A.K Ashq
Bijnor News: उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में एक ऐसी घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया है, जो प्रेम और विश्वास की नींव को हिलाने वाली है। धामपुर थाना क्षेत्र के दीत्तनपुर गांव में एक प्रेमी, जिसका नाम Shivam है, ने अपने माता-पिता के साथ मिलकर अपनी प्रेमिका Ruchika (25) की निर्मम हत्या कर दी। इसके बाद, इस जघन्य अपराध को छिपाने के लिए उन्होंने रुचिका के शव को एक बैग में बंद कर रामगंगा नहर में फेंक दिया। इस घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय को स्तब्ध कर दिया, बल्कि प्रेम के नाम पर होने वाले विश्वासघात की कड़वी सच्चाई को भी उजागर किया है।
प्रेम से विश्वासघात तक का सफर
रुचिका, जो पेशे से एक ब्यूटीशियन थी, और शिवम का प्रेम प्रसंग साल 2016 से चल रहा था। दोनों रोजाना कुछ घंटे साथ बिताते थे और फोन पर लंबी बातें करते थे। लेकिन रुचिका की एक शर्त थी—वह शादी तभी करेगी जब शिवम को सरकारी नौकरी मिल जाए। यह शर्त उनके रिश्ते में तनाव का कारण बन गई। 10 मई 2025 को शिवम, रुचिका को अपनी बाइक (Hero Splendor) पर बिठाकर अपने घर ले गया। वहां शादी को लेकर दोनों के बीच तीखी बहस हुई। रुचिका ने अपनी बात दोहराई कि वह सरकारी नौकरी के बिना शादी नहीं करेगी। शिवम के माता-पिता ने भी उसे मनाने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद, इस बहस ने इतना भयावह रूप ले लिया कि शिवम और उसके परिवार ने मिलकर रुचिका की हत्या कर दी।
रामगंगा नहर ने खोला राज
18 और 19 मई की रात को रामगंगा फीडर चैनल में एक बैग में बंद युवती का शव मिला। पुलिस ने जब शव की शिनाख्त की, तो वह रुचिका का निकला। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, उसकी मृत्यु छह से सात दिन पहले हुई थी। इस खुलासे के बाद धामपुर पुलिस ने Shivam को हिरासत में लिया और कड़ाई से पूछताछ की। पूछताछ में शिवम ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और बताया कि उसने अपने माता-पिता के साथ मिलकर इस अपराध को अंजाम दिया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
परिवार का दर्द और समाज में सवाल
रुचिका के पिता Dev ने 16 मई को धामपुर थाने में अपनी बेटी के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि 10 मई को रुचिका अपने ब्यूटी पार्लर के लिए घर से निकली थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। परिवार का मानना था कि शिवम ने उसे बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया। रुचिका के शव के मिलने के बाद परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। यह घटना समाज में कई सवाल खड़े करती है—क्या प्रेम का मतलब केवल अपने हिसाब से रिश्ते को चलाना है? क्या असहमति की कीमत जान देकर चुकानी पड़नी चाहिए?
पुलिस की तत्परता और कानूनी कार्रवाई
धामपुर पुलिस ने इस मामले में तेजी दिखाते हुए 12 दिनों के भीतर ही अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। यह घटना न केवल कानून-व्यवस्था की मजबूती को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि अपराध कितना भी छिपाने की कोशिश की जाए, सच सामने आ ही जाता है। रामगंगा नहर में मिला शव इस बात का गवाह है कि अपराध का कोई ठिकाना नहीं होता।