आगरा में एक हैरान करने वाली घटना ने सबका ध्यान खींचा है। एक मुस्लिम युवक को हिंदूवादी नेताओं ने होटल के कमरे में एक महिला के साथ देखकर जमकर हंगामा मचाया। इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसने लोगों को स्तब्ध कर दिया है। मामला शमसाबाद के होटल डीपी का है, जहां स्थानीय हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ताओं ने युवक पर हमला कर दिया। इस दौरान पुलिस की मौजूदगी में भी पिटाई जारी रही, जिसने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
गलतफहमी ने भड़काया विवाद
बताया जा रहा है कि आगरा के मोहल्ला टोला निवासी सलमान अपने मोहल्ले की एक महिला के साथ शमसाबाद के होटल डीपी में गया था। महिला ने साड़ी पहनी थी, जिसके कारण हिंदूवादी नेताओं ने गलतफहमी में यह मान लिया कि वह हिंदू है। सलमान की पहचान होने के बाद नेताओं ने अपने संगठन के करीब दस कार्यकर्ताओं को बुला लिया। कार्यकर्ताओं ने होटल पहुंचकर रजिस्टर चेक किया, जिसमें सलमान ने केवल अपनी आईडी के आधार पर कमरा बुक किया था। इसके बाद हिंदूवादी कार्यकर्ताओं ने होटल स्टाफ पर दबाव डाला और कमरे का दरवाजा जबरदस्ती खुलवाया। सलमान को कमरे से खींचकर बाहर लाया गया और उसकी बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी गई।
पुलिस की मौजूदगी में भी नहीं रुका हमला
होटल मालिक ने इस हंगामे की सूचना तुरंत पुलिस को दी। शमसाबाद थाने से एसएसआई रमेश माथुर मौके पर पहुंचे, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि पुलिस की मौजूदगी में भी हमलावरों पर कोई लगाम नहीं लगी। वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि सलमान को एक शख्स ने थप्पड़ मारा, तो किसी ने उसे लात मारी। इस दौरान महिला बार-बार हाथ जोड़कर रहम की भीख मांगती रही, लेकिन हमलावरों ने उसकी एक न सुनी। यह घटना न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि सामाजिक सौहार्द को भी नुकसान पहुंचाने वाली है। शमसाबाद थाने के इंस्पेक्टर डीपी तिवारी ने बताया कि होटल मालिक पवन की शिकायत पर अज्ञात हमलावरों के खिलाफ बलवा और मारपीट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस का कहना है कि वायरल वीडियो और होटल के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हमलावरों की पहचान की कोशिश की जा रही है। हालांकि, अभी तक किसी भी हमलावर की पहचान नहीं हो सकी है, जबकि सूत्रों का कहना है कि सभी हमलावर स्थानीय हैं। इस घटना ने आगरा में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है और लोग इस पर अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने इस मामले को और गंभीर बना दिया है, जिसके बाद पुलिस पर जल्द कार्रवाई का दबाव बढ़ रहा है।