हरिद्वार में नाबालिग के साथ गैंगरेप, छत से फेंकने का आरोप

हरिद्वार के पथरी क्षेत्र में शनिवार को एक दिल दहलाने वाली घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। एक 14 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ कथित तौर पर गैंगरेप की वारदात सामने आई है। आरोप है कि एक किशोर और उसके दो साथियों ने इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। परिजनों का कहना है कि पकड़े जाने के डर से इन दरिंदों ने पीड़िता को एक छत से नीचे फेंक दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। पीड़िता को तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। इस घटना ने स्थानीय समुदाय में भारी आक्रोश और दहशत फैला दी है। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी है।

सामुदायिक तनाव और पुलिस की तैनाती

आरोपियों और पीड़िता के अलग-अलग समुदायों से होने के कारण यह मामला और भी संवेदनशील हो गया है। गांव में तनाव का माहौल व्याप्त है, और स्थानीय लोगों में गुस्सा साफ देखा जा सकता है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने इलाके में भारी फोर्स तैनात कर दी है। पुलिस प्रशासन ने शांति बनाए रखने के लिए लोगों से संयम बरतने की अपील की है। इसके साथ ही, पुलिस ने यह भी आश्वासन दिया है कि इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। स्थानीय लोग इस घटना के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, और कुछ ने विरोध प्रदर्शन की भी चेतावनी दी है।

पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा, आरोपियों की तलाश जारी

पुलिस ने इस मामले में देर रात तीनों आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप और हत्या के प्रयास सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी गई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने के बाद फरार होने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने कई संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दी है। जांच में यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या इस अपराध में कोई और व्यक्ति भी शामिल था। पुलिस ने पीड़िता के बयान दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की है, हालांकि उसकी नाजुक हालत के कारण इसमें समय लग सकता है।

समाज में बढ़ती असुरक्षा की भावना

इस घटना ने एक बार फिर समाज में नाबालिगों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोग और सामाजिक संगठन इस मामले को लेकर मुखर हो गए हैं और प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। कई लोगों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए न केवल कठोर कानूनी कार्रवाई की जरूरत है, बल्कि सामाजिक जागरूकता और शिक्षा पर भी ध्यान देना होगा। इस बीच, पीड़िता के परिवार को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया गया है। यह घटना न केवल हरिद्वार बल्कि पूरे देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चल रही बहस को और तेज करने वाली है।

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