मर्दाना कमजोरी: एक बढ़ती समस्या, आज से ही खाना शुरू करें ये 2 चीजें

आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में, पुरुषों में शारीरिक और मानसिक कमजोरी की समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। अनियमित दिनचर्या, तनाव, गलत खानपान और पोषक तत्वों की कमी इसके प्रमुख कारण हैं। कई पुरुष न केवल शारीरिक कमजोरी से जूझ रहे हैं, बल्कि इससे उनके वैवाहिक जीवन और आत्मविश्वास पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, खराब जीवनशैली के कारण पुरुषों में हृदय रोग, मधुमेह और प्रजनन संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं। ऐसे में, प्राकृतिक और पौष्टिक खाद्य पदार्थों का सेवन पुरुषों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इस लेख में, हम दो ऐसे शक्तिशाली खाद्य पदार्थों—अलसी के बीज और गाजर—के फायदों पर चर्चा करेंगे, जो पुरुषों की सेहत को नई दिशा दे सकते हैं।

अलसी के बीज: पोषण का पावरहाउस

अलसी के बीज, जिन्हें फ्लैक्ससीड्स भी कहा जाता है, एक छोटा सा बीज है जो पोषक तत्वों का खजाना है। ये बीज ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर, प्रोटीन और लिग्नन्स से भरपूर होते हैं। पुरुषों के लिए अलसी के बीज विशेष रूप से फायदेमंद हैं क्योंकि ये हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं और टेस्टोस्टेरोन के स्तर को संतुलित करने में मदद करते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, अलसी के बीज में मौजूद लिग्नन्स पुरुषों में प्रोस्टेट स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक होते हैं। इसके अलावा, ये बीज पाचन तंत्र को मजबूत करते हैं और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। अलसी के बीज को अपनी डाइट में शामिल करने के लिए, आप इन्हें स्मूदी, दही या सलाद में मिला सकते हैं। रोजाना 1-2 चम्मच अलसी के बीज का सेवन आपके शरीर को ऊर्जा से भर देगा और मर्दाना कमजोरी को दूर करने में मदद करेगा।

गाजर: सेहत का रंगीन खजाना

गाजर न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि पुरुषों के स्वास्थ्य के लिए भी एक वरदान है। गाजर में बीटा-कैरोटीन, विटामिन ए, विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। ये पोषक तत्व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और शारीरिक कमजोरी को दूर करते हैं। गाजर का नियमित सेवन पुरुषों में रक्त संचार को बेहतर बनाता है, जो वैवाहिक जीवन को सुखमय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अलावा, गाजर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स पुरुषों में प्रजनन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। आप गाजर को सलाद, जूस या सब्जी के रूप में अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। रोजाना एक गाजर खाने से आपकी त्वचा, आंखें और समग्र स्वास्थ्य में सुधार होगा।

स्वस्थ जीवनशैली के लिए आसान टिप्स

अलसी के बीज और गाजर को अपनी डाइट में शामिल करने के साथ-साथ, पुरुषों को अपनी जीवनशैली में कुछ अन्य बदलाव भी करने चाहिए। नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद और तनाव प्रबंधन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा, प्रोसेस्ड फूड, जंक फूड और अत्यधिक शराब के सेवन से बचना चाहिए। पानी का पर्याप्त सेवन और नियमित स्वास्थ्य जांच भी जरूरी हैं। अलसी के बीज और गाजर जैसे प्राकृतिक खाद्य पदार्थों को अपनी दिनचर्या में शामिल करके और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर, पुरुष न केवल शारीरिक रूप से मजबूत बन सकते हैं, बल्कि अपने आत्मविश्वास और वैवाहिक जीवन को भी बेहतर बना सकते हैं। प्रकृति के इन अनमोल उपहारों का लाभ उठाएं और अपने स्वास्थ्य को लोहे जैसा मजबूत बनाएं।

कम वजन की समस्या: क्या है इसका कारण?

दुनिया भर में जहां मोटापा एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या बन चुका है, वहीं कम वजन या दुबलापन भी कई लोगों के लिए परेशानी का सबब है। कम वजन होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे तेज मेटाबॉलिज्म, अपर्याप्त पोषण, तनाव, अनुवांशिक कारण, या कोई अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्या। कई लोग प्रोटीन युक्त आहार लेते हैं और जिम में घंटों मेहनत करते हैं, लेकिन फिर भी वजन बढ़ाने में असफल रहते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, सही दृष्टिकोण और नियमित दिनचर्या के साथ वजन बढ़ाना संभव है। आइए, कुछ प्रभावी और प्राकृतिक उपायों पर नजर डालें, जो सिर्फ एक हफ्ते में आपके वजन को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।

प्रोटीन और कैलोरी से भरपूर आहार लें

वजन बढ़ाने का पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम है अपने आहार में कैलोरी और प्रोटीन की मात्रा बढ़ाना। अपने रोजाना के भोजन में उच्च कैलोरी वाले खाद्य पदार्थ जैसे दूध, मक्खन, घी, मूंगफली, बादाम, काजू, और केले शामिल करें। सुबह के नाश्ते में दूध के साथ मूसली, ओट्स, या पराठे खाएं। दोपहर और रात के भोजन में दाल, चावल, रोटी, और हरी सब्जियों के साथ घी का उपयोग करें। प्रोटीन के लिए अंडे, पनीर, सोयाबीन, और चिकन जैसे खाद्य पदार्थ शामिल करें। दिन में 5-6 छोटे-छोटे भोजन लेना बेहतर है, ताकि शरीर को लगातार ऊर्जा और पोषण मिलता रहे। इसके अलावा, घर पर बने प्रोटीन शेक, जैसे केला और बादाम के साथ दूध का शेक, वजन बढ़ाने में बहुत प्रभावी हो सकता है।

व्यायाम और मांसपेशियों का निर्माण

केवल खाने से वजन बढ़ाना पर्याप्त नहीं है; सही व्यायाम भी जरूरी है। जिम में वेट लिफ्टिंग और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग पर ध्यान दें, जो मांसपेशियों को मजबूत करने और वजन बढ़ाने में मदद करते हैं। स्क्वाट्स, डेडलिफ्ट्स, और बेंच प्रेस जैसे व्यायाम मांसपेशियों के निर्माण में सहायक हैं। अगर जिम जाना संभव न हो, तो घर पर पुश-अप्स, डंबल एक्सरसाइज, और योग जैसे सूर्य नमस्कार भी लाभकारी हैं। सप्ताह में कम से कम 4-5 दिन 30-45 मिनट का व्यायाम करें। ध्यान रखें कि व्यायाम के बाद पर्याप्त आराम और पोषण लेना जरूरी है, ताकि मांसपेशियां ठीक हो सकें और बढ़ सकें।

घरेलू नुस्खे और जीवनशैली में बदलाव

कुछ आसान घरेलू नुस्खे भी वजन बढ़ाने में कारगर हो सकते हैं। रोजाना रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच अश्वगंधा पाउडर और शहद मिलाकर पिएं। यह मेटाबॉलिज्म को संतुलित करता है और मांसपेशियों के विकास में मदद करता है। इसके अलावा, खजूर और किशमिश को दूध में उबालकर खाना भी फायदेमंद है। तनाव और नींद की कमी वजन बढ़ाने में बाधा डाल सकती हैं, इसलिए 7-8 घंटे की अच्छी नींद और तनावमुक्त रहना जरूरी है। ध्यान और प्राणायाम जैसी तकनीकें तनाव को कम करने में मददगार हो सकती हैं। पर्याप्त पानी पीना और धूम्रपान या शराब से बचना भी वजन बढ़ाने की प्रक्रिया को तेज करता है।

धैर्य और निरंतरता: सफलता की कुंजी

वजन बढ़ाना एक रात की प्रक्रिया नहीं है; इसमें समय, धैर्य, और निरंतरता की जरूरत होती है। अपने आहार और व्यायाम की दिनचर्या को नियमित रूप से फॉलो करें। हर हफ्ते अपने वजन की जांच करें और प्रगति को नोट करें। अगर एक हफ्ते में कोई खास बदलाव न दिखे, तो निराश न हों। अपने आहार में और कैलोरी बढ़ाएं या किसी पोषण विशेषज्ञ से सलाह लें। यह भी सुनिश्चित करें कि कोई स्वास्थ्य समस्या, जैसे थायरॉइड या पाचन संबंधी दिक्कत, आपके वजन बढ़ाने में बाधा तो नहीं डाल रही। इन उपायों को अपनाकर आप न केवल वजन बढ़ा सकते हैं, बल्कि स्वस्थ और आत्मविश्वास से भरा जीवन भी जी सकते हैं।

दही खाते वक्त ये 5 चीज़ें भूलकर भी न खाएं, हो सकता है जानलेवा नुकसान

दही, भारतीय रसोई का एक अहम हिस्सा, न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। यह पाचन को बेहतर करता है, पेट को ठंडक देता है और कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ खाद्य पदार्थों के साथ दही का सेवन आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है? जी हाँ, कुछ गलत खाद्य संयोजनों से दही का सेवन नुकसानदायक हो सकता है। आइए, इस लेख में हम आपको बताते हैं कि दही के साथ किन चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए ताकि आपकी सेहत बनी रहे।

दही और इन खाद्य पदार्थों का मेल: क्यों है खतरनाक?

आयुर्वेद के अनुसार, दही का ठंडा गुण कुछ खाद्य पदार्थों के साथ मेल नहीं खाता। कुछ संयोजन शरीर में विषाक्तता (टॉक्सिन्स) पैदा कर सकते हैं, जिससे पाचन संबंधी समस्याएँ, त्वचा की परेशानियाँ और अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं। यहाँ हम कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें दही के साथ खाने से बचना चाहिए।

1. दही और मछली: एक खतरनाक जोड़ी
दही और मछली का संयोजन आयुर्वेद में वर्जित माना जाता है। मछली का गर्म तासीर और दही का ठंडा गुण एक साथ मिलकर शरीर में असंतुलन पैदा कर सकता है। इससे त्वचा पर चकत्ते, एलर्जी या पाचन तंत्र में गड़बड़ी जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस संयोजन से शरीर में टॉक्सिन्स बन सकते हैं, जो लंबे समय में नुकसानदायक हो सकते हैं।

2. दही के साथ दूध: गलत संयोजन
कई लोग दही को दूध के साथ मिलाकर पीते हैं, जैसे कि लस्सी या स्मूदी में। लेकिन आयुर्वेद के अनुसार, दही और दूध का एक साथ सेवन पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है। यह संयोजन पेट में भारीपन, गैस और अपच जैसी समस्याएँ पैदा कर सकता है। यदि आप लस्सी पीना पसंद करते हैं, तो इसे बनाने के लिए ताज़ा दही का उपयोग करें और दूध की मात्रा कम रखें।

3. दही और उड़द दाल: पाचन पर भारी
उड़द दाल, जो भारतीय व्यंजनों में खूब इस्तेमाल होती है, दही के साथ खाने से बचना चाहिए। यह संयोजन पाचन को धीमा कर सकता है और पेट में सूजन या गैस की समस्या पैदा कर सकता है। आयुर्वेद के अनुसार, उड़द दाल का भारी और गर्म गुण दही के ठंडे गुण के साथ टकराता है, जिससे शरीर में असंतुलन पैदा होता है।

4. दही के साथ फल: सावधानी बरतें
कई लोग दही में फल मिलाकर खाना पसंद करते हैं, लेकिन कुछ फलों के साथ दही का मेल नुकसानदायक हो सकता है। खट्टे फल जैसे नींबू, संतरा और अनानास दही के साथ मिलाने से पेट में अम्लता बढ़ सकती है। इसके अलावा, केला और दही का संयोजन भी पाचन को प्रभावित कर सकता है, क्योंकि यह शरीर में टॉक्सिन्स को बढ़ावा देता है। यदि आप फल के साथ दही खाना चाहते हैं, तो सेब या अनार जैसे कम अम्लीय फल चुनें।

5. दही और तेल-मसाले: संतुलन बनाए रखें
दही को तेल से बने भारी भोजन, जैसे तली हुई चीजों या मसालेदार ग्रेवी के साथ खाने से बचें। यह संयोजन पाचन तंत्र पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है और अपच, जलन या भारीपन की समस्या पैदा कर सकता है। यदि आप दही को रायता के रूप में खा रहे हैं, तो हल्के मसाले और ताज़ा सामग्री का उपयोग करें।

दही का सही तरीके से सेवन कैसे करें?

दही को अपनी डाइट में शामिल करने का सबसे अच्छा तरीका है इसे सही समय और सही संयोजन के साथ खाना। आयुर्वेद के अनुसार, दही को दोपहर के समय खाना सबसे अच्छा होता है, क्योंकि इस समय पाचन तंत्र सबसे मजबूत होता है। इसके अलावा, दही को हमेशा ताज़ा और कमरे के तापमान पर खाना चाहिए। बहुत ठंडा दही पाचन को प्रभावित कर सकता है। दही में हल्का नमक, जीरा पाउडर या पुदीना मिलाकर खाने से इसका स्वाद और फायदा दोनों बढ़ जाते हैं।

पीरियड्स के दौरान ये 5 गलतियाँ पड़ सकती हैं भारी, महिलाएं अभी जान लें!

मासिक धर्म (Periods) हर महिला के जीवन का एक स्वाभाविक हिस्सा है, लेकिन यह समय कई बार शारीरिक और मानसिक चुनौतियों के साथ आता है। पेट में तेज दर्द, थकान, चिड़चिड़ापन और मूड स्विंग्स इस दौरान आम बात हैं। यह वह समय होता है जब शरीर में हार्मोनल बदलाव (Hormonal Changes) होते हैं, जिसके कारण महिलाएं कई बार असहज महसूस करती हैं। लेकिन क्या आप जानती हैं कि इस दौरान की गई कुछ गलतियां आपकी सेहत को और नुकसान पहुंचा सकती हैं? इस लेख में हम आपको बताएंगे कि Periods के दौरान किन गलतियों से बचना चाहिए और कैसे आप अपनी सेहत का बेहतर ख्याल रख सकती हैं। यह जानकारी आपके लिए न केवल उपयोगी होगी, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेगी कि आप इस समय को स्वस्थ और आरामदायक तरीके से बिता सकें।

मासिक धर्म में शारीरिक परिश्रम से बचें

Periods के दौरान पेट दर्द (Menstrual Cramps) और थकान एक आम समस्या है। ऐसे में भारी सामान उठाना या अत्यधिक शारीरिक मेहनत करना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस दौरान शरीर को आराम की जरूरत होती है। भारी वजन उठाने से पेट दर्द बढ़ सकता है और शरीर पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है। इसलिए, इस समय हलकी-फुलकी सैर या योग जैसी गतिविधियां करें, लेकिन भारी व्यायाम या मेहनत से बचें।

शारीरिक संबंध बनाने से करें परहेज

कई लोगों में यह मिथक है कि Periods के दौरान शारीरिक संबंध (Physical Intimacy) बनाने से गर्भधारण (Pregnancy) का खतरा नहीं होता। यह पूरी तरह गलत है! मासिक धर्म के दौरान भी गर्भधारण की संभावना रहती है। इसके अलावा, इस समय योनि में बैक्टीरिया के कारण संक्रमण (Infection Risk) का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए, सेहत और स्वच्छता के लिहाज से इस दौरान शारीरिक संबंध बनाने से बचना चाहिए।

तंग कपड़ों से रहें दूर

कई महिलाएं फैशन के चक्कर में Periods के दौरान तंग कपड़े (Tight Clothes) पहनती हैं, लेकिन यह उनकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। तंग कपड़े पहनने से रक्त संचार प्रभावित हो सकता है और पेट दर्द में वृद्धि हो सकती है। इसके बजाय, ढीले-ढाले और आरामदायक कपड़े (Comfortable Clothing) चुनें, जैसे कि कॉटन के कपड़े, जो त्वचा को सांस लेने में मदद करते हैं और आपको आराम प्रदान करते हैं।

Coffee Side disadvantages : स्वास्थ्य के लिए फायदे या नुकसान? एक्सपर्ट की राय

Coffee Side disadvantages :  लोकप्रिय कॉफी क्या सेहत के लिहाज से सही है? क्या कॉफी का सेवन करना शरीर के लिए फायदेमंद है? दिनभर में कॉफी के कितने कप पी रहे हैं? इसका ध्यान देना जरूरी है? तो इसका जवाब “हां” हैं।

दरअसल, आप दिनभर में कितनी कॉफी पीते हैं, इसका ध्यान रखना जरूरी है। भले ही कॉफी पीने के कई फायदों के बारे में आपको जानकारी हो, लेकिन हद से ज्यादा कॉफी पीना आपके लिए नुकसानदायक हो सकती है। आइए जानते हैं दिन भर में कितने कप कॉफी पीना सही? साथ ही कॉफी पीने के नुकसान भी बताने जा रहे हैं।

Coffee Side disadvantages : दिल की सेहत पर बुरा असर

अधिक कॉफी का सेवन करना कई तरह से नुकसानदायक हो सकता है, जिसका पता शायद आपको तुरंत न चले लेकिन हर दिन की आदत में अधिक कॉफी का शामिल होना सालों बाद अपना प्रभाव दिखा सकता है। एक अध्ययन में तो ये भी जानकारी दी गई है कि ज्यादा कॉफी के सेवन से दिल पर बुरा प्रभाव पड़ता है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ दिल से जुड़ी बीमारियां अधिक कॉफी पीने पर हो सकती हैं। इतना ही नहीं, हाई ब्लड प्रेशर का खतरा भी बढ़ जाता है।

Coffee Side disadvantages :  दिनभर में कितने कप कॉफी पीनी चाहिए?

अगर आप एक कॉफी लवर हैं तो दिनभर में 2 से 3 कॉफी का सेवन कर सकते हैं। हालांकि, 4 कप से ज्यादा कॉफी पीना नुकसानदायक होता है। शोधकर्ताओं के अनुसार कॉफी में कैफीन होती है जो सेहत के लिए सही नहीं है। ज्यादा कॉफी दिल की धड़कनों को तेज करती और आपमें एनर्जी उत्पन्न करती है। हालांकि, तुरंत ऊर्जावान होने के लिए कॉफी का सेवन करना दिल की धड़कनों के साथ-साथ ब्लड प्रेशर को भी बढ़ाता है जो सही नहीं है।

Coffee Side disadvantages :  कॉफी पीने के नुकसान

  1. पाचन संबंधित समस्याएं होने लगती हैं।
  2. उच्च रक्तचाप की समस्या हो सकती है।
  3. दिल से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं।
  4. गर्भावस्था के दौरान बहुत हानिकारक होती है।
  5. अधिक तनाव या एंजायटी की समस्या हो सकती है।
  6. उच्च मात्रा एसिडिटी की समस्या भी होने लगती है।

कॉफी पीने के फायदे

  1. शरीर में एनर्जी लेवल को बढ़ाता है।
  2. कैंसर के खतरे को कम करने में मददगार है।
  3. डायबिटीज के जोखिम को कम करने में मददगार है।
  4. कैलोरी बर्न करने में मददगार है।
  5. पित्त और पथरी के रोगों के जोखिम को कम करने में मददगार है।

Beauty-Tips बालों पर लगाए ये तीन चीजें, बढ़ जायेगी लम्बाई

Hair Oil For Growth: काले घने और लंबे बाल खूबसूरती में चारचांद लगा देते हैं। अगर बालों को सही से पोषण न मिले तो इसका असर लंबाई पर पड़ता है। यही वजह है कि कुछ लोग कितनी भी चीजें इस्तेमाल कर लें बाल नहीं बढ़ते हैं। बालों को महंगे तेल लगाते हैं फिर भी ग्रोथ पर असर नहीं दिखता। इसके अलावा बालों का झड़ना दूसरी सबसे बड़ी समस्या बन गई है। ज्यादातर लोग अपने बालों के पतलेपन और गंजेपन से परेशान हैं। अगर आप भी चाहते हैं कि आपके बालों की ग्रोथ अच्छी हो और बाल घने और मजबूत बनें तो घर में कुछ खास तेल बनाकर लगाएं। 

आज हम आपको 3 असरदार चीजों से बालों के लिए तेल बनाने का तरीका बता रहे हैं। इस तेल को लगाने से बालों की ग्रोथ में आप आसानी से फर्क देख पाएंगे। बालों की लंबाई बढ़ाने वाले इस तेल को आप घर में बना सकते हैं। जानिए इसके लिए क्या करना होगा?

beauty-tips : बालों की लंबाई बढ़ाने के लिए तेल 

इस तेल को तैयार करने के लिए आपको 1 छोटा बोतल मार्केट में मिलने वाला शुद्ध बादाम का तेल लेना होगा। तेल में करीब 1 चम्मच मोरिंग पाउडर मिक्स कर दें। सारी चीजों को अच्छी तरह से मिक्स कर लें। तेल को किसी बोतल में भर लें। इस बोतल को करीब 1 सप्ताह तक धूप में रखें। आप देखेंगे कि मोरिंगा पाउडर नीचे जम गया है। तेल को छन्नी से छानकर निकाल लें। अब इस तेल में कुछ बूंदे रोजमेरी तेल की मिला लें। तैयार है बालों की लंबाई बढ़ाने वाला असरदार तेल।

beauty-tips : बालों की लंबाई बढ़ाने के लिए कैसे लगाएं तेल


इस तेल को सप्ताह में कम से कम 3 बार जरूर लगाएं। बालों की जड़ों पर इस तेल की मालिश करें। इससे बालों की लंबाई में फर्क नजर आएगा। रात में तेल की अच्छी मालिश करें या फिर शैंपू करने से 1-2 घंटे पहले तेल बालों में लगा लें। इसके बाद बालों को किसी माइल्ड शैंपू से वॉश करें।

beauty-tips : बादाम रोजमेरी मोरिंगा ऑयल लगाने के फायदे


ये तेल विटामिन और बालों के लिए जरूरी पोषक तत्वों का भंडार है। बादाम के तेल में विटामिन ई होता है। जिससे बालों की लंबाई बढ़ती है। बादाम में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो रोम छिद्रों को क्लीन करते हैं। रोजमेरी ऑयस लगाने से दोमुहें बालों की समस्या दूर होती है और पोषण मिलता है। बालों का झड़ना कम होता है। वहीं मोरिंगा में फाइटोकेमिकल्स पाए जाते हैं। इसमें विटामिन सी, ए, ई, आयरन, जिंक भी होता है जो बालों की सेहत के लिए अच्छे होते हैं।

Hair Oil For Growth: काले घने और लंबे बाल खूबसूरती में चारचांद लगा देते हैं। अगर बालों को सही से पोषण न मिले तो इसका असर लंबाई पर पड़ता है। यही वजह है कि कुछ लोग कितनी भी चीजें इस्तेमाल कर लें बाल नहीं बढ़ते हैं। बालों को महंगे तेल लगाते हैं फिर भी ग्रोथ पर असर नहीं दिखता। इसके अलावा बालों का झड़ना दूसरी सबसे बड़ी समस्या बन गई है। ज्यादातर लोग अपने बालों के पतलेपन और गंजेपन से परेशान हैं। अगर आप भी चाहते हैं कि आपके बालों की ग्रोथ अच्छी हो और बाल घने और मजबूत बनें तो घर में कुछ खास तेल बनाकर लगाएं। 

आज हम आपको 3 असरदार चीजों से बालों के लिए तेल बनाने का तरीका बता रहे हैं। इस तेल को लगाने से बालों की ग्रोथ में आप आसानी से फर्क देख पाएंगे। बालों की लंबाई बढ़ाने वाले इस तेल को आप घर में बना सकते हैं। जानिए इसके लिए क्या करना होगा?

beauty-tips : बालों की लंबाई बढ़ाने के लिए तेल 


इस तेल को तैयार करने के लिए आपको 1 छोटा बोतल मार्केट में मिलने वाला शुद्ध बादाम का तेल लेना होगा। तेल में करीब 1 चम्मच मोरिंग पाउडर मिक्स कर दें। सारी चीजों को अच्छी तरह से मिक्स कर लें। तेल को किसी बोतल में भर लें। इस बोतल को करीब 1 सप्ताह तक धूप में रखें। आप देखेंगे कि मोरिंगा पाउडर नीचे जम गया है। तेल को छन्नी से छानकर निकाल लें। अब इस तेल में कुछ बूंदे रोजमेरी तेल की मिला लें। तैयार है बालों की लंबाई बढ़ाने वाला असरदार तेल।

beauty-tips : बालों की लंबाई बढ़ाने के लिए कैसे लगाएं तेल


इस तेल को सप्ताह में कम से कम 3 बार जरूर लगाएं। बालों की जड़ों पर इस तेल की मालिश करें। इससे बालों की लंबाई में फर्क नजर आएगा। रात में तेल की अच्छी मालिश करें या फिर शैंपू करने से 1-2 घंटे पहले तेल बालों में लगा लें। इसके बाद बालों को किसी माइल्ड शैंपू से वॉश करें।

beauty-tips : बादाम रोजमेरी मोरिंगा ऑयल लगाने के फायदे


ये तेल विटामिन और बालों के लिए जरूरी पोषक तत्वों का भंडार है। बादाम के तेल में विटामिन ई होता है। जिससे बालों की लंबाई बढ़ती है। बादाम में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो रोम छिद्रों को क्लीन करते हैं। रोजमेरी ऑयस लगाने से दोमुहें बालों की समस्या दूर होती है और पोषण मिलता है। बालों का झड़ना कम होता है। वहीं मोरिंगा में फाइटोकेमिकल्स पाए जाते हैं। इसमें विटामिन सी, ए, ई, आयरन, जिंक भी होता है जो बालों की सेहत के लिए अच्छे होते हैं।

शुगर के मरीज को सुबह भूलकर भी नहीं खानी चाहिए ये 3 चीजें, दवाएं भी हो जाएंगी बेअसर

Avoid These Food In Morning In Diabetes: भारत में ज्यादातर लोग नाश्ते में पराठा, पूरी, ब्रेड और जूस जैसी चीजों को शामिल करते हैं। इन चीजों को हेल्दी मानकर खाने वाले लोगों को ये जानकर हैरानी होगी कि डायबिटीज के मरीज के लिए इस तरह का नाश्ता सबसे ज्यादा खराब साबित होता है।

डायबिटीज के मरीज को सुबह उठकर इन चीजों के सेवन से दूर रहना चाहिए। अब सवाल उठता है कि डायबिटीज के मरीज नाश्ते में क्या खाएं? जिससे दिनभर उनका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहे। अगर आप सुबह उठकर ब्रेड बटर या जैम टोस्ट खाते हैं तो ये सबसे बड़ी गलती करते हैं।

न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटीशियन स्वाति सिंह की मानें तो सुबह उठकर फलों का जूस, ब्रेड, टोस्ट, शहद, पूरी परांठा और बिस्कुट जैसी चीजें का सेवन सेहत के लिए ठीक नहीं है। खासतौर से डायबिटीज के मरीज के लिए ये सबसे खराब चीजों में से एक हैं। इस तरह का खाना सुबह ही शरीर में ब्लड शुगर लेवल को हाई कर देता है। जानिए डायबिटीज के मरीज को कौन सी चीजें बिल्कुल नहीं खानी चाहिए?

डायबिटीज के मरीज नाश्ते में न खाएं ये चीजें

सफेद ब्रेड– डायबिटीज के मरीज को सुबह सफेद ब्रेड का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए। व्हाइट ब्रेड का ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी हाई होता है और ये प्रोसेस्ड फूड होने के कारण अपने सारे पोषक तत्व और फाइबर को नष्ट कर देता है। सफेद ब्रेड डायबिटीज में नुकसानदायक है।

फलों का जूस- नाश्ते में जूस पीना लोग फायदेमंद मानते हैं, लेकिन हेल्थ एक्सपर्टस ब्रेकफास्ट में जूस पीना ठीक नहीं मानते हैं। इससे शरीर में शुगर का लेवल बढ़ता है। जूस में फाइबर न के बराबर होता है। खाली पेट जूस पीना डायबिटीज में नुकसानदायक साबित होता है।

कॉर्न फ्लेक्स और मूसली- कुछ लोग नाश्ते में कॉर्न फ्लेक्स, मूसली और सेरेल्स खाते हैं। ये प्रोटीन से भरपूर हो सकते हैं लेकिन कई बार इनमें शुगर भी होती है। इसलिए खाने से पहले चेक कर लें। बिना शुगर वाले ये नाश्ता खा सकते हैं। 

इस तरह पुरुषों को नपुंसक बना सकता है मोबाइल फोन का ज्यादा इस्तेमाल, हो जाइए सावधान

मोबाइल फोन के अत्यधिक इस्तेमाल और इसे रखने के तरीकों पर किए गए एक अध्ययन में वैज्ञानिकों ने कहा कि यह प्रजनन अंगों के लिए गंभीर समस्याएं बढ़ा रहा है। पैंट की जेब में मोबाइल फोन रखने से पुरुषों के प्रजनन अंगों पर बुरा असर पड़ता है

आजकल बदलती जीवनशैली के कारण बहुत कुछ बदल गया है। हम अपना ज्यादातर काम मोबाइल फोन से करते हैं। जैसे राशन का भुगतान करना, बैलेंस चेक करना, वीडियो देखना या कई अन्य जरूरी काम, हम हमेशा अपने मोबाइल से चिपके रहते हैं।

कई अध्ययनों में स्वास्थ्य विशेषज्ञ लोगों को मोबाइल फोन के अत्यधिक इस्तेमाल से बचने की चेतावनी देते रहे हैं। इससे आंखों की समस्याओं से लेकर मानसिक स्वास्थ्य विकारों का खतरा देखा गया है। क्या मोबाइल फोन की खराबी बढ़ रही है?

मोबाइल फोन के अत्यधिक इस्तेमाल और इसे रखने के तरीकों पर किए गए एक अध्ययन में वैज्ञानिकों ने कहा कि यह प्रजनन अंगों के लिए गंभीर समस्याएं बढ़ा रहा है। पैंट की जेब में मोबाइल फोन रखने से पुरुषों के प्रजनन अंगों पर बुरा असर पड़ता है, जिससे आगे चलकर नपुंसकता होने का खतरा रहता है। यह उपकरण पुरुषों और महिलाओं दोनों के प्रजनन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक पाया गया है।

मेडिकल रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले चार से पांच दशकों से पुरुष प्रजनन समस्याओं और कम शुक्राणुओं की संख्या के मामले बढ़ रहे हैं। अभी तक पर्यावरण और जीवनशैली कारकों को जिम्मेदार माना जाता रहा है। कुछ शोधकर्ताओं का मानना ​​है कि मोबाइल फोन जैसे निम्न-स्तरीय रेडियोफ्रीक्वेंसी विद्युत चुम्बकीय क्षेत्र उत्सर्जित करने वाले उपकरण भी पुरुष प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर रहे हैं।

अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि मोबाइल फोन के बढ़ते उपयोग से शुक्राणु एकाग्रता और गिनती भी कम हो सकती है। लंबे समय तक बनी रहने वाली स्थितियां नपुंसकता के खतरे को भी बढ़ा सकती हैं।

अध्ययन से क्या पता चला?

जिनेवा विश्वविद्यालय और स्विस ट्रॉपिकल एंड पब्लिक हेल्थ इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने पुरुषों के प्रजनन स्वास्थ्य पर मोबाइल फोन के उपयोग और धारण के प्रभावों की जांच की। 13 साल के एक अध्ययन से पता चलता है कि स्मार्टफोन का उपयोग उन कारकों में से एक है जो युवा वयस्क पुरुषों में शुक्राणु एकाग्रता और कुल शुक्राणु संख्या (टीएससी) को कम करता है।

ज्यादातर पुरुष अपना मोबाइल फोन अपनी पैंट की जेब में रखते हैं, इससे प्रजनन अंगों और शुक्राणुओं के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इससे महिलाओं में अंडों की गुणवत्ता पर भी असर पड़ता है।

फर्टिलिटी एंड स्टेरिलिटी जनरल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, शोधकर्ताओं ने 2005 और 2018 के बीच सैन्य भर्ती केंद्रों पर 18 से 22 वर्ष की आयु के 2,886 पुरुषों की जांच की। प्रयोगशाला विशेषज्ञों द्वारा वीर्य के नमूने एकत्र किए गए और शुक्राणु एकाग्रता, कुल शुक्राणु गणना (टीएससी) और उनकी गतिशीलता का अध्ययन किया गया। जीवनशैली की आदतों के अलावा, प्रतिभागियों से यह भी पूछा गया कि वे कितनी बार मोबाइल फोन का उपयोग करते हैं। 

अध्ययन में पाया गया कि जो पुरुष दिन में दो बार अपने फोन का इस्तेमाल करते हैं, उनमें शुक्राणुओं की औसत सांद्रता उन पुरुषों की तुलना में काफी अधिक होती है, जो दिन में 20 से अधिक बार अपने फोन का इस्तेमाल करते हैं।

फोन को पैंट में रखने से बचें

शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों से यह भी पूछा कि जब वे फोन का इस्तेमाल नहीं कर रहे हों तो उसे कहां रखें। अधिकांश लोगों ने कहा कि वे इसे अपनी पैंट, शर्ट या जैकेट की जेब में रखते हैं। अध्ययन समूह के लगभग 85.7% (2,368 पुरुष) ने बताया कि जब वे उपयोग में नहीं होते हैं तो वे अपना फोन अपनी पैंट की जेब में रखते हैं।

अध्ययन मॉडल में पैंट में फोन रखने और शुक्राणु की गुणवत्ता में कमी के बीच कोई संबंध नहीं पाया गया, हालांकि विशेषज्ञों का मानना ​​है कि इस तरह से फोन रखने से प्रजनन स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। अंत में, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इन दिनों मोबाइल फोन से दूर रहना लगभग असंभव है, हालांकि इसका उपयोग सीमित किया जा सकता है। बार-बार मोबाइल देखने की आदत से बचें। इसे जरूरत पड़ने पर ही इस्तेमाल करने की आदत बनाएं। सोते समय मोबाइल को शरीर के पास या सिर के पास रखने से बचें।

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गर्मियों बॉडी हीट और जलन से परेशान रहते हैं। स्किन पर एक्ने और मुंहासे निकलने लगते हैं। तो इन सारी समस्याओं का निदान चंदन है। 

चंदन शरीर को ठंडक देने के साथ ही कई तरह से फायदा पहुंचाता है। अगर स्किन पर चंदन फेस पैक लगाया जाए तो पिंपल, एक्ने के साथ ही बॉडी हीट से भी राहत मिलती है। जानें चंदन को स्किन पर लगाने के फायदे।

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स्किन पर चंदन लगाने के फायदे

गर्मियों की वजह से स्किन पर पिंपल और एक्ने निकलना शुरू हो जाते हैं। जिनसे राहत देने में चंदन का फेस पैक मदद करता है। जिन जगहों पर पिंपल हुए हैं, उनके ऊपर चंदन के लेप को लगाएं और रातभर के लिए छोड़ दें। बस अगली सुबह इसे धो लें। चंदन की ठंडक स्किन में हो रही गर्मी को शांत कर सूजन को भी कम करती है। पिंपल से परेशान हैं चंदन को घिसकर उसमे हल्दी चुटकीभर और कपूर को पीसकर चुटकीभर मिला लें। इसे पिंपल पर लगाकर छोड़ दें। फिर पानी से धो दें।

एंटी एजिंग प्रॉपर्टीज

चंदन के तेल में एंटी एजिंग प्रॉपर्टीज होती है। जो स्किन को ढीलेपन से बचाती है। एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होने की वजह से चंदन स्किन को फ्री रैडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाती है। चंदन के तेल को शहद और अंडे के पीले भाग में मिलाकर लगाएं और बीस मिनट बाद फेस वॉश कर लें। 

स्किन को सॉफ्ट बनाता है

चंदन का तेल या पैक बनाकर स्किन पर लगाया जाए तो इससे ना केवल दाग-धब्बे साफ होते हैं बल्कि स्किन बिल्कुल सॉफ्ट और स्मूद बन जाती है। चंदन को घिसकर पेस्ट बना लें। फिर इसे किसी भी कैरियर ऑयल में मिलाकर स्किन पर लगाएं और रातभर के लिए छोड़ दें। सुबह पानी से साफ कर लें। 

घमौरियों से राहत

चंदन का इस्तेमाल हर एज ग्रुप पर घमौरियों से राहत पाने के लिए भी कर सकते हैं। चंदन को घिसकर नहाने के पीने में मिक्स कर दें। इस पानी से बच्चों और बड़ों को नहाने से घमौरियों से राहत मिलती है।

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चंदन से बनाएं एंटी टैनिंग फेस पैक

चंदन की लकड़ी को पत्थर पर घिसकर किसी बाउल में निकाल लें। फिर इसमे दही, नींबू का रस और शहद मिलाकर चेहरे पर लगाएं। ये फेस पैक स्किन पर हो रही टैनिंग को दूर भगाने का असरदार नुस्खा है। मार्केट में चंदन पाउडर आसानी से मिल जाता है। लेकिन ज्यादा फायदे के लिए असली चंदन की लकड़ी को खरीदें 

गर्मी में बहुत फायदेमंद है तरबूज, सिर्फ खाने से ही नहीं चेहरे पर लगाने से भी होंगे ये फायदे

गर्मियों में स्किन से जुड़ी कई तरह की समस्याएं होती हैं। जिससे निपटने के लिए आप कुछ नैचुरल चीजों को इस्तेमाल कर सकते हैं

 गर्मी में त्वचा को सनबर्न और स्वैटिंग का सामना करना पड़ता है। इससे स्किन ऑयली हो जाती है और त्वचा पर रैशेज और जलन भी होने लगती है। इन सभी दिक्कतों से बचने के लिए तरबूज का इस्तेमाल कर सकते हैं। तरबूज में विटामिन और मिनरल की अच्छी मात्रा में पाई जाती है। ये स्किन को डीप क्लीन करने में भी मदद कर सकता है। यहां देखिए स्किन पर कैसे लगाएं तरबूज-

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ऑयली स्किन के लिए कैसे बनाएं तरबूज का फेस पैक 

गर्मियों में स्किन की काफी समस्याएं होती हैं, कुछ लोगों को ऑयली स्किन की समस्या होती है। ऐसे में तरबूज का फेस पैक बना सकते हैं। इस फेस पैक को बनाने के लिए एक चम्मच शहद और आधा कप तरबूज का पेस्ट बना लें। फिर इसे स्किन पर 15 मिनट के लिए लगाएं। ये फेस पैक स्किन के लिए बहुत अच्छा होता है। यह चेहरे को साफ करता है, मुलायम बनाता है।

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ड्राई स्किन के लिए कैसे बनाएं तरबूज का फेस पैक 

जिन लोगों की स्किन ड्राई होती है, वह लोग इसे बनाने के लिए थोड़े दही और तरबूज को एक साथ मिलाकर मिक्स करें। गाढ़ा पेस्ट तैयार करने के बाद इस फेस पैक को मास्क की तरह लगाएं। दही डेड स्किन को हटाता है और त्वचा को गहराई से पोषण देता है। इस फेस पैक को लगाने से स्किन  चमकदार बनती है।