दिल्ली के निजामुद्दीन स्टेशन इलाके में गुरुवार देर रात एक सनसनीखेज हत्याकांड ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया। मशहूर अभिनेत्री हुमा कुरैशी के कजिन भाई आसिफ कुरैशी की निर्मम हत्या कर दी गई। इस घटना ने हुमा और उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। हैरानी की बात यह है कि इस हत्या की वजह एक मामूली पार्किंग विवाद बताया जा रहा है। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों, उज्जवल और गौतम, को गिरफ्तार कर लिया है, जो महज 18 और 19 साल के हैं। आइए, इस हत्याकांड की पूरी कहानी को विस्तार से जानते हैं।
आसिफ कुरैशी: कौन थे और क्या करते थे?
42 वर्षीय आसिफ कुरैशी दिल्ली में अपने परिवार के साथ रहते थे और चिकन सप्लाई का बिजनेस चलाते थे। वे दिल्ली के कई लोकल रेस्टोरेंट्स को चिकन की आपूर्ति करते थे। उनकी जिंदगी सामान्य थी, लेकिन पड़ोसियों के साथ उनकी पुरानी रंजिश इस हत्याकांड की जड़ बन गई। आसिफ का नाम पहले भी कुछ छोटे-मोटे विवादों में सामने आ चुका था, लेकिन इस बार एक छोटा-सा झगड़ा उनकी जान ले गया। पड़ोसियों के अनुसार, आसिफ का स्वभाव मिलनसार था, लेकिन कुछ लोगों के साथ उनकी अनबन पुरानी थी। इस हत्याकांड ने उनके परिवार और आसपास के लोगों को स्तब्ध कर दिया है।
हत्यारे पड़ोसी और पुरानी दुश्मनी
आसिफ की हत्या के आरोपी उज्जवल और गौतम, जो आपस में भाई हैं, उनके पड़ोसी थे। पुलिस रिपोर्ट्स के अनुसार, यह कोई पहली बार नहीं था जब आसिफ का इन दोनों से झगड़ा हुआ। नवंबर 2024 में इनके बीच तीखी कहासुनी हो चुकी थी, और कई बार छोटी-मोटी नोकझोंक भी होती रहती थी। इस बार पार्किंग को लेकर हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों भाइयों ने मिलकर आसिफ की जान ले ली। घटना के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया। प्रारंभिक जांच में पता चला कि यह हत्या पुरानी रंजिश और गुस्से का परिणाम थी। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
आसिफ की निजी जिंदगी और विवाद
आसिफ की निजी जिंदगी भी चर्चा का विषय रही। उन्होंने दो शादियां की थीं। पहली शादी के बाद बिना तलाक लिए, साल 2018 में उन्होंने दूसरी शादी रचाई। उनकी दूसरी पत्नी का नाम साइनाज कुरैशी था, लेकिन यह उनका असली नाम नहीं था। साइनाज का असली नाम रेणुका जॉन था, और वे ईसाई धर्म से थीं। आसिफ और रेणुका के बीच प्यार हुआ, लेकिन आसिफ ने शादी से पहले रेणुका के सामने धर्म परिवर्तन की शर्त रखी। रेणुका ने इस शर्त को मान लिया और अपना धर्म बदलकर शादी की, जिसके बाद उन्होंने अपना नाम साइनाज कुरैशी रख लिया। इस शादी ने आसिफ को कुछ सामाजिक विवादों में घेरा था। उनकी निजी जिंदगी के ये पहलू भी इस हत्याकांड के बाद चर्चा में आ गए हैं।
इस हत्याकांड ने न केवल हुमा कुरैशी के परिवार को सदमे में डाला, बल्कि समाज में कई सवाल भी खड़े किए। आखिर एक छोटा-सा पार्किंग विवाद किसी की जान कैसे ले सकता है? क्या पुरानी रंजिश को खत्म करने का कोई और रास्ता नहीं था? पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है, और जल्द ही इस हत्याकांड के पीछे की पूरी सच्चाई सामने आने की उम्मीद है।