पंडित अनिल शर्मा: उत्तर प्रदेश के जनपद मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा में सोमवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां पति-पत्नी के आपसी विवाद में पति ने अपनी पत्नी मंतशा की गला घोटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी पति फरार हो गया। मृतका के पिता इरशाद अली ने उसी दिन पुलिस को तहरीर देकर मामला दर्ज करने की मांग की थी, लेकिन मंगलवार की शाम तक पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न होने से परिजनों और रिश्तेदारों का गुस्सा फूट पड़ा। भारी संख्या में लोग कोतवाली पहुंचे और पुलिस पर हत्या के आरोपी से साठगांठ का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया।
हंगामे के दौरान परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया और पूछा कि सोमवार को दी गई तहरीर का क्या हुआ। पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह समझा-बुझाकर स्थिति को शांत करने की कोशिश की और परिजनों से दूसरी तहरीर देने को कहा, जिससे परिजन और भड़क गए। घंटों चले हंगामे के बाद कोतवाली प्रभारी जसपाल सिंह ग्वाल ने परिजनों को शांत किया और दूसरी तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करने का आश्वासन दिया।
दहेज उत्पीड़न का गंभीर आरोप, परिवार ने बताई आपबीती
मृतका मंतशा के पिता इरशाद अली ने दूसरी तहरीर में बताया कि उनकी बेटी की शादी 26 जनवरी 2025 को वार्ड नंबर 16 निवासी फारूक, पुत्र रईस अहमद, के साथ मुस्लिम रीति-रिवाजों के अनुसार हुई थी। शादी के कुछ समय बाद ही फारूक, उसका भाई शरीफ अहमद, पिता रईस अहमद और माता अनीशा ने मंतशा के साथ दहेज की मांग को लेकर मारपीट, गाली-गलौज और उत्पीड़न शुरू कर दिया। इरशाद अली ने बताया कि कई बार उनके दामाद और उसके परिजनों को समझाने की कोशिश की गई, लेकिन उनकी दहेज की मांग कम नहीं हुई।
इरशाद ने अपनी तहरीर में आरोप लगाया कि 21 जुलाई 2025 को फारूक, उसके भाई, माता-पिता और अन्य परिजनों ने मिलकर आपराधिक साजिश रची और मंतशा की गला घोटकर हत्या कर दी। सूचना मिलने पर जब परिवार और रिश्तेदार मौके पर पहुंचे, तो सभी आरोपी फरार हो चुके थे। मंतशा को अचेत अवस्था में पाया गया, उसके गले पर निशान थे। परिजन उसे तुरंत निजी अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, जांच शुरू
लंबे हंगामे और परिजनों के दबाव के बाद कोतवाली प्रभारी जसपाल सिंह ग्वाल ने तहरीर के आधार पर फारूक, उसके भाई शरीफ अहमद, पिता रईस अहमद और माता अनीशा के खिलाफ हत्या और दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज किया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और फरार आरोपियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। इस घटना ने स्थानीय स्तर पर दहेज उत्पीड़न और महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मुद्दे को फिर से चर्चा में ला दिया है। परिजनों ने मांग की है कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाए।