बुधवार को कहां-कहां बरसा पानी?
उत्तर प्रदेश में मानसून ने एक बार फिर जोर पकड़ लिया है। बुधवार को पूर्वी और तराई इलाकों में जमकर बारिश हुई, जिसने कई जिलों को तरबतर कर दिया। महाराजगंज, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर में मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई। सिद्धार्थ नगर में 77 मिमी बारिश हुई, जो इस मानसून सीजन की सबसे बड़ी बारिश में से एक है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र, अमौसी के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि पूर्वी यूपी और तराई में बुधवार को अच्छी बारिश हुई, और अब मानसून का रुख पश्चिमी यूपी की ओर बढ़ रहा है। गुरुवार और शुक्रवार (14-15 अगस्त) को पश्चिमी यूपी में भारी बारिश की संभावना है। इस दौरान लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि बारिश के साथ-साथ गरज-चमक और आकाशीय बिजली गिरने का खतरा भी बना हुआ है।
ऑरेंज और यलो अलर्ट: इन जिलों में भारी बारिश का अनुमान
मौसम विभाग ने पश्चिमी यूपी के सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर और बिजनौर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में गुरुवार को भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। भारी बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव, यातायात में रुकावट और अन्य समस्याएं हो सकती हैं। लोगों को घर से बाहर निकलते समय सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। इसके अलावा, 19 अन्य जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है, जहां मध्यम से भारी बारिश की संभावना है। इनमें लखीमपुर खीरी, हरदोई, फरुखाबाद, कन्नौज, कासगंज, मैनपुरी, इटावा, औरैया, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं, जालौन, झांसी और ललितपुर शामिल हैं। मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और जरूरी सावधानी बरतने की अपील की है।
गरज-चमक और आकाशीय बिजली का खतरा
मौसम विभाग ने 36 जिलों में गरज-चमक के साथ आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है। इनमें बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फरुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, एटा, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर और संभल जैसे जिले शामिल हैं। आकाशीय बिजली से बचने के लिए लोगों को पेड़ों के नीचे न खड़े होने, बिजली के उपकरणों से दूर रहने और खुले मैदानों में जाने से बचने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने प्रशासन को भी अलर्ट रहने और आपदा प्रबंधन की तैयारियां करने का निर्देश दिया है।