ज्योति मल्होत्रा: यूट्यूब की चमक से जासूसी के अंधेरे तक, कितना था कमाई का राज?

हरियाणा के हिसार की एक साधारण सी लड़की, ज्योति मल्होत्रा, ने अपने यूट्यूब चैनल ‘ट्रैवल विद जो’ के जरिए लाखों लोगों का दिल जीता। लेकिन हाल ही में उनकी गिरफ्तारी ने सबको हैरान कर दिया। उन पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का गंभीर आरोप लगा है। आखिर कौन हैं ज्योति मल्होत्रा, और कैसे एक ट्रैवल व्लॉगर की जिंदगी ने लिया ऐसा खतरनाक मोड़? 

छोटे शहर से यूट्यूब की दुनिया तक

ज्योति मल्होत्रा हिसार की न्यू अग्रसेन कॉलोनी की रहने वाली हैं। उनके पिता, हरीश मल्होत्रा, ने बताया कि ज्योति ने दिल्ली में 20-25 हजार रुपये की नौकरी की, लेकिन कोविड के बाद वह हिसार लौट आईं। यहीं से शुरू हुआ उनका यूट्यूब करियर। ‘ट्रैवल विद जो’ चैनल पर उन्होंने भारत के खूबसूरत स्थानों जैसे मनाली, जयपुर और कश्मीर के वीडियो बनाए। धीरे-धीरे उनकी लोकप्रियता बढ़ी, और आज उनके चैनल पर 3.78 लाख सब्सक्राइबर्स हैं। इंस्टाग्राम पर 1.33 लाख और फेसबुक पर 3.21 लाख फॉलोअर्स के साथ, ज्योति एक चर्चित (influencer) बन चुकी थीं।

यूट्यूब से कितनी थी कमाई?

ज्योति की कमाई का मुख्य स्रोत उनका यूट्यूब चैनल था। अनुमान के मुताबिक, हर 1,000 व्यूज पर यूट्यूब 80-240 रुपये देता है। अगर ज्योति के वीडियो पर औसतन 50,000 व्यूज आते थे और वह महीने में 10 वीडियो पोस्ट करती थीं, तो उनकी मासिक कमाई 40,000 से 1.20 लाख रुपये के बीच हो सकती थी। इसके अलावा, (sponsorships) और ब्रांड डील्स से भी उन्हें मोटी रकम मिलती थी। ट्रैवल गियर, होटल्स, और एयरलाइंस जैसी कंपनियां उन्हें स्पॉन्सर करती थीं। एक स्पॉन्सर्ड पोस्ट के लिए वह 20,000 से 50,000 रुपये चार्ज करती थीं। इस तरह, उनकी कुल मासिक आय 80,000 से 2.7 लाख रुपये तक हो सकती थी। उनकी अनुमानित (net worth) 15 से 40 लाख रुपये के बीच बताई जाती है।

पाकिस्तान यात्रा और जासूसी के आरोप

ज्योति की जिंदगी में ट्विस्ट तब आया जब उन्होंने पाकिस्तान की यात्रा की। 2023 में वह वीजा के लिए दिल्ली में पाकिस्तान हाई कमीशन गईं, जहां उनकी मुलाकात एक अधिकारी, एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश, से हुई। आरोप है कि दानिश ने उनकी पाकिस्तान यात्रा का खर्च उठाया और उन्हें खुफिया एजेंट्स से मिलवाया। ज्योति ने तीन बार पाकिस्तान का दौरा किया, जिसमें दो बार सिख श्रद्धालुओं के साथ और एक बार करतारपुर साहिब के लिए। उनके वीडियो, जैसे ‘पाकिस्तान में भारतीय लड़की’ और ‘लाहौर की खोज’, काफी लोकप्रिय हुए। लेकिन जांच एजेंसियों का कहना है कि इन यात्राओं के दौरान ज्योति ने संवेदनशील जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI को दी। वह व्हाट्सएप, स्नैपचैट, और टेलीग्राम जैसे (encrypted platforms) के जरिए ISI एजेंट्स के संपर्क में थीं।

गिरफ्तारी और कानूनी कार्रवाई

17 मई 2025 को हरियाणा पुलिस ने ज्योति को आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया। उनके साथ पंजाब और हरियाणा से पांच अन्य लोग भी पकड़े गए, जिन पर पाकिस्तान के लिए जासूसी का आरोप है। पुलिस ने ज्योति का लैपटॉप और मोबाइल जब्त किया, और उनकी पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। ज्योति ने कबूल किया कि वह पाकिस्तानी अधिकारी दानिश और अन्य एजेंट्स के संपर्क में थीं। उनकी गिरफ्तारी के बाद यूट्यूब चैनल की (monetization) अस्थायी रूप से बंद हो सकती है, जिससे उनकी आय पर गहरा असर पड़ सकता है।

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