मुरादाबाद। रमजान का पवित्र महीना चल रहा है और रोजेदार दिनभर के रोजे के बाद इफ्तार का इंतजार करते हैं। लेकिन कुंदरकी के गंदीपुर गांव में इस बार इफ्तार से ठीक पहले ऐसा कुछ हुआ, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। शाम को इफ्तार से सिर्फ दस मिनट पहले गांव की जामा और मक्का मस्जिदों से एक चौंकाने वाला ऐलान हुआ। मस्जिदों से कहा गया कि लोगों ने जो खाना पकाया है, उसमें कीड़े-मकोड़े मिले हैं और इसे खाने से बचें। इस ऐलान ने पूरे गांव में खलबली मचा दी। रोजेदारों ने बिना देर किए अपने घरों में तैयार पका-पकाया खाना बाहर फेंक दिया। यह नजारा देख हर कोई दंग रह गया।
इस घटना की जड़ में एक स्थानीय मांस विक्रेता की भूमिका सामने आई। गांव के कई लोगों ने उस विक्रेता से मांस खरीदा था, जिसे लेकर वे अपने घर गए। रोजेदारों ने दिनभर के रोजे के बाद इफ्तार के लिए उस मांस को पकाया। खाने की मेज सज चुकी थी और लोग इफ्तार का वक्त आने का इंतजार कर रहे थे। लेकिन मस्जिद से हुए ऐलान ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक मस्जिदों से हुआ यह ऐलान उस वक्त हुआ, जब इफ्तार का समय बस कुछ ही मिनट दूर था। रोजेदारों के लिए यह पल बेहद मुश्किल भरा था। दिनभर भूखे-प्यासे रहने के बाद जब उन्हें पता चला कि उनका खाना खाने लायक नहीं है, तो उनकी निराशा साफ झलक रही थी। कुछ लोगों ने तुरंत अपने घरों के बाहर खाना फेंक दिया, तो कुछ ने उसे देखकर समझने की कोशिश की कि आखिर क्या गलत हुआ।
जब इस मामले को लेकर स्थानीय अधिकारियों से बात की गई, तो उन्होंने कुछ भी साफ करने से इनकार कर दिया। अफसरों का कहना था कि उन्हें इस तरह की कोई जानकारी नहीं मिली कि मांस या खाने में कीड़े-मकोड़े थे। उन्होंने इसे एक अफवाह की तरह खारिज कर दिया और कहा कि इसकी जांच की जाएगी।