अंकिता भंडारी हत्याकांड में कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला: जानें कोर्ट ने क्या कहा

उत्तराखंड के बहुचर्चित Ankita Bhandari Murder Case ने देशभर में हलचल मचा दी थी। आज, कोटद्वार की अदालत ने इस मामले में बड़ा फैसला सुनाया, जिसने लाखों लोगों के दिलों को सुकून दिया। ADJ (अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश) Reena Negi की कोर्ट ने मुख्य आरोपी Pulkit Arya और सह-आरोपियों Ankit Gupta व Saurabh Bhaskar को दोषी ठहराते हुए आजीवन कठोर कारावास की सजा सुनाई। साथ ही, पीड़ित परिवार को ₹4 लाख का मुआवजा देने का आदेश भी जारी किया गया। यह फैसला न केवल Ankita Bhandari के परिवार के लिए, बल्कि समाज में न्याय की उम्मीद जगाने वालों के लिए भी एक मील का पत्थर है।

एक मासूम की दर्दनाक कहानी

Ankita Bhandari, उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल की एक साधारण लड़की, अपने सपनों को सच करने के लिए मेहनत कर रही थी। लेकिन 2022 में, एक रिसॉर्ट में काम करने के दौरान उसकी जिंदगी को क्रूरता से छीन लिया गया। इस मामले ने न केवल स्थानीय लोगों को झकझोरा, बल्कि पूरे देश में आक्रोश की लहर दौड़ा दी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर #JusticeForAnkita ट्रेंड करने लगा, और लोग सड़कों पर उतर आए। इस हत्याकांड ने महिलाओं की सुरक्षा और कार्यस्थल पर उनके अधिकारों को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए।

कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला

कोटद्वार की ADJ Reena Negi की अदालत में लंबी सुनवाई के बाद, Pulkit Arya, Ankit Gupta और Saurabh Bhaskar को भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत दोषी पाया गया। कोर्ट ने साक्ष्यों और गवाहों के बयानों के आधार पर यह साबित किया कि इन तीनों ने Ankita Bhandari की हत्या की साजिश रची और उसे अंजाम दिया। आजीवन कठोर कारावास की सजा के साथ-साथ, प्रत्येक दोषी पर भारी जुर्माना भी लगाया गया। इसके अलावा, कोर्ट ने पीड़ित परिवार के लिए ₹4 लाख के मुआवजे का आदेश दिया, जो उनके दुख को कम तो नहीं कर सकता, लेकिन यह एक छोटा-सा प्रयास है उनके प्रति संवेदना और समर्थन दिखाने का।

CM धामी खुद संभालेंगे प्रेमचंद अग्रवाल के विभाग, तीन माह में खाली करना होगा आवास

देहरादून : उत्तराखंड में हाल ही में एक बड़ा राजनीतिक बदलाव देखने को मिला है। राज्य के वित्त, शहरी विकास, आवास, जनगणना और संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने रविवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद सोमवार को मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने उनके मंत्री पद से हटाने की आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी।

प्रेमचंद अग्रवाल ने इस्तीफा देने के बाद मीडिया से संक्षिप्त बातचीत की और फिर सीधे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आवास पहुंचे, जहां उन्होंने अपना इस्तीफा सौंपा। इसके बाद यह इस्तीफा तुरंत राजभवन भेज दिया गया। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री की सहमति से यह फैसला लिया कि जब तक अगला आदेश नहीं आता, तब तक अग्रवाल के सभी विभागों की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी संभालेंगे।

इस घटना के साथ ही उत्तराखंड सरकार में एक और मंत्री पद खाली हो गया है। इससे पहले परिवहन मंत्री चंदन रामदास के निधन के बाद भी एक पद रिक्त हो गया था। अब प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे से सरकार के सामने नए सवाल खड़े हो रहे हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि इन बदलावों का असर राज्य की प्रशासनिक और राजनीतिक व्यवस्था पर देखने को मिल सकता है। मुख्यमंत्री धामी ने अभी इस मामले पर कोई बयान नहीं दिया है, लेकिन उनके पास अब अतिरिक्त विभागों का भार आ गया है।

इस्तीफे के बाद अब प्रेमचंद अग्रवाल को अपना सरकारी आवास भी छोड़ना होगा। यमुना कॉलोनी में स्थित उनका आवास आर-2 राज्य संपत्ति विभाग के नियमों के अनुसार तीन महीने के भीतर खाली करना होगा। इस्तीफे के बाद वे ऋषिकेश लौट गए हैं, लेकिन आवास खाली करने में अभी कुछ समय लग सकता है।

दिलचस्प बात यह है कि यमुना कॉलोनी के इस आवास को लेकर लोगों के बीच चर्चा गर्म है। कहा जा रहा है कि आर-2 में रहने वाला कोई भी मंत्री अब तक अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया। यह बात राजनीतिक गलियारों में भी कौतूहल का विषय बनी हुई है।

दिनदहाड़े लूट कांड: मुठभेड़ में घायल हुआ कुख्यात बदमाश, दो गिरफ्तार, तीसरा फरार

देहरादून : रायपुर थाना क्षेत्र में हाल ही में जनसेवा केंद्र में हुई सनसनीखेज लूट की वारदात ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया था। इस घटना को अंजाम देने वाले तीन बदमाशों में से दो को पुलिस ने एक रोमांचक मुठभेड़ के बाद हिरासत में ले लिया है। मुठभेड़ के दौरान एक बदमाश के पैर में गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया, जबकि दूसरा बदमाश मौके से ही धर दबोचा गया।

 घायल अपराधी को तुरंत इलाज के लिए जौलीग्रांट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस बीच, पुलिस तीसरे फरार बदमाश की तलाश में दिन-रात जुटी हुई है, ताकि इस मामले को पूरी तरह सुलझाया जा सके।

यह घटना 11 मार्च को उस वक्त हुई, जब रायपुर क्षेत्र के जैन प्लाट के पास तीन हथियारबंद बदमाशों ने दिनदहाड़े जनसेवा केंद्र में घुसकर तमंचे की नोक पर दो लाख रुपये लूट लिए। लूटपाट के बाद ये अपराधी स्कूटी पर सवार होकर फरार हो गए थे। घटना के बाद से ही देहरादून पुलिस ने बदमाशों को पकड़ने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी।

रविवार देर रात रानीपोखरी थाना क्षेत्र में नियमित चेकिंग के दौरान पुलिस को इन बदमाशों का सुराग मिला। स्कूटी पर सवार ये अपराधी चेकिंग बैरियर पर नहीं रुके और जंगल की ओर भागने लगे।

पुलिस ने पीछा किया तो बदमाशों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिसमें एक बदमाश के हाथ और पैर में गोली लग गई। उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि दूसरा बदमाश भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। मुठभेड़ में पुलिस ने चोरी की मोटरसाइकिल, एक देसी तमंचा, चार जिंदा कारतूस और दो खोखे बरामद किए।घायल बदमाश की पहचान बिजनौर जिले के चांदपुर थाना क्षेत्र के साहिल के रूप में हुई है, जिसके खिलाफ पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। दूसरे बदमाश का नाम कामिल बताया जा रहा है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय सिंह ने बताया कि घटना के बाद से ही पुलिस ने मुखबिरों का जाल बिछाया था और लगातार छानबीन कर रही थी। इस मेहनत का नतीजा अब सामने आया है। पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा कर सबूत जुटाए और अस्पताल में भर्ती बदमाश से पूछताछ भी की।हालांकि, तीसरा बदमाश अभी भी फरार है, लेकिन पुलिस का दावा है कि उसे जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। यह मुठभेड़ देहरादून पुलिस की सजगता और अपराधियों के खिलाफ सख्त रवैये का सबूत है।

पति को बचाने के लिए बदमाशो से भिड़ गई बुजुर्ग महिला, सीसीटीवी कैमरों को देख फरार हुए बदमाश

Dehradun News: सहसपुर थाना क्षेत्र में बदमाशों के हौसले बुलंद हैं। तड़के तीन बदमाश लाठी, डंडे और चाकू से लैस होकर सभावाला में शिमला बाइपास स्थित एक घर में घुस गए। बदमाशों ने पूर्व रेलवेकर्मी को बंधक बना लिया, लेकिन, पति को बचाने के लिए बुजुर्ग पत्नी बदमाशों से भिड़ गई।

बदमाश बुजुर्ग महिला पर लगातार लात घूसों से वार करते रहे, लेकिन महिला ने हार नहीं मानी। आखिरकार, पकड़े जाने के डर बदमाश मौके से फरार हो गए। शमशेर सिंह के मकान में पांच सीसीटीवी कैमरा लगे थे। लूट की पूरी घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई।

जानकारी के अनुसार सभावाला में शिमला बाईपास पर पूर्व रेलकर्मी शमशेर सिंह (78) का मकान है। वह पत्नी अनसूया सिंह (64) के साथ मकान में रहते हैं। उनके बेटे विनय जीत सिंह देहरादून और दो बेटियां दिल्ली में रह रही हैं। रविवार तड़के 5:15 बजे शमशेर सिंह घर के बरामदे में गमलों में लगे पौधों को पानी दे रहे थे।

इस दौरान अचानक एक नकाबपोश बदमाश घर में घुस आया। उसने बुजुर्ग को धक्का दिया। इस बीच दो और बदमाश घर के भीतर आ गए। मकान में चारदीवारी बनाने का काम चल रहा था। बदमाश बुजुर्ग को नीचे गिराकर उनकी पीठ पर चढ़ गए। सीमेंट के कट्टे से बुजुर्ग के हाथ पैर बांध दिए।

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उनकी पीठ पर चाकू रख कर बोला कि घर में जितनी भी नगदी और जेवर हैं उन्हें हमारे हवाले कर दो। बदमाशों ने बुजुर्ग को जान से मारने की धमकी भी दी।बदमाश स्वयं को महिला से छुड़ाने के लिए उनको बालों से खींचते हुए बरामदे तक ले आया। बदमाश ने स्वयं को छुड़ाया और मौके से फरार हो गया।

महिला ने घर में बंधे कुत्ते को भी खोल दिया। थाना प्रभारी मुकेश त्यागी ने बताया कि तहरीर मिलने के बाद मुकदमा दर्ज किया जाएगा। शमशेर सिंह के बेटे विनय जीत सिंह ने बताया उनके माता-पिता ने सेवानिवृत्ति के समय को सुकून से बिताने के लिए सभावाला में मकान लिया था। लेकिन, घटना के बाद से उनके पिता और माता सदमे में हैं। अब वह यहां रहने से डर रहे हैं।

नशेड़ियों और अपराधियों का गढ़ बना सहसपुर

सहसपुर थाना क्षेत्र नशेड़ियों और अपराधियों का गढ़ बना गया है। जून माह में भी नकाबपोश बदमाशों ने थाना क्षेत्र के खुशहालपुर गांव में दवाई पैकेजिंग मैटेरियल कारोबारी के घर डकैती की घटना को अंजाम दिया था। बदमाश तमंचे की नोक पर परिवार को बंधक बनाकर नगदी और आभूषण लूट कर ले गए थे। थाना क्षेत्र में लगातार महिला संबंधी अपराध भी बढ़ रहे हैं। देहरादून में हुई क्राइम मीटिंग में यह बात सामने आई थी।

मामला संज्ञान में है। हर एंगल से घटना की जांच की जा रही। हालांकि, पूरी घटना को देखें तो बदमाश नौसिखिये लग रहे है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी गई है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

अजय सिंह, एसएसपी

Char Dham Yatra 2024: धामी उत्तराखंड सरकार का बेहतर यात्रा प्रबंधन: चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं में भारी उत्साह

देहरादून। चारधाम यात्रियों की सुरक्षा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सर्वाेच्च प्राथमिकता रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश अनुसार राज्य सरकार ने यात्रा इंतजामों और व्यवस्थाओं को सुगम और व्यवस्थित बनाया है। उत्तराखण्ड सरकार के बेहतर यात्रा प्रबंधन और सुरक्षा इंतजामों के चलते चार धाम यात्रा को लेकर यात्रियों में भारी उत्साह है। मानसून थमते ही यात्रा ने फिर रफ्तार पकड़ ली है। बीते दिवस 30 सितंबर को 20,497 श्रद्धालु चार धाम दर्शन को पहुंचे। जिसमें श्री केदारनाथ धाम में सर्वाधिक 7,350 तीर्थयात्री पहुंचे।

इस यात्राकाल में बीते दिवस 30 सितंबर तक कुल 37 लाख 91 हजार 205 यात्री चारधाम दर्शन को आ चुके हैं जबकि बीते वर्ष पूरे यात्राकाल में 56.13 लाख यात्री पहुंचे थे। इसी प्रकार वर्ष 2022 में 46.29 लाख और वर्ष 2019 में 34.77 लाख यात्री चारधाम दर्शन को पहुंचे। वर्ष 2020 और 2021 में कोरोना संक्रमण के चलते यात्रा प्रभावित रही। इन दो वर्षों में यात्री संख्या क्रमशः 3.30 लाख और  5.29 लाख रही।

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मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी के निर्देश अनुसार श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर बीस पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। इसके साथ ही पार्किंग प्रबंधन के लिए एक क्यूआर कोड-आधारित प्रणाली, यातायात प्रबंधन के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती, यात्रा पर निगरानी के लिए 850 सीसीटीवी कैमरे और 8 ड्रोन, यात्रियों की सुविधा के लिए 56 पर्यटन सहायता केंद्रों की स्थापना और ट्रैक रूट को साफ करने के लिए कुल 657 पर्यावरण मित्रों की तैनाती की गई है।

इसके साथ ही सुगम और व्यवस्थित यात्रा हेतु स्वास्थ्य विभाग की ओर से यात्रा मार्ग पर 50 स्क्रीनिंग कियोस्क की स्थापना की गई है। इसके साथ ही स्वास्थ्य मित्र, यात्रा मार्ग पर 156 एम्बुलेंस, 8 ब्लड बैंक, 2 भंडारण इकाइयां, 49 स्थायी स्वास्थ्य सुविधाएं और 26 चिकित्सा राहत पोस्ट सहित 22 विशेषज्ञ, 179 चिकित्सा अधिकारी और 299 पैरामेडिकल स्टाफ तैनात किए गए हैं।

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मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में आज जिस तेजी के साथ श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है, उसे देखते हुए हमें यात्रा व्यवस्थाओं को और विस्तार देना होगा। इसकी कवायद भी शुरू कर दी गई है। इस बार केदारघाटी में हुई आपदा के चलते व्यवस्थाएं प्रभावित हुई, लेकिन सरकार ने इस कठिन चुनौती का भी दृढ़तापूर्वक सामना कर केदारनाथ यात्रा को बहाल किया।

तांत्रिक ने महिला को पति की मृत्यु का दिखाया भय, बेहोश कर किया था दुष्कर्म,कोर्ट ने सुनाई 10 साल की कैद

हरिद्वार (उत्तराखंड): रानीपुर पुलिस ने पीड़ित महिला की ओर से लिखित शिकायत पर शहजाद पुत्र अल्ताफ निवासी ग्राम पिरान कलियर शरीफ थाना कलियर के खिलाफ बेहोश कर दुष्कर्म और पति की मृत्यु का भय दिखाने का केस दर्ज किया था।

एफटीएससी, अपर जिला जज चंद्रमणि राय की अदालत ने झाड़-फूंक के बहाने महिला से दुष्कर्म और पति की मौत का भय दिखाने के मामले में हकीम को दोषी करार दिया है। कोर्ट ने हकीम को दस साल के कठोर कारावास और 60 हजार रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाई है।

शासकीय अधिवक्ता भूपेंद्र चौहान ने बताया कि 19 नवम्बर 2020 में कोतवाली रानीपुर क्षेत्र के एक गांव में हकीम पर पीड़ित महिला से झाड़-फूंक के बहाने इलाज के दौरान दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है।

यही नहीं, हकीम ने घटना के बारे में किसी को बताने पर पीड़ित महिला को उसके पति की मृत्यु होने का डर दिखाया था। कई दिनों से डरी-सहमी पीड़ित महिला ने सारी आपबीती अपने पति को बताई थी। इसके बाद पीड़ित महिला ने पुलिस को बताया था कि पड़ोसी महिला उसे हकीम के पास दवाई दिलाने के लिए ले गई थी।

आरोप लगाया था कि हकीम ने दुकान में अंदर ले जाकर नशीला पदार्थ सुंघाकर दुष्कर्म किया था। पीड़िता को होश आने पर अपने साथ दुष्कर्म होने का अंदेशा हो गया था।

रानीपुर पुलिस ने पीड़ित महिला की ओर से लिखित शिकायत पर शहजाद पुत्र अल्ताफ निवासी ग्राम पिरान कलियर शरीफ थाना कलियर के खिलाफ बेहोश कर दुष्कर्म और पति की मृत्यु का भय दिखाने का केस दर्ज किया था। पुलिस ने हकीम शहजाद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

कोर्ट ने हकीम को धारा 376 (1) आईपीसी में 10 वर्ष और 50 हजार जुर्माना और धारा 508 के तहत एक वर्ष का कारावास और10 हजार के जुर्माने की सजा सुनाई है। जुर्माना राशि 60 हजार में से 50 हजार पीड़िता को प्रतिकर के रूप में देने के आदेश दिए हैं।

पीड़िता की साथी महिला बयान से पलटी

पीड़ित महिला ने पुलिस को बताया कि वह काफी दिनों से बीमार चल रही थी। यही नहीं, काफी इलाज के बाद भी उसकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा था। तब पड़ोस में रहने वाली महिला उसे हकीम के पास इलाज के लिए ले गई थी। जहां हकीम ने उसके साथ घटना को अंजाम दिया था। कोर्ट में गवाही के दौरान पड़ोसी महिला ने घटना की पुष्टि नहीं की थी।

जुर्माना नहीं देने पर छह माह की सजा बढ़ेगी

जुर्माना न देने पर छह महीने की कैद एफटीएस कोर्ट ने आरोपी हकीम को 10 वर्ष का सश्रम कारावास और 60 हजार रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई है। जुर्माना नहीं देने पर उसे छह माह का अतिरिक्त कारावास भुगतने के आदेश दिए हैं।

हल्द्वानी हिंसा: अब्दुल मलिक के बाद अब उसकी पत्नी साफिया पर शिकंजा कसने की तैयारी

हल्द्वानी (उत्तराखंड): पुलिस सूत्रों की बात माने तो पुलिस इनके खिलाफ पुख्ता सबूत जुटाने में लगी हुई है। आठ फरवरी को हल्द्वानी के वनभूलपुरा इलाके में सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने के दौरान हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने अभी तक गिरफ्तार हुए 107 आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है।

हल्द्वानी हिंसा के कई महीने गुजर जाने के बाद भी पुलिस का सख्त ऐशन जारी है। हल्द्वानी हिंसा के मासटमाइंड अबदुल मलिक, उसके बेटे मोईद, पत्नी साफिया समेत 107 लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। हिंसा मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद भी पुलिस के रडार पर 200 लोग हैं।

पुलिस सूत्रों की बात माने तो पुलिस इनके खिलाफ पुख्ता सबूत जुटाने में लगी हुई है। आठ फरवरी को हल्द्वानी के वनभूलपुरा इलाके में सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने के दौरान हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने अभी तक गिरफ्तार हुए 107 आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है।

लेकिन उस दिन हुई हिंसा के आरोपियों की तलाश अब भी चल रही है। करीब 150-200 लोग अभी पुलिस के रडार पर हैं। वहीं जेल में बंद आरोपियों ने चार्जशीट दाखिल होने के बाद अपनी जमानत की तैयारी शुरू कर दी है।

एक सप्ताह पहले ही सर्पोटिंग डाक्यूमेंट्स के साथ सीओ लालकुआं, सीओ नैनीताल और सीओ रामनगर ने हल्द्वानी में न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी, लेकिन पुलिस ने अभी मामले की जांच बंद नहीं की है। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस की जांच में हिंसा मामले में कुछ और भी चेहरे सामने आए हैं।

हालांकि अभी पुलिस उनकी लिप्तता को पुख्ता कर रही है। सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल वीडियो रिकॉर्डिंग में सामने आए चेहरों की भी शिनाख्त की जा रही है। हिंसा के दिन हल्द्वानी से फरार हुए ऐसे लोग जो अभी तक वापस नहीं लौटे, उनकी तलाश भी की जा रही है। एसएसपी पीएन मीणा ने बताया कि पुलिस जांच में जो भी लोग सामने आएंगे, उनकी रिपोर्ट कोर्ट में साक्ष्यों के साथ प्रस्तुत की जाएगी।

साफिया मलिक मामले में और शिकंजा कसेगी पुलिस

वनभूलपुरा क्षेत्र के मलिक का बगीचा स्थित नजूल भूमि पर फर्जीवाड़ा कर कब्जा कर इसे खुर्द-बुर्द करने के आरोप में वनभूलपुरा हिंसा मामले के आरोपी अब्दुल मलिक, उसकी पत्नी साफिया मलिक समेत छह लोगों के खिलाफ दर्ज हुए नामजद मुकदमे में पुलिस पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है।

कोतवाली पुलिस के अनुसार, इस मामले में पुलिस अब आरोपियों पर कड़ा शिकंजा को कसने की तैयारी कर रही है। मामले में पुलिस अभी लगातार स्टांप पेपर व अन्य तरह के सबूत जुटाने में लगी है। जल्द ही उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। यह मुकदमा सहायक नगर आयुक्त गणेश भट्ट की ओर से दर्ज है।

उत्तराखंड में इस दिन होगा लागू, यूसीसी को लेकर धामी सरकार का रुख साफ

देहरादून (उत्तराखंड): वहीं दिल्ली में केदारनाथ मंदिर निर्माण को लेकर उपजे विवाद के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केदारनाथ धाम द्वाद्वश ज्योतिर्लिंग में से एक है। 

ग्राफिक एरा विश्वविधालय के सभागार में चल रही है भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में कठुआ के शहीदों के साथ ही केदारनाथ की विधायक शैलारानी रावत को श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य स्थापना दिवस नौ नवंबर से पहले राज्य में समान नागरिक सहिंता कानून लागू कर दिया जाएगा।

वहीं दिल्ली में केदारनाथ मंदिर निर्माण को लेकर उपजे विवाद के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केदारनाथ धाम द्वाद्वश ज्योतिर्लिंग में से एक है। उसका महात्म्य कोई कम नहीं कर सकता। भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के अवसर पर मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि दूसरे स्थान पर केदारनाथ धाम नहीं हो सकता।

हरिद्वार की मंगलौर व बद्रीनाथ सीट जीती कांग्रेस, हिमाचल में सीएम सुक्खू की पत्नी जीती चुनाव

हिमाचल प्रदेश की तीन और उत्तराखंड की दो विधानसभा सीटों के लिए 10 जुलाई को हुए उपचुनाव के नतीजे आज घोषित हो गए. हिमाचल प्रदेश की देहरा, हमीरपुर और नालागढ़ सीटों पर उपचुनाव हुए थे. ये सीटें राज्यसभा चुनाव में बीजेपी का समर्थन करने वाले तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफा देने के बाद खाली हुई थीं. बीजेपी ने इन पूर्व निर्दलीय विधायकों को पार्टी में शामिल होने के बाद उनकी संबंधित सीटों से मैदान में उतारा था.

कांग्रेस ने देहरा सीट पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू की पत्नी कमलेश ठाकुर को उम्मीदवार बनाया था. उन्होंने यहां बीजेपी के होश्यार सिंह को 9399 वोटों के अंतर से हराया. हमीरपुर सीट पर बीजेपी के आशीष शर्मा ने कांग्रेस प्रत्याशी पुष्पेंद्र वर्मा को 1500 से अधिक वोटों के अंतर से हराया. वहीं, नालागढ़ सीट पर कांग्रेस के हरदीप सिंह बावा ने बीजेपी के केएल ठाकुर को 8 हजार से अधिक मतों के अंतर से हराया

बदरीनाथ सीट पर कांग्रेस ने बीजेपी को 5224 वोटों से हराया

कांग्रेस ने बदरीनाथ सीट एक बार फिर जीत ली है. उसके उम्मीदवार लखपत सिंह बुटोला ने बीजेपी प्रत्याशी राजेंद्र भंडारी को 5224 वोटों के अंतर से हरा दिया. बुटोला कांग्रेस के नए उम्मीदवार थे, जबकि भंडारी बदरीनाथ के पूर्व विधायक. उन्होंने लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था.

हरिद्वार की मंगलौर सीट पर कांटे की टक्कर में कांग्रेस ने बीजेपी को दी मात

हरिद्वार की मंगलौर सीट पर कांग्रेस ने कांटे की टक्कर में बीजेपी को सिर्फ 449 वोटों के अंतर से हरा दिया. कांग्रेस प्रत्याशी काजी मोहम्मद निजामुद्दीन ने बीजेपी प्रत्याशी करतार सिंह भड़ाना को हराया. बसपा के उबैदुर्रहमान तीसरे स्थान पर रहे. वहीं बदरीनाथ सीट पर भी कांग्रेस प्रत्याशी लखपत सिंह बुटोला ने बीजेपी के राजेंद्र भंडारी पर तीन हजार से अधिक वोटों की बढ़त बना ली है. अब सिर्फ तीन दौर की गिनती बाकी है.

पत्नी के हमले से पति की मौत, तवा बना हथियार, आरोपी पत्नी गिरफ्तार

बाजपुर में नाराज पत्नी ने तवे और लकड़ी की फंटी से हमला कर पति की जान ले ली। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मृतक के पिता की तहरीर पर आरोपी पत्नी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया।

बाजपुर में मोहल्ला सुभाषनगर में दंपती के बीच विवाद हुआ। नाराज पत्नी ने तवे और लकड़ी की फंटी से हमला कर पति की जान ले ली। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मृतक के पिता की तहरीर पर आरोपी पत्नी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया।

जानकारी के अनुसार बुधवार देर रात शहर के मोहल्ला सुभाषनगर निवासी चंद्रप्रकाश और उसकी पत्नी कंचन के बीच किसी बात पर विवाद हो गया। नाराज कंचन ने तवे और लकड़ी की फंटी से चंद्रप्रकाश के सिर पर पर हमला कर दिया। इससे उसकी मौत हो गई। बृहस्पतिवार सुबह करीब साढ़े छह बजे उसने अपने ससुर शंकर से कहा कि पति को कुछ हो या है। परिजनों ने जाकर देखा तो चंद्रप्रकाश के नाक और सिर से खून बह रहा था। सूचना पर कोतवाल मनोज रतूड़ी, एसएसआई विनोद फर्त्याल पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने जांच पड़ताल कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सीओ अन्न राम आर्या ने बताया कि शंकर की तहरीर पर आरोपी पत्नी कंचन के खिलाफ धारा 302 के तहत केस दर्ज कर जांच एसएसआई विनोद फर्त्याल को सौंपी गई है। इधर देर शाम चंद्रप्रकाश का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

महिला करती थी एक युवक से फोन पर बात


मृतक के पिता शंकर ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उसकी बहू के पास एक युवक का फोन आता है। चंद्रप्रकाश को इसका पता चल गया था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद रहता था। चंद्रप्रकाश नशे का आदी भी था। पूछताछ में कंचन ने चंद्रप्रकाश के नशे करने और आए दिन मारपीट करने की बात कही। मृतक के पास के कमरे में एक मूक बधिर परिवार रहता था। जिससे विवाद के शोरगुल का पता नहीं चल सका। बताते हैं कि हमला के दौरान मौत के बाद महिला ने चंद्रप्रकाश को बैड पर लिटा दिया था। बृहस्पतिवार सुबह बैड पर ही मृत अवस्था में मिला। कोतवाल ने बताया कि आरोपी कंचन से पूछताछ की जा रही है। संवाद

24 दिनों में दो पतियों की हत्या


बाजपुर। क्षेत्र में 24 दिनों के भीतर दो पतियों की पत्नी के हाथों हत्या हो चुकी है। इससे पहले 30 अप्रैल को गांव जोगीपुरा निवासी एक व्यक्ति को उसकी पत्नी ने लोहे की रॉड से हमला कर जान ले ली थी। 23 मई को मोहल्ला सुभाषनगर में एक पत्नी ने ही अपने पति चंद्रप्रकाश की हत्या कर दी गई।