UP के 36 जिलों में बिजली गिरने का अलर्ट! क्या आपका इलाका भी खतरे में है?

उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से मौसम ने करवट बदली है, जिसने तपती गर्मी से लोगों को राहत दी है। तेज हवाओं और हल्की बूंदाबांदी ने नौतपा के पहले दिन, यानी 25 मई को, प्रदेश के कई हिस्सों में लू की स्थिति को पूरी तरह खत्म कर दिया। हालांकि, हवाओं में नमी की मौजूदगी के कारण उमस भरी गर्मी अभी भी लोगों को परेशान कर रही है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक यह बदलाव जारी रहेगा, और खासकर पूर्वी और तराई इलाकों में बारिश की संभावना बनी रहेगी। साथ ही, इस साल मानसून (Monsoon) के जल्दी आने की उम्मीद ने लोगों में उत्साह भर दिया है। 

तेज हवाओं और बारिश ने बदला मौसम का मिजाज

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में रविवार को तेज हवाएं और हल्की से मध्यम बारिश ने मौसम को सुहाना बना दिया। नोएडा (Noida), गाजियाबाद (Ghaziabad), मुरादाबाद (Moradabad), मेरठ (Meerut), आगरा (Agra), अलीगढ़ (Aligarh), बरेली (Bareilly), और सहारनपुर (Saharanpur) जैसे जिलों में 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं ने लोगों को गर्मी से राहत दी। खासकर दिल्ली एनसीआर (Delhi NCR) से सटे इलाकों में बारिश ने मौसम को और भी खुशनुमा बना दिया। स्थानीय लोग इस बदलाव से खुश हैं, क्योंकि तपिश भरी गर्मी के बाद यह राहत किसी वरदान से कम नहीं है।

नौतपा में उमस, लेकिन लू से राहत

नौतपा, जो गर्मी का प्रतीक माना जाता है, इस बार अपने पहले दिन से ही अलग रंग दिखा रहा है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, पूर्वा हवाओं में नमी की मात्रा अधिक होने के कारण उमस भरी गर्मी तो बरकरार है, लेकिन लू की स्थिति पूरी तरह खत्म हो गई है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ (Regional Meteorological Centre Lucknow) के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह (Atul Kumar Singh) ने बताया कि अगले तीन दिनों तक तराई और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बादलों का आना-जाना बना रहेगा। खासकर वाराणसी (Varanasi) और दक्षिणी यूपी के कुछ हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी की संभावना है। यह मौसम न केवल किसानों के लिए बल्कि आम लोगों के लिए भी राहत की खबर लाया है।

मानसून की जल्दी दस्तक की उम्मीद

इस साल उत्तर प्रदेश में मानसून (Monsoon) सामान्य से तीन-चार दिन पहले दस्तक दे सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, केरल (Kerala) के तट पर मानसून ने पहले ही सामान्य से आठ दिन पहले प्रवेश कर लिया है। इसका असर उत्तर प्रदेश में भी जल्द दिख सकता है। यह खबर खासकर उन किसानों के लिए खुशखबरी है, जो मानसून के पानी पर निर्भर हैं। जल्दी मानसून का मतलब है कि खेती-किसानी का काम समय पर शुरू हो सकता है, जिससे फसलों की पैदावार में भी इजाफा हो सकता है।

अगले कुछ दिन कैसा रहेगा मौसम?

मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले कुछ दिनों तक उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की बारिश और तेज हवाएं चलती रहेंगी। खासकर तराई और दक्षिणी यूपी में बूंदाबांदी की संभावना बनी रहेगी। हालांकि, उमस भरी गर्मी अभी भी लोगों को परेशान कर सकती है। मौसम वैज्ञानिकों ने सलाह दी है कि लोग पर्याप्त पानी पीएं और उमस से बचने के लिए हल्के कपड़े पहनें। साथ ही, तेज हवाओं और वज्रपात (Thunderstorm) की संभावना को देखते हुए सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

इस मुस्लिम देश में हज़ारों महिलाओं पर टूटा कहर,रातों-रात रद्द हुई नागरिकता

कुवैत, एक ऐसा देश जो अपनी समृद्धि और आधुनिकता के लिए जाना जाता है, आजकल एक विवादास्पद फैसले की वजह से सुर्खियों में है। कुवैत सरकार ने हाल ही में हजारों लोगों की नागरिकता रद्द करने का निर्णय लिया है, जिसमें अधिकतर महिलाएं शामिल हैं। इस फैसले ने न केवल उनकी नागरिकता छीनी, बल्कि उनके बैंक खाते बंद कर दिए गए और सरकारी सुविधाओं पर भी रोक लगा दी गई है। इस अप्रत्याशित कदम ने कुवैत में रहने वाली उन महिलाओं के जीवन में उथल-पुथल मचा दी है, जिन्होंने कुवैती पुरुषों से शादी करके इस देश की नागरिकता हासिल की थी। आइए, इस खबर को गहराई से समझते हैं और जानते हैं कि यह फैसला किन कारणों से लिया गया और इसका असर क्या हो रहा है।

कुवैत सरकार का कठोर फैसला

कुवैत सरकार ने हाल ही में एक अभूतपूर्व कदम उठाया है, जिसके तहत उन लोगों की नागरिकता रद्द की जा रही है, जिन्होंने 1987 के बाद विवाह के आधार पर कुवैत की नागरिकता प्राप्त की थी। इस फैसले का सबसे ज्यादा असर उन महिलाओं पर पड़ा है, जो विदेशी मूल की हैं और जिन्होंने कुवैती पुरुषों से शादी की थी। कुवैत सरकार के आंकड़ों के अनुसार, अगस्त 2024 से अब तक 37,000 लोगों की नागरिकता रद्द की जा चुकी है, जिनमें से 26,000 महिलाएं हैं। इस फैसले ने न केवल इन महिलाओं की पहचान पर सवाल उठाए हैं, बल्कि उनके दैनिक जीवन को भी प्रभावित किया है।

एक महिला की आपबीती: जॉर्डन से कुवैत तक का सफर

इस संकट की गंभीरता को समझने के लिए एक महिला की कहानी काफी है। कुवैत सिटी में रहने वाली एक महिला, जो मूल रूप से Jordan की रहने वाली है, ने बताया कि जब वह Kuwait City के एक स्टोर में अपने Credit Card से भुगतान करने गई, तो उसे पता चला कि उसका Bank Account फ्रीज कर दिया गया है। वह इस समस्या का हल तलाश ही रही थीं कि एक और चौंकाने वाली खबर मिली—उनकी Kuwaiti Citizenship रद्द कर दी गई थी। यह खबर उनके लिए किसी सदमे से कम नहीं थी। ऐसी ही अनगिनत कहानियां कुवैत में सामने आ रही हैं, जहां महिलाएं अचानक अपनी पहचान और आर्थिक स्थिरता खो रही हैं।

अमीर का दावा: “केवल असली कुवैती ही रहें”

इस नीति के पीछे कुवैत के अमीर Sheikh Meshal Al Ahmad Al Sabah का एक स्पष्ट दृष्टिकोण है। दिसंबर 2023 में अमीर बनने के बाद, Sheikh Meshal ने संसद को भंग कर दिया और संविधान के कुछ हिस्सों में संशोधन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि कुवैत की 50 लाख की आबादी में से केवल एक-तिहाई लोग ही “असली कुवैती” हैं, जिनका इस देश से “खून का रिश्ता” है। उनके इस बयान के बाद से सरकार ने उन लोगों को निशाना बनाना शुरू किया, जिन्हें विवाह या अन्य आधारों पर नागरिकता मिली थी। अमीर का कहना है कि यह कदम कुवैत की पहचान को संरक्षित करने और केवल “मूल कुवैती” नागरिकों को प्राथमिकता देने के लिए उठाया गया है।

सामाजिक और आर्थिक प्रभाव

इस फैसले ने न केवल व्यक्तिगत स्तर पर लोगों को प्रभावित किया है, बल्कि सामाजिक और आर्थिक स्तर पर भी गहरे सवाल खड़े किए हैं। जिन लोगों की नागरिकता रद्द की गई है, उन्हें सरकारी सुविधाओं, जैसे स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा और रोजगार के अवसरों से वंचित किया जा रहा है। बैंक खातों के बंद होने से उनकी आर्थिक स्थिति भी डगमगा गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के फैसले से कुवैत की अंतरराष्ट्रीय छवि पर भी असर पड़ सकता है, क्योंकि यह मानवाधिकारों और लैंगिक समानता के सवाल उठाता है।

भविष्य की अनिश्चितता

कुवैत सरकार का यह कदम उन महिलाओं के लिए एक बड़ा झटका है, जिन्होंने कुवैत को अपना घर बनाया था। कई महिलाएं अब अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं, क्योंकि उनकी नागरिकता के साथ-साथ उनकी आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा भी खतरे में है। कुछ लोग इस फैसले के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने की योजना बना रहे हैं, लेकिन अभी तक सरकार ने इस मुद्दे पर कोई स्पष्ट रुख नहीं अपनाया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में कुवैत सरकार इस संकट को कैसे संभालती है और क्या प्रभावित लोगों को कोई राहत मिल पाएगी।

Operation Sindoor: असदुद्दीन ओवैसी ने इस मुस्लिम देश मे बैठकर इस्‍लाम, कुरान, को लेकर शाहबाज-मुनीर की बखिया उधेड़ी

New Delhi: AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मनामा में भारत का पक्ष रखते हुए पाकिस्‍तान की जमकर बखिया उधेड़ दी. उन्‍होंने इस्‍लाम और कुरान का उल्‍लेख करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ और आर्मी चीफ आसिम मुनीर के चेहरे पर डले नकाब को उतार दिया ओर आतंकवादियों के आका पाकिस्‍तान की पोल खेलने के लिए भारत ने अपनी मुहिम शुरू कर दी है।

मल्‍टी पार्टी डेलिगेशन ने दुनिया के विभिन्‍न हिस्‍सों में जाकर आतंकवाद पर पाकिस्‍तान के चेहरे को बेनकाब करने का सिलसिला शुरू कर दिया है. भारत ने 7 मल्‍टी पार्टी डेलिगेशन को दुनिया के विभिन्‍न हिस्‍सों में भेजा है. इन सातों टीम की अगुआई एक सीनियर लीडर कर रहे हैं. बैजयंत पांडा को भी एक डेलिगेशन की जिम्‍मेदारी सौंपी गई है, जिसमें AIMIM सुप्रीमो और सांसद असदुद्दीन ओवैसी भी शामिल हैं।पांडा के नेतृत्‍व में भारतीय सांसदों का प्रतिनिधिमंडल बहरीन पहुंचा।

बीजेपी लीडर बैजंत पांडा की अगुआई वाले डेलिगेशन में शामिल ओवैसी टीम के अन्‍य सदस्‍यों के साथ मुस्लिम देश बहरीन की राजधानी मनामा पहुंचे. खाड़ी के इस देश से ओवैसी ने पाकिस्‍तान के आतंकवादी चेहरे को बेनकाब कर दिया. एआईएमआईएम सांसद ओवैसी ने कहा, ‘इन आतंकवादी संगठनों ने भारत में निर्दोष लोगों की हत्या को उचित ठहराने के लिए कुरान की आयतों को तोड़-मरोड़कर पेश किया।

उन्होंने कुरान की आयतों को संदर्भ से बाहर जाकर बताया. हमें इसे समाप्त करना होगा. उन्होंने (पाकिस्‍तान समर्थित आतंकवादी) लोगों की हत्या को उचित ठहराने के लिए धर्म का इस्तेमाल किया है. इस्लाम आतंकवाद की निंदा करता है और कुरान ने स्पष्ट रूप से कहा है कि एक निर्दोष व्यक्ति की हत्या पूरी मानव जाति की हत्या के समान है।

12वीं मंजिल से गिरी महिला ने होश में आते ही जो कहा, सुनकर डॉक्टर भी रह गए दंग!

चीन के जियांग्शी प्रांत में एक ऐसी घटना घटी, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। 44 वर्षीय फैक्ट्री क्लीनर Peng Huifang ने एक ऐसी दुर्घटना का सामना किया, जिसे सुनकर रोंगटे खड़े हो जाएं। यह कहानी न केवल उनकी हिम्मत और किस्मत की है, बल्कि उस चमत्कार की भी, जिसने उनकी जिंदगी बचा ली। आइए, इस दिल दहला देने वाली घटना को करीब से जानते हैं।

खतरनाक काम और एक छोटी सी चूक

Peng Huifang अपने पति के साथ मिलकर एक क्लाइंट की 12वीं मंजिल पर बनी बालकनी की मरम्मत का काम कर रही थीं। उनका काम था अपने पति की सहायता करना, जो एक भारी-भरकम खिड़की को क्रेन की मदद से ऊपर खींच रहे थे। यह खिड़की कई सौ किलो की थी, और इसे ठीक करना आसान नहीं था। Peng Huifang ने सोचा कि वो कमरे के अंदर हैं, इसलिए उन्हें सुरक्षा रस्सी की जरूरत नहीं। लेकिन यही छोटी सी लापरवाही उनकी जिंदगी पर भारी पड़ गई।

पलक झपकते ही हादसा

जैसे ही Peng और उनके पति ने खिड़की को ऊपर खींचना शुरू किया, वह अचानक एक पेड़ की शाखा में फंस गई। खिड़की को छुड़ाने की कोशिश में Peng ने जोर लगाया, लेकिन तभी उनका संतुलन बिगड़ा। खिड़की के साथ वो इमारत के बाहर की ओर खिंच गईं और 12वीं मंजिल से नीचे गिरने लगीं। उस पल में उनके दिमाग में बस एक ही ख्याल था, “अब सब खत्म!” लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।

चमत्कार ने बचाई जान

जिस जगह Peng Huifang गिर रही थीं, वहां एक टूटी-फूटी केनोपी (छतरी) लगी थी। यह केनोपी उनकी जिंदगी का तारनहार बन गई। जैसे ही वो उस पर गिरीं, उनकी गिरने की रफ्तार धीमी हो गई, जिससे वो सीधे जमीन पर नहीं टकराईं। इस छोटे से चमत्कार ने उनकी जान बचा ली। हालांकि, गिरने का झटका इतना तेज था कि वो हिल नहीं पा रही थीं, लेकिन होश में थीं।

“मैं जिंदा हूं, मदद बुलाओ!”

जैसे ही Peng Huifang को होश आया, उन्होंने जोर से अपने पति को पुकारा और चिल्लाईं, “मैं मरी नहीं हूं, 120 पर कॉल करो!” (चीन में 120 इमरजेंसी सेवा का नंबर है)। उनके पति ने तुरंत इमरजेंसी सर्विस को बुलाया, और Peng को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाया गया। जांच में पता चला कि उनके दोनों पैरों और पीठ में फ्रैक्चर हो गया है। डॉक्टरों ने उनकी सर्जरी की, और अब वो रिकवरी के रास्ते पर हैं। डॉक्टरों का कहना है कि Peng Huifang अगले छह महीनों में फिर से चलने-फिरने लायक हो जाएंगी।

‘मैं तेजप्रताप और ये अनुष्का हैं’ – लालू के बेटे ने किया 12 साल पुराने रिश्ते का खुलासा!

बिहार की सियासत में अपनी अलग पहचान रखने वाले Tejpratap Yadav ने एक बार फिर सुर्खियां बटोरी हैं। Lalu Prasad Yadav के बड़े बेटे और Rashtriya Janata Dal (RJD) के नेता तेजप्रताप ने हाल ही में अपने निजी जीवन से जुड़ा एक बड़ा खुलासा किया। उन्होंने बताया कि वह पिछले 12 साल से Anushka Yadav के साथ रिलेशनशिप में हैं और दोनों एक-दूसरे से बेइंतहा प्यार करते हैं। यह खबर न केवल उनके प्रशंसकों, बल्कि बिहार की राजनीति और सामाजिक हलकों में भी चर्चा का विषय बन गई है। आइए, इस दिलचस्प कहानी को और करीब से जानते हैं।

तेजप्रताप का दिल खोलकर रखा सामने

शनिवार को तेजप्रताप ने अपने Facebook पेज पर एक भावुक पोस्ट साझा की, जिसमें उन्होंने अपने रिश्ते की बात खुलकर कही। उन्होंने लिखा, “मैं, Tejpratap Yadav, और मेरे साथ इस तस्वीर में जो हैं, उनका नाम Anushka Yadav है। हम दोनों पिछले 12 साल से एक-दूसरे को जानते हैं और प्यार करते हैं। मैं लंबे समय से आप सभी को यह बात बताना चाहता था, लेकिन हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। आज इस पोस्ट के जरिए मैं अपने दिल की बात आपके सामने रख रहा हूं।” उनकी इस पोस्ट ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया। तेजप्रताप ने यह भी उम्मीद जताई कि उनके प्रशंसक और समर्थक उनकी भावनाओं को समझेंगे।

2018 की शादी और तलाक का किस्सा

तेजप्रताप की जिंदगी का यह पहला मौका नहीं है, जब उनके निजी जीवन ने सुर्खियां बटोरीं। साल 2018 में, Lalu Yadav और Rabri Devi ने अपने बड़े बेटे की शादी बड़े धूमधाम से करवाई थी। तेजप्रताप की दुल्हन बनी थीं Aishwarya Rai, जो न केवल खूबसूरत थीं, बल्कि उच्च शिक्षित भी थीं। यह शादी बिहार की सियासत में एक भव्य आयोजन थी, जिसमें कई बड़े नेता शामिल हुए थे। लेकिन यह रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं टिक सका। शादी के कुछ महीनों बाद ही तेजप्रताप ने Patna Family Court में तलाक के लिए अर्जी दाखिल कर दी। इस खबर ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी थी। तेजप्रताप का यह कहना था कि वह Aishwarya के साथ अपनी जिंदगी नहीं बिता सकते। इस तलाक ने Lalu-Rabri परिवार की छवि पर भी असर डाला था।

नई शुरुआत की उम्मीद

तेजप्रताप का यह खुलासा एक नई शुरुआत की ओर इशारा करता है। 12 साल लंबा समय किसी रिश्ते को समझने और उसमें गहराई लाने के लिए काफी होता है। तेजप्रताप और Anushka Yadav की प्रेम कहानी अब लोगों के सामने है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या यह रिश्ता शादी के बंधन में बदलेगा। तेजप्रताप की इस पोस्ट से उनके प्रशंसक उत्साहित हैं और सोशल मीडिया पर उनके लिए शुभकामनाएं दी जा रही हैं।

सियासत और प्यार का मेल

Tejpratap Yadav न केवल एक राजनेता हैं, बल्कि एक ऐसे शख्स भी हैं, जो अपने निजी और सामाजिक जीवन में हमेशा चर्चा में रहते हैं। RJD के इस नेता ने हमेशा अपने बेबाक अंदाज से लोगों का ध्यान खींचा है। चाहे वह उनकी सियासी बयानबाजी हो या फिर निजी जिंदगी के फैसले, तेजप्रताप हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। इस बार, Anushka Yadav के साथ उनके रिश्ते का खुलासा न केवल उनके निजी जीवन की एक नई कहानी है, बल्कि यह भी दिखाता है कि सियासत के बीच भी प्यार अपनी जगह बना सकता है।