प्रेमी दीपक के साथ गई शीबा की ओयो रूम में रहस्यमयी मौत, सेक्स के दौरान बिगड़ा सब कुछ?

फरीदाबाद: पिछले कुछ दिनों में फरीदाबाद में प्रेम के नाम पर हिंसक घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। प्रेमी-प्रेमिका मिलकर हत्याएं कर रहे हैं या फिर शादी के दबाव में अपने साथी को रास्ते से हटा रहे हैं। ऐसा ही एक दिल दहलाने वाला मामला हरियाणा के फरीदाबाद से सामने आया है, जहां एक ओयो होटल के कमरे में एक युवती की लाश संदिग्ध परिस्थितियों में मिली। मृतक युवती ICICI बैंक में नौकरी करती थी और अपने प्रेमी के साथ होटल में समय बिताने गई थी। पुलिस ने इस मामले में युवती के प्रेमी को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना न केवल स्थानीय लोगों के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि प्रेम के नाम पर हिंसा कितनी खतरनाक हो सकती है।

ओयो होटल में मिली लाश, मचा हड़कंप

जानकारी के अनुसार, मृतक युवती का नाम शीबा था, जो फरीदाबाद में ICICI बैंक की एक शाखा में कार्यरत थी। शीबा और उसके प्रेमी दीपक के बीच पिछले दस साल से प्रेम संबंध थे। दोनों अक्सर एक-दूसरे से मिलते थे और दीपक ने शीबा से शादी का वादा भी किया था। कुछ दिन पहले, दोनों ने फरीदाबाद के एक ओयो होटल में कुछ घंटों के लिए कमरा बुक किया था। दोनों वहां रोमांटिक पल बिताने के लिए पहुंचे थे, लेकिन कुछ ही घंटों बाद होटल के कर्मचारियों ने कमरे में शीबा की लाश देखी। इस घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। होटल प्रबंधन ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, और मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, ताकि मौत के सही कारणों का पता लगाया जा सके।

दूसरे धर्म की थी शीबा, शादी का था दबाव

पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि शीबा की गला दबाकर हत्या की गई है। जांच के दौरान यह भी पता चला कि शीबा और दीपक अलग-अलग धर्मों से ताल्लुक रखते थे। शीबा पिछले कुछ समय से दीपक पर शादी के लिए दबाव डाल रही थी, जिससे दीपक परेशान हो गया था। पुलिस का मानना है कि इसी दबाव के चलते दीपक ने गुस्से में आकर शीबा की हत्या कर दी। शीबा की मां ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने दीपक पर अपनी बेटी की हत्या का आरोप लगाया। पुलिस ने दीपक को हिरासत में ले लिया है और उससे पूछताछ जारी है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इस हत्या में कोई और व्यक्ति शामिल था या यह पूरी तरह से दीपक द्वारा अंजाम दी गई। इस घटना ने समाज में प्रेम संबंधों और सामाजिक दबावों से जुड़े कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

समाज के लिए चेतावनी

यह घटना केवल एक हत्या की कहानी नहीं है, बल्कि यह समाज में बढ़ती असहिष्णुता और प्रेम संबंधों में हिंसा की प्रवृत्ति को दर्शाती है। अलग-अलग धर्मों और सामाजिक मान्यताओं के बीच प्रेम संबंधों को लेकर अक्सर तनाव देखने को मिलता है। इस तरह की घटनाएं समाज को यह सोचने पर मजबूर करती हैं कि प्रेम और विश्वास के रिश्तों को हिंसा में बदलने से रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए। पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई शुरू कर दी है, और उम्मीद है कि जल्द ही पूरी सच्चाई सामने आएगी।

बच्चा लेकर प्रेमी के दरवाजे पर पहुंची प्रेमिका, पत्नी बोली– मेरा पति बेकसूर, ये जबरन पड़ रही है गले!

उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के टोड़ीफतेहपुर क्षेत्र में स्थित रेवन गांव में एक अनोखा प्रेम त्रिकोण सामने आया है, जिसने पूरे इलाके में हलचल मचा दी है। पिछले दो दिनों से एक महिला अपने नन्हे बच्चे को गोद में लिए एक पुरुष के घर के बाहर डेरा डाले बैठी है। उसका दावा है कि वह उस पुरुष की प्रेमिका है, जिसने पहले उसे प्यार के जाल में फंसाया और फिर धोखा दिया। महिला के अनुसार, साल 2022 में उसकी शादी मध्य प्रदेश के छतरपुर में हुई थी, लेकिन उसके प्रेमी के साथ उसका रिश्ता शादी के बाद भी जारी रहा। प्रेमी के कहने पर वह छतरपुर से झांसी के गुरसरांय आ गई, जहां उसने एक बच्चे को जन्म दिया।

महिला का कहना है कि 15 जुलाई को उसका प्रेमी रेवन गांव जाने की बात कहकर निकला, लेकिन फिर लौटा नहीं। जब वह रेवन गांव पहुंची, तो उसे पता चला कि उसके प्रेमी ने डेढ़ साल पहले दूसरी शादी कर ली है। अब वह अपने बच्चे के साथ इंसाफ की गुहार लगा रही है। उसने कहा, “या तो मेरा प्रेमी मुझे वापस लाए, या मैं यहीं डटकर रहूंगी।” महिला का यह भी आरोप है कि जब उसने अपने माता-पिता को प्रेमी की हरकतों के बारे में बताने की कोशिश की, तो उसे धमकियां मिलीं। वह अब अपने बच्चे के भविष्य के लिए न्याय मांग रही है।

पत्नी का जवाब: आरोप बेबुनियाद, बदनामी की साजिश

दूसरी ओर, पुरुष की पत्नी ने इन सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि वह और उनके पति पिछले दो साल से रेवन गांव में खुशी-खुशी रह रहे हैं। पत्नी ने बताया कि उनके पति गांव में टेंट की दुकान चलाते हैं और उनका वैवाहिक जीवन पूरी तरह सामान्य है। उन्होंने गुस्से में कहा, “अचानक यह महिला हमारे घर आई और दावा करने लगी कि मेरे पति से उसका रिश्ता है। हमने कहा, कोई सबूत दिखाओ, लेकिन वह कुछ नहीं दिखा सकी। अगर मेरे पति का कोई गलत काम होता, तो मुझे या मेरे परिवार को पता होता।”

पत्नी ने यह भी कहा कि उन्होंने पुलिस को इस मामले की जानकारी दे दी है और अगर उनके पति ने कुछ गलत किया है, तो वह उनके खिलाफ हैं। पत्नी का आरोप है कि यह महिला उनके परिवार की बदनामी करने की कोशिश कर रही है।

पुलिस जांच और गांव में चर्चा

इस मामले ने रेवन गांव में तूल पकड़ लिया है। स्थानीय लोग इस ड्रामे को लेकर तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। कुछ लोग महिला के दावों को सच मान रहे हैं, तो कुछ पत्नी के पक्ष में खड़े हैं। पुलिस क्षेत्राधिकारी मऊरानीपुर ने बताया कि महिला की शादी छतरपुर में हुई थी, और वहां उसके गायब होने की शिकायत दर्ज है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

यह प्रेम त्रिकोण अब गांव की गलियों से निकलकर सोशल मीडिया तक पहुंच चुका है। लोग इस मामले पर तरह-तरह की टिप्पणियां कर रहे हैं। कोई इसे प्यार में धोखे की कहानी बता रहा है, तो कोई इसे सामाजिक तमाशा करार दे रहा है। पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही सच्चाई सामने आएगी। तब तक यह मामला रेवन गांव और आसपास के इलाकों में चर्चा का विषय बना रहेगा।

ठाकुरद्वारा में DM के आदेश के बाद मचा हड़कंप,अवैध दुकानों पर चला बुलडोजर

जिलाधिकारी के निर्देश पर नगर पालिका सीमा के अंतर्गत ग्राम समाज की भूमि पर किए गए अवैध कब्जों को हटाने के लिए शनिवार को एक बड़ी कार्रवाई अमल में लाई गई। प्रशासन ने बार-बार चेतावनी देने के बावजूद अवैध कब्जाधारियों द्वारा कब्जा नहीं हटाए जाने पर कड़ी कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपये की सरकारी भूमि पर बनी दुकानों को जेसीबी मशीनों की सहायता से ध्वस्त कर दिया। इस कार्रवाई से नगर में हड़कंप मच गया, और अवैध निर्माणों के खिलाफ प्रशासन की सख्ती का संदेश स्पष्ट हो गया।

कदीर तिराहा पर अवैध दुकानों पर चला बुलडोजर

नगर के कदीर तिराहा क्षेत्र में ग्राम समाज की करोड़ों रुपये की कीमती भूमि पर कुछ लोगों ने अवैध रूप से कब्जा कर दुकानों का निर्माण कर लिया था। जिला अधिकारी के स्पष्ट आदेश पर एसडीएम प्रीति सिंह के नेतृत्व में प्रशासनिक टीम ने इस सरकारी संपत्ति को कब्जामुक्त करने का अभियान शुरू किया। जानकारी के अनुसार, अवैध कब्जाधारियों को पहले ही नोटिस जारी कर कब्जा हटाने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन उनकी ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई।

शनिवार दोपहर बाद एसडीएम प्रीति सिंह, नायब तहसीलदार आदित्य कुमार, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक जसपाल सिंह ग्वाल, उपनिरीक्षक बलराम सिंह दीक्षित, क्राइम इंस्पेक्टर संजय शुक्ला, नगर पालिका के बड़े बाबू विजयपाल सिंह, दीपक कुमार, अर्जुन सहित अन्य कर्मचारियों की मौजूदगी में जेसीबी मशीनों के साथ मौके पर पहुंचकर अवैध निर्माणों को ध्वस्त करना शुरू किया गया।

इस दौरान हाजी मुख्तियार सैफी और समीर सैफी ने दुकानों को अपनी निजी भूमि पर निर्मित बताकर विरोध जताया। उन्होंने वर्ष 2005 का एक स्थानांतरण आदेश दिखाने का प्रयास भी किया, लेकिन अधिकारियों ने इसे यह कहकर अस्वीकार कर दिया कि सरकारी भूमि पर कोई स्थानांतरण आदेश मान्य नहीं है। देखते ही देखते उनकी दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया। इसके बाद पास ही में हाजी उस्मान ऐसी की चार दुकानों को भी जेसीबी से तोड़ दिया गया।

कब्जाधारियों ने लगाया गैरकानूनी कार्रवाई का आरोप

हाजी मुख्तियार सैफी और समीर सैफी ने कार्रवाई को गैरकानूनी करार देते हुए दावा किया कि उक्त दुकानें उनकी निजी भूमि पर बनी थीं। उनका कहना है कि प्रशासन ने बिना किसी पूर्व सूचना या वैधानिक प्रक्रिया का पालन किए उनकी दुकानों को तोड़ दिया। उन्होंने भूमि के दस्तावेज और स्थानांतरण आदेश की कॉपी दिखाने की कोशिश की, लेकिन अधिकारियों ने इसे स्वीकार नहीं किया। कब्जाधारियों ने कहा कि वे इस मामले में उच्च अधिकारियों से संपर्क करेंगे और अपनी बात रखेंगे। इस कार्रवाई ने स्थानीय लोगों में चर्चा का विषय बना दिया है, और कई लोग प्रशासन की इस सख्ती को सरकारी संपत्ति की रक्षा के लिए जरूरी बता रहे हैं, जबकि कुछ इसे एकतरफा कार्रवाई मान रहे हैं।

ठाकुरद्वारा में अवैध रूप से बनी दुकानों पर चला बाबा का बुलडोजर

पंडित अनिल शर्मा मुरादाबाद जनपद मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा शहर में शनिवार को एक बड़े अभियान के तहत अवैध निर्माण के खिलाफ बुलडोजर ने जोरदार दस्तक दी। जिलाधिकारी के स्पष्ट निर्देशों के बाद राजस्व विभाग और नगर पालिका की संयुक्त टीम ने शहर के कई इलाकों में अवैध ढांचों को ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई न केवल अवैध कब्जों को हटाने का संदेश देती है, बल्कि भविष्य में ऐसी गतिविधियों पर और सख्ती की चेतावनी भी देती है। स्थानीय निवासियों और दुकानदारों में इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया, खासकर उन लोगों में जो बिना अनुमति के निर्माण कर रहे थे।

शहर के प्रमुख स्थानों, जैसे चलचित्र चौराहा और कदीर तिराहा, इस अभियान का केंद्र रहे। राजस्व विभाग, नगर पालिका और पुलिस बल की संयुक्त टीम ने सुबह-सुबह कार्रवाई शुरू की। दुकानदारों से उनके दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा गया, लेकिन कई लोग वैध कागजात पेश नहीं कर सके। कदीर तिराहे पर कई दुकानों को बुलडोजर की मदद से तत्काल ध्वस्त कर दिया गया। इस दौरान भारी पुलिस बल की मौजूदगी ने किसी भी बड़े विरोध को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। नायब तहसीलदार आदित्य कुमार, जो इस अभियान का नेतृत्व कर रहे थे, ने स्पष्ट किया कि प्रशासन उच्चाधिकारियों के आदेशों का सख्ती से पालन करेगा, और कोई भी अवैध निर्माण बख्शा नहीं जाएगा।

स्थानीय नेता का विरोध, फिर भी कार्रवाई जारी

कदीर तिराहे पर आरएलडी नेता हाजी मुख्तार सैफी की दुकानों को तोड़ने के दौरान मामूली तनाव देखने को मिला। हाजी मुख्तार ने दावा किया कि उनकी संपत्ति पर 2005 का सिविल कोर्ट का आदेश है, जो किसी को भी उनकी जमीन में हस्तक्षेप करने से रोकता है। हालांकि, नायब तहसीलदार ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि उच्चाधिकारियों के निर्देश सर्वोपरि हैं। इसके बाद उनकी दुकानों को भी पलक झपकते ही ध्वस्त कर दिया गया। हाजी मुख्तार ने इस कार्रवाई के खिलाफ न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की बात कही है। इस बीच, पालिकाध्यक्ष इरफान सैफी की दुकानों पर भी बुलडोजर चला, जिससे यह साफ हो गया कि प्रशासन किसी के रसूख को नहीं देखेगा।

भविष्य में और सख्ती की तैयारी

इस कार्रवाई के बाद नायब तहसीलदार आदित्य कुमार ने बताया कि अवैध निर्माण की जांच का सिलसिला शुरू हो चुका है और यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। राजस्व विभाग और नगर पालिका प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है। इस दौरान अधिशासी अधिकारी रजनी सिंह और कोतवाली प्रभारी जसपाल सिंह ग्वाल की मौजूदगी ने कार्रवाई को और प्रभावी बनाया। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से अवैध कब्जों पर अंकुश लगेगा। यह अभियान न केवल शहर की अव्यवस्था को कम करने में मदद करेगा, बल्कि प्रशासन की निष्पक्षता को भी दर्शाता है।

ठाकुरद्वारा में अवैध रूप से बनी दुकानों पर चला बाबा का बुलडोजर

पंडित अनिल शर्मा मुरादाबाद जनपद मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा शहर में शनिवार को एक बड़े अभियान के तहत अवैध निर्माण के खिलाफ बुलडोजर ने जोरदार दस्तक दी। जिलाधिकारी के स्पष्ट निर्देशों के बाद राजस्व विभाग और नगर पालिका की संयुक्त टीम ने शहर के कई इलाकों में अवैध ढांचों को ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई न केवल अवैध कब्जों को हटाने का संदेश देती है, बल्कि भविष्य में ऐसी गतिविधियों पर और सख्ती की चेतावनी भी देती है। स्थानीय निवासियों और दुकानदारों में इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया, खासकर उन लोगों में जो बिना अनुमति के निर्माण कर रहे थे।

शहर के प्रमुख स्थानों, जैसे चलचित्र चौराहा और कदीर तिराहा, इस अभियान का केंद्र रहे। राजस्व विभाग, नगर पालिका और पुलिस बल की संयुक्त टीम ने सुबह-सुबह कार्रवाई शुरू की। दुकानदारों से उनके दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा गया, लेकिन कई लोग वैध कागजात पेश नहीं कर सके। कदीर तिराहे पर कई दुकानों को बुलडोजर की मदद से तत्काल ध्वस्त कर दिया गया। इस दौरान भारी पुलिस बल की मौजूदगी ने किसी भी बड़े विरोध को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। नायब तहसीलदार आदित्य कुमार, जो इस अभियान का नेतृत्व कर रहे थे, ने स्पष्ट किया कि प्रशासन उच्चाधिकारियों के आदेशों का सख्ती से पालन करेगा, और कोई भी अवैध निर्माण बख्शा नहीं जाएगा।

स्थानीय नेता का विरोध, फिर भी कार्रवाई जारी

कदीर तिराहे पर आरएलडी नेता हाजी मुख्तार सैफी की दुकानों को तोड़ने के दौरान मामूली तनाव देखने को मिला। हाजी मुख्तार ने दावा किया कि उनकी संपत्ति पर 2005 का सिविल कोर्ट का आदेश है, जो किसी को भी उनकी जमीन में हस्तक्षेप करने से रोकता है। हालांकि, नायब तहसीलदार ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि उच्चाधिकारियों के निर्देश सर्वोपरि हैं। इसके बाद उनकी दुकानों को भी पलक झपकते ही ध्वस्त कर दिया गया। हाजी मुख्तार ने इस कार्रवाई के खिलाफ न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की बात कही है। इस बीच, पालिकाध्यक्ष इरफान सैफी की दुकानों पर भी बुलडोजर चला, जिससे यह साफ हो गया कि प्रशासन किसी के रसूख को नहीं देखेगा।

भविष्य में और सख्ती की तैयारी

इस कार्रवाई के बाद नायब तहसीलदार आदित्य कुमार ने बताया कि अवैध निर्माण की जांच का सिलसिला शुरू हो चुका है और यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। राजस्व विभाग और नगर पालिका प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है। इस दौरान अधिशासी अधिकारी रजनी सिंह और कोतवाली प्रभारी जसपाल सिंह ग्वाल की मौजूदगी ने कार्रवाई को और प्रभावी बनाया। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से अवैध कब्जों पर अंकुश लगेगा। यह अभियान न केवल शहर की अव्यवस्था को कम करने में मदद करेगा, बल्कि प्रशासन की निष्पक्षता को भी दर्शाता है।

14 वर्षीय बेटी की हत्या करने वाली मां को उम्रकैद,बेटी ने मां को देखा था आपत्तिजनक हालत में

अमरोहा: हसनपुर के मोहल्ला काला शहीद में दो साल पहले 14 वर्षीय बेटी खुशबू वर्मा की गला दबाकर हत्या करने वाली मां रानी वर्मा को कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। इसके साथ ही 20 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। यह जघन्य अपराध तब हुआ जब खुशबू ने अपनी मां और उसके प्रेमी को आपत्तिजनक हालत में देख लिया था, जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई। हालांकि, साक्ष्यों के अभाव में कोर्ट ने रानी के प्रेमी अनिल को दोषमुक्त कर दिया है। इस मामले ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी थी, और अब कोर्ट के फैसले ने समाज में एक कड़ा संदेश दिया है।

मामले की सुनवाई अपर सत्र न्यायाधीश विशेष पॉक्सो एक्ट द्वितीय की अदालत में हुई। दो साल के भीतर कुल 67 तारीखों पर सुनवाई के बाद शुक्रवार को अंतिम फैसला सुनाया गया। अभियोजन पक्ष की ओर से सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता नितिन बंसल ने पैरवी की। कोर्ट ने साक्ष्यों और सबूतों के आधार पर रानी वर्मा को दोषी ठहराया, जबकि अनिल को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया। कोर्ट ने अपनी टिप्पणी में कहा कि एक मां द्वारा अपनी बेटी की हत्या करना मानवता को शर्मसार करने वाला क्रूर और गंभीर अपराध है।

घटना का विवरण और जांच

घटना 20 दिसंबर 2023 की है, जब रानी वर्मा ने अपनी 14 वर्षीय बेटी खुशबू की गला दबाकर हत्या कर दी थी। रानी मूल रूप से गंगाचोली गांव की रहने वाली थी और अपने पति सुशील वर्मा से मनमुटाव के बाद बेटे वंश और बेटी खुशबू के साथ हसनपुर में किराये के मकान में रह रही थी। उस समय वंश संभल गया हुआ था। 21 दिसंबर की सुबह 6:30 बजे रानी ने खुशबू की हत्या की और परिजनों व मोहल्ले वालों को गुमराह करने के लिए उसे निजी अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

रानी ने मोहल्ले में अफवाह फैलाई कि खुशबू ने घर में फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली। हालांकि, पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया, जिसमें गला दबाकर हत्या की पुष्टि हुई। खुशबू के पिता सुशील वर्मा ने रानी और उसके प्रेमी अनिल के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। तत्कालीन इंस्पेक्टर सुशील कुमार वर्मा ने 199 पेज का आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल किया। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था, हालांकि बाद में वे जमानत पर रिहा थे।

पिता की पीड़ा और इंसाफ की जीत

खुशबू के पिता सुशील वर्मा ने कोर्ट के फैसले के बाद कहा कि उनकी बेटी को आखिरकार इंसाफ मिल गया। उन्होंने बताया कि वह अपनी बेटी से बहुत प्यार करते थे, लेकिन रानी की हरकतों ने उनके परिवार को बर्बाद कर दिया। सुशील ने बताया कि रानी के प्रेमी अनिल का उनके घर आना-जाना था, जिसका वह विरोध करते थे। इस वजह से रानी ने बच्चों को लेकर उनसे अलग रहना शुरू कर दिया था। सुशील ने कहा, “अगर मुझे थोड़ा भी एहसास होता, तो मैं अपनी बेटी को रानी के पास कभी नहीं छोड़ता।” इस फैसले ने सुशील को अपनी बेटी की हत्या का न्याय दिलाया, लेकिन उनके मन में अपनी बेटी को खोने का दर्द हमेशा रहेगा।

गन्ने के खेत में छिपा था संदिग्ध… ग्रामीणों ने दबोचा, इलाके में मच गया ड्रोन चोर पकड़ने शोर

बरेली: बरेली के रिठौरा क्षेत्र में शुक्रवार को ड्रोन की दहशत के बीच ग्रामीणों ने एक संदिग्ध युवक को पकड़ लिया। यह युवक गन्ने के खेत में छिपकर बैठा था, जिसके बाद इलाके में ‘ड्रोन वाला चोर’ पकड़े जाने का शोर मच गया। देखते ही देखते ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। सूचना पर रिठौरा चौकी से पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में ले लिया। पूछताछ में युवक ने खुद को बिहार का निवासी बताया। ग्रामीणों का कहना है कि यह व्यक्ति पिछले दो दिनों से क्षेत्र में देखा जा रहा था और गन्ने के खेत में छिपा हुआ था। थानाध्यक्ष पवन कुमार सिंह ने बताया कि व्यक्ति भटककर बरेली पहुंचा है और उससे पूछताछ जारी है। इस घटना ने क्षेत्र में ड्रोन के उड़ने से उत्पन्न दहशत को और बढ़ा दिया है। लोग डर के साये में जी रहे हैं और रात को जागकर पहरा दे रहे हैं। पुलिस ने ग्रामीणों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।

मीरगंज क्षेत्र में ड्रोन का खौफ: ग्रामीण रातभर पहरा दे रहे

मीरगंज तहसील क्षेत्र के थाना मीरगंज, फतेहगंज पश्चिमी, शाही और शीशगढ़ इलाकों में रात के समय ड्रोन उड़ने की खबरों ने लोगों में दहशत फैला दी है। ग्रामीण पूरी रात जागकर अपने गांवों की निगरानी कर रहे हैं। कई लोगों ने ड्रोन के उड़ने का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया है। ग्रामीणों का कहना है कि ड्रोन की मौजूदगी से चोरी या अन्य अपराध की आशंका बढ़ गई है। हालांकि, पुलिस इन खबरों को अफवाह करार दे रही है। पुलिस का कहना है कि ड्रोन उड़ने की बात निराधार है और लोग बेवजह डर रहे हैं। पुलिस ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि को देखते ही तुरंत पुलिस से संपर्क करें। इसके बावजूद, क्षेत्र में डर का माहौल बना हुआ है और लोग रात को अपने घरों और खेतों की सुरक्षा के लिए सतर्कता बरत रहे हैं।

शाही थाना क्षेत्र में ड्रोन की अफवाह: पुलिस ने दी चेतावनी

शाही थाना क्षेत्र के गांव दुनका, सुल्तानपुर, बसावनपुर, सीहोर और संग्रामपुर में ग्रामीण रोजाना ड्रोन उड़ने की बात कर रहे हैं। उनका कहना है कि रात के समय आसमान में ड्रोन की रोशनी दिखाई देती है, जिससे लोग डरे हुए हैं। ग्रामीणों का मानना है कि ड्रोन का इस्तेमाल चोरी या अन्य आपराधिक गतिविधियों के लिए किया जा रहा है। दूसरी ओर, पुलिस ने इसे पूरी तरह से अफवाह बताया है। पुलिस का कहना है कि इस तरह की कोई गतिविधि उनके संज्ञान में नहीं है। थाना प्रभारी ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि अनावश्यक दहशत फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। ग्रामीणों से शांति बनाए रखने और पुलिस के साथ सहयोग करने की अपील की गई है।

गूगल मैप ने भटकाया रास्ता, ग्रामीणों ने चोर समझकर कर दी पिटाई

पानीपत से अपने घर संभल लौट रहे मजदूरों के साथ एक दर्दनाक हादसा पेश आया। गूगल मैप के कारण रास्ता भटकने से मजदूर पतेई खालसा गांव पहुंच गए, जहां ग्रामीणों ने उन्हें चोर समझकर बुरी तरह पिटाई कर दी। इस घटना में दो मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए और अब अस्पताल के आईसीयू में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, और वीडियो व फोटो के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है।

संभल जनपद के असमोली थाना क्षेत्र के मिलकपुर नवादा निवासी मोहम्मद आसिफ अपने साथी मुशाहिद, अंकित, तहजीबुल और दो अन्य व्यक्तियों के साथ पानीपत में मजदूरी करते हैं। शुक्रवार की रात ये सभी कार में सवार होकर अपने घर लौट रहे थे। लेकिन रास्ते में गूगल मैप ने उन्हें गलत दिशा में भटका दिया, जिसके चलते उनकी जिंदगी खतरे में पड़ गई।

गूगल मैप की गलती, गांव में पहुंचे मजदूर

मोहम्मद आसिफ और उनके साथियों ने रास्ता ढूंढने के लिए अपने मोबाइल पर गूगल मैप का सहारा लिया था। गूगल मैप के बताए रास्ते पर चलते हुए वे रात करीब 9:30 बजे डिडौली कोतवाली क्षेत्र के पतेई खालसा गांव में पहुंच गए। अनजान गांव में पहुंचकर मजदूरों ने स्थानीय लोगों से संभल जाने का रास्ता पूछा। लेकिन उनकी यह कोशिश उलटी पड़ गई। ग्रामीणों ने उन्हें चोर समझ लिया और तुरंत घेर लिया। इस दौरान दो मजदूर मौके से भाग निकले, लेकिन बाकी लोग ग्रामीणों की भीड़ के हत्थे चढ़ गए।

चोरों के पकड़े जाने की अफवाह फैलते ही गांव में बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। स्थिति बेकाबू हो गई और ग्रामीणों ने मजदूरों पर हमला बोल दिया। मजदूरों ने बार-बार अपनी हकीकत बताने की कोशिश की, लेकिन उनकी एक न सुनी गई। ग्रामीणों ने बिना कुछ सुने-समझे लाठी-डंडों से मजदूरों की पिटाई शुरू कर दी।

पिटाई से दो मजदूर गंभीर रूप से घायल, पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट

ग्रामीणों की बेरहम पिटाई से मजदूर तहजीबुल और अंकित गंभीर रूप से घायल हो गए। हमले में उनकी हड्डियां टूट गईं और वे लहूलुहान हो गए। मजदूरों ने ग्रामीणों को समझाने की बहुत कोशिश की, लेकिन भीड़ का गुस्सा शांत नहीं हुआ। हर बार जब वे कुछ कहने की कोशिश करते, ग्रामीण उनकी बात सुनने की बजाय और मारपीट करने लगते।

सूचना मिलते ही डिडौली कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों के चंगुल से मजदूरों को बचाया। पुलिस ने घायल मजदूरों तहजीबुल और अंकित को तुरंत डिडौली के जीवन-24 हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। दोनों आईसीयू में इलाजरत हैं।

सीओ सिटी शक्ति सिंह ने बताया कि मजदूर मोहम्मद आसिफ की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस वीडियो और फोटो के आधार पर हमलावरों की पहचान कर रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस घटना ने गूगल मैप की सटीकता और ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की जागरूकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। साथ ही, यह भी सवाल उठता है कि बिना जांच-पड़ताल के भीड़ द्वारा इस तरह की हिंसा कितनी उचित है।

मुरादाबाद में दोहरे हत्याकांड ने मचाया हड़कंप, शराब के नशे में दोस्तों का खूनी झगड़ा, दो दोस्तों की हत्या

मुरादाबाद शहर के कटघर थाना क्षेत्र में शुक्रवार देर रात एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। गुलाबबाड़ी कॉलोनी में तीन दोस्तों—शाकिर, जुनैद और बबलू—के बीच शराब पीने के दौरान शुरू हुआ मामूली विवाद देखते ही देखते खूनी संघर्ष में बदल गया। नशे की हालत में शाकिर ने अपने ही दो दोस्तों, जुनैद और बबलू, पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर उनकी बेरहमी से हत्या कर दी। इस दोहरे हत्याकांड के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है, और लोग इस क्रूर वारदात से स्तब्ध हैं। पुलिस के अनुसार, यह घटना रात करीब एक बजे की है, जब तीनों दोस्त एक साथ बैठकर शराब पी रहे थे। किसी छोटी सी बात को लेकर पहले बहस हुई, जो जल्द ही हिंसक रूप ले लिया।

मौके पर ही दोनों दोस्तों ने तोड़ा दम

पुलिस सूत्रों के अनुसार, शाकिर ने गुस्से में आकर चाकू निकाला और जुनैद व बबलू पर कई बार वार किए। दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। उनकी चीख-पुकार सुनकर आस-पास के लोग घटनास्थल पर पहुंचे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। दोनों युवकों की जान जा चुकी थी, और खून से लथपथ उनके शव सड़क पर पड़े थे। इस भयावह दृश्य को देखकर स्थानीय लोगों में डर और आक्रोश फैल गया। कुछ लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद कटघर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

आरोपी फरार, पुलिस ने शुरू की तलाश

हत्याकांड को अंजाम देने के बाद आरोपी शाकिर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और उसकी तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है। कटघर थाना प्रभारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि शराब के नशे में हुई कहासुनी ही इस जघन्य अपराध का कारण बनी। पुलिस आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और स्थानीय लोगों से पूछताछ कर रही है ताकि शाकिर का पता लगाया जा सके। इस घटना ने न केवल गुलाबबाड़ी कॉलोनी, बल्कि पूरे मुरादाबाद में शराब और नशे से जुड़े अपराधों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोग पुलिस से इस मामले में सख्त कार्रवाई और इलाके में गश्त बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। यह घटना एक बार फिर नशे की लत और इसके दुष्परिणामों पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता को रेखांकित करती है।

यूपी में मानसूनी आफत, 18 जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट, बिजली गिरने की चेतावनी

उत्तर प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है, और अगले 24 घंटों में राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश की संभावना जताई गई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 18 जिलों के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें पूर्वी और दक्षिणी यूपी के जिले शामिल हैं। यह मौसमी बदलाव उत्तरी बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण हो रहा है, जो उत्तर-पश्चिमी दिशा में बढ़ रहा है।

यह क्षेत्र मानसूनी हवाओं को और सक्रिय कर रहा है, जिससे शुक्रवार से बारिश की तीव्रता बढ़ने की संभावना है। इसके अलावा, एक ट्रफ लाइन श्रीगंगानगर, सिरसा, और मेरठ से होकर गुजर रही है, जिसने पश्चिमी यूपी में पहले ही भारी बारिश का दौर शुरू कर दिया है। गुरुवार सुबह तक मेरठ शहर में 108.6 मिमी, मवाना में 98.0 मिमी, और कासगंज में 71 मिमी बारिश दर्ज की गई। यह स्थिति अब पूर्वी और मध्य यूपी की ओर बढ़ रही है, जहां हल्की से मध्यम और कुछ जगहों पर भारी बारिश की उम्मीद है।

प्रभावित क्षेत्र और जनजीवन पर असर

पश्चिमी यूपी में बीते दिन हुई भारी बारिश ने कई क्षेत्रों में जनजीवन को प्रभावित किया है। मेरठ, बागपत, और सहारनपुर जैसे जिलों में सड़कों पर जलभराव की स्थिति बनी हुई है, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों में पानी भरने से फसलों को नुकसान की आशंका बढ़ गई है। विशेष रूप से धान और गन्ने की फसलों पर इसका असर देखा जा रहा है।

मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे खेतों में जल निकासी की उचित व्यवस्था करें। इसके अलावा, शहरी क्षेत्रों में नालों की सफाई न होने के कारण जलभराव की समस्या और गंभीर हो गई है। प्रशासन ने स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा की है और लोगों से जरूरी होने पर ही घर से निकलने की अपील की है।

अगले 24 घंटों की चेतावनी और तैयारी

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 24 घंटों में लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, और गोरखपुर जैसे प्रमुख शहरों सहित पूर्वी और दक्षिणी यूपी में भारी बारिश हो सकती है। येलो अलर्ट के तहत लोगों को सतर्क रहने और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने आपदा प्रबंधन टीमें तैनात की हैं और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री वितरित करने की तैयारी शुरू कर दी है। मौसम विभाग ने यह भी सुझाव दिया है कि लोग मौसम अपडेट्स के लिए नियमित रूप से समाचार और आईएमडी की वेबसाइट पर नजर रखें। यह बारिश जहां एक ओर गर्मी से राहत दे सकती है, वहीं बाढ़ और जलभराव जैसी समस्याओं को भी बढ़ा सकती है।