बच्चा लेकर प्रेमी के दरवाजे पर पहुंची प्रेमिका, पत्नी बोली– मेरा पति बेकसूर, ये जबरन पड़ रही है गले!

उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के टोड़ीफतेहपुर क्षेत्र में स्थित रेवन गांव में एक अनोखा प्रेम त्रिकोण सामने आया है, जिसने पूरे इलाके में हलचल मचा दी है। पिछले दो दिनों से एक महिला अपने नन्हे बच्चे को गोद में लिए एक पुरुष के घर के बाहर डेरा डाले बैठी है। उसका दावा है कि वह उस पुरुष की प्रेमिका है, जिसने पहले उसे प्यार के जाल में फंसाया और फिर धोखा दिया। महिला के अनुसार, साल 2022 में उसकी शादी मध्य प्रदेश के छतरपुर में हुई थी, लेकिन उसके प्रेमी के साथ उसका रिश्ता शादी के बाद भी जारी रहा। प्रेमी के कहने पर वह छतरपुर से झांसी के गुरसरांय आ गई, जहां उसने एक बच्चे को जन्म दिया।

महिला का कहना है कि 15 जुलाई को उसका प्रेमी रेवन गांव जाने की बात कहकर निकला, लेकिन फिर लौटा नहीं। जब वह रेवन गांव पहुंची, तो उसे पता चला कि उसके प्रेमी ने डेढ़ साल पहले दूसरी शादी कर ली है। अब वह अपने बच्चे के साथ इंसाफ की गुहार लगा रही है। उसने कहा, “या तो मेरा प्रेमी मुझे वापस लाए, या मैं यहीं डटकर रहूंगी।” महिला का यह भी आरोप है कि जब उसने अपने माता-पिता को प्रेमी की हरकतों के बारे में बताने की कोशिश की, तो उसे धमकियां मिलीं। वह अब अपने बच्चे के भविष्य के लिए न्याय मांग रही है।

पत्नी का जवाब: आरोप बेबुनियाद, बदनामी की साजिश

दूसरी ओर, पुरुष की पत्नी ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि वह और उनके पति पिछले दो साल से रेवन गांव में खुशी-खुशी रह रहे हैं। पत्नी ने बताया कि उनके पति गांव में टेंट की दुकान चलाते हैं और उनका वैवाहिक जीवन पूरी तरह सामान्य है। उन्होंने गुस्से में कहा, “अचानक यह महिला हमारे घर आई और दावा करने लगी कि मेरे पति से उसका रिश्ता है। हमने कहा, कोई सबूत दिखाओ, लेकिन वह कुछ नहीं दिखा सकी। अगर मेरे पति का कोई गलत काम होता, तो मुझे या मेरे परिवार को पता होता।”

पत्नी ने यह भी कहा कि उन्होंने पुलिस को इस मामले की जानकारी दे दी है और अगर उनके पति ने कुछ गलत किया है, तो वह उनके खिलाफ हैं। पत्नी का आरोप है कि यह महिला उनके परिवार की बदनामी करने की कोशिश कर रही है।

पुलिस जांच और गांव में चर्चा

इस मामले ने रेवन गांव में तूल पकड़ लिया है। स्थानीय लोग इस ड्रामे को लेकर तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। कुछ लोग महिला के दावों को सच मान रहे हैं, तो कुछ पत्नी के पक्ष में खड़े हैं। पुलिस क्षेत्राधिकारी मऊरानीपुर ने बताया कि महिला की शादी छतरपुर में हुई थी, और वहां उसके गायब होने की शिकायत दर्ज है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

यह प्रेम त्रिकोण अब गांव की गलियों से निकलकर सोशल मीडिया तक पहुंच चुका है। लोग इस मामले पर तरह-तरह की टिप्पणियां कर रहे हैं। कोई इसे प्यार में धोखे की कहानी बता रहा है, तो कोई इसे सामाजिक तमाशा करार दे रहा है। पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही सच्चाई सामने आएगी। तब तक यह मामला रेवन गांव और आसपास के इलाकों में चर्चा का विषय बना रहेगा।

ठाकुरद्वारा में DM के आदेश के बाद मचा हड़कंप,अवैध दुकानों पर चला बुलडोजर

जिलाधिकारी के निर्देश पर नगर पालिका सीमा के अंतर्गत ग्राम समाज की भूमि पर किए गए अवैध कब्जों को हटाने के लिए शनिवार को एक बड़ी कार्रवाई अमल में लाई गई। प्रशासन ने बार-बार चेतावनी देने के बावजूद अवैध कब्जाधारियों द्वारा कब्जा नहीं हटाए जाने पर कड़ी कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपये की सरकारी भूमि पर बनी दुकानों को जेसीबी मशीनों की सहायता से ध्वस्त कर दिया। इस कार्रवाई से नगर में हड़कंप मच गया, और अवैध निर्माणों के खिलाफ प्रशासन की सख्ती का संदेश स्पष्ट हो गया।

कदीर तिराहा पर अवैध दुकानों पर चला बुलडोजर

नगर के कदीर तिराहा क्षेत्र में ग्राम समाज की करोड़ों रुपये की कीमती भूमि पर कुछ लोगों ने अवैध रूप से कब्जा कर दुकानों का निर्माण कर लिया था। जिला अधिकारी के स्पष्ट आदेश पर एसडीएम प्रीति सिंह के नेतृत्व में प्रशासनिक टीम ने इस सरकारी संपत्ति को कब्जामुक्त करने का अभियान शुरू किया। जानकारी के अनुसार, अवैध कब्जाधारियों को पहले ही नोटिस जारी कर कब्जा हटाने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन उनकी ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई।

शनिवार दोपहर बाद एसडीएम प्रीति सिंह, नायब तहसीलदार आदित्य कुमार, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक जसपाल सिंह ग्वाल, उपनिरीक्षक बलराम सिंह दीक्षित, क्राइम इंस्पेक्टर संजय शुक्ला, नगर पालिका के बड़े बाबू विजयपाल सिंह, दीपक कुमार, अर्जुन सहित अन्य कर्मचारियों की मौजूदगी में जेसीबी मशीनों के साथ मौके पर पहुंचकर अवैध निर्माणों को ध्वस्त करना शुरू किया गया।

इस दौरान हाजी मुख्तियार सैफी और समीर सैफी ने दुकानों को अपनी निजी भूमि पर निर्मित बताकर विरोध जताया। उन्होंने वर्ष 2005 का एक स्थानांतरण आदेश दिखाने का प्रयास भी किया, लेकिन अधिकारियों ने इसे यह कहकर अस्वीकार कर दिया कि सरकारी भूमि पर कोई स्थानांतरण आदेश मान्य नहीं है। देखते ही देखते उनकी दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया। इसके बाद पास ही में हाजी उस्मान ऐसी की चार दुकानों को भी जेसीबी से तोड़ दिया गया।

कब्जाधारियों ने लगाया गैरकानूनी कार्रवाई का आरोप

हाजी मुख्तियार सैफी और समीर सैफी ने कार्रवाई को गैरकानूनी करार देते हुए दावा किया कि उक्त दुकानें उनकी निजी भूमि पर बनी थीं। उनका कहना है कि प्रशासन ने बिना किसी पूर्व सूचना या वैधानिक प्रक्रिया का पालन किए उनकी दुकानों को तोड़ दिया। उन्होंने भूमि के दस्तावेज और स्थानांतरण आदेश की कॉपी दिखाने की कोशिश की, लेकिन अधिकारियों ने इसे स्वीकार नहीं किया। कब्जाधारियों ने कहा कि वे इस मामले में उच्च अधिकारियों से संपर्क करेंगे और अपनी बात रखेंगे। इस कार्रवाई ने स्थानीय लोगों में चर्चा का विषय बना दिया है, और कई लोग प्रशासन की इस सख्ती को सरकारी संपत्ति की रक्षा के लिए जरूरी बता रहे हैं, जबकि कुछ इसे एकतरफा कार्रवाई मान रहे हैं।

ठाकुरद्वारा में अवैध रूप से बनी दुकानों पर चला बाबा का बुलडोजर

पंडित अनिल शर्मा मुरादाबाद जनपद मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा शहर में शनिवार को एक बड़े अभियान के तहत अवैध निर्माण के खिलाफ बुलडोजर ने जोरदार दस्तक दी। जिलाधिकारी के स्पष्ट निर्देशों के बाद राजस्व विभाग और नगर पालिका की संयुक्त टीम ने शहर के कई इलाकों में अवैध ढांचों को ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई न केवल अवैध कब्जों को हटाने का संदेश देती है, बल्कि भविष्य में ऐसी गतिविधियों पर और सख्ती की चेतावनी भी देती है। स्थानीय निवासियों और दुकानदारों में इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया, खासकर उन लोगों में जो बिना अनुमति के निर्माण कर रहे थे।

शहर के प्रमुख स्थानों, जैसे चलचित्र चौराहा और कदीर तिराहा, इस अभियान का केंद्र रहे। राजस्व विभाग, नगर पालिका और पुलिस बल की संयुक्त टीम ने सुबह-सुबह कार्रवाई शुरू की। दुकानदारों से उनके दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा गया, लेकिन कई लोग वैध कागजात पेश नहीं कर सके। कदीर तिराहे पर कई दुकानों को बुलडोजर की मदद से तत्काल ध्वस्त कर दिया गया। इस दौरान भारी पुलिस बल की मौजूदगी ने किसी भी बड़े विरोध को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। नायब तहसीलदार आदित्य कुमार, जो इस अभियान का नेतृत्व कर रहे थे, ने स्पष्ट किया कि प्रशासन उच्चाधिकारियों के आदेशों का सख्ती से पालन करेगा, और कोई भी अवैध निर्माण बख्शा नहीं जाएगा।

स्थानीय नेता का विरोध, फिर भी कार्रवाई जारी

कदीर तिराहे पर आरएलडी नेता हाजी मुख्तार सैफी की दुकानों को तोड़ने के दौरान मामूली तनाव देखने को मिला। हाजी मुख्तार ने दावा किया कि उनकी संपत्ति पर 2005 का सिविल कोर्ट का आदेश है, जो किसी को भी उनकी जमीन में हस्तक्षेप करने से रोकता है। हालांकि, नायब तहसीलदार ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि उच्चाधिकारियों के निर्देश सर्वोपरि हैं। इसके बाद उनकी दुकानों को भी पलक झपकते ही ध्वस्त कर दिया गया। हाजी मुख्तार ने इस कार्रवाई के खिलाफ न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की बात कही है। इस बीच, पालिकाध्यक्ष इरफान सैफी की दुकानों पर भी बुलडोजर चला, जिससे यह साफ हो गया कि प्रशासन किसी के रसूख को नहीं देखेगा।

भविष्य में और सख्ती की तैयारी

इस कार्रवाई के बाद नायब तहसीलदार आदित्य कुमार ने बताया कि अवैध निर्माण की जांच का सिलसिला शुरू हो चुका है और यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। राजस्व विभाग और नगर पालिका प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है। इस दौरान अधिशासी अधिकारी रजनी सिंह और कोतवाली प्रभारी जसपाल सिंह ग्वाल की मौजूदगी ने कार्रवाई को और प्रभावी बनाया। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से अवैध कब्जों पर अंकुश लगेगा। यह अभियान न केवल शहर की अव्यवस्था को कम करने में मदद करेगा, बल्कि प्रशासन की निष्पक्षता को भी दर्शाता है।

ठाकुरद्वारा में अवैध रूप से बनी दुकानों पर चला बाबा का बुलडोजर

पंडित अनिल शर्मा मुरादाबाद जनपद मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा शहर में शनिवार को एक बड़े अभियान के तहत अवैध निर्माण के खिलाफ बुलडोजर ने जोरदार दस्तक दी। जिलाधिकारी के स्पष्ट निर्देशों के बाद राजस्व विभाग और नगर पालिका की संयुक्त टीम ने शहर के कई इलाकों में अवैध ढांचों को ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई न केवल अवैध कब्जों को हटाने का संदेश देती है, बल्कि भविष्य में ऐसी गतिविधियों पर और सख्ती की चेतावनी भी देती है। स्थानीय निवासियों और दुकानदारों में इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया, खासकर उन लोगों में जो बिना अनुमति के निर्माण कर रहे थे।

शहर के प्रमुख स्थानों, जैसे चलचित्र चौराहा और कदीर तिराहा, इस अभियान का केंद्र रहे। राजस्व विभाग, नगर पालिका और पुलिस बल की संयुक्त टीम ने सुबह-सुबह कार्रवाई शुरू की। दुकानदारों से उनके दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा गया, लेकिन कई लोग वैध कागजात पेश नहीं कर सके। कदीर तिराहे पर कई दुकानों को बुलडोजर की मदद से तत्काल ध्वस्त कर दिया गया। इस दौरान भारी पुलिस बल की मौजूदगी ने किसी भी बड़े विरोध को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। नायब तहसीलदार आदित्य कुमार, जो इस अभियान का नेतृत्व कर रहे थे, ने स्पष्ट किया कि प्रशासन उच्चाधिकारियों के आदेशों का सख्ती से पालन करेगा, और कोई भी अवैध निर्माण बख्शा नहीं जाएगा।

स्थानीय नेता का विरोध, फिर भी कार्रवाई जारी

कदीर तिराहे पर आरएलडी नेता हाजी मुख्तार सैफी की दुकानों को तोड़ने के दौरान मामूली तनाव देखने को मिला। हाजी मुख्तार ने दावा किया कि उनकी संपत्ति पर 2005 का सिविल कोर्ट का आदेश है, जो किसी को भी उनकी जमीन में हस्तक्षेप करने से रोकता है। हालांकि, नायब तहसीलदार ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि उच्चाधिकारियों के निर्देश सर्वोपरि हैं। इसके बाद उनकी दुकानों को भी पलक झपकते ही ध्वस्त कर दिया गया। हाजी मुख्तार ने इस कार्रवाई के खिलाफ न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की बात कही है। इस बीच, पालिकाध्यक्ष इरफान सैफी की दुकानों पर भी बुलडोजर चला, जिससे यह साफ हो गया कि प्रशासन किसी के रसूख को नहीं देखेगा।

भविष्य में और सख्ती की तैयारी

इस कार्रवाई के बाद नायब तहसीलदार आदित्य कुमार ने बताया कि अवैध निर्माण की जांच का सिलसिला शुरू हो चुका है और यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। राजस्व विभाग और नगर पालिका प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है। इस दौरान अधिशासी अधिकारी रजनी सिंह और कोतवाली प्रभारी जसपाल सिंह ग्वाल की मौजूदगी ने कार्रवाई को और प्रभावी बनाया। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से अवैध कब्जों पर अंकुश लगेगा। यह अभियान न केवल शहर की अव्यवस्था को कम करने में मदद करेगा, बल्कि प्रशासन की निष्पक्षता को भी दर्शाता है।

14 वर्षीय बेटी की हत्या करने वाली मां को उम्रकैद,बेटी ने मां को देखा था आपत्तिजनक हालत में

अमरोहा: हसनपुर के मोहल्ला काला शहीद में दो साल पहले 14 वर्षीय बेटी खुशबू वर्मा की गला दबाकर हत्या करने वाली मां रानी वर्मा को कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। इसके साथ ही 20 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। यह जघन्य अपराध तब हुआ जब खुशबू ने अपनी मां और उसके प्रेमी को आपत्तिजनक हालत में देख लिया था, जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई। हालांकि, साक्ष्यों के अभाव में कोर्ट ने रानी के प्रेमी अनिल को दोषमुक्त कर दिया है। इस मामले ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी थी, और अब कोर्ट के फैसले ने समाज में एक कड़ा संदेश दिया है।

मामले की सुनवाई अपर सत्र न्यायाधीश विशेष पॉक्सो एक्ट द्वितीय की अदालत में हुई। दो साल के भीतर कुल 67 तारीखों पर सुनवाई के बाद शुक्रवार को अंतिम फैसला सुनाया गया। अभियोजन पक्ष की ओर से सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता नितिन बंसल ने पैरवी की। कोर्ट ने साक्ष्यों और सबूतों के आधार पर रानी वर्मा को दोषी ठहराया, जबकि अनिल को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया। कोर्ट ने अपनी टिप्पणी में कहा कि एक मां द्वारा अपनी बेटी की हत्या करना मानवता को शर्मसार करने वाला क्रूर और गंभीर अपराध है।

घटना का विवरण और जांच

घटना 20 दिसंबर 2023 की है, जब रानी वर्मा ने अपनी 14 वर्षीय बेटी खुशबू की गला दबाकर हत्या कर दी थी। रानी मूल रूप से गंगाचोली गांव की रहने वाली थी और अपने पति सुशील वर्मा से मनमुटाव के बाद बेटे वंश और बेटी खुशबू के साथ हसनपुर में किराये के मकान में रह रही थी। उस समय वंश संभल गया हुआ था। 21 दिसंबर की सुबह 6:30 बजे रानी ने खुशबू की हत्या की और परिजनों व मोहल्ले वालों को गुमराह करने के लिए उसे निजी अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

रानी ने मोहल्ले में अफवाह फैलाई कि खुशबू ने घर में फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली। हालांकि, पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया, जिसमें गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई। खुशबू के पिता सुशील वर्मा ने रानी और उसके प्रेमी अनिल के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। तत्कालीन इंस्पेक्टर सुशील कुमार वर्मा ने 199 पेज का आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल किया। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था, हालांकि बाद में वे जमानत पर रिहा थे।

पिता की पीड़ा और इंसाफ की जीत

खुशबू के पिता सुशील वर्मा ने कोर्ट के फैसले के बाद कहा कि उनकी बेटी को आखिरकार इंसाफ मिल गया। उन्होंने बताया कि वह अपनी बेटी से बहुत प्यार करते थे, लेकिन रानी की हरकतों ने उनके परिवार को बर्बाद कर दिया। सुशील ने बताया कि रानी के प्रेमी अनिल का उनके घर आना-जाना था, जिसका वह विरोध करते थे। इस वजह से रानी ने बच्चों को लेकर उनसे अलग रहना शुरू कर दिया था। सुशील ने कहा, “अगर मुझे थोड़ा भी एहसास होता, तो मैं अपनी बेटी को रानी के पास कभी नहीं छोड़ता।” इस फैसले ने सुशील को अपनी बेटी की हत्या का न्याय दिलाया, लेकिन उनके मन में अपनी बेटी को खोने का दर्द हमेशा रहेगा।

गन्ने के खेत में छिपा था संदिग्ध… ग्रामीणों ने दबोचा, इलाके में मच गया ड्रोन चोर पकड़ने शोर

बरेली: बरेली के रिठौरा क्षेत्र में शुक्रवार को ड्रोन की दहशत के बीच ग्रामीणों ने एक संदिग्ध युवक को पकड़ लिया। यह युवक गन्ने के खेत में छिपकर बैठा था, जिसके बाद इलाके में ‘ड्रोन वाला चोर’ पकड़े जाने का शोर मच गया। देखते ही देखते ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। सूचना पर रिठौरा चौकी से पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में युवक ने खुद को बिहार का निवासी बताया। ग्रामीणों का कहना है कि यह व्यक्ति पिछले दो दिनों से क्षेत्र में देखा जा रहा था और गन्ने के खेत में छिपा हुआ था। थानाध्यक्ष पवन कुमार सिंह ने बताया कि व्यक्ति भटककर बरेली पहुंचा है और उससे पूछताछ जारी है। इस घटना ने क्षेत्र में ड्रोन के उड़ने से उत्पन्न दहशत को और बढ़ा दिया है। लोग डर के साये में जी रहे हैं और रात को जागकर पहरा दे रहे हैं। पुलिस ने ग्रामीणों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।

मीरगंज क्षेत्र में ड्रोन का खौफ: ग्रामीण रातभर पहरा दे रहे

मीरगंज तहसील क्षेत्र के थाना मीरगंज, फतेहगंज पश्चिमी, शाही और शीशगढ़ इलाकों में रात के समय ड्रोन उड़ने की खबरों ने लोगों में दहशत फैला दी है। ग्रामीण पूरी रात जागकर अपने गांवों की निगरानी कर रहे हैं। कई लोगों ने ड्रोन के उड़ने का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया है। ग्रामीणों का कहना है कि ड्रोन की मौजूदगी से चोरी या अन्य अपराध की आशंका बढ़ गई है। हालांकि, पुलिस इन खबरों को अफवाह करार दे रही है। पुलिस का कहना है कि ड्रोन उड़ने की बात निराधार है और लोग बेवजह डर रहे हैं। पुलिस ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि को देखते ही तुरंत पुलिस से संपर्क करें। इसके बावजूद, क्षेत्र में डर का माहौल बना हुआ है और लोग रात को अपने घरों और खेतों की सुरक्षा के लिए सतर्कता बरत रहे हैं।

शाही थाना क्षेत्र में ड्रोन की अफवाह: पुलिस ने दी चेतावनी

शाही थाना क्षेत्र के गांव दुनका, सुल्तानपुर, बसावनपुर, सीहोर और संग्रामपुर में ग्रामीण रोजाना ड्रोन उड़ने की बात कर रहे हैं। उनका कहना है कि रात के समय आसमान में ड्रोन की रोशनी दिखाई देती है, जिससे लोग डरे हुए हैं। ग्रामीणों का मानना है कि ड्रोन का इस्तेमाल चोरी या अन्य आपराधिक गतिविधियों के लिए किया जा रहा है। दूसरी ओर, पुलिस ने इसे पूरी तरह से अफवाह बताया है। पुलिस का कहना है कि इस तरह की कोई गतिविधि उनके संज्ञान में नहीं है। थाना प्रभारी ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि अनावश्यक दहशत फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। ग्रामीणों से शांति बनाए रखने और पुलिस के साथ सहयोग करने की अपील की गई है।

यूपी में मानसूनी आफत, 18 जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट, बिजली गिरने की चेतावनी

उत्तर प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है, और अगले 24 घंटों में राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश की संभावना जताई गई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 18 जिलों के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें पूर्वी और दक्षिणी यूपी के जिले शामिल हैं। यह मौसमी बदलाव उत्तरी बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण हो रहा है, जो उत्तर-पश्चिमी दिशा में बढ़ रहा है।

यह क्षेत्र मानसूनी हवाओं को और सक्रिय कर रहा है, जिससे शुक्रवार से बारिश की तीव्रता बढ़ने की संभावना है। इसके अलावा, एक ट्रफ लाइन श्रीगंगानगर, सिरसा, और मेरठ से होकर गुजर रही है, जिसने पश्चिमी यूपी में पहले ही भारी बारिश का दौर शुरू कर दिया है। गुरुवार सुबह तक मेरठ शहर में 108.6 मिमी, मवाना में 98.0 मिमी, और कासगंज में 71 मिमी बारिश दर्ज की गई। यह स्थिति अब पूर्वी और मध्य यूपी की ओर बढ़ रही है, जहां हल्की से मध्यम और कुछ जगहों पर भारी बारिश की उम्मीद है।

प्रभावित क्षेत्र और जनजीवन पर असर

पश्चिमी यूपी में बीते दिन हुई भारी बारिश ने कई क्षेत्रों में जनजीवन को प्रभावित किया है। मेरठ, बागपत, और सहारनपुर जैसे जिलों में सड़कों पर जलभराव की स्थिति बनी हुई है, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों में पानी भरने से फसलों को नुकसान की आशंका बढ़ गई है। विशेष रूप से धान और गन्ने की फसलों पर इसका असर देखा जा रहा है।

मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे खेतों में जल निकासी की उचित व्यवस्था करें। इसके अलावा, शहरी क्षेत्रों में नालों की सफाई न होने के कारण जलभराव की समस्या और गंभीर हो गई है। प्रशासन ने स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा की है और लोगों से जरूरी होने पर ही घर से निकलने की अपील की है।

अगले 24 घंटों की चेतावनी और तैयारी

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 24 घंटों में लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, और गोरखपुर जैसे प्रमुख शहरों सहित पूर्वी और दक्षिणी यूपी में भारी बारिश हो सकती है। येलो अलर्ट के तहत लोगों को सतर्क रहने और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीमें तैनात की हैं और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री वितरित करने की तैयारी शुरू कर दी है। मौसम विभाग ने यह भी सुझाव दिया है कि लोग मौसम अपडेट्स के लिए नियमित रूप से समाचार और आईएमडी की वेबसाइट पर नजर रखें। यह बारिश जहां एक ओर गर्मी से राहत दे सकती है, वहीं बाढ़ और जलभराव जैसी समस्याओं को भी बढ़ा सकती है।

Kanwar Yatra: दिल्ली हाईवे पर बडे़ वाहनों पर रोक, तीसरे सोमवार के लिए पुलिस की तैयारियां जोरों पर

सावन माह के तीसरे सोमवार को लेकर पुलिस प्रशासन ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं। शुक्रवार शाम छह बजे से दिल्ली हाईवे पर रोडवेज बसों, निजी बसों और भारी वाहनों का संचालन पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा। इस दौरान मुरादाबाद से दिल्ली जाने वाली लेन में केवल कार जैसे हल्के वाहनों को अनुमति होगी, जबकि दिल्ली से मुरादाबाद वाली लेन को कांवड़ियों और उनके वाहनों के लिए आरक्षित रखा जाएगा। एसपी ट्रैफिक सुभाष चंद्र गंगवार ने बताया कि कांवड़ियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रविवार से छोटे वाहनों का आवागमन भी बंद किया जा सकता है। यह व्यवस्था सोमवार शाम पांच बजे तक लागू रहेगी। पुलिस ने यातायात को नियंत्रित करने और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए वैकल्पिक मार्गों की भी व्यवस्था की है।

रूट डायवर्जन: भारी वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग

ट्रैफिक डायवर्जन के तहत भारी वाहनों को बिलारी, सिरसी, संभल, गवां और बुलंदशहर के रास्ते दिल्ली और मेरठ भेजा जाएगा। इसी मार्ग से वाहनों की वापसी भी होगी। कांठ रोड पर भी भारी वाहनों का संचालन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। यह डायवर्जन शुक्रवार शाम से शुरू होकर सोमवार शाम पांच बजे तक प्रभावी रहेगा। पुलिस प्रशासन ने वैकल्पिक मार्गों पर यातायात को सुगम बनाने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही, कांवड़ियों के लिए सुरक्षित और निर्बाध आवागमन सुनिश्चित करने के लिए विशेष निगरानी की जाएगी। ट्रैफिक पुलिस ने यात्रियों से वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने और सहयोग करने की अपील की है।

रामपुर में भी कांवड़ यात्रा के लिए विशेष व्यवस्था

रामपुर में भी कांवड़ यात्रा के लिए शुक्रवार शाम से हाईवे और टांडा बाजपुर मार्ग पर भारी वाहनों के संचालन पर प्रतिबंध लागू कर दिया जाएगा। पुलिस प्रशासन ने ट्रैफिक डायवर्जन की तैयारियां शुरू कर दी हैं, जो शुक्रवार शाम से प्रभावी होने की संभावना है। सावन माह में कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को लेकर व्यापक इंतजाम किए हैं। कांवड़ियों की सुविधा के लिए मार्ग पर बैरियर, चेकपॉइंट और मेडिकल कैंप स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा, यातायात को सुचारू रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस कर्मियों की तैनाती की जाएगी। पुलिस प्रशासन ने श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों से सहयोग की अपील की है, ताकि यात्रा शांतिपूर्ण और सुरक्षित ढंग से संपन्न हो सके।

महक-परी के बाद अब गालीबाज़ यूट्यूबर आमिर गिरफ्तार, साधु-संतों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी का आरोप

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के पाकबड़ा थाना क्षेत्र में रहने वाले यूट्यूबर मोहम्मद आमिर को पुलिस ने 25 जुलाई 2025 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आमिर पर अपने यूट्यूब चैनल ‘TRT’ के माध्यम से साधु-संतों और देवी-देवताओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां करने और समाज में घृणा फैलाने का आरोप है। एक वायरल वीडियो में आमिर साधु के भेष में भद्दी गालियां देता दिखाई दिया, जिसने स्थानीय समुदाय में आक्रोश पैदा किया। इस वीडियो के वायरल होने के बाद मुरादाबाद के निवासी अमन ठाकुर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर मुरादाबाद पुलिस से कार्रवाई की मांग की थी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आमिर के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 296 (अश्लील कृत्य) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (IT Act) की धारा 67 (इलेक्ट्रॉनिक रूप से आपत्तिजनक सामग्री प्रसारित करना) के तहत मुकदमा दर्ज किया। जांच में आरोप सही पाए गए, जिसके बाद आमिर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

सामाजिक और धार्मिक संदर्भ

यह मामला धार्मिक संवेदनशीलता से गहराई से जुड़ा है। आमिर के वीडियो में साधु-संतों और देवी-देवताओं का अपमान किया गया, जिससे स्थानीय समुदाय में तीव्र आक्रोश फैल गया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कई यूजर्स ने मुरादाबाद पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की, लेकिन साथ ही यह भी मांग की कि इस तरह के भड़काऊ और आपत्तिजनक कंटेंट को रोकने के लिए और सख्त कदम उठाए जाएं। उत्तर प्रदेश में सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले कंटेंट के खिलाफ पुलिस का अभियान तेज है। हाल ही में मेरठ में 40 सोशल मीडिया अकाउंट्स के खिलाफ कार्रवाई इसका उदाहरण है। इस तरह की घटनाएं समाज में तनाव और विभाजन को बढ़ावा दे सकती हैं, जिसके चलते प्रशासन और पुलिस ऐसे मामलों को गंभीरता से ले रहे हैं।

कानूनी और सामाजिक प्रभाव

मोहम्मद आमिर की गिरफ्तारी ने सोशल मीडिया पर कंटेंट निर्माण और उसकी जिम्मेदारी को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव के साथ, इस तरह के मामलों में कानूनी कार्रवाई और जागरूकता दोनों की जरूरत है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने हाल के महीनों में ऐसे कई मामलों में त्वरित कार्रवाई की है, जिससे यह संदेश गया है कि धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले कंटेंट को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। X पर कई यूजर्स ने मांग की है कि यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स को भी ऐसी सामग्री की निगरानी के लिए और सख्त नीतियां लागू करनी चाहिए। इस घटना ने एक बार फिर सोशल मीडिया के दुरुपयोग और उससे उत्पन्न होने वाली सामाजिक चुनौतियों को उजागर किया है।

Moradabad News: ठाकुरद्वारा में बरामद हुआ मांस और हथियार, पूर्व जिला पंचायत सदस्य सहित आठ पर मुकदमा दर्ज

पंडित अनिल शर्मा मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में पुलिस ने गौवध निवारण अधिनियम और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए 125 किलोग्राम गौवंशीय मांस के साथ तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई ठाकुरद्वारा कोतवाली क्षेत्र में की गई, जहां पुलिस ने एक नीले रंग के छोटा हाथी वाहन से मांस, काटने के उपकरण, तराजू, बाट और अन्य सामग्री बरामद की। हालांकि, इस दौरान पांच अन्य आरोपी मौके से फरार होने में कामयाब रहे। पुलिस ने बरामद मांस का सैंपल जांच के लिए भेजा है और फरार आरोपियों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है।

मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई

ठाकुरद्वारा कोतवाली क्षेत्र में कांवड़ सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात उपनिरीक्षक कुलदीप कुमार को मुखबिर से सूचना मिली कि ग्राम काला झांडा की नहर पटरी के पास कुछ लोग एक वाहन में अवैध रूप से गौमांस ले जा रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने तत्काल कार्रवाई शुरू की और संदिग्ध वाहन (रजि. नं. UK18CA0743) को रोक लिया। वाहन रोकते ही उसमें सवार पांच लोग खेतों की ओर भाग निकले, लेकिन पुलिस ने कमरुद्दीन पुत्र अली हसन, अली हसन पुत्र अकबर अली, और गुलशन पुत्री अली हसन (तीनों निवासी ग्राम किशनपुर गांवड़ी) को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। वाहन की तलाशी में 125 किलोग्राम गौवंशीय मांस, एक कुल्हाड़ी, दो छुरियां, लकड़ी का गुटका, तराजू मय बाट, चार प्लास्टिक के कट्टे, और मांस ले जाने वाला वाहन बरामद किया गया। पुलिस ने बरामद सामान की वीडियोग्राफी भी कराई।

विश्व हिंदू परिषद ने जताया आक्रोश, फरार आरोपियों की तलाश जारी

गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे जंगल के पास खेत में गौवंशीय पशु का वध कर मांस बेचने की योजना बना रहे थे। इस घटना की सूचना मिलते ही विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और घटना पर कड़ा आक्रोश व्यक्त किया। कार्यकर्ताओं ने बताया कि इस क्षेत्र में गौवंशीय पशुओं के अवैध कटान की शिकायतें लंबे समय से मिल रही थीं। पुलिस ने मौके से फरार हुए आरोपियों की पहचान पूर्व जिला पंचायत सदस्य जरीफ मलिक, मोहम्मद उमर, मोहम्मद सगीर, शकील पुत्र जमील, और शमशुद्दीन पुत्र अली हसन के रूप में की है।

इनकी तलाश के लिए पुलिस ने छापेमारी तेज कर दी है। मौके पर पहुंचे उपमुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. शिवकुमार राणा ने बरामद मांस का सैंपल लिया, जिसे जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 3/5(क)/8 गौवध निवारण अधिनियम और धारा 11 पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के जिला विधिक प्रमुख साजन शर्मा, जिला मंत्री पंकज सिंह, नगर अध्यक्ष लकी चौहान, नगर उपाध्यक्ष अर्जुन सिंह, और पथरखेड़ा शिव मंदिर के महंत बच्चा बाबा भी मौके पर मौजूद रहे।