55 आपत्तिजनक वीडियो, कोडवर्ड नंबर और तालाब में फेंका मोबाइल: रीना का राज खुलते ही थर्राया गांव!

उत्तर प्रदेश के Kanpur जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना ने लोगों को स्तब्ध कर दिया है। Lakshmankheda गांव में Dheerendra Pasi की हत्या की सनसनीखेज कहानी ने पुलिस जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। हत्यारोपी पत्नी Reena ने अपने प्रेमी भतीजे Satish के साथ मिलकर इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। Reena की शातिर चालें और सबूत मिटाने की कोशिशें पुलिस की सतर्कता के आगे नाकाम रहीं। घर से बरामद मोबाइल में 55 आपत्तिजनक वीडियो और नेमकोड से सेव नंबरों ने इस साजिश की परतें उघाड़ दीं। यह घटना न केवल एक पारिवारिक त्रासदी है, बल्कि समाज में नैतिकता और विश्वास पर सवाल उठाती है।

रीना की शातिर चाल, पुलिस ने खोली पोल

Kanpur के Bhitargaon थाना क्षेत्र में Lakshmankheda गांव में हुई Dheerendra Pasi की हत्या ने पुलिस को सकते में डाल दिया। हत्यारोपी Reena ने पहले तो पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, दावा किया कि उसके पास कोई मोबाइल नहीं है। लेकिन Sadh Police की सख्त पूछताछ में वह टूट गई और दो मोबाइल फोन होने की बात कबूल की। एक फोन घर से बरामद हुआ, जबकि दूसरा फोन उसने तालाब में फेंकने की बात स्वीकारी। Sadh Police ने तालाब में चुंबक बांधकर फोन की तलाश की, लेकिन वह हाथ नहीं लगा। Sadh Police Station के प्रभारी निरीक्षक Avnish Kumar Singh ने बताया कि बरामद मोबाइल में Google से डाउनलोड किए गए 55 अश्लील वीडियो मिले, साथ ही कई नंबर नेमकोड से सेव थे। Reena और Satish के फोन को Forensic Lab Lucknow भेजा गया है, जहां डिलीट किए गए मैसेज, कॉल रिकॉर्ड और फोटो रिकवर किए जाएंगे।

खून की नाली ने खोला राज

घटना के बाद Reena ने सबूत मिटाने की पूरी कोशिश की। उसने घर के बाथरूम के पाइप में कपड़े ठूंसकर नाली बंद कर दी थी। लेकिन मंगलवार सुबह जब नाली साफ की गई, तो पानी के साथ खून बहता दिखा। पड़ोसियों ने तुरंत Sadh Police को सूचना दी। प्रभारी निरीक्षक Avnish Kumar Singh ने मौके पर पहुंचकर नाली और बाथरूम का निरीक्षण किया और लोगों को पानी न डालने की हिदायत दी। इस खुलासे ने Reena की साजिश को और पुख्ता किया। पुलिस अब तालाब का पानी निकालकर फेंके गए मोबाइल को बरामद करने की कोशिश में जुटी है।

Moradabad News: गौरव चौहान ने CM योगी आदित्यनाथ से की मुलाकात, रेलवे स्टेशन को मंजूरी दिलाने हेतु सौंपा प्रार्थना पत्र

पंडित अनिल शर्मा
मुरादाबाद l
बुधवार को शाम लखनऊ में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और सरकार द्वारा धामपुर-काशीपुर रेल मार्ग (वाया ठाकुरद्वारा) पर मुख्य रेलवे स्टेशन ठाकुरद्वारा में बनाये जाने के संबंध में सकारात्मक चर्चा की।
माननीय मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि सरकार द्वारा धामपुर काशीपुर रेलमार्ग वाया ठाकुरद्वारा बनाया जा रहा है।

जिसमें ठाकुरद्वारा विधानसभा-26 के ग्राम रमनावाला से रेलवे लाइन का सर्वे पूरा हो गया है। ठाकुरद्वारा प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी का हब है, जहाँ संपूर्ण भारत के – विभिन्न प्रदेशों के हजारों बच्चे रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते है व ठाकुरद्वारा के हजारों व्यापारी अपने व्यापार के लिए दिल्ली व अन्य जगहों पर जाते हैं।

ठाकुरद्वारा में रेलवे स्टेशन न होने के कारण व मुरादाबाद स्टेशन की दूरी 50 किमी से अधिक होने के कारण छात्र-छात्राओं व व्यापारियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। अतः छात्रहित व व्यापारी हित में ठाकुरद्वारा नगर स्थित होलिका मंदिर से रमनावाला तक PWD द्वारा सड़क का निर्माण व रमनावाला में रेलवे स्टेशन को मंजूरी दिलाने हेतु प्रार्थना पत्र सौंपा ताकि हजारों छात्र-छात्राएँ जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। उन्हें परीक्षा देने में अतिरिक्त समय व धन न खर्च करना पड़े तथा व्यापारी भी सुगमता से अपना व्यापार कर सकें। इसके अतिरिक्त अन्य जन समस्याओं पर भी चर्चा की।

Bijnor News: रवाना शिकारपुर में मस्जिद के इमाम की करंट लगने से मौत, कूलर में पानी डालते समय हुआ हादसा

मोहम्मद अहमद
Bijnor News:
मस्जिद के इमाम की करंट लगने से मौत हो गई वह 30 वर्ष के थे घटना आज सुबह फजर की नमाज से पहले की है बताया जाता है कि ईमाम् साहब मस्जिद के कूलर में पानी डाल रहे थे इसी के दौरान लाइट की चपेट में आकर मौत हो गई।

मामला जनपद बिजनौर के नूरपुर थाना क्षेत्र के गांव रवाना शिकारपुर का है शाहजहांपुर निवासी मौलाना मोहम्मद आमिर कि कस्बे की जामा मस्जिद में कई वर्षों से इमामत को अंजाम दे रहे थे मस्जिद के कूलर में पानी डालते वक्त करंट लगने से मौत हो गई मौलाना की मौत की खबर सुनकर पूरे क्षेत्र में शोक छा गया।

स्थानीय लोग और मस्जिद कमेटी और मदरसे के छात्रों ने बड़ी संख्या में मस्जिद पहुँच कर मृतक के लिए दुआएं मगफिरत की शहर काजी नूरपुर मौलाना मोहम्मद अली, जमीयत उलेमा ए हिंद नूरपुर के अध्यक्ष मौलाना मोहम्मद अबरार, पूर्व ग्राम प्रधान मोहम्मद एजाज, जाहिद हुसैन सहित कई धार्मिक नेताओं ने गहरा शोक व्यक्ति किया उलमा ने कहा कि यह एक रोशन चिराग का बुझ जाना है सभी ने मौलाना के लिए मगफिरत की दुआ की और उनके परिवार को सब्र की दुआ की।

मोहम्मद शमी की सीएम योगी से खास मुलाकात, लखनऊ में मिला सम्मान, तोहफे ने जीता दिल!

भारतीय क्रिकेट टीम के धाकड़ तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। यह खास मुलाकात लखनऊ में मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर हुई, जहां शमी को सम्मान और तोहफे से नवाजा गया। यह पल न केवल शमी के लिए गर्व का था, बल्कि उत्तर प्रदेश के क्रिकेट प्रेमियों के लिए भी उत्साह का मौका बना।

मोहम्मद शमी, जिन्होंने अपनी रफ्तार और स्विंग से दुनिया भर में भारत का नाम रौशन किया है, लखनऊ पहुंचे तो उनका स्वागत खास अंदाज में हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शमी से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की और इस दौरान दोनों के बीच क्रिकेट, खेल भावना और उत्तर प्रदेश में खेल के भविष्य पर चर्चा हुई। इस मुलाकात को और यादगार बनाने के लिए सीएम योगी ने शमी को एक खास तोहफा भेंट किया, जिसने क्रिकेटर का दिल जीत लिया (Mohammed Shami).

मुलाकात की तस्वीरें हुईं वायरल

इस मुलाकात की तस्वीरें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आधिकारिक एक्स हैंडल पर साझा की गईं, जो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। तस्वीरों में शमी और योगी आदित्यनाथ मुस्कुराते हुए नजर आए, जो इस मुलाकात की गर्मजोशी को दर्शाता है। सीएम के एक्स पोस्ट में लिखा गया कि भारतीय क्रिकेट के सुपरस्टार मोहम्मद शमी के साथ यह शिष्टाचार भेंट लखनऊ में हुई। इन तस्वीरों ने प्रशंसकों में उत्साह भर दिया और शमी के लिए सम्मान और बढ़ गया (Yogi Adityanath).

शमी का योगदान और उत्तर प्रदेश का गर्व

मोहम्मद शमी उत्तर प्रदेश के अमरोहा के रहने वाले हैं, और उनकी सफलता ने पूरे राज्य को गौरवान्वित किया है। चाहे विश्व कप में उनकी घातक गेंदबाजी हो या आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए शानदार प्रदर्शन, शमी ने हमेशा अपने खेल से सबका दिल जीता है। इस मुलाकात में सीएम योगी ने शमी के योगदान की सराहना की और उन्हें उत्तर प्रदेश का गौरव बताया। शमी ने भी मुख्यमंत्री के इस आत्मीय स्वागत के लिए आभार जताया (Indian Cricket Team).

उत्तर प्रदेश में खेल को बढ़ावा 

यह मुलाकात केवल एक औपचारिक भेंट नहीं थी, बल्कि उत्तर प्रदेश में खेल को बढ़ावा देने की दिशा में एक कदम भी थी। योगी आदित्यनाथ ने हाल के वर्षों में राज्य में खेल के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं। शमी जैसे खिलाड़ियों का सम्मान नई पीढ़ी को प्रेरित करता है और उन्हें खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करता है। इस मुलाकात में भी दोनों ने उत्तर प्रदेश में क्रिकेट और अन्य खेलों के विकास पर विचार साझा किए (Sports Development).

Operation Sindoor: शुभम द्विवेदी की पत्नी बोलीं- मोदी का बहुत धन्यवाद, उन्होंने मेरे पति की मौत का बदला लिया

भारत ने आतंकवाद के खिलाफ एक बार फिर अपने अटल संकल्प को साबित किया है। 7 मई 2025 को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoJK) में आतंकी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए, जिसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया। यह कार्रवाई 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब है, जिसमें 26 निर्दोष लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। इस हमले में शहीद हुए शुभम द्विवेदी की पत्नी ने ऑपरेशन सिंदूर को अपने पति के लिए सच्ची श्रद्धांजलि बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय सेना का दिल से आभार जताया।

22 अप्रैल 2025 को पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। इस हमले में शुभम द्विवेदी जैसे वीरों ने अपनी जान देश के लिए न्योछावर कर दी। शुभम की पत्नी का दर्द आज भी ताजा है, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर ने उनके जख्मों को कुछ हद तक सहारा दिया। उन्होंने कहा, “मैं प्रधानमंत्री मोदी का बहुत धन्यवाद करती हूं कि उन्होंने मेरे पति की मौत का बदला लिया। यह मेरे पति को सच्ची श्रद्धांजलि है।” उनकी यह भावना उन तमाम परिवारों की आवाज है, जो अपने प्रियजनों के बलिदान को न्याय के रूप में देखना चाहते हैं।

यूपी में कल से जंगी सायरन की गूंज, ब्लैकआउट की आशंका, पूरे प्रदेश में होगी मॉक ड्रिल









उत्तर प्रदेश में 7 मई 2025 को एक अभूतपूर्व सुरक्षा अभ्यास की तैयारी है। पूरे प्रदेश में सायरन की गूंज सुनाई देगी और कुछ इलाकों में ब्लैकआउट भी हो सकता है। यह मॉक ड्रिल, जो पहले केवल 19 जिलों तक सीमित थी, अब पूरे उत्तर प्रदेश में आयोजित होगी। आइए, इस महत्वपूर्ण पहल के बारे में विस्तार से जानें।

सुरक्षा के लिए बड़ा कदम

उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्देश पर यह मॉक ड्रिल आयोजित की जा रही है। पहले यह अभ्यास केवल 19 चिन्हित जिलों में होने वाला था, लेकिन सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए पूरे यूपी को इसमें शामिल करने का फैसला लिया गया। यह कदम आपातकालीन परिस्थितियों में नागरिकों और प्रशासन की तैयारियों को परखने के लिए उठाया गया है। डीजीपी ने कहा, “हम चाहते हैं कि हर जिला किसी भी संकट के लिए तैयार रहे। यह अभ्यास हमें कमियों को पहचानने और उन्हें सुधारने का मौका देगा।”

सायरन और ब्लैकआउट: क्या है योजना?

7 मई को सुबह से ही पूरे प्रदेश में सायरन बजाए जाएंगे, जो युद्ध जैसी आपात स्थिति का संकेत देंगे। कुछ क्षेत्रों में बिजली कटौती या ब्लैकआउट की स्थिति भी बनाई जा सकती है ताकि आपातकाल में बिजली प्रबंधन और जनता की प्रतिक्रिया का आकलन किया जा सके। यह मॉक ड्रिल सिविल डिफेंस, पुलिस, और अन्य आपदा प्रबंधन इकाइयों के बीच तालमेल को भी जांचेगी। नागरिकों से अपील की गई है कि वे घबराएं नहीं और इस अभ्यास में सहयोग करें।

नागरिकों की भूमिका और तैयारियां

इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य न केवल प्रशासन की तैयारियों को परखना है, बल्कि आम नागरिकों को भी आपात स्थिति के लिए जागरूक करना है। प्रशासन ने स्कूलों, कॉलेजों, और सार्वजनिक स्थानों पर जागरूकता अभियान शुरू किए हैं। लोगों को सलाह दी गई है कि सायरन सुनते ही वे सुरक्षित स्थानों की ओर जाएं और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। यह अभ्यास भविष्य में किसी भी संकट से निपटने के लिए जनता और सरकार को एकजुट करने का प्रयास है।

क्यों जरूरी है यह मॉक ड्रिल?

आज के दौर में प्राकृतिक आपदाओं से लेकर मानव-निर्मित संकटों तक, किसी भी समय आपात स्थिति उत्पन्न हो सकती है। उत्तर प्रदेश जैसे बड़े और घनी आबादी वाले राज्य में, ऐसी तैयारियां और भी महत्वपूर्ण हो जाती हैं। यह मॉक ड्रिल न केवल सुरक्षा बलों की क्षमता को परखेगी, बल्कि नागरिकों में जागरूकता और आत्मविश्वास भी बढ़ाएगी। डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि हर नागरिक और हर जिला किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहे।”

CRPF जवान ने लगाया पुश्तैनी भूमि पर अवैध कब्ज़े का आरोप, समाधान दिवस मे लगाई गुहार

सीआरपीएफ प्रशिक्षण केन्द्र अमेठी मे स्टैनो के पद पर कार्यरत नगर निवासी मौहम्मद आलम ने समाधान दिवस मे पहुंचकर अधिकारियों से गुहार लगाते हुए कुछ लोगों पर उनकी पत्नी आसमा के नाम पर दर्ज पुश्तैनी भूमि पर अवैध क़ब्जा किए जाने का आरोप लगाया है।

मौहम्मद आलम ने मीडियाकर्मियों से वार्ता के दौरान बताया कि उनके स्वर्गीय ससुर अज़मत खां पुत्र दुल्हा ख़ां ने अपनी पुश्तैनी ज़मीन मे से उपहार स्वरूप अपनी बेटी पीड़ित मौहम्मद आलम की पत्नी आसमा के नाम पर आराज़ी गाटा संख्या 200 मि रकबा 0.220 है0 संशोधित रकबा 0.020 है0 स्थित मौजा नागलिया नारायण तहसील ठाकुरद्वारा ज़िला मुरादाबाद का वसीयतनामा कराया था,जिसके बाद से उक्त भूमि से संबंधित सभी सरकारी अभिलेखों मे मौहम्मद आलम की पत्नी आसमा का नाम उक्त भूमि पर मालिकाना हक़ से चलता चला आ रहा है।

,लेकिन नगर के कुछ दबंग किस्म के भूमाफिया राजनीतिक संरक्षण के चलते उसकी भूमि को अपनी भूमि मे शामिल करके उसपर अवैध निर्माण करा रहे हैं। जिसकी शिकायत पीड़ित मौहम्मद आलम द्वारा स्थानीय प्रशासन से की जा चुकी है।आज समाधान दिवस के मौके पर मौहम्मद आलम व उनकी पत्नी ने अधिकारियों के समक्ष पेश होकर भूमि को कब्ज़ा मुक्त कराए जाने की गुहार लगाई है।मौके पर मौजूद अधिकारियों ने अभिलेखों का बारीकी से आंकलन कर निष्पक्ष कार्यवाही का भरोसा दिलाया है।

DM की दख़ल के बाद रुका अवैध निर्माण

पीड़ित CRPF स्टैनो मौहम्मद आलम ने बताया कि उन्होंने उक्त प्रकरण के बारे मे अपने विभागीय अधिकारी पुलिस उपमहानिरीक्षक रिकूट प्रशिक्षण केंद्र सीआरपीएफ त्रिसुंडी ज़िला अमेठी को अवगत कराया,जिसके बाद विभागीय अधिकारियों द्वारा जिलाधिकारी मुरादाबाद के संज्ञान मे मामला आने पर जिलाधिकारी मुरादाबाद ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मौखिक आदेश के आधार पर स्थानीय प्रशासन को आदेश देकर उक्त निर्माण कार्य को रुकवा दिया है।

कभी भी हो सकती है अनहोनी

पीड़ित CRPF स्टैनो मौहम्मद आलम ने बताया कि उनकी पत्नी के नाम पर दर्ज पुश्तैनी भूमि पर अवैध कब्जा करने वाले लोग दबंग प्रवृति के हैं जो उन्हें कभी भी नुकसान पहुंचा सकते हैं,पीड़ित का कहना है कि उक्त भूमाफिया उन्हें झूठे जालसाज़ मुकदमों मे फंसाने के लिए षडयंत्र रच रहे हैं।पीड़ित मौहम्मद आलम का कहना है कि उनका जीवन देश सेवा के लिए समर्पित है ऐसे मे उन्हें स्थानीय प्रशासन से न्याय की पूर्ण उम्मीद है लेकिन भूमाफियाओं की दबंगई के चलते उन्हें मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है।

सास और दामाद को पुलिस ने गिरफ्तार, सास ने बताई दामाद संग भागने की बड़ी वजह

अलीगढ़। सास और दामाद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि जैसे ही दोनों ने अपना मोबाइल फोन ऑन किया, पुलिस को उनकी लोकेशन मिल गई। इसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए छापा मारा और दोनों को नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया।

सास ने बताई चौंकाने वाली सच्चाई

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अपनी बेटी के होने वाले दामाद के साथ भागी सास ने पुलिस को दिए बयान में चौंकाने वाली बात बताई। महिला का कहना है कि राहुल (बेटी का होने वाला दामाद) के साथ उसकी बेटी की शादी तय की गई थी, लेकिन इसके कुछ दिन बाद ही उसका पति उस पर शक करने लगा और मारपीट करता था।

जिद पर अड़ी है सास

दोनों को अलीगढ़ के पुलिस स्टेशन पर लाया गया है, जहां दोनों के घर वाले मौजूद हैं। हालांकि दोनों अभी भी साथ रहने की जिद पर अड़े हुए हैं। पुलिस स्टेशन के बाहर बड़ी संख्या में लोग भी मौजूद हैं।

जागरण में डीजे बंद कराने पहुंचे पुलिसकर्मियों पर हमला, 7 गिरफ्तार

देहरादून के हर्रावाला क्षेत्र में एक जागरण के दौरान तेज आवाज में डीजे बजाने को लेकर उपजे विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। इस घटना में सात लोगों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर सरकारी कार्य में बाधा डाली, जिसके बाद डोईवाला पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। यह घटना स्थानीय समुदाय और कानून व्यवस्था के बीच तनाव को उजागर करती है।

क्या हुआ था उस रात?

14 अप्रैल 2025 की रात, हर्रावाला चौकी पर तैनात कांस्टेबल आशीष राठी और मंजीत कुमार को कंट्रोल रूम से सूचना मिली कि माता मंदिर, हर्रावाला में जागरण के दौरान तेज आवाज में डीजे बजाया जा रहा है। दोनों पुलिसकर्मी तुरंत मौके पर पहुंचे और आयोजकों से डीजे बंद करने को कहा। लेकिन यह अनुरोध विवाद का कारण बन गया। वहां मौजूद कुछ लोगों, जिनमें अनिल कुमार, निखिल कुमार उर्फ निक्कू, सागर, साहिल वर्मा उर्फ गोलू, विनय पासवान, अंकित पासवान और सौरभ शामिल थे, ने पुलिसकर्मियों के साथ बदसलूकी शुरू कर दी। 

स्थिति तब और बिगड़ गई जब आरोपियों ने पुलिसकर्मियों पर शारीरिक हमला किया, गाली-गलौच की और जान से मारने की धमकी दी। कांस्टेबल आशीष के सिर पर चोट आई, और जब उन्होंने घटना का वीडियो बनाने की कोशिश की, तो आरोपियों ने उनका मोबाइल छीनकर तोड़ दिया। आयोजकों ने जागरण के लिए ली गई अनुमति के नियमों का भी उल्लंघन किया था, जिसने मामले को और गंभीर बना दिया।

स्थिति तब और बिगड़ गई जब आरोपियों ने पुलिसकर्मियों पर शारीरिक हमला किया, गाली-गलौच की और जान से मारने की धमकी दी। कांस्टेबल आशीष के सिर पर चोट आई, और जब उन्होंने घटना का वीडियो बनाने की कोशिश की, तो आरोपियों ने उनका मोबाइल छीनकर तोड़ दिया। आयोजकों ने जागरण के लिए ली गई अनुमति के नियमों का भी उल्लंघन किया था, जिसने मामले को और गंभीर बना दिया।

16 अप्रैल 2025 को, पुलिस ने दिल्ली फार्म, हर्रावाला से सातों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए लोगों में 47 वर्षीय अनिल कुमार से लेकर 19 वर्षीय साहिल वर्मा उर्फ गोलू शामिल हैं। सभी आरोपी हर्रावाला और आसपास के क्षेत्रों के निवासी हैं।

कानून व्यवस्था पर सवाल

यह घटना न केवल कानून व्यवस्था की चुनौतियों को दर्शाती है, बल्कि सामुदायिक आयोजनों में नियमों के पालन की आवश्यकता को भी रेखांकित करती है। जागरण जैसे धार्मिक आयोजनों में तेज आवाज और शोर को लेकर अक्सर शिकायतें मिलती हैं, लेकिन इस तरह की हिंसक प्रतिक्रिया चिंता का विषय है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि ऐसी घटनाएं समुदाय और पुलिस के बीच विश्वास को कमजोर कर सकती हैं। 

कांग्रेसियों ने मनाई भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का पुष्प श्रद्धांजलि अर्पित की गई

कांग्रेसियों ने डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई गई। सभी कार्यकर्ताओं ने बाबा साहब अंबेडकर के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके पद चिन्हों पर चलने की शपथ ली।
नगर के यूथ कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई गई। सभी कार्यकर्ताओं ने बाबा साहब अंबेडकर के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके पद चिन्हों पर चलने की शपथ ली। यूथ कांग्रेस अध्यक्ष लारेब मंसूरी के ने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर ने भारत संविधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस मौके पर पूर्व नगर अध्यक्ष सादिक सिद्दीकी ने कहा कि आज हमें सभी को भीमराव अंबेडकर के रास्ते पर चलना चाहिए, ताकि प्रदेश व देश तरक्की की राह पर चलेगा। वही कांग्रेस नेता शाफेज़ खान ने बताया कि देशभर में आज बड़े ही सम्मान और श्रद्धा के साथ डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई जा रही है. बाबा साहेब प्रखर विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनेता और समाज सुधारक थे. उन्होंने अपना पूरा जीवन सामाजिक समानता और इंसाफ की लड़ाई के लिए समर्पित कर दिया था. उनका जन्म 14 अप्रैल 1981 को मध्य प्रदेश के महू में हुआ था. डॉ. अंबेडकर ने जीवन भर छुआछूत, जातिगत भेदभाव और सामाजिक असमानता के खिलाफ आवाज बुलंद की. आज के दिन हम न केवल उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, बल्कि उनके विचारों से प्रेरणा लेकर समाज में सकारात्मक बदलाव की ओर कदम बढ़ा सकते हैं।
उधर नगर के ही कांग्रेस सेवादल कार्यलय पर भी बाबा साहब भीमराव अंबेडकर प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की की गई पीसीसी सदस्य संजीव सिंघल,,डॉक्टर हनीफ,डॉक्टर बाबू, जहांगीर कुरैशी,अब्दुल्ला अंसारी ,ब्लॉक अध्यक्ष कांग्रेस सेवादल अनुज वाल्मीकि, शोएब अख्तर, याकूब कुरैशी इस्लाम सलमानी ज़ुबैर आलम सभासद वसीम अहमद, नौशाद शरीफ आज़ाद आदि मौजूद रहे।