राजस्थान के अजमेर से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक लुटेरी दुल्हन ने शादी के ठीक अगले दिन लाखों रुपये की नकदी और गहने लेकर फरार हो गई। कमला बावड़ी के रहने वाले प्रमोद कुमार इस ठगी के शिकार बने। उम्र अधिक होने के कारण उन्होंने एक दलाल मनीषा के जरिए चांदनी नाम की लड़की से शादी की थी। 4 अगस्त को अजमेर के आर्य समाज मंदिर में दोनों की शादी हुई, लेकिन अगले ही दिन, 5 अगस्त को, चांदनी ने बीमारी का बहाना बनाया और घर से गायब हो गई, साथ में लाखों रुपये के गहने और नकदी भी ले गई। इस घटना ने न केवल प्रमोद और उनके परिवार को सदमे में डाल दिया, बल्कि समाज में दलालों के जरिए होने वाली ऐसी ठगी की घटनाओं पर भी सवाल उठाए हैं।
सुनियोजित साजिश का शिकार बने प्रमोद
प्रमोद कुमार ने अपनी शादी के लिए मनीषा नाम की दलाल से संपर्क किया था, क्योंकि उनकी उम्र अधिक हो चुकी थी और परिवार का दबाव बढ़ रहा था। मनीषा ने चांदनी नाम की एक लड़की से उनका रिश्ता तय करवाया। 4 अगस्त को आर्य समाज मंदिर में शादी की रस्में पूरी हुईं। इस शादी में प्रमोद ने लाखों रुपये खर्च किए, जिसमें सोने-चांदी के गहने, नकदी और कई कीमती सामान शामिल थे। शादी के बाद चांदनी को अपने घर ले गए, लेकिन अगले ही दिन, 5 अगस्त को, चांदनी ने बीमारी का बहाना बनाया। उसने कहा कि उसे डॉक्टर के पास जाना है और वह घर से निकल गई। इसके बाद वह कभी वापस नहीं लौटी। प्रमोद और उनके परिवार को जब इस बात का एहसास हुआ, तो उन्होंने तुरंत जांच शुरू की, जिसके बाद यह खुलासा हुआ कि चांदनी उनके विश्वास को तोड़कर लाखों रुपये का सामान लेकर फरार हो चुकी है।
पुलिस की कार्रवाई और लुटेरी दुल्हनों का इतिहास
चांदनी के गायब होने के बाद प्रमोद ने गंज थाने में मनीषा और चांदनी के खिलाफ शिकायत दर्ज की। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी), 406 (आपराधिक विश्वासघात) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। पुलिस ने बताया कि मनीषा और चांदनी की तलाश शुरू कर दी गई है। शुरुआती जांच में पता चला कि मनीषा पहले भी फर्जी रिश्तों के जरिए ठगी के कई मामलों में शामिल रही है और यह एक सुनियोजित गिरोह का हिस्सा हो सकता है। लुटेरी दुल्हनें भारत में कोई नई बात नहीं हैं। 2025 में उत्तराखंड के रुद्रपुर में हिना रावत नाम की एक महिला को गिरफ्तार किया गया, जिसने वकील बनकर कई लोगों को ठगा था। 2020 में औरंगाबाद में एक 27 साल की महिला ने तीन महीने में तीन पुरुषों से शादी कर लाखों रुपये लूटे थे। 2017 में इंदौर में जसप्रीत कौर नाम की एक महिला ने भी आर्य समाज मंदिर में शादी कर ठगी की थी। ये मामले बताते हैं कि लुटेरी दुल्हनें अक्सर दलालों की मदद से सुनियोजित तरीके से अपराध करती हैं। समाज को ऐसी ठगी से बचने के लिए जागरूक होने और रिश्तों की पुष्टि करने की जरूरत है।