मुरादाबाद में लगातार तीन दिनों तक हुई मूसलadhar बारिश ने रामगंगा नदी को उफान पर ला दिया है। शुक्रवार को कटघर रेलवे पुल पर नदी का जलस्तर खतरे के निशान 190.60 मीटर को पार कर गया और शाम तक 191.02 मीटर तक पहुंच गया, जो खतरे के स्तर से 42 सेंटीमीटर अधिक है। दिन के समय जलस्तर 191.22 मीटर तक दर्ज किया गया था, हालांकि शाम होते-होते इसमें मामूली कमी देखी गई। इस स्थिति ने जिला प्रशासन और स्थानीय निवासियों में चिंता बढ़ा दी है। रामगंगा के इस उफान ने जिले के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी है।
75 गांवों में जल संकट, तटीय इलाकों में भी पानी
भारी बारिश और रामगंगा के उफान का असर जिले के 75 गांवों में स्पष्ट दिखाई दे रहा है। इन गांवों में नदी का पानी घुस चुका है, जिससे फसलों, घरों और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है। शहर के तटीय मोहल्लों जैसे आशियाना, नवाबपुरा, लालबाग, बरवलान, वारसी नगर और जामा मस्जिद पुल क्षेत्र में भी पानी भर गया है। ताजपुर माफी इलाके में हाईवे पर पानी जमा होने के कारण जामा मस्जिद पुल के रास्ते यातायात को पूरी तरह रोक दिया गया है। इससे लोगों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं। जिलाधिकारी अनुज सिंह के निर्देश पर सदर तहसील के उप जिलाधिकारी डॉ. राममोहन मीना ने अपनी टीम के साथ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। निचले इलाकों के लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गई है।
अन्य नदियों में भी जलस्तर बढ़ा, प्रशासन सतर्क
रामगंगा के अलावा जिले की अन्य नदियों में भी जलस्तर में वृद्धि देखी गई है। उधर, कालागढ़ में रामगंगा का जलस्तर 347.800 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान 365.300 मीटर से कम है, और यहां डिस्चार्ज शून्य रहा। वहीं, गागन नदी का जलस्तर मुरादाबाद में 189.80 मीटर तक पहुंच गया, जो इसके खतरे के निशान 192.28 मीटर से थोड़ा नीचे है। जिलाधिकारी अनुज सिंह ने लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। नदियों के जलस्तर पर निरंतर नजर रखी जा रही है और बाढ़ चौकियां सक्रिय कर दी गई हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है।