मुरादाबाद में एक दिल दहला देने वाला हादसा सामने आया है, जिसमें ड्यूटी के दौरान सिपाही मोनू कुमार (29) की जान चली गई। मोनू, जो डिलारी थाने में तैनात थे और मूल रूप से ग्राम बेहटा हाजीपुर, लोनी बॉर्डर, गाजियाबाद के निवासी थे, रात्रि गश्त पर थे। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, वह अपने साथी सिपाही के साथ बढ़ेरा के जंगल क्षेत्र में तेली की पुलिया के पास गश्त कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कुछ लोगों को बाढ़ के पानी में मछली पकड़ते देखा। पानी का तेज बहाव देखकर उन्होंने लोगों को वहां से हटाया, लेकिन जाल निकालने के प्रयास में उनका पैर फिसल गया और वे गहरे पानी में बह गए। साथी सिपाही ने तुरंत थाने और उच्चाधिकारियों को सूचना दी, लेकिन तेज बहाव ने बचाव को मुश्किल बना दिया।
एनडीआरएफ का सघन तलाशी अभियान
सिपाही मोनू के लापता होने की खबर मिलते ही स्थानीय पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें तुरंत हरकत में आईं। करीब 24 घंटे तक चले सघन रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ ने अत्याधुनिक उपकरणों और स्थानीय गोताखोरों की मदद से तलाश जारी रखी। तेज बहाव और गहरे पानी के कारण अभियान में भारी चुनौतियां आईं। आखिरकार, दूसरे दिन सिपाही मोनू का शव बरामद किया गया