अगर गऊ माता श्राप देती हैं, तो सांड भी तो श्राप देगा,योगी के बयान पर अखिलेश का तीखा पलटवार

उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 14 अगस्त 2025 को समाप्त हो गया। इस सत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव के बीच तीखी बयानबाजी ने सियासी माहौल को गर्म कर दिया। योगी ने सपा पर हमला बोलते हुए कहा, “तुम्हें तो गऊ माता का श्राप ही ले डूबेगा, 2027 में सत्ता में आने का सपना छोड़ दो!” इस बयान ने न केवल विधानसभा में हंगामा खड़ा किया, बल्कि सियासी हलकों में भी तीव्र प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। योगी के इस कटाक्ष ने सपा को बैकफुट पर ला दिया, जिसके बाद अखिलेश यादव ने भी पलटवार में कोई कसर नहीं छोड़ी।

अखिलेश का तंज: “सांड भी श्राप देगा”

लखनऊ में मीडिया से बातचीत के दौरान अखिलेश यादव ने योगी के बयान का करारा जवाब दिया। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “अगर गऊ माता श्राप देती हैं, तो सांड भी तो श्राप देगा। और जिन लोगों ने अपनों को खोया, उनके परिवार वाले किसे श्राप देंगे? क्या कोई ऐसा जिला बचा है, जहां सांड या किसी जानवर की वजह से किसी की जान न गई हो? पाप हम पर नहीं, उन पर पड़ेगा!” अखिलेश के इस बयान ने बीजेपी को कटघरे में खड़ा कर दिया। उन्होंने बीजेपी पर विकास के मुद्दों को नजरअंदाज करने का भी आरोप लगाया। अखिलेश ने सवाल उठाया कि अगर बीजेपी विकसित भारत का सपना देख रही है, तो पेट्स और डॉग लवर्स के लिए कोई योजना क्यों नहीं बनाई गई?

बीजेपी पर विकास विरोधी होने का आरोप

अखिलेश ने बीजेपी पर विकास के मुद्दों को दरकिनार करने का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार का विजन सिर्फ अच्छी चीजों को बर्बाद करना है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “बीजेपी सिर्फ जुबानी जमा-खर्च में गड्ढा-मुक्त भारत का दावा करती है, लेकिन हकीकत में सड़कों की हालत बद से बदतर है।” अखिलेश ने सीएम योगी को ‘नकलची’ करार देते हुए कहा, “हमारे मुख्यमंत्री जी दिल्ली के इशारों पर चलते हैं। वहां से कुछ तय होता है, तो ये उसी की नकल करने में जुट जाते हैं। 24 घंटे जागने की बात करना इनका अमानवीय रवैया दर्शाता है।” इस बयान ने सियासी माहौल को और तनावपूर्ण बना दिया।

सपा सरकार के कामों का बखान

अखिलेश ने अपनी सरकार के कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि सपा ने हमेशा PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) परिवारों के बच्चों की शिक्षा पर ध्यान दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने हजारों प्राइमरी स्कूल बंद कर दिए और स्कूलों का मर्जर सिर्फ बूथ प्रबंधन के लिए किया जा रहा है। अखिलेश ने कहा, “हमारी सरकार ने बिजली के क्षेत्र में पावर प्लांट, डिस्ट्रीब्यूशन और ट्रांसमिशन पर काम किया। कानपुर जैसे शहर में मेट्रो दी गई, लेकिन बीजेपी ने इन सभी कामों का सत्यानाश कर दिया।” उन्होंने दावा किया कि बीजेपी की नीतियों का खामियाजा अब यूपी की जनता भुगत रही है।

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