छात्रा ने सरेराह छेड़छाड़ करने वाले को सिखाया सबक, 10 मिनट तक बरसाए थप्पड़, जूते से की खातिरदारी

उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के शुक्लागंज बाजार में शनिवार की दोपहर एक साहसी घटना ने सभी का ध्यान खींचा। एक युवती ने अपनी हिम्मत और निडरता का परिचय देते हुए उस युवक को सबक सिखाया, जो लंबे समय से उसका पीछा कर परेशान कर रहा था। भीड़भाड़ वाली सड़क पर गुस्से से भरी इस छात्रा ने युवक पर थप्पड़ों की बरसात कर दी और चप्पलों से उसकी पिटाई की। इस घटना का वीडियो एक राहगीर ने अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। देखते ही देखते यह वीडियो वायरल हो गया, और लोग इस युवती की हिम्मत की तारीफ करने लगे। इस घटना ने समाज में महिलाओं की आत्मरक्षा और साहस की नई मिसाल कायम की है।

घटना गंगाघाट थाना क्षेत्र के शुक्लागंज बाजार में पोनी रोड के पास नीलम स्वीट्स की दुकान के सामने हुई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया। प्रारंभिक जांच में पता चला कि युवक ने कई बार छात्रा का पीछा किया और उसे परेशान करने की कोशिश की थी। इस बार छात्रा ने उसका विरोध करने का फैसला किया और उसे सबके सामने सबक सिखाया। स्थानीय लोगों ने भी युवती के साहस की सराहना की और कुछ ने पुलिस को सूचना देकर मामले को तुरंत संज्ञान में लाने में मदद की।

पुलिस कार्रवाई और सामाजिक प्रतिक्रिया

कानपुर के जुहारी देवी कॉलेज में पढ़ने वाली यह छात्रा उस दिन अपनी पढ़ाई पूरी कर घर लौट रही थी, जब यह घटना घटी। पुलिस के अनुसार, आरोपी युवक की पहचान कर ली गई है, और उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 354 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। गंगाघाट थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच जारी है, और जल्द ही आरोपी को अदालत में पेश किया जाएगा। पुलिस ने यह भी आश्वासन दिया कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए बाजार क्षेत्र में गश्त बढ़ाई जाएगी।

इस घटना ने सोशल मीडिया पर व्यापक चर्चा छेड़ दी है। कई लोगों ने छात्रा की हिम्मत को सलाम किया और इसे महिलाओं के लिए आत्मरक्षा का प्रेरणादायक उदाहरण बताया। कुछ यूजर्स ने टिप्पणी की कि ऐसी घटनाएं समाज में जागरूकता बढ़ाने और छेड़छाड़ जैसी समस्याओं के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने की जरूरत को दर्शाती हैं। हालांकि, कुछ लोगों ने इस बात पर चिंता जताई कि सार्वजनिक रूप से इस तरह की कार्रवाई से कानून-व्यवस्था की स्थिति प्रभावित हो सकती है। फिर भी, अधिकांश लोग इस बात पर सहमत हैं कि महिलाओं को अपनी सुरक्षा के लिए साहसिक कदम उठाने चाहिए।

यह घटना न केवल उन्नाव बल्कि पूरे देश में महिलाओं के सशक्तिकरण और आत्मरक्षा के महत्व को रेखांकित करती है। स्थानीय प्रशासन ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने का वादा किया है।

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