पंडित अनिल शर्मा
Moradabad News: तरफदलपत में मृतक टैक्टर चालक के घर पर शनिवार की शाम सैनी बिरादरी के लोग जुटे। उन्होंने घटना की निंदा कर जल्द ही उपमुख्यमंत्री से मिलने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही मृतक के परिवार को न्याय दिलाने की मांग की है।
तरफदलपत में मृतक लोकेश कुमार उर्फ मोनू के घर पर शनिवार की शाम जनपद भर के सैनी समाज के लोगों ने पहुंचकर शोकाकुल परिवार को सांत्वना दी। कहा कि दुख की घड़ी में पूरा समाज पीड़ित धर्मपाल सिंह के साथ खड़ा है। पुलिस प्रशासन से घटना की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि डा. वीर सिंह सैनी ने कहा कि परमेश्वर लाल सैनी की उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या से बात हो गई है। जल्द सैनी समाज का एक प्रतिनिधि मंडल उप मुख्यमंत्री से मिलेगा। इस बीच पहंुचे भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राजपाल चौहान ने भी घटना पर अफसोस जताया।
शोकाकुल परिवार को सांत्वना दी। इस मौके पर सैनी सभा के पूर्व जिलाध्यक्ष करन सिंह, सैनी, लाखन सिंह सैनी, मनमोहन सिंह सैनी, किशन सिंह सैनी, नेत्रपाल सिंह सैनी, किशन लाल सैनी, अशोक सैनी आदि थी।
घटना के बाद मृतक के घर मैं छाया मातम,गांव में पसरा सन्नाटा
टैक्टर चालक मोनू के घर में मातम छाया है। गांव में सन्नाटा पसरा है। घरों पर महिलाएं हो या फिर एक दो जगह चौपालों पर बैठे ग्रामीण कल के घटनाक्रम को दोहराते नजर आए। सड़कों पर इक्का दुक्का व्यक्ति चलता फिरता दिखाई दिया।
तहसील मुख्यालय से करीब पांच किमी दूर उत्तराखंड बार्डर स्थित ग्राम तरफदलपत के ज्यादार लोग खेती किसानी करते हैं।
रोड किनारे कुछ लोगों ने व्यवसायिक दुकानें खोल रखीं है तो आबादी के अंदर इक्कादुक्का परचूनी की दुकान हैं। खेती किसानी के चलते अक्सर शांत रहने वाला गांव शुक्रवार की सुबह अचानक अशांत हो गया। टैक्टर चालक लोकेश कुमार उर्फ मानू की लाश टैक्टर के नीचे दबी मिलने पर ग्रामीण पुलिस से भिड़ गए थे। इस घटना के बाद गांव में पुलिस फोर्स तैनात हो गया था। रात ही पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में मोनू के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया था।
शुक्रवार की सुबह पूरे गांव में सन्नाटा पसरा था, ज्यादातर घरों के दरवाजे बंद थे। गलियों में भी इक्का दुक्का राहगीर ही नजर आ रहा था। आबादी के बीच स्थित मोनू के घर पर मां सुनीता देवी के साथ गांव की महिलाएं विलाप करती दिखाई दी तो बैठक में पिता धर्मपाल सिंह को गांव के लोग ढांढस बंधा रहे थे। पिता मोनू को याद कर बार बार कहता-घर का अकेला कमाने वाला था। घर के पास ही दरवाजे पर खड़ी महिलाएं घटना को लेकर चर्चा कर रही थी तो गांव के नुक्कड़ पर चौपाल पर बैठे बुजुर्ग कहते सुनाई दिए-जीवन में पहली बार ऐसी घटना गांव में देखी है। बुहत बुरा हुआ।