मुरादाबाद में कांवड़ यात्रा के कारण स्कूलों में छह दिन का अवकाश

सावन के पवित्र महीने में कांवड़ यात्रा के चलते मुरादाबाद शहर में ट्रैफिक व्यवस्था और बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। कांवड़ यात्रा के दौरान भारी भीड़ और ट्रैफिक जाम की स्थिति को देखते हुए मुरादाबाद में छह दिन के लिए स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया गया है। यह बंदी शहर के मुख्य मार्गों—रामपुर रोड, दिल्ली रोड, और कांठ रोड—के पांच किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी स्कूलों पर लागू होगी। इस फैसले का उद्देश्य न केवल बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, बल्कि कांवड़ यात्रा के दौरान सुगम ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखना भी है।

सावन मास में हर साल लाखों कांवड़िये हरिद्वार से गंगाजल लेकर मुरादाबाद के प्रमुख शिव मंदिरों में जलाभिषेक करने पहुंचते हैं। इस दौरान शहर के प्रमुख मार्गों पर भारी भीड़ और वाहनों का दबाव बढ़ जाता है, जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। प्रशासन ने इस स्थिति से निपटने के लिए स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया है, ताकि बच्चों को स्कूल आने-जाने में किसी तरह की असुविधा या खतरे का सामना न करना पड़े। यह निर्णय माता-पिता और स्कूल प्रबंधन द्वारा भी सराहा जा रहा है, क्योंकि यह बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देता है।

स्कूल बंदी की तारीखें और प्रभावित क्षेत्र

जिला प्रशासन ने कांवड़ यात्रा के दौरान छह दिन स्कूल बंद रखने की घोषणा की है। ये तारीखें हैं—21 जुलाई (सोमवार), 23 जुलाई (शिवरात्रि), 26 जुलाई (शनिवार), 28 जुलाई (सोमवार), 2 अगस्त (शनिवार), और 4 अगस्त (सावन का अंतिम सोमवार)। इस दौरान नर्सरी से लेकर 12वीं कक्षा तक के सभी हिंदी और अंग्रेजी माध्यम के निजी और मान्यता प्राप्त स्कूल बंद रहेंगे। यह बंदी विशेष रूप से मुरादाबाद शहर और इसके प्रमुख मार्गों—रामपुर रोड, दिल्ली रोड, और कांठ रोड—के पांच किलोमीटर के दायरे में लागू होगी। इन क्षेत्रों में कांवड़ियों की आवाजाही सबसे अधिक रहती है, जिसके कारण ट्रैफिक व्यवस्था पर विशेष ध्यान देना जरूरी है।

प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि स्कूल बंदी का निर्णय कांवड़ यात्रा की अवधि और उसकी तीव्रता को ध्यान में रखकर लिया गया है। सावन के इस महीने में कांवड़ियों की भारी भीड़ के कारण सड़कों पर वाहनों की आवाजाही में रुकावट आती है, और कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। इस दौरान स्कूल बसों और अन्य वाहनों का संचालन जोखिम भरा हो सकता है। इसलिए, प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह कदम उठाया है। स्कूल प्रबंधन को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस अवधि में ऑनलाइन कक्षाओं या अन्य वैकल्पिक व्यवस्थाओं पर विचार करें, ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो।

इस फैसले से न केवल ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रखने में मदद मिलेगी, बल्कि कांवड़ियों को भी अपनी यात्रा पूरी करने में सुविधा होगी। मुरादाबाद प्रशासन ने सभी नागरिकों से इस निर्णय का पालन करने और कांवड़ यात्रा के दौरान धैर्य और सहयोग बनाए रखने की अपील की है।

Leave a Comment