कमरे में बिखरा खून, मौत का मंज़र! अयोध्या में प्रेमी-प्रेमिका की रहस्यमयी मौत

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में एक ऐसी घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया, जिसने न केवल एक परिवार को बिखेर दिया, बल्कि पूरे गांव को शोक में डुबो दिया। बाराबंकी जिले के अधुर्जन पुरवा गांव की रहने वाली 24 वर्षीय अरोमा रावत और उनके प्रेमी आयुष गुप्ता की संदिग्ध परिस्थितियों में एक होटल के कमरे में मौत हो गई। यह घटना न केवल दुखद है, बल्कि कई अनुत्तरित सवाल भी छोड़ गई है। पुलिस इस मामले को प्रेम-प्रसंग, पारिवारिक दबाव और अन्य संभावित कारणों की दृष्टि से जांच रही है। आइए, इस घटना के हर पहलू को समझते हैं।

होटल के कमरे में मिला खौफनाक मंजर

रविवार की सुबह अरोमा और आयुष, जो देवरिया के भुजौली कॉलोनी के रहने वाले थे, अयोध्या के एक होम स्टे होटल में रुके थे। दोनों ने एक साथ कमरा बुक किया और वहां समय बिताया। लेकिन उस शाम, जब होटल स्टाफ चाय देने उनके कमरे पर पहुंचा, तो दरवाजा बंद था और कोई जवाब नहीं मिला। घंटों इंतजार के बाद भी जब कोई हलचल नहीं हुई, तो स्टाफ ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़ा, और जो नजारा सामने आया, वह किसी के भी रोंगटे खड़े कर देने वाला था।कमरे में बेड पर अरोमा का शव खून से लथपथ पड़ा था, जबकि आयुष की लाश फर्श पर थी। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला कि आयुष ने पहले अरोमा को सीने में गोली मारी और फिर खुद को कनपटी पर गोली मार ली। घटनास्थल से एक अवैध तमंचा बरामद हुआ, जो इस त्रासदी का मूक गवाह बना।

गांव में छाया मातम, परिवार सदमे में

सोमवार को जब अरोमा का शव उनके पैतृक गांव अधुर्जन पुरवा पहुंचा, तो वहां का माहौल देख हर किसी की आंखें नम हो गईं। माता-पिता और स्वजन शव को देखकर फूट-फूटकर रोने लगे। गांव में शोक की लहर दौड़ गई, और अंतिम संस्कार में सैकड़ों लोग शामिल हुए। अरोमा के परिवार के लिए यह नुकसान असहनीय था। स्थानीय लोगों ने बताया कि अरोमा एक जिंदादिल और मेहनती लड़की थी, जिसके सपने अभी अधूरे ही रह गए।

पुलिस की जांच और अनसुलझे सवाल

अयोध्या पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है। दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जमा किए हैं। पुलिस का कहना है कि यह मामला प्रेम-प्रसंग से जुड़ा हो सकता है, लेकिन पारिवारिक तनाव और ऑनर किलिंग जैसे पहलुओं को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच के नतीजों के आधार पर ही इस घटना का पूरा सच सामने आएगा।

घटना की खबर फैलते ही बसपा के कई वरिष्ठ नेता, जिनमें प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल और पूर्व जिलाध्यक्ष विजय कुमार शामिल थे, गांव पहुंचे। उन्होंने परिवार से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की और हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।

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