सांसद इकरा हसन पर विवादित टिप्पणी, करणी सेना नेता ने मचाया बवाल

उत्तर प्रदेश की कैराना लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार मामला उनके राजनीतिक कार्यों या नीतिगत बयानों से नहीं, बल्कि करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ठाकुर योगेंद्र सिंह राणा की एक आपत्तिजनक और निजी टिप्पणी से जुड़ा है। राणा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो और पोस्ट साझा कर इकरा हसन से निकाह की इच्छा जाहिर की और शर्त रखी कि AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी और अकबरुद्दीन ओवैसी उन्हें “जीजा” कहें।

इस बयान ने न केवल सियासी हलकों में हंगामा मचा दिया, बल्कि सोशल मीडिया पर भी तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इसे महिला सांसद का अपमान बताते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है। मुरादाबाद के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने इसे न सिर्फ इकरा हसन, बल्कि पूरे मुस्लिम समाज और संसद की गरिमा का अपमान करार दिया। उन्होंने कहा कि ऐसी टिप्पणियां हिंदू-मुस्लिम समाज में नफरत फैलाने की साजिश हैं। सपा के जिला अध्यक्ष जयवीर यादव ने भी पुलिस में शिकायत दर्ज कर राणा की गिरफ्तारी की मांग की है।

सोशल मीडिया पर बवाल, प्रशासन पर कार्रवाई का दबाव

राणा की इस टिप्पणी के बाद सोशल मीडिया पर उनका वीडियो और पोस्ट तेजी से वायरल हो गए। लोगों ने इसे अभद्र, अमर्यादित और सांप्रदायिक करार देते हुए कड़ी निंदा की। कई यूजर्स ने इसे महिलाओं के सम्मान के खिलाफ गंभीर हमला बताया और तत्काल कानूनी कार्रवाई की मांग की। विवाद बढ़ता देख राणा ने अपनी पोस्ट और वीडियो फेसबुक से हटा लिए, लेकिन तब तक स्क्रीनशॉट और क्लिप्स व्यापक रूप से फैल चुके थे।

राणा ने दावा किया कि उन्हें धमकी भरे कॉल मिले हैं, जिनमें तीन कॉल एक युवक और एक कॉल एक युवती की ओर से थी। उन्होंने पुलिस को इन नंबरों की जानकारी सौंपकर सुरक्षा की मांग की है। दूसरी ओर, समाजवादी पार्टी ने इस मामले को संसद में उठाने की तैयारी शुरू कर दी है। डॉ. एसटी हसन ने कहा कि इकरा हसन एक सम्मानित सांसद और शरीफ खानदान से हैं, उनके खिलाफ ऐसी भाषा निंदनीय है। उन्होंने प्रशासन से सवाल किया कि जब एक महिला सांसद के साथ ऐसा हो सकता है, तो आम बेटियों की सुरक्षा की क्या गारंटी है?

यह पहली बार नहीं है जब इकरा हसन को निशाना बनाया गया है; इससे पहले भी उनके खिलाफ डीपफेक वीडियो बनाए गए थे, जिस पर उन्होंने कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की थी। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि इकरा हसन इस मामले में क्या रुख अपनाती हैं और प्रशासन राणा के खिलाफ क्या कार्रवाई करता है। मुरादाबाद में तनावपूर्ण माहौल के बीच पुलिस और प्रशासन पर सख्त कदम उठाने का दबाव बढ़ गया है।

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