हनीमून के नाम पर ले गई मेघालय और फिर… पति की हत्या की रची खौफनाक साजिश!

इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में मेघालय पुलिस ने एक सनसनीखेज मोड़ लाते हुए बड़ी सफलता हासिल की है। इस मामले में पुलिस ने राजा की पत्नी सोनम समेत तीन आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। यह हत्याकांड, जिसने मध्य प्रदेश और मेघालय, दोनों राज्यों में हलचल मचा दी थी, अब नए खुलासों के साथ सुर्खियों में है। मेघालय के डीजीपी आई नोंग्रांग ने बताया कि इस जघन्य अपराध के पीछे सुपारी किलर की भूमिका थी, जिन्हें हत्या के लिए विशेष रूप से हायर किया गया था। 

हत्याकांड की शुरुआत: सोहरा में लापता हुआ हनीमून कपल

यह कहानी तब शुरू हुई, जब इंदौर का नवविवाहित जोड़ा, राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम, मेघालय के खूबसूरत सोहरा इलाके में हनीमून के लिए पहुंचे। 07 जून, 2025 को एक टूर गाइड ने पुलिस को बताया कि उस दिन राजा और सोनम के साथ तीन अन्य संदिग्ध लोग भी थे। अचानक यह जोड़ा लापता हो गया, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की। गाइड की इस अहम जानकारी ने मामले को नया मोड़ दिया, और मेघालय पुलिस ने विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर तफ्तीश को तेज कर दिया।

पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई

मेघालय पुलिस ने इस मामले में कोई कसर नहीं छोड़ी। डीजीपी आई नोंग्रांग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा किया कि एक आरोपी को उत्तर प्रदेश से पकड़ा गया, जबकि दो अन्य संदिग्धों को एसआईटी ने इंदौर से हिरासत में लिया। सबसे चौंकाने वाला खुलासा तब हुआ, जब राजा की पत्नी सोनम ने उत्तर प्रदेश के नंदगंज पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर लिया और हत्या के पीछे की वजहों को खंगालना शुरू किया। डीजीपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि हत्या के लिए सुपारी किलर को हायर किया गया था, जिसने इस अपराध को अंजाम दिया।

मुख्यमंत्री का बयान: जांच अभी जारी

मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, “इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड में मेघालय पुलिस ने शानदार काम किया है। तीन हमलावरों को गिरफ्तार किया जा चुका है, और एक महिला आरोपी ने आत्मसमर्पण किया है। एक अन्य संदिग्ध की तलाश में अभियान जारी है।” मुख्यमंत्री के इस बयान से साफ है कि पुलिस इस मामले को पूरी तरह सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध है। मध्य प्रदेश और मेघालय पुलिस के बीच समन्वय से इस जांच को और तेज किया जा रहा है।

यह हत्याकांड न केवल इंदौर और मेघालय, बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि आखिर हत्या के पीछे का मकसद क्या था और सोनम की इसमें क्या भूमिका थी। एक अन्य संदिग्ध की गिरफ्तारी के लिए पुलिस का अभियान अभी भी जारी है। इस मामले में नए खुलासे होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

आखिर क्या कहा जो मच गया देशभर में बवाल, 22 साल की शर्मिष्ठा पनोली का वायरल वीडियो

22 वर्षीय शर्मिष्ठा पनोली एक उभरती हुई सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और पुणे की सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी में कानून की छात्रा हैं। उनके इंस्टाग्राम पर 90,000 और एक्स पर 85,000 फॉलोअर्स हैं, जो उनकी बेबाक राय और सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों पर टिप्पणियों के लिए उन्हें जानते हैं। हाल ही में, शर्मिष्ठा उस समय सुर्खियों में आईं, जब उनके एक इंस्टाग्राम वीडियो ने देशभर में हंगामा मचा दिया। इस वीडियो में उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और बॉलीवुड हस्तियों की चुप्पी को लेकर टिप्पणी की थी, जिसमें कथित तौर पर एक धर्म विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक बयान शामिल थे। इस वीडियो के वायरल होने के बाद शर्मिष्ठा को न केवल भारी ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा, बल्कि उनकी गिरफ्तारी भी हो गई। आखिर क्या है इस विवाद की पूरी कहानी? आइए, जानते हैं।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की एक सैन्य कार्रवाई थी, जिसने देश में गर्व की भावना जगाई। शर्मिष्ठा ने इस मौके पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बॉलीवुड सितारों की खामोशी पर सवाल उठाए। लेकिन उनके कुछ बयानों को धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला माना गया। वीडियो में कथित तौर पर इस्लाम और पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां थीं, जिसके बाद सोशल मीडिया पर बवाल मच गया। कई यूजर्स ने उनके खिलाफ धमकी भरे संदेश भेजे, और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता वारिस पठान ने भी इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए कार्रवाई की मांग की।

शर्मिष्ठा के वीडियो के वायरल होने के बाद कोलकाता में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई। कोलकाता पुलिस ने 15 मई, 2025 को गार्डन रीच थाने में उनके खिलाफ FIR दर्ज की, जिसमें उन पर विभिन्न समुदायों के बीच दुश्मनी बढ़ाने, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने, और शांति भंग करने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए। पुलिस ने 30 मई, 2025 को हरियाणा के गुरुग्राम से शर्मिष्ठा को गिरफ्तार किया और ट्रांजिट रिमांड पर कोलकाता ले जाया गया। 31 मई को उन्हें कोलकाता की अलीपुर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

वरिष्ठ पत्रकार प्रेम शंकर पाल को यूनिवर्सिटी ऑफ कोलंबो द्वारा मानद डॉक्टरेट की उपाधि

नई दिल्ली/पुणे: पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान हेतु खबर फास्ट न्यूज चैनल के एग्जीक्यूटिव एडिटर प्रेम शंकर पाल को यूनिवर्सिटी ऑफ कोलंबो, श्रीलंका द्वारा वर्ष 2025 का होनॉरी डॉक्टरेट अवॉर्ड (Honorary Doctorate Award) प्रदान किया गया। इस वर्ष विभिन्न राज्यों से चयनित कुल 28 विशिष्ट व्यक्तित्वों को यह सम्मान प्रदान किया गया।

उपाधि वितरण समारोह महाराष्ट्र के पुणे स्थित अशोक होटल में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में सम्पन्न हुआ। प्रेम शंकर पाल को यह सम्मान पत्रकारिता के क्षेत्र में उनकी 22 वर्षों की समर्पित सेवा और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने हेतु उनके प्रयासों के लिए दिया गया।

प्रेम शंकर पाल, जो वर्तमान में दिल्ली स्थित खबर फास्ट न्यूज चैनल में एग्जीक्यूटिव एडिटर के रूप में कार्यरत हैं, ने अपने पत्रकारिता करियर में कई जनहित से जुड़े मुद्दों को उजागर किया है। समाजिक सरोकारों और जिम्मेदार पत्रकारिता को उन्होंने सदैव प्राथमिकता दी है।

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इस अवसर पर अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, “यह सम्मान मेरे लिए गर्व की बात है। यह उन सभी पत्रकारों के लिए भी एक प्रेरणा है, जो ईमानदारी और निष्ठा के साथ समाज के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं।”

समारोह में देशभर से आए विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य अतिथियों, शिक्षाविदों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया और सम्मान प्राप्तकर्ताओं को बधाई दी।

बीजेपी का नया अध्यक्ष कौन? अचानक सामने आया यह चौंकाने वाला नाम!

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष (BJP President) के चयन को लेकर उत्सुकता चरम पर है। लोकसभा चुनाव 2024 के बाद से ही इस अहम पद के लिए चर्चा तेज थी, लेकिन अब, एक साल बाद भी, पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के बीच सहमति बनने में देरी हो रही है। इस बीच, एक नया नाम सामने आया है, जिसने सबको चौंका दिया है— जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल (Lieutenant Governor) मनोज सिन्हा (Manoj Sinha)।

बीजेपी के सामने अगले कुछ साल बेहद महत्वपूर्ण हैं। पश्चिम बंगाल (West Bengal) में पार्टी को मजबूत करना और वहाँ जीत हासिल करना न केवल पार्टी के लिए, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के लिए भी प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। इसके अलावा, बिहार (Bihar) और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) जैसे राज्यों में आगामी विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) भी पार्टी के लिए बड़ी चुनौती हैं। नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनते समय जातिगत समीकरण, क्षेत्रीय संतुलन और संगठन की रणनीति को ध्यान में रखना होगा। साथ ही, RSS के साथ तालमेल भी उतना ही जरूरी है। ऐसे में, नए अध्यक्ष के कंधों पर न केवल संगठन को एकजुट रखने, बल्कि कठिन चुनावी लड़ाइयों को जीतने की जिम्मेदारी होगी।

मनोज सिन्हा: क्यों हैं चर्चा में?

हाल ही में, सूत्रों के हवाले से खबर आई कि मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) का नाम बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में शामिल हो गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और वर्तमान में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल (Lieutenant Governor of Jammu and Kashmir) सिन्हा का नाम पहले से चर्चित धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) और भूपेंद्र यादव (Bhupendra Yadav) जैसे नेताओं के साथ अब जोड़ा जा रहा है। सिन्हा की खासियत उनका लंबा प्रशासनिक अनुभव और RSS के साथ गहरा जुड़ाव है। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से आने वाले सिन्हा, जो भूमिहार ब्राह्मण (Bhumihar Brahmin) समुदाय से हैं, ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) और आईआईटी (IIT) से पढ़ाई की है। उनकी तकनीकी समझ और सोशल मीडिया (Social Media) में दक्षता उन्हें आधुनिक राजनीति के लिए उपयुक्त बनाती है।

जम्मू-कश्मीर में उनके कार्यकाल ने उनकी छवि को और मजबूत किया है। वहाँ उन्होंने शासन में पारदर्शिता और विकास के लिए कई कदम उठाए, जिसकी सराहना खुद पीएम मोदी ने की है। सिन्हा का अनुभव और संगठनात्मक कौशल उन्हें इस दौड़ में एक मजबूत दावेदार बनाता है। लेकिन क्या वह पार्टी और RSS दोनों को एक साथ जोड़ पाएंगे? यह सवाल अभी भी बना हुआ है।

अन्य दावेदार और जातिगत समीकरण

मनोज सिन्हा से पहले धर्मेंद्र प्रधान और भूपेंद्र यादव के नाम चर्चा में थे। दोनों ही अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) से आते हैं और संगठन में उनकी मजबूत पकड़ है। इसके अलावा, पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) का नाम भी कुछ समय के लिए उछला, लेकिन उनकी दावेदारी को लेकर ज्यादा सहमति नहीं बन पाई। बीजेपी और RSS दोनों इस बात पर सहमत हैं कि नया अध्यक्ष ऐसा होना चाहिए जो संगठन को नई ऊर्जा दे, चुनावी रणनीति को प्रभावी ढंग से लागू करे और क्षेत्रीय व जातिगत समीकरणों को संतुलित करे। खासकर, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में OBC और अन्य समुदायों का समर्थन जुटाना पार्टी के लिए जरूरी है।

14 साल की बच्ची के पेट से निकला 3 किलो बालों का गुच्छा, डॉक्टर्स भी रह गए हैरान!

जयपुर, राजस्थान की राजधानी, एक बार फिर सुर्खियों में है, और इस बार वजह है एक हैरान करने वाला चिकित्सा चमत्कार। यहाँ के एक प्रमुख अस्पताल में डॉक्टरों की टीम ने 14 वर्षीय बच्ची के पेट से 210 सेंटीमीटर लंबा बालों का गुच्छा (Trichobezoar) निकालकर इतिहास रच दिया। यह दुनिया का सबसे लंबा हेयरबॉल माना जा रहा है, जिसने पिछले 180 सेंटीमीटर के World Record को पीछे छोड़ दिया। आइए, इस अनोखी कहानी को करीब से जानते हैं, जो न केवल चिकित्सा जगत की उपलब्धि है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का भी एक सबक देती है।

पेट दर्द की शिकायत ने खोला राज

आगरा की रहने वाली यह 10वीं कक्षा की छात्रा पिछले एक महीने से पेट दर्द और बार-बार उल्टी की समस्या से जूझ रही थी। जब उसकी हालत बिगड़ने लगी, तो परिजनों ने उसे तुरंत जयपुर के एक बड़े अस्पताल में भर्ती कराया। यहाँ डॉक्टरों ने प्रारंभिक जांच के दौरान बच्ची के पेट में एक सख्त गठान महसूस की, जो नाभि से लेकर पेट के ऊपरी हिस्से तक फैली थी। CECT Scan से पता चला कि यह गठान कोई साधारण चीज़ नहीं, बल्कि एक असामान्य बालों का गुच्छा था, जो पेट से होते हुए छोटी आंत (Distal Ileum) तक फैल चुका था।

सर्जरी में सामने आया चौंकाने वाला सच

डॉक्टरों ने तुरंत सर्जरी का फैसला लिया। इस जटिल ऑपरेशन का नेतृत्व Dr. Jeevan Kankaria ने किया, जिनके साथ Dr. Rajendra Bugalia, Dr. Devendra Saini, Dr. Amit, Dr. Sunil Chauhan और उनकी Anesthesia Team ने मिलकर इस चुनौती को पार किया। सर्जरी के दौरान डॉक्टर हैरान रह गए, जब उन्होंने देखा कि यह विशालकाय बालों का गुच्छा एक ही टुकड़े में पेट से छोटी आंत तक फैला था। डॉक्टरों ने इसे सावधानीपूर्वक निकाला, क्योंकि टुकड़ों में निकालने से छोटी आंत में कई चीरे लगाने पड़ते, जिससे जोखिम बढ़ सकता था। इस सफलता में अस्पताल अधीक्षक Dr. Sushil Bhati और प्राचार्य Dr. Deepak Maheshwari का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा।

आखिर कौन है ये गिरफ्तार शख्स, जिसने दी PM मोदी को जान से मारने की धमकी





बिहार के सुल्तानगंज से एक सनसनीखेज खबर सामने आई है, जहां एक युवक को भारत के प्रधानमंत्री Narendra Modi को जान से मारने की धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस घटना ने न केवल स्थानीय पुलिस, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों को भी चौकन्ना कर दिया है।

सुल्तानगंज के महेशी गांव के रहने वाले Sameer Kumar Ranjan को पुलिस ने तब हिरासत में लिया, जब National Investigation Agency (NIA) और Intelligence Bureau (IB) ने भागलपुर के Senior Superintendent of Police (SSP) Hridyakant को एक संदिग्ध धमकी भरे संदेश की जानकारी दी। यह संदेश Prime Minister’s Office (PMO) को भेजा गया था, जिसमें प्रधानमंत्री Narendra Modi को जान से मारने की धमकी दी गई थी। इस गंभीर सूचना के बाद, SSP Hridyakant और Deputy Superintendent of Police (DSP) के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम गठित की गई।

जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि धमकी WhatsApp कॉल और Telegram के जरिए दी गई थी। आरोपी ने एक फर्जी Telegram ID बनाई थी, जिसमें उसने खुद को 71 साल का बुजुर्ग Mantu Chaudhary बताकर अपनी पहचान छिपाने की कोशिश की। तकनीकी जांच में यह भी सामने आया कि इस फर्जी ID से जुड़ा Mobile Number 71 बार Virtual Private Network (VPN) के जरिए सक्रिय किया गया था। यह खुलासा पुलिस के लिए मामले को सुलझाने में अहम साबित हुआ।

जमीन विवाद बना साजिश की जड़

जांच को आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने Mantu Chaudhary को भी हिरासत में लिया। पूछताछ में Mantu Chaudhary ने बताया कि Sameer Kumar Ranjan उनका भतीजा है और दोनों के बीच लंबे समय से Land Dispute चल रहा है। Mantu के मुताबिक, Sameer ने इस पारिवारिक विवाद का बदला लेने के लिए उन्हें फंसाने की साजिश रची। Sameer ने न केवल फर्जी Telegram ID बनाई, बल्कि VPN का इस्तेमाल कर अपनी पहचान छिपाने की कोशिश की। Sameer ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसने WhatsApp के जरिए धमकी दी थी, लेकिन उसका मकसद अपने चाचा को फंसाना था, न कि वास्तव में प्रधानमंत्री को नुकसान पहुंचाना।

Bhagalpur Police ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच तेज कर दी है। SSP Hridyakant ने बताया कि Sameer Kumar Ranjan के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि क्या इस साजिश में कोई और व्यक्ति शामिल था। पुलिस यह भी सुनिश्चित कर रही है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए तकनीकी निगरानी को और मजबूत किया जाए।

पंचकूला में एक ही परिवार के 7 लोगों की मौत! कर्जे से परेशान होकर किया सुसाइड

हरियाणा के पंचकूला शहर से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसने न केवल स्थानीय लोगों को बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। Sector 27, Panchkula में एक ही परिवार के सात सदस्यों ने सामूहिक रूप से आत्महत्या कर ली। यह परिवार मूल रूप से Dehradun का रहने वाला था और धार्मिक आयोजन में हिस्सा लेने के लिए पंचकूला आया था।

जानकारी के अनुसार, यह परिवार Dehradun से Sector 27, Panchkula में आयोजित एक धार्मिक आयोजन, Hanumant Katha, में भाग लेने के लिए आया था। यह आयोजन स्थानीय समुदाय के बीच काफी लोकप्रिय था, और परिवार के सदस्य इस पवित्र अवसर का हिस्सा बनने के लिए उत्साहित थे। लेकिन किसी को क्या पता था कि यह यात्रा इतनी दुखद मोड़ ले लेगी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, परिवार ने एक कार में जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। सभी सात शव एक सड़क किनारे खड़ी कार में बंद पाए गए, जिसने आसपास के लोगों को स्तब्ध कर दिया।

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आर्थिक तंगी बनी वजह?

प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह परिवार भारी कर्ज के बोझ तले दबा हुआ था। आर्थिक तंगी और उससे उपजे मानसिक दबाव ने शायद उन्हें इस कदम की ओर धकेल दिया। स्थानीय पुलिस और प्रशासन इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं ताकि यह समझा जा सके कि आखिर ऐसी स्थिति क्यों और कैसे उत्पन्न हुई। Sector 27, Panchkula के निवासियों का कहना है कि इस तरह की घटना उनके शांत और सुरक्षित इलाके में पहले कभी नहीं हुई, जिसके कारण लोग और भी डरे हुए हैं।

समाज के लिए एक चेतावनी

यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि यह समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी भी है। आर्थिक तंगी, मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं और सामाजिक दबाव आज के समय में कई परिवारों को प्रभावित कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हमें न केवल सरकारी योजनाओं जैसे Pradhan Mantri Jan Dhan Yojana या Atal Pension Yojana जैसी पहलों को बढ़ावा देना होगा, बल्कि लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना होगा। परिवारों को चाहिए कि वे एक-दूसरे से खुलकर बात करें और जरूरत पड़ने पर काउंसलिंग या सहायता लें।

12वीं मंजिल से गिरी महिला ने होश में आते ही जो कहा, सुनकर डॉक्टर भी रह गए दंग!

चीन के जियांग्शी प्रांत में एक ऐसी घटना घटी, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। 44 वर्षीय फैक्ट्री क्लीनर Peng Huifang ने एक ऐसी दुर्घटना का सामना किया, जिसे सुनकर रोंगटे खड़े हो जाएं। यह कहानी न केवल उनकी हिम्मत और किस्मत की है, बल्कि उस चमत्कार की भी, जिसने उनकी जिंदगी बचा ली। आइए, इस दिल दहला देने वाली घटना को करीब से जानते हैं।

खतरनाक काम और एक छोटी सी चूक

Peng Huifang अपने पति के साथ मिलकर एक क्लाइंट की 12वीं मंजिल पर बनी बालकनी की मरम्मत का काम कर रही थीं। उनका काम था अपने पति की सहायता करना, जो एक भारी-भरकम खिड़की को क्रेन की मदद से ऊपर खींच रहे थे। यह खिड़की कई सौ किलो की थी, और इसे ठीक करना आसान नहीं था। Peng Huifang ने सोचा कि वो कमरे के अंदर हैं, इसलिए उन्हें सुरक्षा रस्सी की जरूरत नहीं। लेकिन यही छोटी सी लापरवाही उनकी जिंदगी पर भारी पड़ गई।

पलक झपकते ही हादसा

जैसे ही Peng और उनके पति ने खिड़की को ऊपर खींचना शुरू किया, वह अचानक एक पेड़ की शाखा में फंस गई। खिड़की को छुड़ाने की कोशिश में Peng ने जोर लगाया, लेकिन तभी उनका संतुलन बिगड़ा। खिड़की के साथ वो इमारत के बाहर की ओर खिंच गईं और 12वीं मंजिल से नीचे गिरने लगीं। उस पल में उनके दिमाग में बस एक ही ख्याल था, “अब सब खत्म!” लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।

चमत्कार ने बचाई जान

जिस जगह Peng Huifang गिर रही थीं, वहां एक टूटी-फूटी केनोपी (छतरी) लगी थी। यह केनोपी उनकी जिंदगी का तारनहार बन गई। जैसे ही वो उस पर गिरीं, उनकी गिरने की रफ्तार धीमी हो गई, जिससे वो सीधे जमीन पर नहीं टकराईं। इस छोटे से चमत्कार ने उनकी जान बचा ली। हालांकि, गिरने का झटका इतना तेज था कि वो हिल नहीं पा रही थीं, लेकिन होश में थीं।

“मैं जिंदा हूं, मदद बुलाओ!”

जैसे ही Peng Huifang को होश आया, उन्होंने जोर से अपने पति को पुकारा और चिल्लाईं, “मैं मरी नहीं हूं, 120 पर कॉल करो!” (चीन में 120 इमरजेंसी सेवा का नंबर है)। उनके पति ने तुरंत इमरजेंसी सर्विस को बुलाया, और Peng को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाया गया। जांच में पता चला कि उनके दोनों पैरों और पीठ में फ्रैक्चर हो गया है। डॉक्टरों ने उनकी सर्जरी की, और अब वो रिकवरी के रास्ते पर हैं। डॉक्टरों का कहना है कि Peng Huifang अगले छह महीनों में फिर से चलने-फिरने लायक हो जाएंगी।

‘मैं तेजप्रताप और ये अनुष्का हैं’ – लालू के बेटे ने किया 12 साल पुराने रिश्ते का खुलासा!

बिहार की सियासत में अपनी अलग पहचान रखने वाले Tejpratap Yadav ने एक बार फिर सुर्खियां बटोरी हैं। Lalu Prasad Yadav के बड़े बेटे और Rashtriya Janata Dal (RJD) के नेता तेजप्रताप ने हाल ही में अपने निजी जीवन से जुड़ा एक बड़ा खुलासा किया। उन्होंने बताया कि वह पिछले 12 साल से Anushka Yadav के साथ रिलेशनशिप में हैं और दोनों एक-दूसरे से बेइंतहा प्यार करते हैं। यह खबर न केवल उनके प्रशंसकों, बल्कि बिहार की राजनीति और सामाजिक हलकों में भी चर्चा का विषय बन गई है। आइए, इस दिलचस्प कहानी को और करीब से जानते हैं।

तेजप्रताप का दिल खोलकर रखा सामने

शनिवार को तेजप्रताप ने अपने Facebook पेज पर एक भावुक पोस्ट साझा की, जिसमें उन्होंने अपने रिश्ते की बात खुलकर कही। उन्होंने लिखा, “मैं, Tejpratap Yadav, और मेरे साथ इस तस्वीर में जो हैं, उनका नाम Anushka Yadav है। हम दोनों पिछले 12 साल से एक-दूसरे को जानते हैं और प्यार करते हैं। मैं लंबे समय से आप सभी को यह बात बताना चाहता था, लेकिन हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। आज इस पोस्ट के जरिए मैं अपने दिल की बात आपके सामने रख रहा हूं।” उनकी इस पोस्ट ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया। तेजप्रताप ने यह भी उम्मीद जताई कि उनके प्रशंसक और समर्थक उनकी भावनाओं को समझेंगे।

2018 की शादी और तलाक का किस्सा

तेजप्रताप की जिंदगी का यह पहला मौका नहीं है, जब उनके निजी जीवन ने सुर्खियां बटोरीं। साल 2018 में, Lalu Yadav और Rabri Devi ने अपने बड़े बेटे की शादी बड़े धूमधाम से करवाई थी। तेजप्रताप की दुल्हन बनी थीं Aishwarya Rai, जो न केवल खूबसूरत थीं, बल्कि उच्च शिक्षित भी थीं। यह शादी बिहार की सियासत में एक भव्य आयोजन थी, जिसमें कई बड़े नेता शामिल हुए थे। लेकिन यह रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं टिक सका। शादी के कुछ महीनों बाद ही तेजप्रताप ने Patna Family Court में तलाक के लिए अर्जी दाखिल कर दी। इस खबर ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी थी। तेजप्रताप का यह कहना था कि वह Aishwarya के साथ अपनी जिंदगी नहीं बिता सकते। इस तलाक ने Lalu-Rabri परिवार की छवि पर भी असर डाला था।

नई शुरुआत की उम्मीद

तेजप्रताप का यह खुलासा एक नई शुरुआत की ओर इशारा करता है। 12 साल लंबा समय किसी रिश्ते को समझने और उसमें गहराई लाने के लिए काफी होता है। तेजप्रताप और Anushka Yadav की प्रेम कहानी अब लोगों के सामने है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह रिश्ता शादी के बंधन में बदलेगा। तेजप्रताप की इस पोस्ट से उनके प्रशंसक उत्साहित हैं और सोशल मीडिया पर उनके लिए शुभकामनाएं दी जा रही हैं।

सियासत और प्यार का मेल

Tejpratap Yadav न केवल एक राजनेता हैं, बल्कि एक ऐसे शख्स भी हैं, जो अपने निजी और सामाजिक जीवन में हमेशा चर्चा में रहते हैं। RJD के इस नेता ने हमेशा अपने बेबाक अंदाज से लोगों का ध्यान खींचा है। चाहे वह उनकी सियासी बयानबाजी हो या फिर निजी जिंदगी के फैसले, तेजप्रताप हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। इस बार, Anushka Yadav के साथ उनके रिश्ते का खुलासा न केवल उनके निजी जीवन की एक नई कहानी है, बल्कि यह भी दिखाता है कि सियासत के बीच भी प्यार अपनी जगह बना सकता है।

ज्योति मल्होत्रा: यूट्यूब की चमक से जासूसी के अंधेरे तक, कितना था कमाई का राज?

हरियाणा के हिसार की एक साधारण सी लड़की, ज्योति मल्होत्रा, ने अपने यूट्यूब चैनल ‘ट्रैवल विद जो’ के जरिए लाखों लोगों का दिल जीता। लेकिन हाल ही में उनकी गिरफ्तारी ने सबको हैरान कर दिया। उन पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का गंभीर आरोप लगा है। आखिर कौन हैं ज्योति मल्होत्रा, और कैसे एक ट्रैवल व्लॉगर की जिंदगी ने लिया ऐसा खतरनाक मोड़? 

छोटे शहर से यूट्यूब की दुनिया तक

ज्योति मल्होत्रा हिसार की न्यू अग्रसेन कॉलोनी की रहने वाली हैं। उनके पिता, हरीश मल्होत्रा, ने बताया कि ज्योति ने दिल्ली में 20-25 हजार रुपये की नौकरी की, लेकिन कोविड के बाद वह हिसार लौट आईं। यहीं से शुरू हुआ उनका यूट्यूब करियर। ‘ट्रैवल विद जो’ चैनल पर उन्होंने भारत के खूबसूरत स्थानों जैसे मनाली, जयपुर और कश्मीर के वीडियो बनाए। धीरे-धीरे उनकी लोकप्रियता बढ़ी, और आज उनके चैनल पर 3.78 लाख सब्सक्राइबर्स हैं। इंस्टाग्राम पर 1.33 लाख और फेसबुक पर 3.21 लाख फॉलोअर्स के साथ, ज्योति एक चर्चित (influencer) बन चुकी थीं।

यूट्यूब से कितनी थी कमाई?

ज्योति की कमाई का मुख्य स्रोत उनका यूट्यूब चैनल था। अनुमान के मुताबिक, हर 1,000 व्यूज पर यूट्यूब 80-240 रुपये देता है। अगर ज्योति के वीडियो पर औसतन 50,000 व्यूज आते थे और वह महीने में 10 वीडियो पोस्ट करती थीं, तो उनकी मासिक कमाई 40,000 से 1.20 लाख रुपये के बीच हो सकती थी। इसके अलावा, (sponsorships) और ब्रांड डील्स से भी उन्हें मोटी रकम मिलती थी। ट्रैवल गियर, होटल्स, और एयरलाइंस जैसी कंपनियां उन्हें स्पॉन्सर करती थीं। एक स्पॉन्सर्ड पोस्ट के लिए वह 20,000 से 50,000 रुपये चार्ज करती थीं। इस तरह, उनकी कुल मासिक आय 80,000 से 2.7 लाख रुपये तक हो सकती थी। उनकी अनुमानित (net worth) 15 से 40 लाख रुपये के बीच बताई जाती है।

पाकिस्तान यात्रा और जासूसी के आरोप

ज्योति की जिंदगी में ट्विस्ट तब आया जब उन्होंने पाकिस्तान की यात्रा की। 2023 में वह वीजा के लिए दिल्ली में पाकिस्तान हाई कमीशन गईं, जहां उनकी मुलाकात एक अधिकारी, एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश, से हुई। आरोप है कि दानिश ने उनकी पाकिस्तान यात्रा का खर्च उठाया और उन्हें खुफिया एजेंट्स से मिलवाया। ज्योति ने तीन बार पाकिस्तान का दौरा किया, जिसमें दो बार सिख श्रद्धालुओं के साथ और एक बार करतारपुर साहिब के लिए। उनके वीडियो, जैसे ‘पाकिस्तान में भारतीय लड़की’ और ‘लाहौर की खोज’, काफी लोकप्रिय हुए। लेकिन जांच एजेंसियों का कहना है कि इन यात्राओं के दौरान ज्योति ने संवेदनशील जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI को दी। वह व्हाट्सएप, स्नैपचैट, और टेलीग्राम जैसे (encrypted platforms) के जरिए ISI एजेंट्स के संपर्क में थीं।

गिरफ्तारी और कानूनी कार्रवाई

17 मई 2025 को हरियाणा पुलिस ने ज्योति को आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया। उनके साथ पंजाब और हरियाणा से पांच अन्य लोग भी पकड़े गए, जिन पर पाकिस्तान के लिए जासूसी का आरोप है। पुलिस ने ज्योति का लैपटॉप और मोबाइल जब्त किया, और उनकी पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। ज्योति ने कबूल किया कि वह पाकिस्तानी अधिकारी दानिश और अन्य एजेंट्स के संपर्क में थीं। उनकी गिरफ्तारी के बाद यूट्यूब चैनल की (monetization) अस्थायी रूप से बंद हो सकती है, जिससे उनकी आय पर गहरा असर पड़ सकता है।