सांसद चंद्र शेखर आजाद पर पीएचडी स्कॉलर रोहिणी घावरी ने लगाए संगीन आरोप, इस्तेमाल कर छोड़ दिया…

नगीना से सांसद और आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के संस्थापक चंद्र शेखर आजाद एक बार फिर चर्चा में हैं, लेकिन इस बार वजह उनकी सामाजिक सक्रियता नहीं, बल्कि एक गंभीर विवाद है। इंदौर की रहने वाली पीएचडी स्कॉलर डॉ. रोहिणी घावरी ने उन पर मानसिक और भावनात्मक उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। रोहिणी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपनी आपबीती साझा कर समाज में महिलाओं के साथ होने वाले छल और दर्द को उजागर किया है। उनकी यह पोस्ट न केवल वायरल हो रही है, बल्कि सोशल मीडिया पर तीखी बहस का कारण भी बन रही है। आइए, इस मामले को गहराई से समझते हैं।

एक महिला की पीड़ा, समाज की सच्चाई

डॉ. रोहिणी घावरी ने अपने लंबे और भावुक पोस्ट में बताया कि कैसे उनके और चंद्र शेखर आजाद के बीच कथित निजी संबंध थे। रोहिणी का दावा है कि चंद्र शेखर ने उन्हें प्यार के जाल में फंसाया और उनके जीवन के सबसे महत्वपूर्ण वर्षों को बर्बाद किया। उन्होंने लिखा, “25 से 30 साल की उम्र, जब एक महिला को अपने जीवनसाथी की सबसे ज्यादा जरूरत होती है, उस वक्त मुझे प्यार का भरोसा देकर छोड़ दिया गया। जब मैंने शादी की बात उठाई, तो मुझे अकेले छोड़कर चले गए।” रोहिणी की यह कहानी केवल उनकी नहीं, बल्कि उन तमाम महिलाओं की है, जो प्यार में धोखा खाकर भावनात्मक और मानसिक तनाव से गुजरती हैं।

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समाज का दोहरा चेहरा

रोहिणी ने अपनी पोस्ट में समाज के उस क्रूर चेहरे को भी उजागर किया, जो ऐसी स्थिति में महिलाओं को ही दोषी ठहराता है। उन्होंने लिखा, “जब एक महिला अपने साथ हुए अन्याय के खिलाफ आवाज उठाती है, तो उसे ब्लैकमेलर या षड्यंत्रकारी कहकर खारिज कर दिया जाता है। समाज और परिवार उसका साथ देने की बजाय उसके चरित्र पर सवाल उठाते हैं।” रोहिणी का कहना है कि ऐसी स्थिति में कई महिलाएं आत्मघाती विचारों का शिकार हो जाती हैं। उनकी पोस्ट में यह दर्द साफ झलकता है कि कैसे एक महिला का विश्वास टूटने के बाद उसका पूरा जीवन बिखर जाता है।

“मेरी ईमानदारी मेरा सबूत है”

रोहिणी ने अपनी पोस्ट में यह भी बताया कि उन्होंने अपनी कहानी इसलिए साझा की, ताकि दूसरी महिलाओं को हिम्मत मिले। उन्होंने लिखा, “अगर मैं अपने लिए नहीं लड़ी, तो देश की बाकी बेटियों के लिए क्या लड़ूंगी? मेरी ईमानदारी ही मेरा सबसे बड़ा सबूत है।” उनकी यह बात न केवल उनकी दृढ़ता को दर्शाती है, बल्कि समाज में बदलाव की जरूरत को भी रेखांकित करती है। रोहिणी ने उन तमाम महिलाओं की आवाज बनने की कोशिश की है, जो चुपचाप इस दर्द को सहती हैं।

सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं

रोहिणी की पोस्ट के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोग उनकी हिम्मत की तारीफ कर रहे हैं, तो कुछ इसे एक साजिश का हिस्सा बता रहे हैं। यह मामला न केवल चंद्र शेखर आजाद की छवि पर सवाल उठा रहा है, बल्कि समाज में महिलाओं के प्रति व्यवहार और प्यार के नाम पर होने वाले छल को भी सामने ला रहा है।

‘अच्छे नंबर दूंगी’ कहकर छात्र होटल ले गई शिक्षिका, बनाए शारीरिक संबंध

हरियाणा के रेवाड़ी में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने समाज में शिक्षक-छात्र के पवित्र रिश्ते पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक शादीशुदा महिला टीचर पर 12वीं कक्षा के नाबालिग छात्र के यौन शोषण का गंभीर आरोप लगा है। यह महिला गुरुग्राम के एक प्रतिष्ठित स्कूल में पढ़ाती थी और पीड़ित छात्र की क्लास टीचर थी। इस मामले ने न केवल स्थानीय समुदाय को हिलाकर रख दिया, बल्कि शिक्षा व्यवस्था की विश्वसनीयता पर भी गहरे सवाल उठाए हैं।

एक विश्वासघात की कहानी

यह घटना रेवाड़ी के धारूहेड़ा क्षेत्र की है, जहां पीड़ित छात्र रहता है। बताया जाता है कि 35 वर्षीय महिला टीचर ने नाबालिग छात्र को अच्छे अंकों का लालच देकर अपने जाल में फंसाया। शुरुआत में वह उसे विभिन्न बहानों से अपने घर बुलाती थी। धीरे-धीरे यह सिलसिला होटल तक पहुंच गया। जून 2024 में महिला ने छात्र को धारूहेड़ा के सेक्टर-6 में एक होटल में ले जाकर कथित तौर पर उसका यौन शोषण किया। अगस्त और सितंबर 2024 में भी ऐसी घटनाएं सामने आईं, जहां महिला ने होटल में छात्र को बुलाया और रिश्तेदार बताकर उसकी एंट्री करवाई। हैरानी की बात यह है कि होटल का भुगतान भी वह खुद नकद करती थी, ताकि कोई शक न हो।

सबूतों ने खोली पोल

मार्च 2025 में पीड़ित छात्र के पिता को इस घिनौने कृत्य की भनक लगी। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया और कई वीडियो साक्ष्य सौंपे, जो स्वयं छात्र ने बनाए थे। ये वीडियो इस बात का पुख्ता सबूत थे कि महिला टीचर ने नाबालिग के साथ अनुचित व्यवहार किया। पुलिस ने होटल रिकॉर्ड्स की जांच की, जिसमें दोनों की मौजूदगी की पुष्टि हुई। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी महिला मूल रूप से चरखी दादरी की रहने वाली है और उसने धारूहेड़ा में हाल ही में एक नया घर लिया था, जहां वह छात्र को बुलाकर उसका शोषण करती थी।

कानूनी कार्रवाई और फरारी

पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया और जांच शुरू की। आरोपी महिला ने गिरफ्तारी से बचने के लिए फास्ट-ट्रैक कोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की, लेकिन सबूतों के आधार पर कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। इसके बाद महिला फरार हो गई। रेवाड़ी के पुलिस अधीक्षक हेमेंद्र मीणा ने बताया कि आरोपी की तलाश जारी है और पुलिस इस मामले में पूरी गंभीरता से जांच कर रही है।

समाज पर प्रभाव

यह घटना न केवल एक परिवार के लिए दुखद है, बल्कि यह शिक्षा क्षेत्र में विश्वास की कमी को भी दर्शाती है। माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल सुरक्षित माहौल मानकर भेजते हैं, लेकिन ऐसी घटनाएं इस विश्वास को तोड़ती हैं। यह मामला हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति और उनकी गतिविधियों की निगरानी के लिए और सख्त नियमों की आवश्यकता है।

हनीमून के नाम पर ले गई मेघालय और फिर… पति की हत्या की रची खौफनाक साजिश!

इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में मेघालय पुलिस ने एक सनसनीखेज मोड़ लाते हुए बड़ी सफलता हासिल की है। इस मामले में पुलिस ने राजा की पत्नी सोनम समेत तीन आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। यह हत्याकांड, जिसने मध्य प्रदेश और मेघालय, दोनों राज्यों में हलचल मचा दी थी, अब नए खुलासों के साथ सुर्खियों में है। मेघालय के डीजीपी आई नोंग्रांग ने बताया कि इस जघन्य अपराध के पीछे सुपारी किलर की भूमिका थी, जिन्हें हत्या के लिए विशेष रूप से हायर किया गया था। 

हत्याकांड की शुरुआत: सोहरा में लापता हुआ हनीमून कपल

यह कहानी तब शुरू हुई, जब इंदौर का नवविवाहित जोड़ा, राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम, मेघालय के खूबसूरत सोहरा इलाके में हनीमून के लिए पहुंचे। 07 जून, 2025 को एक टूर गाइड ने पुलिस को बताया कि उस दिन राजा और सोनम के साथ तीन अन्य संदिग्ध लोग भी थे। अचानक यह जोड़ा लापता हो गया, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की। गाइड की इस अहम जानकारी ने मामले को नया मोड़ दिया, और मेघालय पुलिस ने विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर तफ्तीश को तेज कर दिया।

पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई

मेघालय पुलिस ने इस मामले में कोई कसर नहीं छोड़ी। डीजीपी आई नोंग्रांग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा किया कि एक आरोपी को उत्तर प्रदेश से पकड़ा गया, जबकि दो अन्य संदिग्धों को एसआईटी ने इंदौर से हिरासत में लिया। सबसे चौंकाने वाला खुलासा तब हुआ, जब राजा की पत्नी सोनम ने उत्तर प्रदेश के नंदगंज पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर लिया और हत्या के पीछे की वजहों को खंगालना शुरू किया। डीजीपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि हत्या के लिए सुपारी किलर को हायर किया गया था, जिसने इस अपराध को अंजाम दिया।

मुख्यमंत्री का बयान: जांच अभी जारी

मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, “इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड में मेघालय पुलिस ने शानदार काम किया है। तीन हमलावरों को गिरफ्तार किया जा चुका है, और एक महिला आरोपी ने आत्मसमर्पण किया है। एक अन्य संदिग्ध की तलाश में अभियान जारी है।” मुख्यमंत्री के इस बयान से साफ है कि पुलिस इस मामले को पूरी तरह सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध है। मध्य प्रदेश और मेघालय पुलिस के बीच समन्वय से इस जांच को और तेज किया जा रहा है।

यह हत्याकांड न केवल इंदौर और मेघालय, बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि आखिर हत्या के पीछे का मकसद क्या था और सोनम की इसमें क्या भूमिका थी। एक अन्य संदिग्ध की गिरफ्तारी के लिए पुलिस का अभियान अभी भी जारी है। इस मामले में नए खुलासे होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

युवती से छेड़खानी कर बनाया वीडियो, वायरल करने के आरोप में तीन के खिलाफ रिपोर्टl मुरादाबाद, ठाकुरद्वारा l ने क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती से छेड़खानी करने और अश्लील वीडियो बनाकर वायरल करने के आरोप में तीन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज किया है। युवती ने पुलिस को तहरीर देकर कहा कि करीब डेढ़ वर्ष पूर्व वह अपनी मां के इलाज के लिए इधर-उधर गांव के एक व्यक्ति के साथ बाइक से रुपयों के इंतजाम के लिए घूम रही थी। तभी रास्ते में गांव के नरेश ने उसे रोक लिया। उसके साथ छेड़खानी की और उसकी अश्लील वीडियो बना लिया। उसे वीडियो बनाने के बाद वीडियो वायरल करने की धमकी देकर 500 रुपये भी ले लिए। लेकिन बाद में गांव के सर्वेश मास्टर और अब्दुल कादिर की मदद से उसका अश्लील वीडियो वायरल कर दिया। जिसकी जानकारी उसे अब कुछ दिन पहले मिली है। पुलिस ने युवती की तहरीर पर तीनों आरोपियों नरेश, सर्वेश मास्टर और अब्दुल कादिर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

प्रेमिका ने प्रेमी को फोन कर घर बुला लिया सूचना परदोनों को आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ लियायुवक की पिटाई के बाद प्रेमी युवक अपनी प्रेमिका कापति बन गयादोनों परिवारों की राजा बंदी से प्रेमी प्रेमिका बने पति पत्नी

मुरादाबाद, ठाकुरद्वारा l युवती के परिजन किसी काम से अचानक बाहर चले गए। युवती ने अपने प्रेमी को फोन करके रात में घर बुला लिया। रात में दोनों एक कमरे में रंगरेलियां मनाने लगे । परिवार के अन्य सदस्यों को शक हुआ तो प्रेमी युगल को आपत्तिजनक हालत में पकड़ लिया।परिजनों ने प्रेमी प्रेमिका को रंगे हाथों पकड़ा युवक की पिटाई कर डाली ।बताया जाता है कि उत्तराखंड निवासी एक युवक ठाकुरद्वारा क्षेत्र के एक गांव की युवती एक कोचिंग सेंटर पर नौकरी की तैयारी में जुटे थे इसी दौरान दोनों का प्रेम प्रसंग शुरू हो गया । प्रेम का कुमार इतना बड़ा की युवती ने वीती गुरुवार की रात प्रेमिका प्रेमिका से अकेले नहीं रहा गया तो अपने प्रेमी को फोन कर रात में अपने घर बुला लिया । रात में परिजनों को शक होने पर दोनों को कमरे में आपत्तिजनक हालत में पकड़ लिया । और युवक की कर जमकर पिटाई कर दी। मामला पुलिस तक पहुंचा । सूचना पर युवक पक्ष के लोग भी मौके पर पहुंचे । शुक्रवार की सुबह दोनों पक्षों की पंचायत में प्रेमी युगल की शादी करा दी। प्रेमिका ने फोन कर प्रेमी को बुलायाठाकुरद्वारा के गांव गांवड़ी निवासी एक युवती का उत्तराखंड के उधमसिंह नगर अंतर्गत थाना जसपुर के गांव बढि़योवाला निवासी युवक से कोचिंग सेंटर पर पढ़ाई के दौरान एक साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। युवती के परिजन किसी काम से बाहर गए थे। जिस पर युवती ने फोन करके रात में प्रेमी को मिलने के लिए घर बुला लिया। रात में दोनों एक कमरे में बंद होकर रंगरेलियां बनाने लगे । परिवार के अन्य सदस्यों को शक हुआ तो घर पहुंचे और प्रेमी युगल को आपत्तिजनक हालत में पकड़ लिया और युवक को पीटने के बाद युवती के माता-पिता को सूचना दी। युवती के माता-पिता रात को घर पहुंचे , प्रेमी को खूब पीटाजानकारी मिलते ही युवती के माता-पिता रात में ही घर पहुंच गए और युवक को फिर पीटा गया। ग्राम प्रधान और अन्य लोगों ने युवती के पिता को प्रेमी युगल की शादी कराने की सलाह दी। शुक्रवार को युवक के परिजन गांव पहुंचे और दोनों पक्षों की पंचायत हुई। जिसमें दोनों पक्ष की सहमति पर प्रेमी युगल की शादी करा दी गई।

जेई को पड़ी सात चांटे, वीडियो वायरल! जानें क्यों भड़की पान सिंह तोमर की पोती

उत्तर प्रदेश के बबीना में स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया ने उस समय एक अप्रत्याशित मोड़ ले लिया, जब बिजली विभाग के एक अवर अभियंता को मशहूर बागी पान सिंह तोमर की पौत्री के गुस्से का सामना करना पड़ा। यह घटना न केवल स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई, बल्कि सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रही है। आइए, इस पूरे मामले को विस्तार से समझते हैं।

स्मार्ट मीटर और विवाद की शुरुआत

बबीना के पंजाबी कॉलोनी में बिजली विभाग की एक टीम स्मार्ट मीटर स्थापना के लिए पहुंची थी। इस टीम का नेतृत्व कर रहे थे अवर अभियंता वैभव कुमार रावत। सब कुछ सामान्य ढंग से चल रहा था, लेकिन जब टीम शारदा तोमर के घर पहुंची, तो वहां का माहौल अचानक गर्म हो गया। शारदा तोमर की बेटी, सपना तोमर, ने मीटर बदलने की प्रक्रिया पर सवाल उठाए। बातचीत के दौरान मामला इतना बढ़ गया कि सपना ने गुस्से में आकर वैभव कुमार पर हमला कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, सपना ने अभियंता को एक के बाद एक सात थप्पड़ जड़ दिए।

घटना का वायरल वीडियो और स्थानीय प्रतिक्रिया

इस पूरे घटनाक्रम को बिजली विभाग के कुछ कर्मचारियों ने अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर लिया। यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे इस मामले ने और तूल पकड़ लिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सपना के व्यवहार ने सभी को हैरान कर दिया। हालांकि, सपना की मां शारदा और अन्य परिजनों ने बीच-बचाव कर स्थिति को संभालने की कोशिश की।

पान सिंह तोमर का पारिवारिक इतिहास

इस घटना ने इसलिए भी सुर्खियां बटोरीं, क्योंकि सपना तोमर मशहूर बागी पान सिंह तोमर की पौत्री हैं। पान सिंह तोमर एक समय में भारतीय सेना में एक सम्मानित सैनिक थे, लेकिन सिस्टम की खामियों और अन्याय के खिलाफ उनकी बगावत ने उन्हें चंबल के बीहड़ों में ले जाया। उनकी कहानी को बॉलीवुड फिल्म “पान सिंह तोमर” के जरिए भी दर्शाया गया है। सपना के पिता, शिवराम तोमर, सेना में सूबेदार के पद से रिटायर हो चुके हैं। करीब 25-30 साल पहले शिवराम अपने परिवार के साथ बबीना में बस गए थे और तब से यहीं रह रहे हैं।

पुलिस कार्रवाई और आगे की जांच

घटना के बाद बिजली विभाग की शिकायत पर पुलिस ने सपना तोमर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश में है कि आखिर विवाद की जड़ क्या थी। स्थानीय पुलिस के अनुसार, दोनों पक्षों से बातचीत की जा रही है, ताकि मामले की पूरी सच्चाई सामने आ सके।

स्मार्ट मीटर योजना और जनता की शिकायतें

स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया उत्तर प्रदेश में तेजी से चल रही है, लेकिन कई जगहों पर उपभोक्ताओं के बीच इसे लेकर असंतोष भी देखने को मिल रहा है। कुछ लोग बिजली बिल में बढ़ोतरी की आशंका जता रहे हैं, तो कुछ तकनीकी खामियों की शिकायत कर रहे हैं। बबीना की इस घटना ने स्मार्ट मीटर योजना के प्रति लोगों की नाराजगी को एक बार फिर उजागर कर दिया है।

एक ही परिवार की 6 बेटियों की दर्दनाक मौत, जिस घर में बजनी थी शहनाई, वहां गूंजा मातम

उत्तर प्रदेश के आगरा में मंगलवार को एक ऐसी त्रासदी हुई, जिसने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया। यमुना नदी के किनारे हंसी-खुशी के पल अचानक मातम में बदल गए, जब नहाने गईं छह युवा लड़कियां गहरे पानी में डूब गईं। इस हादसे ने न केवल एक परिवार, बल्कि पूरे समुदाय को गहरे सदमे में डुबो दिया। मृतक लड़कियों में तीन सगी बहनें, एक चचेरी बहन, एक मौसेरी बहन और एक रिश्तेदार शामिल थीं। इस दुखद घटना ने उस घर की खुशियों को छीन लिया, जहां कुछ ही दिनों बाद शादी की शहनाइयां गूंजने वाली थीं।

हंसी-खुशी से शुरू हुआ दिन, मातम में बदला

आगरा के सिकंदरा थाना क्षेत्र में नगला नाथू मौजा स्वामी के पास यह दिल दहलाने वाला हादसा हुआ। मंगलवार सुबह करीब 10 बजे, छह लड़कियां—दिव्या (14), संध्या (12), शिवानी (17), नैना (14), सोनम (12) और मुस्कान (18)—यमुना नदी में नहाने गई थीं। ये सभी आपस में रिश्तेदार थीं और नहाने से पहले उन्होंने रील बनाकर मौज-मस्ती भी की। सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस वीडियो में लड़कियां हंसती-खेलती नजर आ रही थीं, लेकिन किसे पता था कि यह उनकी आखिरी हंसी होगी। नहाते समय अचानक वे गहरे पानी में चली गईं और एक-एक कर डूबने लगीं।

देर से शुरू हुआ रेस्क्यू, बुझ गई जिंदगियां

लड़कियों की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग दौड़े और तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने गोताखोरों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। चार लड़कियों को तुरंत नदी से निकाला गया और अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बाकी दो लड़कियों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन दोपहर तक उन्होंने भी दम तोड़ दिया। इस हादसे ने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया। पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया।

शादी की तैयारियां मातम में बदलीं

इस हादसे ने एक परिवार की सारी खुशियां छीन लीं। मृतक लड़कियों में शामिल मुस्कान की अगले हफ्ते शादी होने वाली थी। जिस घर में बारात आने की तैयारियां चल रही थीं, वहां अब छह शवों का मातम है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मंजर को देखकर हर किसी का दिल दहल गया। इस दुखद घटना ने न केवल परिवार, बल्कि पूरे समुदाय को गहरे शोक में डुबो दिया।

प्रशासन का सहयोग और शोक संदेश

आगरा के जिलाधिकारी ने पीड़ित परिवारों के लिए 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है। वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद प्रदान की जाए। प्रशासन ने भी इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए परिवारों का साथ देने का वादा किया है।

नदियों में नहाने के खतरों की अनदेखी

यह हादसा एक बार फिर हमें नदियों और गहरे पानी के खतरों की याद दिलाता है। यमुना नदी में आए दिन ऐसी घटनाएं सामने आती हैं, लेकिन जागरूकता की कमी और लापरवाही के कारण मासूम जिंदगियां असमय काल के गाल में समा जाती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि नदियों में नहाने से पहले सुरक्षा उपायों का पालन करना बेहद जरूरी है। इस दुखद घटना ने सभी को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं।

दही खाते वक्त ये 5 चीज़ें भूलकर भी न खाएं, हो सकता है जानलेवा नुकसान

दही, भारतीय रसोई का एक अहम हिस्सा, न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। यह पाचन को बेहतर करता है, पेट को ठंडक देता है और कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ खाद्य पदार्थों के साथ दही का सेवन आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है? जी हाँ, कुछ गलत खाद्य संयोजनों से दही का सेवन नुकसानदायक हो सकता है। आइए, इस लेख में हम आपको बताते हैं कि दही के साथ किन चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए ताकि आपकी सेहत बनी रहे।

दही और इन खाद्य पदार्थों का मेल: क्यों है खतरनाक?

आयुर्वेद के अनुसार, दही का ठंडा गुण कुछ खाद्य पदार्थों के साथ मेल नहीं खाता। कुछ संयोजन शरीर में विषाक्तता (टॉक्सिन्स) पैदा कर सकते हैं, जिससे पाचन संबंधी समस्याएँ, त्वचा की परेशानियाँ और अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं। यहाँ हम कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें दही के साथ खाने से बचना चाहिए।

1. दही और मछली: एक खतरनाक जोड़ी
दही और मछली का संयोजन आयुर्वेद में वर्जित माना जाता है। मछली का गर्म तासीर और दही का ठंडा गुण एक साथ मिलकर शरीर में असंतुलन पैदा कर सकता है। इससे त्वचा पर चकत्ते, एलर्जी या पाचन तंत्र में गड़बड़ी जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस संयोजन से शरीर में टॉक्सिन्स बन सकते हैं, जो लंबे समय में नुकसानदायक हो सकते हैं।

2. दही के साथ दूध: गलत संयोजन
कई लोग दही को दूध के साथ मिलाकर पीते हैं, जैसे कि लस्सी या स्मूदी में। लेकिन आयुर्वेद के अनुसार, दही और दूध का एक साथ सेवन पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है। यह संयोजन पेट में भारीपन, गैस और अपच जैसी समस्याएँ पैदा कर सकता है। यदि आप लस्सी पीना पसंद करते हैं, तो इसे बनाने के लिए ताज़ा दही का उपयोग करें और दूध की मात्रा कम रखें।

3. दही और उड़द दाल: पाचन पर भारी
उड़द दाल, जो भारतीय व्यंजनों में खूब इस्तेमाल होती है, दही के साथ खाने से बचना चाहिए। यह संयोजन पाचन को धीमा कर सकता है और पेट में सूजन या गैस की समस्या पैदा कर सकता है। आयुर्वेद के अनुसार, उड़द दाल का भारी और गर्म गुण दही के ठंडे गुण के साथ टकराता है, जिससे शरीर में असंतुलन पैदा होता है।

4. दही के साथ फल: सावधानी बरतें
कई लोग दही में फल मिलाकर खाना पसंद करते हैं, लेकिन कुछ फलों के साथ दही का मेल नुकसानदायक हो सकता है। खट्टे फल जैसे नींबू, संतरा और अनानास दही के साथ मिलाने से पेट में अम्लता बढ़ सकती है। इसके अलावा, केला और दही का संयोजन भी पाचन को प्रभावित कर सकता है, क्योंकि यह शरीर में टॉक्सिन्स को बढ़ावा देता है। यदि आप फल के साथ दही खाना चाहते हैं, तो सेब या अनार जैसे कम अम्लीय फल चुनें।

5. दही और तेल-मसाले: संतुलन बनाए रखें
दही को तेल से बने भारी भोजन, जैसे तली हुई चीजों या मसालेदार ग्रेवी के साथ खाने से बचें। यह संयोजन पाचन तंत्र पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है और अपच, जलन या भारीपन की समस्या पैदा कर सकता है। यदि आप दही को रायता के रूप में खा रहे हैं, तो हल्के मसाले और ताज़ा सामग्री का उपयोग करें।

दही का सही तरीके से सेवन कैसे करें?

दही को अपनी डाइट में शामिल करने का सबसे अच्छा तरीका है इसे सही समय और सही संयोजन के साथ खाना। आयुर्वेद के अनुसार, दही को दोपहर के समय खाना सबसे अच्छा होता है, क्योंकि इस समय पाचन तंत्र सबसे मजबूत होता है। इसके अलावा, दही को हमेशा ताज़ा और कमरे के तापमान पर खाना चाहिए। बहुत ठंडा दही पाचन को प्रभावित कर सकता है। दही में हल्का नमक, जीरा पाउडर या पुदीना मिलाकर खाने से इसका स्वाद और फायदा दोनों बढ़ जाते हैं।

मुसलमान की ज़ुबान और हाथ से नही पहुंचनी चाहिए किसी को तकलीफ़ – मुफ़्ती इमामुद्दीन

Moradabad News: आगामी त्यौहार ईद उल अज़हा को लेकर कोतवाली परिसर मे अमन कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया।बैठक की अध्यक्षता उपजिलाधिकारी प्रीति सिंह ने की,बैठक के दौरान भारी संख्या मे सामाजिक लोग व धर्मगुरुओं शामिल रहे।

अमन कमेटी की बैठक के दौरान शहर इमाम मुफ़्ती इमामुद्दीन ने मुस्लिम समुदाय को जागरूक करते हुए कहा कि कुर्बानी के दौरान साफ़ – सफ़ाई का ख़ास ख़्याल रखे,ऐसा कोई काम न करें जिससे हमारे किसी भाई को तकलीफ़ पहुंचे।उन्होंने कहा कि सच्चा मुसलमान वो है जिसकी ज़ुबान व हाथ से किसी इंसान को तकलीफ़ न पहुंचे।इस दौरान शहर इमाम ने कहा कि दुनिया भर मे हमारे मुल्क हिंदुस्तान को हमारे भाईचारे और गंगा ज़मुनी तहज़ीब के लिए जाना जाता है हमे इस पहचान को क़ायम रखना है।

वहीं बैठक के दौरान पुलिस क्षेत्राधिकारी रुद्र कुमार व उपजिलाधिकारी प्रीति सिंह ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोई भी नया काम न करें भाईचारे के साथ आगामी त्यौहार को मनाए।वहीं कोतवाली प्रभारी जसपाल सिंह ग्वाल ने क्षेत्रीय लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि यदि कोई समस्या सामने आए तो प्रशासन को सूचना दें प्रशासन सदैव आपकी सेवा मे तत्पर है।

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सरकार की गारंटी, जोखिम-मुक्त निवेश

नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) एक ऐसी योजना है, जो अपनी विश्वसनीयता और आकर्षक रिटर्न के लिए जानी जाती है। इस योजना में आप न्यूनतम 1,000 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं, और इसमें कोई ऊपरी सीमा नहीं है। यानी, आप अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार जितना चाहें निवेश कर सकते हैं। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह पूरी तरह से भारत सरकार द्वारा समर्थित है, जिससे आपका पैसा हमेशा सुरक्षित रहता है। पांच साल की परिपक्वता अवधि के बाद आपको निवेश की राशि के साथ-साथ चक्रवृद्धि ब्याज का लाभ मिलता है, जो इसे जोखिम-मुक्त निवेश का एक शानदार विकल्प बनाता है। सरकार हर तिमाही में ब्याज दरों की समीक्षा करती है, ताकि निवेशकों को हमेशा प्रतिस्पर्धी रिटर्न मिले।

टैक्स बचत का सुनहरा अवसर

NSC योजना का एक और बड़ा फायदा है इसकी टैक्स बचत सुविधा। आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत, आप एक वित्तीय वर्ष में 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स छूट का लाभ उठा सकते हैं। यह सुविधा उन लोगों के लिए खास तौर पर फायदेमंद है, जो अपने टैक्स बोझ को कम करना चाहते हैं। साथ ही, इस योजना में निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं होने के कारण, आप अपनी जरूरत के हिसाब से जितना चाहें निवेश कर सकते हैं। चाहे आप अपने भविष्य के लिए बचत कर रहे हों या लंबी अवधि के वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करना चाहते हों, NSC आपको दोहरा फायदा देती है—सुरक्षित निवेश और टैक्स बचत।

बच्चों के भविष्य के लिए आदर्श

NSC योजना की एक खास विशेषता यह है कि आप इसे अपने बच्चों के नाम से भी शुरू कर सकते हैं। अगर आपके बच्चे की उम्र 10 साल से कम है, तो उनके खाते को माता-पिता संचालित कर सकते हैं। यह सुविधा इसे बच्चों के भविष्य के लिए बचत का एक शानदार विकल्प बनाती है। चाहे आप उनकी पढ़ाई, शादी, या अन्य बड़े खर्चों के लिए पैसा जोड़ना चाहते हों, NSC आपको एक सुरक्षित और सुनिश्चित रास्ता देती है। आप अपने नजदीकी डाकघर में जाकर या ऑनलाइन इस योजना में निवेश शुरू कर सकते हैं, जिससे यह और भी सुगम और सुविधाजनक हो जाता है।

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पांच साल में लाखों का मुनाफा

NSC योजना की खूबसूरती इसकी चक्रवृद्धि ब्याज दर में छिपी है। उदाहरण के लिए, अगर आप 11 लाख रुपये का निवेश करते हैं, तो 7.7% की ब्याज दर के साथ पांच साल बाद आपको लगभग 15.94 लाख रुपये मिलेंगे। यानी, आपको करीब 4.94 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा होगा। अगर आप और अधिक निवेश करते हैं, तो आपका लाभ भी उसी अनुपात में बढ़ेगा। यह योजना उन लोगों के लिए आदर्श है, जो जोखिम से बचते हुए सुनिश्चित और आकर्षक रिटर्न चाहते हैं। हालांकि, इस योजना में पांच साल का लॉक-इन पीरियड होता है, जिसका मतलब है कि आपको पूरे ब्याज का लाभ तभी मिलेगा, जब आप निवेश को इस अवधि तक बनाए रखेंगे। अगर आप समय से पहले खाता बंद करते हैं, तो आपको केवल निवेश की राशि वापस मिलेगी, बिना किसी ब्याज के।

क्यों चुनें NSC?

नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट उन लोगों के लिए एकदम सही है, जो अपने निवेश को सुरक्षित और लाभकारी बनाना चाहते हैं। यह योजना न केवल आपको सरकार की गारंटी देती है, बल्कि टैक्स बचत और आकर्षक रिटर्न के साथ आपके वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में भी मदद करती है।