मंदिर दर्शन की खुशी बदली मातम में, बच्ची की कहानी सुन आंसू छलक पड़ेंगे,11 की मौत

उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में रविवार को एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जिसने कई परिवारों की खुशियों को मातम में बदल दिया। सावन के पवित्र महीने में पृथ्वीनाथ शिव मंदिर दर्शन के लिए निकले 15 लोगों से भरी एक बोलेरो गाड़ी इटियाथोक थाना क्षेत्र के बेलवा बहुता गांव के पास अनियंत्रित होकर नहर में जा गिरी। इस भयानक हादसे में 11 लोगों की जान चली गई, जबकि 4 लोग किसी तरह बच गए। मॉनसून के कारण नहर में पानी का तेज बहाव था, जिसने बचाव कार्य को और मुश्किल बना दिया। यह हादसा न केवल एक त्रासदी है, बल्कि सड़क सुरक्षा और वाहन की क्षमता का पालन न करने की गंभीरता को भी उजागर करता है।

बच्ची की आपबीती: “सब खत्म हो गया”

हादसे में जिंदा बची एक किशोरवय बच्ची की आपबीती सुनकर हर किसी का दिल पसीज गया। स्थानीय लोगों ने उसे नहर से सुरक्षित निकाला, लेकिन अपने परिवार को खोने का दर्द उसे तोड़ रहा है। एक वायरल वीडियो में बच्ची फूट-फूटकर रोते हुए कहती है, “हम लोग मंदिर दर्शन करने जा रहे थे। गाड़ी में सब हंस रहे थे, खुश थे। अचानक पता नहीं क्या हुआ… सब खत्म हो गया।” उसकी चीखें और आंसू वहां मौजूद लोगों के लिए असहनीय थे। बच्ची के पास बैठे लोग उसे सांत्वना देने की कोशिश कर रहे थे और उसके गांव-पते की जानकारी जुटा रहे थे। इस मासूम की कहानी ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया, और लोग इस त्रासदी पर शोक व्यक्त कर रहे हैं।

पुलिस जांच और सड़क सुरक्षा पर सवाल

पुलिस के अनुसार, बोलेरो में 7 सीटों की क्षमता के बावजूद 15 लोग सवार थे, जो नियमों का स्पष्ट उल्लंघन था। हादसे के बाद गाड़ी नहर में पलट गई, और चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन गहरे पानी और तेज बहाव ने राहत कार्य को चुनौतीपूर्ण बना दिया। पुलिस का कहना है कि गाड़ी में अधिक लोग होने के कारण ज्यादातर लोगों की मौत दम घुटने से हुई। इस हादसे ने सड़क सुरक्षा और वाहनों में ओवरलोडिंग की समस्या पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और हादसे के कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। इस त्रासदी ने पूरे गोंडा जिले को सदमे में डाल दिया है, और लोग मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।

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