बाइक चोरी के शक में उठाए युवकों पर पुलिसिया सितम, जुल्म की सभी हदें की पार,दो पुलिसकर्मी सस्पेंड

 Z Public News Desk, Oct 28, 2024,: बाइक चोरी के शक में उठाये गए युवकों पर कोतवाली पुलिस ने ढाया सितम, थर्ड डिग्री से दोनो की बिगड़ी हालत, विधायक के पास घायल युवकों का वीडियो पंहुचने पर उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से बात की जिसपर बीती रात पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने कोतवाली पंहुचकर कार्यवाही करते हुए दो पुलिस कर्मियों को सस्पेड कर दिया

नगर के वार्ड नं 7 निवासी शाहरुख पुत्र दिलशाद व उसका सगा चाचा इरशाद पुत्र निसार नगर में ही एक ई रिक्शा फैक्ट्री में मजदूरी का कार्य करते हैं। रविवार की दोपहर अचानक कोतवाली में तैनात हेड कॉन्स्टेबल इमरान, और कॉन्स्टेबल गुलशन, व आबकारी विभाग में निजी रूप से कार्यरत शकील अहमद व तीन अन्य अज्ञात व्यक्ति उक्त ई रिक्शा फैक्ट्री पर पँहुचे और दोनो मजदूरों को ये कहते हुए उठा लिया कि तुमने बाइक चोरी की है। आरोप है कोतवाली पंहुचकर उक्त पुलिस कर्मियों ने मेन गेट पर लगे कैमरों से बचने के लिए पिछले रास्ते से कोतवाली में जाकर दोनो युवकों को एक सिपाही के कमरे में बैठा दिया और फिर पूछताछ के नाम पर उनके साथ बर्बरता पूर्ण ढंग से बुरी तरह मारपीट की गई।

कोतवाली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल इमरान और कॉन्स्टेबल गुलशन ने तो इनके साथ मारपीट की ही लेकिन साथ में मौजूद कुछ गैर पुलिस वाले अज्ञात लोगों ने भी इन दोनों के साथ बुरी तरह मारपीट की जिससे दोनो की हालत बिगड़ गई। इसके बाद दोनो सिपाहियों ने सिफारिश में आये परिजनों के साथ आये एक व्यक्ति से सौदेबाजी करते हुए 7 हज़ार रुपये की रकम वसूल ली और साथ ही उन्हें छोड़ने के लिए ये शर्त रखी कि दोनो को सुबह दस फिर से कोतवाली ले आना। परिजन पैसा देकर दोनो को किसी तरह घर लेकर पँहुच गए जंहा उनकी बिगड़ी हुई हालत देखकर आसपास के लोगो की भारी भीड़ जमा हो गई।

इसी भीड़ में से किसी ने घायलो के शरीर पर लगी चोटों का वीडियो सपा विधायक नवाब जान खां को भेजकर घटना की जानकारी दी। जिसपर विधायक ने तत्काल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को घटना से अवगत कराया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल मौके पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कुंवर आकाश कुमार और ए एस पी परमिंदर सिंह को भेजा। उधर घायल युवकों के सेकड़ो परिजन भी घायलो को लेकर कोतवाली पँहुच गए जंहा पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने घायलो तथा दोषी पुलिस कर्मियों के एकांत में बयान लिए। लगभग दो घण्टो तक चली जाच के बाद आला अधिकारियों के आदेश पर हेड कॉन्स्टेबल मोहम्मद इमरान, कॉन्स्टेबल गुलशन, आबकारी विभाग के निजी कर्मचारी शकील अहमद व तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। 

क्या था मामला

जानकारी के अनुसार तीन दिन पहले आबकारी विभाग के कार्यालय के बाहर खड़ी एक बाइक चोरी हो गई थी और ये घटना एक सी सी टी वी में कैद हो गई थी। इसी फुटेज में नजर आ रहे बाइक चोर को देखकर बिना किसी जांच के कोतवाली पुलिस के इन जाबांज सिपाहियों ने आबकारी कर्मी के दबाव में उक्त दोनों मजदूर युवकों को न केवल उठा लिया बल्कि उनपर जुल्म की हदें पार कर दीं। युवकों के शरीर पर पड़े जख्मो के निशान देखकर किसी भी पत्थर दिल इंसान का कलेजा कांप जाएगा। 

मजदूरों को कब पकड़ा गया और कब छोड़ा गया, कोतवाली प्रभारी को पता ही नहीं

मजदूर युवकों को कोतवाली पुलिस कब उठा कर लाई कब उनको थर्ड डिग्री दी गई और फिर कब उन्हें छोड़ दिया गया इस मामले में कोतवाली प्रभारी विवेक शर्मा का कहना है कि उन्हें जानकारी ही नही, ये बात उन्होंने सपा विधायक नवाब जान खां से कही है। कोतवाली प्रभारी का ये कहना किसी लतीफे से कम नही जिसे सुनकर कोई भी हंस सकता है कि पूरे दिन पकड़ने, बर्बरतापूर्ण ढंग से मारने, और सौदा कर उन्हें छोड़ने का काम होता रहा और कोतवाली प्रभारी को पता ही नही चला कि उनकी कोतवाली में क्या हो रहा है।

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *