पंचकूला में एक ही परिवार के 7 लोगों की मौत! कर्जे से परेशान होकर किया सुसाइड

हरियाणा के पंचकूला शहर से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसने न केवल स्थानीय लोगों को बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। Sector 27, Panchkula में एक ही परिवार के सात सदस्यों ने सामूहिक रूप से आत्महत्या कर ली। यह परिवार मूल रूप से Dehradun का रहने वाला था और धार्मिक आयोजन में हिस्सा लेने के लिए पंचकूला आया था।

जानकारी के अनुसार, यह परिवार Dehradun से Sector 27, Panchkula में आयोजित एक धार्मिक आयोजन, Hanumant Katha, में भाग लेने के लिए आया था। यह आयोजन स्थानीय समुदाय के बीच काफी लोकप्रिय था, और परिवार के सदस्य इस पवित्र अवसर का हिस्सा बनने के लिए उत्साहित थे। लेकिन किसी को क्या पता था कि यह यात्रा इतनी दुखद मोड़ ले लेगी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, परिवार ने एक कार में जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। सभी सात शव एक सड़क किनारे खड़ी कार में बंद पाए गए, जिसने आसपास के लोगों को स्तब्ध कर दिया।

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आर्थिक तंगी बनी वजह?

प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह परिवार भारी कर्ज के बोझ तले दबा हुआ था। आर्थिक तंगी और उससे उपजे मानसिक दबाव ने शायद उन्हें इस कदम की ओर धकेल दिया। स्थानीय पुलिस और प्रशासन इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं ताकि यह समझा जा सके कि आखिर ऐसी स्थिति क्यों और कैसे उत्पन्न हुई। Sector 27, Panchkula के निवासियों का कहना है कि इस तरह की घटना उनके शांत और सुरक्षित इलाके में पहले कभी नहीं हुई, जिसके कारण लोग और भी डरे हुए हैं।

समाज के लिए एक चेतावनी

यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि यह समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी भी है। आर्थिक तंगी, मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं और सामाजिक दबाव आज के समय में कई परिवारों को प्रभावित कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हमें न केवल सरकारी योजनाओं जैसे Pradhan Mantri Jan Dhan Yojana या Atal Pension Yojana जैसी पहलों को बढ़ावा देना होगा, बल्कि लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना होगा। परिवारों को चाहिए कि वे एक-दूसरे से खुलकर बात करें और जरूरत पड़ने पर काउंसलिंग या सहायता लें।

गाज़ा संकट का हल? हमास-अमेरिका के बीच हुआ ऐसा समझौता, जिसने सबको चौंका दिया!

गाजा में लंबे समय से चल रहे तनाव और हिंसा के बीच एक नई उम्मीद की किरण जगी है। हमास ने अमेरिका के विशेष दूत Steve Witkoff द्वारा पेश किए गए एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है, जिसमें 70 दिनों का Ceasefire और 10 इजरायली बंधकों की रिहाई शामिल है। यह खबर गाजा और इजरायल के बीच शांति स्थापना की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। एक फिलिस्तीनी अधिकारी ने सोमवार को इस बात की पुष्टि की कि हमास इस प्रस्ताव पर सहमत हो गया है, जिससे क्षेत्र में शांति की संभावनाएं और मजबूत हुई हैं।

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रॉयटर्स की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार, यह प्रस्ताव मध्यस्थों के माध्यम से हमास तक पहुंचा है। इस योजना के तहत, हमास द्वारा बंधक बनाए गए 10 जीवित इजरायली नागरिकों को दो समूहों में रिहा किया जाएगा। इसके बदले में, इजरायल गाजा पट्टी से अपनी सेना की आंशिक वापसी करेगा और 70 दिनों का Ceasefire लागू होगा। साथ ही, इजरायल कई फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने पर भी सहमत हुआ है, जिनमें से कुछ लंबी सजा काट रहे हैं। यह समझौता दोनों पक्षों के बीच तनाव को कम करने और मानवीय स्थिति को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

इजरायल की प्रतिक्रिया का इंतजार

हालांकि, इस प्रस्ताव पर इजरायल की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। गौरतलब है कि इजरायल ने मार्च 2025 में जनवरी में हुए Ceasefire समझौते को तोड़ दिया था और गाजा में सैन्य कार्रवाई फिर से शुरू कर दी थी। इजरायल के प्रधानमंत्री Benjamin Netanyahu ने बार-बार यह दोहराया है कि वे केवल बंधकों की रिहाई के लिए अस्थायी Ceasefire पर सहमत होंगे। उनका कहना है कि युद्ध तभी समाप्त होगा, जब हमास को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा। इस बयान से साफ है कि इजरायल की रणनीति अभी भी सख्त बनी हुई है।

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उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर से एक ऐसी घटना सामने आई थी, जिसने समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता पैदा कर दी थी। दिनदहाड़े एक बुर्का पहनी महिला के साथ सड़क पर छेड़खानी की गई, और यह पूरी वारदात CCTV कैमरे में कैद हो गई थी। अब ताजा अपडेट यह है कि इस शर्मनाक हरकत को अंजाम देने वाला आरोपी सुहैल (Suhail) को Uttar Pradesh Police ने गिरफ्तार कर लिया है। यह वीडियो Social Media पर तेजी से वायरल होने के बाद लोगों में आक्रोश फैल गया था, और अब सुहैल की गिरफ्तारी ने इस मामले में नया मोड़ ला दिया है।

क्या हुआ उस दिन?

मेरठ की एक व्यस्त सड़क पर यह घटना तब हुई, जब एक महिला अपनी छोटी बेटी के साथ पैदल जा रही थी। वायरल CCTV फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि एक बाइक सवार युवक, जिसकी पहचान अब सुहैल (Suhail) के रूप में हुई है, तेजी से महिला के पास आया और उसे जबरन चूमकर अपनी Bike पर सवार होकर भाग गया। महिला ने तुरंत विरोध किया, लेकिन अपराधी उस समय फरार हो गया। इस घटना ने न केवल महिला को सदमे में डाल दिया, बल्कि उसकी बेटी के सामने हुई इस हरकत ने समाज के नैतिक मूल्यों को भी झकझोर दिया।

सुहैल की गिरफ्तारी और माफी

Uttar Pradesh Police ने CCTV फुटेज के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी सुहैल (Suhail) को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस हिरासत में सुहैल ने अपनी गलती स्वीकारी और माफी मांगते हुए कहा, “सर, गलती हो गई, अब दोबारा नहीं होगी।” पुलिस के सामने कान पकड़कर लंगड़ाते हुए उसकी यह माफी भी Social Media पर चर्चा का विषय बन गई है। हालांकि, लोगों का कहना है कि ऐसी हरकतों के लिए केवल माफी काफी नहीं है, बल्कि कड़ी सजा जरूरी है ताकि भविष्य में कोई ऐसी हरकत करने से पहले सौ बार सोचे।

अब तो बल्ले-बल्ले! 8th Pay Commission से मिलेगी इतनी ज्यादा सैलरी, जानिए कैसे

केंद्र सरकार ने सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी दी है। 8th Pay Commission को लेकर ताजा अपडेट सामने आया है, जिसके तहत कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन में भारी बढ़ोतरी की उम्मीद है। जनवरी 2026 से लागू होने की संभावना के साथ, यह आयोग लाखों कर्मचारियों और पेंशनर्स के जीवन में नई आर्थिक उम्मीदें लेकर आएगा। आइए, इस बड़े अपडेट को विस्तार से समझते हैं और जानते हैं कि यह आपके लिए क्या मायने रखता है।

8वां वेतन आयोग: कब से होगा लागू?

सूत्रों के अनुसार, 8th Pay Commission की सिफारिशें 1 जनवरी 2026 से लागू हो सकती हैं। अभी तक, 7th Pay Commission के आधार पर सरकारी कर्मचारियों को वेतन दिया जा रहा है, जो 2016 से प्रभावी है। नया वेतन आयोग लागू होने के बाद Government Employees की सैलरी में 40-50% तक की बढ़ोतरी की उम्मीद है। यह न केवल कर्मचारियों के लिए बल्कि Pensioners के लिए भी एक सुनहरा अवसर होगा, क्योंकि उनकी पेंशन में भी इजाफा होगा।

फिटमेंट फैक्टर: सैलरी बढ़ोतरी का आधार

8th Pay Commission Updates के अनुसार, सैलरी और पेंशन की गणना में Fitment Factor की भूमिका अहम होगी। विशेषज्ञों का अनुमान है कि फिटमेंट फैक्टर 2.28 से 2.86 के बीच हो सकता है। इसका मतलब है कि Basic Salary में 40-50% की वृद्धि हो सकती है। उदाहरण के लिए, यदि आपकी बेसिक सैलरी 18,000 रुपये है, तो यह बढ़कर 41,000 से 51,480 रुपये के बीच हो सकती है। यह बढ़ोतरी कर्मचारियों के स्तर (Level) के आधार पर अलग-अलग होगी।

कर्मचारी स्तर के आधार पर सैलरी में बढ़ोतरी

8th Pay Commission के लागू होने पर विभिन्न स्तरों के कर्मचारियों की सैलरी में निम्नलिखित बदलाव देखने को मिल सकते हैं:

  • Level 1 Employees: इसमें चपरासी और अटेंडेंट जैसे कर्मचारी शामिल हैं। इनकी Salary Hike 18,000 रुपये से बढ़कर 51,480 रुपये तक हो सकती है, यानी 33,480 रुपये का सीधा लाभ।
  • Level 2 Employees: लोअर डिवीजन क्लर्क की सैलरी 19,900 रुपये से बढ़कर 56,914 रुपये हो सकती है, जिसमें 37,014 रुपये की बढ़ोतरी होगी।
  • Level 3 Employees: कॉन्स्टेबल और कुशल कर्मचारियों की सैलरी 21,700 रुपये से बढ़कर 62,062 रुपये तक पहुंच सकती है, यानी 40,362 रुपये का इजाफा।
  • Level 4 Employees: ग्रेड D स्टेनोग्राफर की सैलरी 25,500 रुपये से बढ़कर 72,930 रुपये हो सकती है, जिसमें 47,430 रुपये की वृद्धि होगी।
  • Level 5 Employees: सीनियर क्लर्क और तकनीकी कर्मचारियों की सैलरी 29,200 रुपये से बढ़कर 83,512 रुपये हो सकती है, यानी 54,312 रुपये का लाभ।
  • Level 18 Employees: IAS Officers और सेक्रेटरी जैसे उच्च पदों पर कार्यरत कर्मचारियों की सैलरी 2,50,000 रुपये से बढ़कर 7,15,000 रुपये तक हो सकती है।

पेंशनर्स के लिए भी राहत

8th Pay Commission से करीब 49 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनभोगियों को लाभ मिलेगा। अगर फिटमेंट फैक्टर 2.86 लागू होता है, तो न्यूनतम पेंशन बढ़कर 25,740 रुपये प्रति माह हो सकती है। यह पेंशनर्स के लिए एक बड़ी राहत होगी, क्योंकि उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।

कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए इसका महत्व

8th Pay Commission का ऐलान सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए एक नई आशा की किरण लेकर आया है। यह न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगा, बल्कि उनके जीवन स्तर को भी बेहतर बनाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम केंद्र सरकार की ओर से कर्मचारियों के कल्याण के लिए उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।

UP के 36 जिलों में बिजली गिरने का अलर्ट! क्या आपका इलाका भी खतरे में है?

उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से मौसम ने करवट बदली है, जिसने तपती गर्मी से लोगों को राहत दी है। तेज हवाओं और हल्की बूंदाबांदी ने नौतपा के पहले दिन, यानी 25 मई को, प्रदेश के कई हिस्सों में लू की स्थिति को पूरी तरह खत्म कर दिया। हालांकि, हवाओं में नमी की मौजूदगी के कारण उमस भरी गर्मी अभी भी लोगों को परेशान कर रही है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक यह बदलाव जारी रहेगा, और खासकर पूर्वी और तराई इलाकों में बारिश की संभावना बनी रहेगी। साथ ही, इस साल मानसून (Monsoon) के जल्दी आने की उम्मीद ने लोगों में उत्साह भर दिया है। 

तेज हवाओं और बारिश ने बदला मौसम का मिजाज

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में रविवार को तेज हवाएं और हल्की से मध्यम बारिश ने मौसम को सुहाना बना दिया। नोएडा (Noida), गाजियाबाद (Ghaziabad), मुरादाबाद (Moradabad), मेरठ (Meerut), आगरा (Agra), अलीगढ़ (Aligarh), बरेली (Bareilly), और सहारनपुर (Saharanpur) जैसे जिलों में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं ने लोगों को गर्मी से राहत दी। खासकर दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) से सटे इलाकों में बारिश ने मौसम को और भी खुशनुमा बना दिया। स्थानीय लोग इस बदलाव से खुश हैं, क्योंकि तपिश भरी गर्मी के बाद यह राहत किसी वरदान से कम नहीं है।

नौतपा में उमस, लेकिन लू से राहत

नौतपा, जो गर्मी का प्रतीक माना जाता है, इस बार अपने पहले दिन से ही अलग रंग दिखा रहा है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, पूर्वा हवाओं में नमी की मात्रा अधिक होने के कारण उमस भरी गर्मी तो बरकरार है, लेकिन लू की स्थिति पूरी तरह खत्म हो गई है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ (Regional Meteorological Centre Lucknow) के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह (Atul Kumar Singh) ने बताया कि अगले तीन दिनों तक तराई और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बादलों का आना-जाना बना रहेगा। खासकर वाराणसी (Varanasi) और दक्षिणी यूपी के कुछ हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी की संभावना है। यह मौसम न केवल किसानों के लिए बल्कि आम लोगों के लिए भी राहत की खबर लाया है।

मानसून की जल्दी दस्तक की उम्मीद

इस साल उत्तर प्रदेश में मानसून (Monsoon) सामान्य से तीन-चार दिन पहले दस्तक दे सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, केरल (Kerala) के तट पर मानसून ने पहले ही सामान्य से आठ दिन पहले प्रवेश कर लिया है। इसका असर उत्तर प्रदेश में भी जल्द दिख सकता है। यह खबर खासकर उन किसानों के लिए खुशखबरी है, जो मानसून के पानी पर निर्भर हैं। जल्दी मानसून का मतलब है कि खेती-किसानी का काम समय पर शुरू हो सकता है, जिससे फसलों की पैदावार में भी इजाफा हो सकता है।

अगले कुछ दिन कैसा रहेगा मौसम?

मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों तक उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की बारिश और तेज हवाएं चलती रहेंगी। खासकर तराई और दक्षिणी यूपी में बूंदाबांदी की संभावना बनी रहेगी। हालांकि, उमस भरी गर्मी अभी भी लोगों को परेशान कर सकती है। मौसम वैज्ञानिकों ने सलाह दी है कि लोग पर्याप्त पानी पीएं और उमस से बचने के लिए हल्के कपड़े पहनें। साथ ही, तेज हवाओं और वज्रपात (Thunderstorm) की संभावना को देखते हुए सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

इस मुस्लिम देश में हज़ारों महिलाओं पर टूटा कहर,रातों-रात रद्द हुई नागरिकता

कुवैत, एक ऐसा देश जो अपनी समृद्धि और आधुनिकता के लिए जाना जाता है, आजकल एक विवादास्पद फैसले की वजह से सुर्खियों में है। कुवैत सरकार ने हाल ही में हजारों लोगों की नागरिकता रद्द करने का निर्णय लिया है, जिसमें अधिकतर महिलाएं शामिल हैं। इस फैसले ने न केवल उनकी नागरिकता छीनी, बल्कि उनके बैंक खाते बंद कर दिए गए और सरकारी सुविधाओं पर भी रोक लगा दी गई है। इस अप्रत्याशित कदम ने कुवैत में रहने वाली उन महिलाओं के जीवन में उथल-पुथल मचा दी है, जिन्होंने कुवैती पुरुषों से शादी करके इस देश की नागरिकता हासिल की थी। आइए, इस खबर को गहराई से समझते हैं और जानते हैं कि यह फैसला किन कारणों से लिया गया और इसका असर क्या हो रहा है।

कुवैत सरकार का कठोर फैसला

कुवैत सरकार ने हाल ही में एक अभूतपूर्व कदम उठाया है, जिसके तहत उन लोगों की नागरिकता रद्द की जा रही है, जिन्होंने 1987 के बाद विवाह के आधार पर कुवैत की नागरिकता प्राप्त की थी। इस फैसले का सबसे ज्यादा असर उन महिलाओं पर पड़ा है, जो विदेशी मूल की हैं और जिन्होंने कुवैती पुरुषों से शादी की थी। कुवैत सरकार के आंकड़ों के अनुसार, अगस्त 2024 से अब तक 37,000 लोगों की नागरिकता रद्द की जा चुकी है, जिनमें से 26,000 महिलाएं हैं। इस फैसले ने न केवल इन महिलाओं की पहचान पर सवाल उठाए हैं, बल्कि उनके दैनिक जीवन को भी प्रभावित किया है।

एक महिला की आपबीती: जॉर्डन से कुवैत तक का सफर

इस संकट की गंभीरता को समझने के लिए एक महिला की कहानी काफी है। कुवैत सिटी में रहने वाली एक महिला, जो मूल रूप से Jordan की रहने वाली है, ने बताया कि जब वह Kuwait City के एक स्टोर में अपने Credit Card से भुगतान करने गई, तो उसे पता चला कि उसका Bank Account फ्रीज कर दिया गया है। वह इस समस्या का हल तलाश ही रही थीं कि एक और चौंकाने वाली खबर मिली—उनकी Kuwaiti Citizenship रद्द कर दी गई थी। यह खबर उनके लिए किसी सदमे से कम नहीं थी। ऐसी ही अनगिनत कहानियां कुवैत में सामने आ रही हैं, जहां महिलाएं अचानक अपनी पहचान और आर्थिक स्थिरता खो रही हैं।

अमीर का दावा: “केवल असली कुवैती ही रहें”

इस नीति के पीछे कुवैत के अमीर Sheikh Meshal Al Ahmad Al Sabah का एक स्पष्ट दृष्टिकोण है। दिसंबर 2023 में अमीर बनने के बाद, Sheikh Meshal ने संसद को भंग कर दिया और संविधान के कुछ हिस्सों में संशोधन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि कुवैत की 50 लाख की आबादी में से केवल एक-तिहाई लोग ही “असली कुवैती” हैं, जिनका इस देश से “खून का रिश्ता” है। उनके इस बयान के बाद से सरकार ने उन लोगों को निशाना बनाना शुरू किया, जिन्हें विवाह या अन्य आधारों पर नागरिकता मिली थी। अमीर का कहना है कि यह कदम कुवैत की पहचान को संरक्षित करने और केवल “मूल कुवैती” नागरिकों को प्राथमिकता देने के लिए उठाया गया है।

सामाजिक और आर्थिक प्रभाव

इस फैसले ने न केवल व्यक्तिगत स्तर पर लोगों को प्रभावित किया है, बल्कि सामाजिक और आर्थिक स्तर पर भी गहरे सवाल खड़े किए हैं। जिन लोगों की नागरिकता रद्द की गई है, उन्हें सरकारी सुविधाओं, जैसे स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा और रोजगार के अवसरों से वंचित किया जा रहा है। बैंक खातों के बंद होने से उनकी आर्थिक स्थिति भी डगमगा गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के फैसले से कुवैत की अंतरराष्ट्रीय छवि पर भी असर पड़ सकता है, क्योंकि यह मानवाधिकारों और लैंगिक समानता के सवाल उठाता है।

भविष्य की अनिश्चितता

कुवैत सरकार का यह कदम उन महिलाओं के लिए एक बड़ा झटका है, जिन्होंने कुवैत को अपना घर बनाया था। कई महिलाएं अब अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं, क्योंकि उनकी नागरिकता के साथ-साथ उनकी आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा भी खतरे में है। कुछ लोग इस फैसले के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने की योजना बना रहे हैं, लेकिन अभी तक सरकार ने इस मुद्दे पर कोई स्पष्ट रुख नहीं अपनाया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में कुवैत सरकार इस संकट को कैसे संभालती है और क्या प्रभावित लोगों को कोई राहत मिल पाएगी।

Operation Sindoor: असदुद्दीन ओवैसी ने इस मुस्लिम देश मे बैठकर इस्‍लाम, कुरान, को लेकर शाहबाज-मुनीर की बखिया उधेड़ी

New Delhi: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मनामा में भारत का पक्ष रखते हुए पाकिस्‍तान की जमकर बखिया उधेड़ दी. उन्‍होंने इस्‍लाम और कुरान का उल्‍लेख करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और आर्मी चीफ आसिम मुनीर के चेहरे पर डले नकाब को उतार दिया ओर आतंकवादियों के आका पाकिस्‍तान की पोल खेलने के लिए भारत ने अपनी मुहिम शुरू कर दी है।

मल्‍टी पार्टी डेलिगेशन ने दुनिया के विभिन्‍न हिस्‍सों में जाकर आतंकवाद पर पाकिस्‍तान के चेहरे को बेनकाब करने का सिलसिला शुरू कर दिया है. भारत ने 7 मल्‍टी पार्टी डेलिगेशन को दुनिया के विभिन्‍न हिस्‍सों में भेजा है. इन सातों टीम की अगुआई एक सीनियर लीडर कर रहे हैं. बैजयंत पांडा को भी एक डेलिगेशन की जिम्‍मेदारी सौंपी गई है, जिसमें AIMIM सुप्रीमो और सांसद असदुद्दीन ओवैसी भी शामिल हैं।पांडा के नेतृत्‍व में भारतीय सांसदों का प्रतिनिधिमंडल बहरीन पहुंचा।

बीजेपी लीडर बैजंत पांडा की अगुआई वाले डेलिगेशन में शामिल ओवैसी टीम के अन्‍य सदस्‍यों के साथ मुस्लिम देश बहरीन की राजधानी मनामा पहुंचे. खाड़ी के इस देश से ओवैसी ने पाकिस्‍तान के आतंकवादी चेहरे को बेनकाब कर दिया. एआईएमआईएम सांसद ओवैसी ने कहा, ‘इन आतंकवादी संगठनों ने भारत में निर्दोष लोगों की हत्या को उचित ठहराने के लिए कुरान की आयतों को तोड़-मरोड़कर पेश किया।

उन्होंने कुरान की आयतों को संदर्भ से बाहर जाकर बताया. हमें इसे समाप्त करना होगा. उन्होंने (पाकिस्‍तान समर्थित आतंकवादी) लोगों की हत्या को उचित ठहराने के लिए धर्म का इस्तेमाल किया है. इस्लाम आतंकवाद की निंदा करता है और कुरान ने स्पष्ट रूप से कहा है कि एक निर्दोष व्यक्ति की हत्या पूरी मानव जाति की हत्या के समान है।

12वीं मंजिल से गिरी महिला ने होश में आते ही जो कहा, सुनकर डॉक्टर भी रह गए दंग!

चीन के जियांग्शी प्रांत में एक ऐसी घटना घटी, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। 44 वर्षीय फैक्ट्री क्लीनर Peng Huifang ने एक ऐसी दुर्घटना का सामना किया, जिसे सुनकर रोंगटे खड़े हो जाएं। यह कहानी न केवल उनकी हिम्मत और किस्मत की है, बल्कि उस चमत्कार की भी, जिसने उनकी जिंदगी बचा ली। आइए, इस दिल दहला देने वाली घटना को करीब से जानते हैं।

खतरनाक काम और एक छोटी सी चूक

Peng Huifang अपने पति के साथ मिलकर एक क्लाइंट की 12वीं मंजिल पर बनी बालकनी की मरम्मत का काम कर रही थीं। उनका काम था अपने पति की सहायता करना, जो एक भारी-भरकम खिड़की को क्रेन की मदद से ऊपर खींच रहे थे। यह खिड़की कई सौ किलो की थी, और इसे ठीक करना आसान नहीं था। Peng Huifang ने सोचा कि वो कमरे के अंदर हैं, इसलिए उन्हें सुरक्षा रस्सी की जरूरत नहीं। लेकिन यही छोटी सी लापरवाही उनकी जिंदगी पर भारी पड़ गई।

पलक झपकते ही हादसा

जैसे ही Peng और उनके पति ने खिड़की को ऊपर खींचना शुरू किया, वह अचानक एक पेड़ की शाखा में फंस गई। खिड़की को छुड़ाने की कोशिश में Peng ने जोर लगाया, लेकिन तभी उनका संतुलन बिगड़ा। खिड़की के साथ वो इमारत के बाहर की ओर खिंच गईं और 12वीं मंजिल से नीचे गिरने लगीं। उस पल में उनके दिमाग में बस एक ही ख्याल था, “अब सब खत्म!” लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।

चमत्कार ने बचाई जान

जिस जगह Peng Huifang गिर रही थीं, वहां एक टूटी-फूटी केनोपी (छतरी) लगी थी। यह केनोपी उनकी जिंदगी का तारनहार बन गई। जैसे ही वो उस पर गिरीं, उनकी गिरने की रफ्तार धीमी हो गई, जिससे वो सीधे जमीन पर नहीं टकराईं। इस छोटे से चमत्कार ने उनकी जान बचा ली। हालांकि, गिरने का झटका इतना तेज था कि वो हिल नहीं पा रही थीं, लेकिन होश में थीं।

“मैं जिंदा हूं, मदद बुलाओ!”

जैसे ही Peng Huifang को होश आया, उन्होंने जोर से अपने पति को पुकारा और चिल्लाईं, “मैं मरी नहीं हूं, 120 पर कॉल करो!” (चीन में 120 इमरजेंसी सेवा का नंबर है)। उनके पति ने तुरंत इमरजेंसी सर्विस को बुलाया, और Peng को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाया गया। जांच में पता चला कि उनके दोनों पैरों और पीठ में फ्रैक्चर हो गया है। डॉक्टरों ने उनकी सर्जरी की, और अब वो रिकवरी के रास्ते पर हैं। डॉक्टरों का कहना है कि Peng Huifang अगले छह महीनों में फिर से चलने-फिरने लायक हो जाएंगी।

‘मैं तेजप्रताप और ये अनुष्का हैं’ – लालू के बेटे ने किया 12 साल पुराने रिश्ते का खुलासा!

बिहार की सियासत में अपनी अलग पहचान रखने वाले Tejpratap Yadav ने एक बार फिर सुर्खियां बटोरी हैं। Lalu Prasad Yadav के बड़े बेटे और Rashtriya Janata Dal (RJD) के नेता तेजप्रताप ने हाल ही में अपने निजी जीवन से जुड़ा एक बड़ा खुलासा किया। उन्होंने बताया कि वह पिछले 12 साल से Anushka Yadav के साथ रिलेशनशिप में हैं और दोनों एक-दूसरे से बेइंतहा प्यार करते हैं। यह खबर न केवल उनके प्रशंसकों, बल्कि बिहार की राजनीति और सामाजिक हलकों में भी चर्चा का विषय बन गई है। आइए, इस दिलचस्प कहानी को और करीब से जानते हैं।

तेजप्रताप का दिल खोलकर रखा सामने

शनिवार को तेजप्रताप ने अपने Facebook पेज पर एक भावुक पोस्ट साझा की, जिसमें उन्होंने अपने रिश्ते की बात खुलकर कही। उन्होंने लिखा, “मैं, Tejpratap Yadav, और मेरे साथ इस तस्वीर में जो हैं, उनका नाम Anushka Yadav है। हम दोनों पिछले 12 साल से एक-दूसरे को जानते हैं और प्यार करते हैं। मैं लंबे समय से आप सभी को यह बात बताना चाहता था, लेकिन हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। आज इस पोस्ट के जरिए मैं अपने दिल की बात आपके सामने रख रहा हूं।” उनकी इस पोस्ट ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया। तेजप्रताप ने यह भी उम्मीद जताई कि उनके प्रशंसक और समर्थक उनकी भावनाओं को समझेंगे।

2018 की शादी और तलाक का किस्सा

तेजप्रताप की जिंदगी का यह पहला मौका नहीं है, जब उनके निजी जीवन ने सुर्खियां बटोरीं। साल 2018 में, Lalu Yadav और Rabri Devi ने अपने बड़े बेटे की शादी बड़े धूमधाम से करवाई थी। तेजप्रताप की दुल्हन बनी थीं Aishwarya Rai, जो न केवल खूबसूरत थीं, बल्कि उच्च शिक्षित भी थीं। यह शादी बिहार की सियासत में एक भव्य आयोजन थी, जिसमें कई बड़े नेता शामिल हुए थे। लेकिन यह रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं टिक सका। शादी के कुछ महीनों बाद ही तेजप्रताप ने Patna Family Court में तलाक के लिए अर्जी दाखिल कर दी। इस खबर ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी थी। तेजप्रताप का यह कहना था कि वह Aishwarya के साथ अपनी जिंदगी नहीं बिता सकते। इस तलाक ने Lalu-Rabri परिवार की छवि पर भी असर डाला था।

नई शुरुआत की उम्मीद

तेजप्रताप का यह खुलासा एक नई शुरुआत की ओर इशारा करता है। 12 साल लंबा समय किसी रिश्ते को समझने और उसमें गहराई लाने के लिए काफी होता है। तेजप्रताप और Anushka Yadav की प्रेम कहानी अब लोगों के सामने है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह रिश्ता शादी के बंधन में बदलेगा। तेजप्रताप की इस पोस्ट से उनके प्रशंसक उत्साहित हैं और सोशल मीडिया पर उनके लिए शुभकामनाएं दी जा रही हैं।

सियासत और प्यार का मेल

Tejpratap Yadav न केवल एक राजनेता हैं, बल्कि एक ऐसे शख्स भी हैं, जो अपने निजी और सामाजिक जीवन में हमेशा चर्चा में रहते हैं। RJD के इस नेता ने हमेशा अपने बेबाक अंदाज से लोगों का ध्यान खींचा है। चाहे वह उनकी सियासी बयानबाजी हो या फिर निजी जिंदगी के फैसले, तेजप्रताप हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। इस बार, Anushka Yadav के साथ उनके रिश्ते का खुलासा न केवल उनके निजी जीवन की एक नई कहानी है, बल्कि यह भी दिखाता है कि सियासत के बीच भी प्यार अपनी जगह बना सकता है।

पत्नी ने पहले पति का प्राइवेट पार्ट काटा फिर उठाया ये खौफनाक कदम, संभल में दिल दहला देने वाली घटना

उत्तर प्रदेश के Sambhal जिले में एक ऐसी घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया, जो रिश्तों की नाजुकता और गुस्से की भयावहता को दर्शाती है। Asmauli थाना क्षेत्र के एक गांव में बुधवार रात को पति-पत्नी के बीच लंबे समय से चल रहा झगड़ा इस कदर बिगड़ा कि स्थिति ने खतरनाक रूप ले लिया। गुस्से में भड़की पत्नी ने पहले अपने पति के निजी अंग को चोट पहुंचाई और फिर खुद तेजाब पीकर अपनी जान जोखिम में डाल ली। इस सनसनीखेज घटना के बाद दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया।

विवाद की शुरुआत और दर्दनाक अंत

जानकारी के मुताबिक, बुधवार रात को घर में पति-पत्नी के बीच तीखी नोकझोंक हुई। गुस्से में आकर पत्नी ने पति को गंभीर चोट पहुंचाई, जिसके बाद परिजनों ने उसे तुरंत Moradabad के जिला अस्पताल में भर्ती कराया। पति की हालत नाजुक बनी हुई है। इस बीच, पत्नी ने घर में रखा तेजाब पी लिया, जिससे उसकी हालत भी गंभीर हो गई। उसे भी Moradabad District Hospital में भर्ती किया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है।

चार साल पुराना दहेज का दर्द

अस्पताल में भर्ती महिला ने बताया कि उसकी शादी को चार साल बीत चुके हैं, लेकिन ससुराल में दहेज के लिए लगातार प्रताड़ना झेलनी पड़ी। इस मानसिक तनाव ने उसे इस भयानक कदम तक पहुंचा दिया। Sambhal Police ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

यह घटना न केवल एक परिवार की त्रासदी को दर्शाती है, बल्कि समाज में रिश्तों और दहेज जैसी कुप्रथाओं पर भी सवाल उठाती है।