चंडीगढ़। पंजाब सरकार ने ने गुरुवार को पेट्रोल और डीजल पर वैट बढ़ाने के साथ ही बिजली की कीमतें भी बढ़ा दी है। नवंबर, 2021 में पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी सरकार ने 7 किलोवॉट तक के कनेक्टेड लोड वाले घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली की कीमतों में तीन रुपये प्रति यूनिट की कटौती की थी। लेकिन आज भगवंत मान सरकार ने चरणजीत सिंह चन्नी सरकार द्वारा लिए गए उस फैसले को वापस ले लिया।
पंजाब सरकार के खजाने में हर साल होगी 1800 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी
राज्य की कैबिनेट द्वारा लिए गए इस फैसले से पंजाब सरकार के खजाने में हर साल 1500 से 1800 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। हालांकि, पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि डोमेस्टिक कैटेगरी वाले कनेक्शन पर हर महीने 300 यूनिट फ्री बिजली की योजना जारी रहेगी।
कांग्रेस सरकार के फैसले को आप सरकार ने लिया वापस
मुख्यमंत्री भगवंत मान की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में पिछली कांग्रेस सरकार के फैसले को वापस लेने का निर्णय किया गया। मंत्रिमंडल की बैठक के बाद वित्त मंत्री हरपास सिंह चीमा ने कहा कि पिछली सरकार ने सात किलोवाट तक लोड वाले घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली की दरों में तीन रुपये प्रति यूनिट की कटौती की थी। पंजाब की मौजूदा सरकार ने पिछले सरकार के उस फैसले को वापस ले लिया है।