न्यूज़ीलैंड की ऑलराउंडर क्रिकेटर थैमसिन न्यूटन ने अपने 10 साल के शानदार क्रिकेट करियर पर पूर्ण विराम लगाने का फैसला किया है। उन्होंने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। यह निर्णय उनके लिए आसान नहीं था, क्योंकि वह पिछले चार साल से न्यूज़ीलैंड की राष्ट्रीय टीम से बाहर चल रही थीं। थैमसिन ने अपने करियर में कई यादगार पल दिए, लेकिन अब उन्होंने इस खेल को अलविदा कहने का मन बना लिया है। उनका यह फैसला क्रिकेट प्रशंसकों के लिए एक भावुक क्षण है, क्योंकि उन्होंने अपने प्रदर्शन से कई दिल जीते थे।
अंतरराष्ट्रीय करियर का शानदार सफर
थैमसिन न्यूटन ने न्यूज़ीलैंड के लिए अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत साल 2015 में टी20आई क्रिकेट में की थी। उन्होंने अपने करियर में कुल 15 टी20आई मुकाबले खेले, जिसमें उन्होंने 9 विकेट हासिल किए और 22 रन बनाए। वह 2016 टी20 वर्ल्ड कप और 2017 वनडे वर्ल्ड कप में न्यूज़ीलैंड की टीम का हिस्सा रहीं। इन बड़े टूर्नामेंट्स में उनकी मौजूदगी ने टीम को मजबूती प्रदान की थी। हालांकि, वह पिछले कुछ सालों से टीम में जगह नहीं बना पा रही थीं, लेकिन उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
ऑलराउंडर के रूप में योगदान
थैमसिन न्यूटन एक बेहतरीन ऑलराउंडर थीं, जो टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी करने के साथ-साथ मिडियम फास्ट गेंदबाजी भी करती थीं। उनकी गेंदबाजी में विविधता और बल्लेबाजी में स्थिरता ने उन्हें एक मूल्यवान खिलाड़ी बनाया। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में भी कई शानदार प्रदर्शन किए, जिसके कारण उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौका मिला। उनकी गेंदबाजी में तेजी और सटीकता ने कई बार विपक्षी बल्लेबाजों को परेशान किया। थैमसिन की बहुमुखी प्रतिभा ने न्यूज़ीलैंड की महिला क्रिकेट टीम को कई मौकों पर संतुलन प्रदान किया।
भविष्य की योजनाएं और प्रशंसकों का प्यार
संन्यास की घोषणा के बाद थैमसिन न्यूटन ने अपने प्रशंसकों और क्रिकेट न्यूज़ीलैंड को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि क्रिकेट ने उन्हें बहुत कुछ सिखाया और यह उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा। हालांकि, उन्होंने अपने भविष्य की योजनाओं के बारे में ज्यादा खुलासा नहीं किया, लेकिन माना जा रहा है कि वह क्रिकेट से जुड़ी किसी नई भूमिका में दिखाई दे सकती हैं, जैसे कि कोचिंग या कमेंट्री। उनके प्रशंसक सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं और उनके योगदान को याद कर रहे हैं। थैमसिन न्यूटन का यह फैसला भले ही उनके करियर का अंत हो, लेकिन उनकी विरासत हमेशा क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में जीवित रहेगी।