधिकृत उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया है।

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सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने रिटर्निंग ऑफिसर को एक पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने स्पष्ट कहा है कि वह रविदास मेहरोत्रा के साथ आशुतोष वर्मा को भी पार्टी का उम्मीदवार बनाया है।

अमेठी से किशोरी लाल को क्यों लड़ाया जा रहा चुनाव, अजय राय ने खोला राज़

Lok Sabha Election 2024: शुक्रवार को कांग्रेस द्वारा अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया गया। रायबरेली से जहां राहुल गांधी चुनाव लड़ेंगे वही अमेठी लोकसभा सीट से किशोरी लाल शर्मा को टिकट दिया गया है।

टिकट दिया जाने के बाद उत्तर प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष का अजय राय बयान सामने आया है। अजय राय ने कहा कि लंबे समय से हमारी मांग थी कि राहुल गांधी उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ें।

उन्होंने कहा कि हम लोग चाहते थे कि हम सबके नेता राहुल जी निश्चित तौर से उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़े और अमेठी-रायबरेली दोनों ही परिवार हैं। अजय राय ने कहा कि जनता की सेवा करने वाले, जनता के बीच में रहने वाले को पार्टी ने टिकट दिया है।

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उन्होंने कहा कि अमेठी और रायबरेली में काफी विकास किया गया है और दोनों ही लोकसभा सीटों से गांधी परिवार का कांग्रेस का पारिवारिक रिश्ता रहा है। इसीलिए गांधी परिवार के सबसे नजदीकी किशोरी लाल जी को अमेठी से चुनाव लड़ाया जा रहा।

उत्तर प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि रायबरेली से राहुल गांधी के चुनाव लड़ने से पूरे देश का माहौल पूरे देश का माहौल बदलेगा। इसका असर आगामी पांच चरणों के चुनाव में देखने को मिलेगा।

अजय राय ने कहा कि राहुल जी लड़ने वाले लोग, फाइटर लोग पीछे नहीं हट सकते। उन्होंने कहा कि किशोरी लाल जी पार्टी के प्रति काफी वफादार और अमेठी तथा रायबरेली जनता के बीच रहने वाले हैं।

अमेठी से गांधी परिवार का ना लड़ना इस बात का है संकेत कि उन्होंने अपनी हार स्वीकार कर ली : स्मृति ईरानी

प्रियंका गांधी नहीं लड़ेंगी चुनाव

दरअसल, लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा के बाद से ही अटकलें लगाई जा रही थीं कि गांधी परिवार का कोई सदस्य अमेठी और रायबरेली से चुनाव लड़ सकता है। चर्चा थी कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी अमेठी और रायबरेली से चुनाव लड़ेंगे। 

लेकिन शुक्रवार को पार्टी ने ऐलान किया कि किशोरी लाल शर्मा अमेठी से और राहुल गांधी रायबरेली से चुनाव लड़ेंगे। कहा जा रहा है कि प्रियंका गांधी इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगी।हालांकि, राहुल गांधी दो जगहों वायनाड और रायबरेली से चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में अगर राहुल गांधी दोनों लोकसभा सीटों से चुनाव जीतते हैं तो उन्हें एक लोकसभा सीट छोड़नी होगी। जिसके बाद प्रियंका गांधी उस सीट पर उपचुनाव लड़ सकती हैं।

अमेठी से गांधी परिवार का ना लड़ना इस बात का है संकेत कि उन्होंने अपनी हार स्वीकार कर ली : स्मृति ईरानी

Amethi Lok Sabha Seat: कांग्रेस के दिग्गज नेता राहुल गांधी अमेठी सीट को छोड़कर रायबरेली से चुनाव लड़ने को लेकर सत्तारूढ़ दल बीजेपी के निशाने पर आ गए हैं। पीएम मोदी ने राहुल गांधी के रायबरेली जाने पर ‘डरो मत, भागो मत’ वाले स्टाइल में करार हमला बोला तो अब अमेठी से सांसद और भाजपा उम्मीदवार ने भी राहुल गांधी को जमकर घेरा।

दरअसल, कांग्रेस पार्टी ने बड़ा फैसला करते हुए अमेठी से केएल शर्मा को उम्मीदवार घोषित किया, जबकि राहुल गांधी अमेठी की जगह रायबरेली से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। ऐसे में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चुनाव से पहले ही उन्होंने अमेठी से हार मान ली है।

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मीडिया से बात करते हुए स्मृति ईरानी ने केएल शर्मा को उम्मीदवार बनाने और राहुल के रायबरेली से चुनाव लड़ने पर कहा, “मेहमानों का स्वागत है। हमलोग अतिथियों के स्वागत में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे”

अमेठी को लेकर स्मृति ईरानी का दावा

वहीं राहुल गांधी पर बात करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि,”इतना ही कह दूं कि अमेठी से गांधी परिवार का ना लड़ना इस बात का संकेत है कि कांग्रेस पार्टी चुनाव में वोट पड़ने से पहले ही अमेठी से अपना हार स्वीकार कर चुकी है। अगर उन्हें लगता कि यहां जीत की कोई भी गुंजाइश हो तो वे यहां से लड़ते।

स्मृति ईरानी ने आगे कहा कि, “अगर बीजेपी सांसद के तहत पिछले पांच वर्षों में अमेठी में विकास संभव था, तो कांग्रेस ने पिछले कई दशकों में अमेठी को इतना नुकसान क्यों पहुंचाया? पिछले तीन साल में कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व जनता के लिए वहां मौजूद नहीं था, जिन्हें अमेठी ने अस्वीकृत कर दिया, अमेठी छोड़ के वायनाड चल गए, वो रायबरेली के पूर्णता कभी नहीं हो पाएंगे।”

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नामांकन के बाद क्या बोले केएल शर्मा?

अमेठी लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार किशोरी लाल शर्मा ने अपने नामांकन के बाद कहा, “यहां का रण तो जनता के हाथ में है वो किसे जिताएगी और किसे हराएगी। हमारा संगठन यहां पहले से काम कर रहा है और हम उसी के बल पर चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे। जनता बहुत पहले ही मन बना लेती है, चुनाव तो औपचारिकता है। जनता अपने मन में पहले ही धारणा बना लेती है कि पहले जिसे मतदान दिया गया था वो सही था या गलत।”

Loksabha 2024: कांग्रेस प्रत्याशी ने नामांकन के आखिरी दिन नाम वापस लिया, बीजेपी में हुए शामिल

Indor Loksabha Election 2024: इंदौर से कांग्रेस के प्रत्याशी अक्षय क्रांति बम ने नामांकन के आखिरी दिन नाम वापस लेकर भाजपा में शामिल हो गए जिससे कांग्रेस को मध्य प्रदेश में बड़ा झटका लगा है। नामांकन वापसी के आखिरी दिन नाम वापस लेने से कांग्रेस बैकफुट पर आ गई है। इंदौर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापिस ले लिया है।

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वह बीजेपी प्रत्याशी शंकर लालवानी के सामने चुनाव लड़ रहे थे। उन्होंने सोमवार को भाजपा विधायक रमेश मेंदोला के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर नामांकन वापस ले लिया। कैलाश विजयवर्गीय ने इस मौके पर एक सेल्फी अपलोड की है। सेल्फी के साथ उन्होंने लिखा कि ‘इंदौर से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी अक्षय कांति बम का प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री मोहन यादव व प्रदेश अध्यक्ष वी.डी. शर्मा के नेतृत्व में भाजपा में स्वागत है।’

Moradabad Seat: सपा-भाजपा में सीधी टक्कर, हाथी की रफ्तार धीमी, इन विधायकों की प्रतिष्ठा दांव पर

 Moradabad Loksabha Seat: एक तरफ सीट बरकरार रखने की तो दूसरी तरफ खोया हुआ सम्मान पाने की चुनौती के बीच मुरादाबाद लोकसभा सीट पर मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। इसी के साथ इंडिया गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रुचि वीरा और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी पूर्व सांसद कुंवर सर्वेश सिंह व बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी इरफान सैफी का भाग्य ईवीएम मशीन में कैद हो गया। अब फैसला 4 जून को आएगा तब यह पता चलेगा कि मुरादाबाद की पब्लिक ने इंडिया गठबंधन की सपा प्रत्याशी रुचि वीरा को चुना या फिर विकसित भारत का संकल्प लेकर चलने वाली भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी कुंवर सर्वेश सिंह को।

62.05 प्रतिशत, 12 लाख 77 हजार से अधिक लोगों ने वोट डाला वोट

-मुरादाबाद लोकसभा सीट के लिए शाम 6 बजे तक मुरादाबाद लोकसभा सीट के लिए 12 लाख 77 हजार से अधिक लोगों ने वोट डाले। इस तरह 62.05 प्रतिशत लोगों ने वोट डाले। मुरादाबाद लोकसभा सीट पर कुल 20 लाख59 हजार 578 मतदाता हैं।
सुबह सात बजे से शाम छह तक चली मतदान प्रक्रिया के तहत मुरादाबाद शहर विधानसभा क्षेत्र में कल 538132 मतदाताओं में से 3 लाख 16 हजार 86 मतदाताओं ने अपने वोट का इस्तेमाल किया है।

जबकि मुरादाबाद देहात में 391674 वाटर में से 23229 मतदाताओं ने अपना वोट डाला। इसी तरह ठाकुरद्वारा विधानसभा क्षेत्र के 377841 मतदाताओं में से 259587 मतदाताओं ने वोट डाला। कांठ विधानसभा क्षेत्र में 3 लाख 91 569 वोटो में से 268985 लोगों ने अपना वोट का इस्तेमाल किया और बढ़ापुर विधानसभा क्षेत्र के 3लाख 60 हजार 352 लोगों में से 2233 82 ने वोट डाला।

सपा विधायक हाजी नासिर कुरेशी कमाल अख्तर और नवाब जान की प्रतिष्ठा भी दांव पर

-मुरादाबाद लोकसभा सीट पर 20 लाख 59 हजार 578 मतदाता हैं। इनमें 9 लाख 64 हजार से अधिक महिला मतदाता हैं। यहां पर समाजवादी पार्टी के डॉक्टर एसटी हसन मौजूदा सांसद हैं। पहले पार्टी ने इन्हें ही टिकट दिया था लेकिन नामांकन करने के बाद हसन का टिकट काट दिया और रुचि वीरा को टिकट दिया। ऐसे में सपा के सामने सबसे बड़ी चुनौती मुरादाबाद लोकसभा सीट को बरकरार रखने की है।

क्योंकि टिकट काटे जाने से नाराज डॉ. हसन और उनके समर्थकों ने रुचि वीरा का विरोध किया था। वह पूरे चुनाव में कहीं नजर ही नहीं आए लेकिन मुरादाबाद देहात के विधायक हाजी नासिर कुरेशी कांठ के विधायक कमाल अख्तर और ठाकुरद्वारा के विधायक नवाब जान और उनके समर्थकों के साथ-साथ इंडिया गठबंधन के प्रमुख सहयोगी कांग्रेस के नेताओं ने भी रुचि वीरा को जमकर लड़ाया है।

मुस्लिम क्षेत्रों में दौड़ती नजर आई साइकिल

-इंडिया गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी रुचि वीरा को लेकर मुस्लिम क्षेत्रों में साइकिल दौड़ती हुई नजर आई। मुरादाबाद शहर के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र के साथ-साथ मुरादाबाद देहात ठाकुरद्वारा और कांठ विधानसभा क्षेत्र के मुस्लिम इलाकों में भी लोग साइकिल की सवारी करते ही दिखाई दिए। मुस्लिम महिलाओं में भी सपा की साइकिल के प्रति रुझान दिखाई दिया।

हिंदू इलाकों में विकसित भारत के लिए कमल पर पड़ा वोट

-मुरादाबाद विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक वोटिंग हुई है इसमें मुस्लिम और हिंदू मतदान केंद्रों पर वोटिंग का प्रतिशत कितना रहा यह तो बाद में पता चलेगा लेकिन सुबह से शाम तक अधिकांश हिंदू इलाकों में विकसित भारत के लिए मतदाताओं को वोट करते हुए देखा गया। अनेक मतदाताओं ने मीडिया के सामने खुलकर कहा कि उन्होंने राष्ट्रहित के लिए कमल का बटन दबाया है।

बीमारी के बावजूद भाजपा प्रत्याशी कुंवर सर्वेश सिंह ने किया मतदान

– भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी कुमार सर्वेश सिंह टिकट मिलने के बाद से ही बीमार चल रहे हैं और वह अपने पूरे चुनावी कार्यकाल में सिर्फ तीन बार ही नजर आए और उनके चुनाव की कमान उनके बेटे बढ़ापुर के विधायक सुशांत सिंह ने संभाली हुई थी और मतदान से एक दिन पहले तक यह नहीं पता चल पा रहा था कि वह वोट करेंगे या नहीं लेकिन लोकतंत्र के महापर्व में भाजपा सांसद कुमार सर्वेश सिंह ने अपने गांव रतुपुरा में बने बूथ पर वोट डाला और वोट डालने के बाद उन्होंने अपना फोटो फेसबुक पर शेयर भी किया।

सर्वेश जीते तो चाणक्य कहलाएंगे सुशांत और रितेश

– टिकट मिलने के बाद से ही भाजपा प्रत्याशी कुंवर सर्वेश सिंह बीमार थे और वह कहीं नहीं आए तो ऐसे में उनके बेटे बढ़ापुर के विधायक सुशांत सिंह ने और मुरादाबाद नगर के विधायक रितेश गुप्ता ने चुनावी कमान संभाली हुई थी। इसके साथ ही पूरी बीजेपी टीम भी चुनाव में जुटी हुई थी और कहीं पर भी किसी को यह एहसास नहीं होने दिया कि भाजपा प्रत्याशी कुंवर सर्वेश सिंह चुनावी लड़ाई से बाहर है। ऐसे में अगर भाजपा प्रत्याशी सर्वेश सिंह सांसद बने तो उनके बेटे सुशांत सिंह और मुरादाबाद नगर के भाजपा विधायक की जीत के चाणक्य कहलाएंगे क्योंकि कहीं ना कहीं इन दोनों को जीत का श्रेय मिलेगा।

अपने ही घर में रफ्तार नहीं पकड़ पाए इरफान सैफी

– बहुजन समाज पार्टी ने मुरादाबाद लोकसभा सीट पर इरफान सैफी को चुनावी जंग में उतारा और पार्टी अध्यक्ष मायावती ने उनके समर्थन में जनसभा भी की थी तो यह संभावना जताई जा रही थी कि मुरादाबाद में बहुजन समाज पार्टी का इरफान सैफी का हाथी दौड़ लगाता दिखाई देगा, लेकिन चुनाव के दिन यह संभावना कहीं पर भी साकार होती दिखाई नहीं दी। खुद बसपा प्रत्याशी इरफान सैफी के गृहनगर ठाकुरद्वारा में भी हाथी की रफ्तार कहीं दिखाई नहीं दी और यही स्थिति मुरादाबाद, कांठ, मुरादाबाद देहात और बढ़ापुर विधानसभा क्षेत्र में भी नजर आई।

इन गणमान्यों ने भी किया अपने वोट का इस्तेमाल

-लोकतंत्र के महापर्व में आम आदमी के साथ-साथ पुलिस प्रशासन के अधिकारियों और विभिन्न राजनीतिक दलों के दिग्गजों ने भी वोट डाला। इनमें मुरादाबाद के जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा के अलावा कई अफसर ने अपने वोट का इस्तेमाल किया और फोटो भी शेयर किया जबकि समाजवादी पार्टी के मौजूदा सांसद डॉक्टर एसटी हसन पार्टी से नाराजगी के चलते पूरे चुनाव में नहीं आए।

लेकिन दोपहर बाद उन्होंने भी अपने वोट का इस्तेमाल किया। इसके अलावा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी,  वरिष्ठ भाजपा नेता और मुरादाबाद के महापौर विनोद अग्रवाल, पुत्रवधू प्रिया अग्रवाल, मुरादाबाद नगर के भाजपा विधायक रितेश गुप्ता और उनकी पत्नी अल्पना अग्रवाल, उत्तर प्रदेश बाल संरक्षण आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ विशेष गुप्ता, शिक्षक विधायक डॉ जयपाल सिंह व्यस्त, मुरादाबाद देहात के विधायक हाजी नासिर कुरेशी, कांठ के विधायक कमाल अख्तर और ठाकुरद्वारा के विधायक नवाब जान, पूर्व सांसद वीर सिंह ने भी वोट डाला।

Moradabad Loksabha 2024: वोटरों में भरा जोश, सांसद एसटी हसन को लेकर किया बोले अखिलेश

Moradabad News: सपा प्रत्याशी रुचि वीरा के समर्थन में रैली करने पहुंचे सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने अपने 25 मिनट के भाषण में भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला और पार्टी के अंदर चल रही गुटबाजी को भी खत्म कर दिया सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने सांसद डॉक्टर एसटी हसन को भी मनाने की कोशिश की उन्होंने कहा उन्होंने एसटी हसन ने रामपुर से चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया।

सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि सांसद एसटी हसन के समर्थक पूरी तरह चुनाव में जुड़ जाए और गठबंधन प्रत्याशी रुचि वीरा को जीत दिलाएं आने वाले समय में उनका सम्मान किया जाएगा मौजूद लोगो की तरफ इशारा करते हुए कहा कि 19 तारीख को वोट की ताकत का जरूर इस्तेमाल करें ईद पर बाहर से आए लोग वोट डालने के बाद ही अपने काम पर जाएं।

जनसभा में मुरादाबाद देहात विधायक हाजी नासिर कुरेशी, ठाकुरद्वारा विधायक नवाब जान खां, बिलारी विधायक मोहम्मद फहीम, संभल से गठबंधन प्रत्याशी जियाउर रहमान वर्क, पूर्व विधायक उस्मान उल हक, पूर्व विधायक हाजी यूसुफ अंसारी, नौगांव विधायक चौधरी समरपाल, सिंह, पूर्व विधायक विजय यादव, पूर्व मंत्री हाजी इकराम कुरैशी, पूर्व मंत्री अकीलुर्रहमान खां, पूर्व विधायक हाजी रिजवान आदि रहे।