रमजान के पाक महीने में रोजा रखते वक्त कई बार लोग सेहत को लेकर यादा चौकस नहीं रहते। ऐसे में अगर आप गर्भवती हैं और रोजा रख रही हैं तो रोजा रखने से पहले आपको अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए और रोजा रखने के दौरान इन जरूरी बातों का ध्यान रखें…
- प्रेग्नेंट महिलाओं में यदि खून की कमी या कोई अन्य दिक्कत हो तो हर दिन रोजा रखने से बचें।
- रोजा रखने के दौरान अगर आपको ऐसा लगे कि आपको अंदर से अछा महसूस न हो या कमजोरी महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से बात करें।
- रोजे के दौरान अगर ऐसा लगे की बचे का मूवमेंट नहीं हो रहा या आपको पेट में दर्द या कुछ असहज महसूस हो तो आपके लिए रोजा खोल देना ही सही होगा।
- यदि आप का बीपी प्रेग्नेंसी में बढ़ गया हो तो आपके लिए रोजा रखना सुरक्षित नहीं होगा।
- रोजे के दौरान प्रेग्नेंट महिलाएं को अपने वेट पर ध्यान देना होगा। अगर आपको ऐसा लगे कि वेट लगातार कम हो रहा तो आप रोजा खोल दें और डॉक्टर से सलाह लें।
- रोजे के दौरान अगर आपको बार-बार प्यास लगे या मुंह सूखे या यूरीन का रंग पीला या गहरा भूरा हो तो यह आपके लिए सही नहीं। ये डिहाइड्रेशन के लक्षण हो सकते हैं।
- रोजा रखते हुए अगर आपको ऐसा लगे कि आपको चक्कर आए तो आप अपने ब्लड शुगर को भी चेक कराएं।खाने में बरतें सावधानी
- सहरी में खाते हुए कुछ बातें जरूर ध्यान दें। खाने में ऐसी चीजें लें जो न्यूट्रीएंटस से भरी हों। अछे से अपनी डायट लें और यादा खाने से भी बचें।
- खजूर, भीगे बादाम जरूर खाएं क्योंकि ये आपको ही नहीं आपके शिशु के लिए भी जरूरी है। फल और जूस के साथ दूध या दही को भी लें।
- दिनभर आपको कुछ भी नहीं खाना है तो ऐसे में आपको सहरी में ऐसी डायट लेनी होगी जो पूरे दिन आपको एनर्जी से भरा रखें।
- सेहरी में हाई प्रोटीन डायट के साथ हाई फाइबर डायट लें। पनीर, चिकन, मटन, मल्टीग्रेन रोटी खाएं। ये आपको लंबे समय तक भूख से बचाएंगे।
- बहुत गरिष्ठ-मसालेदार खाने से बचना चाहिए क्योंकि ये आपके सेहत के लिए ठीक नहीं हेागा।
- बहुत मीठा या बहुत तीखा और ऑयली खाना बिलकुल न खाएं।
सेहत के लक्षणों पर ध्यान देकर और खानपान में थोड़ी सी सावधानी बरत कर प्रेग्नेंसी के दौरान भी आप आसानी से रोजे रख सकती हैं और आपके गर्भ में पल रहे शिशु का स्वास्थ्य भी बेहतर रहेगा।
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Note: गर्भावस्था में रोजा रखना एक व्यक्तिगत निर्णय है। यदि आप रोजा रखना चाहती हैं, तो उपरोक्त बातों का ध्यान रखें और अपनी स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार निर्णय लें।