करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ठाकुर योगेंद्र सिंह राणा द्वारा समाजवादी पार्टी (सपा) की कैराना सांसद इकरा हसन के खिलाफ सोशल मीडिया पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है। राणा ने एक वीडियो और पोस्ट में सांसद इकरा हसन से निकाह का प्रस्ताव देते हुए अभद्र और असंवेदनशील टिप्पणी की, जिसके बाद समाजवादी पार्टी में आक्रोश फैल गया।
इस मामले में मुरादाबाद के कटघर थाने में सुनीता सिंह की तहरीर पर राणा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 79 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाना), धारा 356(2) (आपराधिक मानहानि) और आईटी एक्ट की धारा 67 (आपत्तिजनक सामग्री का प्रसार) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।वीडियो वायरल होने के बाद मुरादाबाद की सपा इकाई ने त्वरित कार्रवाई की मांग की।
शनिवार को सपा के जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने एसपी सिटी से मुलाकात की। इस दौरान सपा की महानगर अधिवक्ता सभा की अध्यक्ष सुनीता सिंह ने तहरीर दी, जिसमें उन्होंने राणा की टिप्पणी को अशोभनीय, अपमानजनक और सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने वाला बताया। सुनीता ने कहा कि इस तरह की टिप्पणी एक निर्वाचित महिला सांसद के सम्मान को ठेस पहुंचाने के साथ-साथ पूरे महिला समाज और लोकतांत्रिक मूल्यों का अपमान है।
मामला दर्ज होने के बाद ठाकुर योगेंद्र राणा फरार हो गए हैं और उनका मोबाइल फोन स्विच ऑफ है। मुरादाबाद पुलिस उनकी तलाश में संभावित स्थानों पर छापेमारी कर रही है। एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि वीडियो की जांच शुरू कर दी गई है और आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
सपा के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने इस घटना को न केवल इकरा हसन, बल्कि पूरे मुस्लिम समाज और भारतीय संसद का अपमान बताया। उन्होंने सरकार से कठोर कार्रवाई की मांग की और सवाल उठाया कि जब एक महिला सांसद का सार्वजनिक अपमान हो सकता है, तो आम महिलाओं की सुरक्षा की क्या गारंटी है? सपा सांसद रुचि वीरा ने भी इस मामले को संसद में उठाने की बात कही।
इस विवाद ने सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर व्यापक बहस छेड़ दी है। कई नेताओं और संगठनों ने राणा की टिप्पणी की निंदा करते हुए इसे समाज में नफरत फैलाने का प्रयास बताया। दूसरी ओर, राष्ट्रीय करणी सेना संघ के अध्यक्ष नीरज सिंह चौहान ने दावा किया कि योगेंद्र राणा का उनकी संगठन से कोई संबंध नहीं है।