प्रदेश में सावन का रंग, बारिश का संग,इन जिलों में इंद्रदेव बरसाएंगे कहर, जानिए पूरी डिटेल

उत्तर प्रदेश में सावन का महीना पूरे शबाब पर है और मौसम भी इसका साथ दे रहा है। बादल थमने का नाम नहीं ले रहे और मानसून अपने चरम पर पहुंच चुका है। मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, 2 अगस्त 2025 को प्रदेश के कई हिस्सों में जमकर बारिश होने वाली है। 24 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है, जबकि 51 जिलों में आंधी-तूफान और बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है। यह बारिश सावन की भक्ति और प्रकृति के उत्सव को और रंगीन बना रही है, लेकिन साथ ही सतर्कता भी बरतने की जरूरत है। आइए, विस्तार से जानते हैं मौसम के मिजाज और प्रभावित इलाकों के बारे में।

मानसून फिर हुआ एक्टिव
मौसम विभाग के अनुसार, 2 और 3 अगस्त को उत्तर प्रदेश के पूर्वी और तराई क्षेत्रों में मानसून की तीव्र सक्रियता देखने को मिलेगी। बलरामपुर, श्रावस्ती, महराजगंज, सीतापुर, बाराबंकी, अयोध्या, अंबेडकर नगर, देवरिया, कुशीनगर, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बहराईच, बस्ती, सिद्धार्थनगर, लखीमपुर खीरी और गोंडा जैसे जिले मूसलाधार बारिश की चपेट में रहेंगे। इन इलाकों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश और बिजली गिरने की आशंका है। मौसम विभाग ने लोगों से घरों में रहने, बिजली के खंभों और पेड़ों से दूर रहने की सलाह दी है। खेतों में काम करने वाले किसानों और बाहर रहने वालों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। सावन के इस मौसम में शिव भक्ति के साथ-साथ मौसम की मार से बचने के लिए भी तैयार रहें।

इन जिलों में बरसेंगे बादल
बारिश का असर सिर्फ पूर्वी उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं रहेगा। बुंदेलखंड और पश्चिमी यूपी के कई हिस्सों में भी बादल जमकर बरसेंगे। झांसी, हमीरपुर, बांदा, चित्रकूट, जालौन, कानपुर, कानपुर देहात, फतेहपुर, कन्नौज, औरैया, इटावा, फर्रुखाबाद, हाथरस, कासगंज, अलीगढ़, आगरा, प्रयागराज और वाराणसी जैसे जिलों में आंधी के साथ बारिश की संभावना है। सोनभद्र, मिर्जापुर और चंदौली सहित 24 जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा, 51 जिलों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं और बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है। बारिश से सड़कों पर जलभराव और यातायात बाधित होने की आशंका है, इसलिए यात्रा करने से पहले मौसम की जानकारी जरूर लें।

सावधानी और तैयारियां जरूरी
भारी बारिश और आंधी-तूफान के मद्देनजर प्रशासन ने भी कमर कस ली है। निचले इलाकों में रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। बिजली विभाग को हाई अलर्ट पर रखा गया है ताकि बिजली गिरने या तार टूटने की स्थिति में तुरंत कार्रवाई हो सके। सावन के इस पवित्र महीने में जहां भक्त शिव मंदिरों में जलाभिषेक के लिए उमड़ रहे हैं, वहीं मौसम की मार से बचने के लिए छाता, रेनकोट और सुरक्षित आश्रय की जरूरत भी है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों तक सतर्क रहने की सलाह दी है। खासकर, बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें। सावन का यह रंगीन मौसम भक्ति और प्रकृति का अनूठा संगम है, लेकिन सावधानी बरतकर ही इसका पूरा आनंद लिया जा सकता है।

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