गौरव, एक 28 वर्षीय युवा शिक्षक, जो बल्लभगढ़ के एक निजी स्कूल में शारीरिक शिक्षा शिक्षक (पीटीआई) के रूप में कार्यरत था, अपनी मंगेतर नेहा के साथ 19 अप्रैल को शादी के बंधन में बंधने वाला था। परिवार और दोस्तों के बीच उत्साह का माहौल था। गौरव अपने भविष्य को लेकर बेहद उत्साहित था और सपनों के नए आलम में खोया हुआ था। लेकिन, यह खुशी महज दो दिन पहले एक भयावह साजिश में बदल गई। 17 अप्रैल को, फरीदाबाद के आईएमटी क्षेत्र से घर लौटते समय गौरव पर एक सुनियोजित हमला हुआ, जिसने उसकी जिंदगी हमेशा के लिए छीन ली। इस घटना ने प्रेम, विश्वासघात और हिंसा की ऐसी तस्वीर पेश की, जो हर किसी के मन में डर और आक्रोश पैदा करती है।
साजिश का खुलासा: मंगेतर पर गंभीर आरोप
गौरव के परिवार ने इस हादसे के पीछे चौंकाने वाला खुलासा किया। उनका दावा है कि इस हत्या की साजिश में गौरव की मंगेतर नेहा का भी हाथ था। परिजनों के अनुसार, नेहा ने सौरव नाम के एक शख्स को गौरव की तस्वीरें और अन्य जानकारी व्हाट्सएप के जरिए दी थी। इसके बाद, नेहा और सौरव ने मिलकर इस जानलेवा हमले की योजना बनाई। परिवार का कहना है कि सौरव ने पहले भी गौरव को धमकियां दी थीं। करीब एक महीने पहले, सौरव और उसके दोस्त सोनू ने गौरव को जान से मारने की धमकी दी थी और नेहा से शादी न करने की चेतावनी दी थी। गौरव ने इसकी शिकायत बीपीटीपी थाने में दर्ज कराई थी, जिसके बाद सौरव ने लिखित में माफी मांगी थी। लेकिन यह माफी केवल एक दिखावा थी, जिसका असली मकसद गौरव को और गहरे जाल में फंसाना था। हमले में गौरव को गंभीर चोटें आईं, और तीन दिन तक वेंटिलेटर पर जिंदगी और मौत से जूझने के बाद उसने दम तोड़ दिया।
पुलिस की कार्रवाई और जांच जारी
फरीदाबाद पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई शुरू की। थाना सदर बल्लभगढ़ के एसएचओ उमेश सिंह ने बताया कि शुरुआत में सौरव और उसके साथियों पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। गौरव की मृत्यु के बाद, पुलिस ने सौरव और सोनू के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, और उनसे पूछताछ के लिए दो दिन का रिमांड लिया गया है। पुलिस का कहना है कि पूछताछ के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि इस साजिश में और कितने लोग शामिल थे। इस घटना ने न केवल गौरव के परिवार को सदमे में डाल दिया है, बल्कि पूरे इलाके में आक्रोश और अविश्वास का माहौल पैदा कर दिया है। यह कहानी न केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि समाज में प्रेम और विश्वास के रिश्तों पर सवाल उठाती है।