गाजियाबाद कविनगर क्षेत्र में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जहां अग्नि को साक्षी मानकर सात जन्मों तक साथ निभाने की कसम खाने वाले इंजीनियर दंपती हनीमून पर गए पति-पत्नी के बीच अलगाव का फैसला 12 नवंबर 2024 को कविनगर की एक युवती की शादी शास्त्रीनगर के एक युवक से हुई थी। दोनों इंजीनियर हैं और अलग-अलग कंपनियों में नौकरी करते हैं। शादी के दो दिन बाद, 14 नवंबर को युवती को पति के पैतृक गांव बुलंदशहर ले जाया गया। इसके बाद 16 नवंबर को दोनों हनीमून के लिए कश्मीर रवाना हुए। लेकिन मात्र 17 दिनों में ही इस रिश्ते की डोर टूट गई। युवती ने पति, ससुर, सास और ननद के खिलाफ महिला थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
हनीमून पर पति की बेरुखी ने खोला राज
हनीमून के दौरान युवती ने देखा कि पति उससे दूरी बनाए हुए है और नाखुश दिख रहा है। पति ने न तो हनीमून के खर्च के लिए पैसे दिए और न ही कोई सामान खरीदा। युवती का आरोप है कि उसने अपने भाई से 70 हजार रुपये उधार लेकर हनीमून का खर्च उठाया। पति का अलग-थलग व्यवहार देखकर युवती ने उससे पूछा कि क्या वह उसे पसंद नहीं करता। इस पर पति ने चौंकाने वाला खुलासा किया कि वह पिछले आठ वर्षों से अपनी एक महिला मित्र के संपर्क में है और केवल उसी से प्यार करता है। उसने साफ कहा कि उसके मन में पत्नी के लिए कोई भावनाएं नहीं हैं। इस जवाब ने युवती को झकझोर दिया और उसने अलग होने का फैसला लिया।
महिला थाने में मुकदमा दर्ज
कश्मीर से लौटने के बाद युवती ने अपने परिजनों से यह दुख साझा किया। इसके बाद उसने पति, ससुर, सास और ननद के खिलाफ कविनगर के महिला थाने में शिकायत दर्ज की। युवती का आरोप है कि पति ने उससे भावनात्मक और मानसिक रूप से प्रताड़ना की। उसने दावा किया कि पति ने उसकी भावनाओं को ठेस पहुंचाई और शादी के इतने कम समय में ही रिश्ता तोड़ने का फैसला कर लिया। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। यह घटना न केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि समाज में रिश्तों की नाजुकता को भी दर्शाती है। इस मामले ने यह सवाल खड़ा किया है कि क्या आधुनिक युग में रिश्तों की नींव इतनी कमजोर हो चुकी है कि वह कुछ ही दिनों में टूट जाती है। पुलिस का कहना है कि मामले की गहन जांच की जा रही है और जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी।