सऊदी अरब में कमाने गए चालक की 2 जून की रात दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। उसने रात करीब एक बजे पत्नी से ठीक ठाक बात की थी। उसकी 15 जून को वापसी थी। वापसी की जगह शुक्रवार को उसका शव घर पहुंचा।
कोतवाली के ग्राम शरीफ नगर निवासी नईम अहमद पुत्र स्व. मेहंदी हसन लगभग दो वर्ष पूर्व सऊदी अरब कमाने गया था। वह दमाम की कम्पनी में वाहन चालक की नौकरी कर रहा था। 2 जून की रात उसने पानी पत्नी भूरी और बच्चों से ठीक ठाक बात की थी। बातचीत के दौरान शरीर मे बेचैनी बताई थी।
इसके बाद वह फोन काटकर सो गया था। सुबह नईम के चाचा कारी इरशाद अली के मोबाइल पर उसके रूम पार्टनर ने नईम की मौत की सूचना दी थी। उसके चाचा अब्दुल कलाम ने बताया कि नईम की 2 वर्ष पूर्ण होने पर 15 जून को वापसी थी। इससे पहले ही उसकी मौत हो गई।
शुक्रवार को नईम का शव घर पहुंचा तो परिवार में कोहराम मच गया। शव के साथ सऊदी अरब में ही नौकरी कर रहा छोटा भाई आया है। शव के घर पहुंचते ही पत्नी और बच्चों का रोते बिलखते बुरा हाल था। अंतिम दर्शन के लिए ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। नईम की मौत पर सभी की आंख नाम थी। असर की नमाज के बाद शव को ईदगाह कब्रिस्तान में दफन किया गया है।