Sambhal News: सपा सांसद डॉक्टर शाफिकुर्रहमान बर्क का गुरुवार को बीमारी के चलते मुरादाबाद के निजी अस्पताल में निधन हो गया था आज बुधवार की सुबह 10:00 बजे सांसद व सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क को डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों ने उनके आखरी सफर में शामिल होकर खिराज ए अकीदत पेश की। दरिया सिर के कब्रिस्तान में उन्हें अपनी पत्नी कुरेशा बेगम की कब्र के पास ही दफनाया गया।संभल के साथ ही आसपास के जिलों के सपा नेता व विधायक सांसद की मौजूदगी रही तकरीबन 2 से 3 किलोमीटर लंबी भीड़ अपने सांसद के अंतिम दीदार को लगी रही।

सुबह 10:00 बजे उनका जनाजा संभल के सगीर पैलेस से निकला जो नखासा चौराहे पर थोड़ी देर रुक कर नमाज होने के बाद कब्रिस्तान को रवाना हुआ दिल्ली जामा मस्जिद के इमाम ने जनाजे की नमाज अदा की। और उनके दफन हुआ। परिवार के लोगों ने कब्र पर मिट्टी डालकर उन्हें विदाई दी। मरहूम सपा सांसद शफ़ीक़ुर्रहमान बर्क़ देश के वरिष्ठ सांसदो में शुमार किए जाते थे। अपनी सादगी के लिए पचाने जाने वाले बर्क़ साहब को संभल के लोग मोहब्बत से “अब्बा” बुलाते थे।
उनकी वफ़ात भारत के मुस्लिम राजनीति के लिए एक बड़ा नुक़सान माना जा रहा हे। बर्क साहब की बेबाकी और काबिलियत के हर एक राजनेतिक दल के नेता कायल थे। यहां बता दें कि 94वर्षीय शफीकुर्रहमान बर्क वह काफी वक्त से बीमार थे और अक्टूबर में भी उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था। पिछले दिनों समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी उनसे मिलने अस्तपाल पहुंचे थे। यही नहीं सपा ने उनको लोकसभा चुनाव के लिए से उत्तर प्रदेश की संभल सीट से उम्मीदवार भी बनाया था।
शफीकुर्रहमान के राजनीतिक करियर की बात करें तो वह चार बार विधायक और पांच बार सांसद रहे। बर्क 1996 में पहली बार समाजवादी पार्टी के टिकट पर सांसद चुने गए थे। 2014 में बीजेपी की लहर के दौरान भी शफीकुर्रहमान बर्क अपनी सीट बचाने में सफल रहे है। वे अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में बने रहे है। मुस्लिमों के हितों को लेकर भी वह हमेशा मुखर रहते थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कर चुके हैं डॉक्टर बर्क की तारीफ
शफीकुर्रहमान बर्क उन सांसदों में रहे हैं, जिनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी तारीफ की है। पीएम मोदी ने एक बार सदन में उनकी जमकर तारीफ की थी, जिसके बाद पूरा सदन तालियों की गूंज उठा था। असल में मोदी सरकार ने पिछले दिनों संसद का विशेष सत्र बुलाया था। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन के पहले दिन सदस्यों को संबोधित किया था और कहा था कि 93 साल की उम्र होने के बावजूद सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क इस सदन में बैठे हैं। सदन के प्रति ऐसी निष्ठा और ईमानदारी हर सदस्य के अंदर होनी चाहिए।