कैंसर से जूझ रही हिना खान का रमजान में उमराह, फैंस बोले- सलामती की दुआ!

रमजान का पवित्र महीना (Ramadan) हर मुस्लिम के लिए बेहद खास होता है, और इस बार इस महीने की रौनक में एक खास नाम जुड़ गया है—हिना खान (Hina Khan)। टीवी की मशहूर अभिनेत्री हिना खान, जो इन दिनों ब्रेस्ट कैंसर (breast cancer) जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही हैं, ने अपने भाई के साथ उमराह (Umrah) करने का फैसला किया। यह आध्यात्मिक यात्रा उनके लिए न सिर्फ एक धार्मिक अनुभव है, बल्कि इस मुश्किल वक्त में सुकून और उम्मीद की तलाश भी है। हिना ने इस खास पल को अपने प्रशंसकों के साथ साझा करने के लिए सोशल मीडिया (social media) पर कुछ तस्वीरें पोस्ट कीं, जो अब तेजी से वायरल (viral) हो रही हैं। इन तस्वीरों ने उनके फैंस के बीच एक नई प्रेरणा और भावनात्मक जुड़ाव पैदा किया है।

हिना खान पिछले कुछ समय से ब्रेस्ट कैंसर के तीसरे चरण (stage 3 breast cancer) से लड़ रही हैं। इस बीमारी का इलाज (treatment) उनके लिए शारीरिक और मानसिक रूप से बेहद चुनौतीपूर्ण रहा है। कीमोथेरेपी (chemotherapy) और अन्य मेडिकल प्रक्रियाओं के बीच हिना ने कभी हिम्मत नहीं हारी। वे अपनी इस जंग को न सिर्फ बहादुरी से लड़ रही हैं, बल्कि अपने फैंस को भी लगातार अपडेट देती रहती हैं। रमजान के इस पवित्र महीने में उमराह करने का उनका फैसला उनकी आस्था और हौसले की मिसाल है। मक्का (Mecca) पहुंचकर उन्होंने अपने भाई के साथ इस धार्मिक यात्रा को पूरा किया और वहां से कुछ भावुक तस्वीरें शेयर कीं। इन तस्वीरों में हिना हिजाब (hijab) पहने नजर आ रही हैं, और उनके चेहरे पर सुकून साफ झलक रहा है।

सोशल मीडिया पर हिना ने इन तस्वीरों के साथ एक भावनात्मक संदेश भी लिखा, जिसमें उन्होंने अल्लाह का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने लिखा कि यह यात्रा उनके लिए एक सपने के सच होने जैसी है। रमजान 2025 (Ramadan 2025) में उमराह करने का मौका उन्हें अल्लाह की मेहरबानी से मिला, और वे इसके लिए बेहद आभारी हैं। हिना की इन तस्वीरों में एक खास फोटो ने सबका ध्यान खींचा, जिसमें वे अपने भाई के साथ पोज दे रही हैं। यह तस्वीर परिवार के प्यार और साथ की ताकत को दिखाती है, जो इस मुश्किल वक्त में हिना के लिए सबसे बड़ा सहारा बना हुआ है। उनके फैंस ने इन तस्वीरों पर ढेर सारा प्यार बरसाया और उनकी सेहत के लिए दुआएं मांगीं।

हिना खान का यह कदम उनके मजबूत इरादों और आध्यात्मिकता (spirituality) की झलक देता है। ब्रेस्ट कैंसर से जूझते हुए भी वे अपनी जिंदगी को पूरी तरह से जी रही हैं। उमराह, जो इस्लाम में एक पवित्र तीर्थयात्रा (pilgrimage) है, उनके लिए न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह उन्हें मानसिक शांति (mental peace) और शक्ति भी दे रहा है। मक्का और मदीना (Medina) की इस यात्रा के दौरान हिना ने अपने प्रशंसकों को यह संदेश भी दिया कि मुश्किल हालात में भी उम्मीद और विश्वास को कभी नहीं छोड़ना चाहिए। उनकी यह कहानी न सिर्फ उनके फैंस के लिए, बल्कि हर उस शख्स के लिए प्रेरणा (inspiration) है, जो किसी भी तरह की जंग लड़ रहा है।

टीवी सीरियल ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ (Yeh Rishta Kya Kehlata Hai) से घर-घर में पहचान बनाने वाली हिना खान आज एक मिसाल बन चुकी हैं। उनकी यह उमराह यात्रा सोशल मीडिया पर ट्रेंड (trend) कर रही है, और लोग उनकी हिम्मत की तारीफ कर रहे हैं। कुछ तस्वीरों में हिना इबादत (prayer) करती नजर आ रही हैं, तो कुछ में वे अपने भाई के साथ मक्का की पवित्र जगहों पर समय बिताती दिख रही हैं। इन तस्वीरों ने उनके फैंस को भावुक कर दिया है, और कई लोगों ने कमेंट्स में लिखा कि वे हिना की सलामती के लिए दुआ कर रहे हैं।

यह खबर न सिर्फ हिना खान के फैंस के लिए खास है, बल्कि यह हमें यह भी सिखाती है कि जिंदगी की हर मुश्किल में आस्था और परिवार का साथ कितना जरूरी है। हिना की यह यात्रा उनके जीवन का एक नया अध्याय है, जो उनकी हिम्मत और विश्वास को दर्शाता है। रमजान के इस पवित्र महीने में उनकी यह कहानी हर किसी के लिए एक प्रेरणादायक संदेश लेकर आई है। आने वाले दिनों में हिना की सेहत में और सुधार की उम्मीद है, और उनके फैंस उनकी हर छोटी-बड़ी जीत का जश्न मनाने को तैयार हैं।

महिला डिप्टी जेलर की जान खतरे में, CM योगी से लगाई गुहार, ये राक्षस मेरी जान ले लेगा

“ये राक्षस मेरी जान ले लेगा,” यह कहते हुए वाराणसी जिला जेल की महिला डिप्टी जेलर मीना कनौजिया की आंखों से आंसू छलक पड़ते हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है कि उनकी जान खतरे में है और जेल अधीक्षक उमेश सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मीना की आवाज में दर्द साफ झलकता है जब वे अपनी आपबीती सुनाती हैं। उनका कहना है कि तीन साल पहले जब वे कांस्टेबल से डिप्टी जेलर के पद पर पहुंची थीं, तो उनके लिए वो खुशी का पल था। मेहनत और लगन से मिली इस तरक्की ने उन्हें गर्व का अहसास कराया था, लेकिन पिछले डेढ़ साल से उनकी जिंदगी नर्क बन चुकी है। वे बताती हैं कि जेल अधीक्षक उमेश सिंह ने उनका जीना मुहाल कर दिया है।

मीना का आरोप है कि जेल में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। वे कहती हैं, “इस राक्षस के रहते जेल में कोई भी महिला अधिकारी सुरक्षित नहीं है।” उनके शब्दों में गुस्सा और डर दोनों समाए हैं। उन्होंने बताया कि जेल अधीक्षक की मनमानी और उत्पीड़न ने न सिर्फ उनकी जिंदगी को प्रभावित किया, बल्कि जेल के माहौल को भी जहरीला बना दिया है। मीना ने मुख्यमंत्री से इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की है, ताकि उनकी और अन्य महिला कर्मचारियों की जान बच सके। उनका कहना है कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो हालात और बिगड़ सकते हैं।

यह मामला सिर्फ मीना की कहानी तक सीमित नहीं है। जेल में काम करने वाली कई महिलाएं ऐसी परिस्थितियों से जूझ रही हैं, लेकिन डर की वजह से खुलकर बोलने से कतराती हैं। मीना ने हिम्मत दिखाई और अपनी बात को दुनिया के सामने रखा। वे कहती हैं कि उनकी शिकायत कोई निजी दुश्मनी का नतीजा नहीं है, बल्कि यह एक ऐसी सच्चाई है जिसे दबाया नहीं जा सकता। उनके मुताबिक, जेल अधीक्षक की हरकतों ने न सिर्फ उनकी मानसिक शांति छीन ली, बल्कि उनके करियर पर भी सवालिया निशान लगा दिया।

उत्तर प्रदेश में जेल सुधार को लेकर सरकार ने कई कदम उठाए हैं, लेकिन इस तरह की घटनाएं सवाल खड़े करती हैं कि क्या ये प्रयास धरातल पर सही मायने में लागू हो रहे हैं? मीना की गुहार न सिर्फ उनकी व्यक्तिगत लड़ाई है, बल्कि यह हर उस महिला की आवाज बन सकती है जो अपने कार्यस्थल पर सुरक्षित महसूस करना चाहती है। यह घटना वाराणसी जिला जेल की उन अनसुनी कहानियों को सामने लाती है, जिन्हें अब तक अनदेखा किया जाता रहा है।

दिनदहाड़े लूट कांड: मुठभेड़ में घायल हुआ कुख्यात बदमाश, दो गिरफ्तार, तीसरा फरार

देहरादून : रायपुर थाना क्षेत्र में हाल ही में जनसेवा केंद्र में हुई सनसनीखेज लूट की वारदात ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया था। इस घटना को अंजाम देने वाले तीन बदमाशों में से दो को पुलिस ने एक रोमांचक मुठभेड़ के बाद हिरासत में ले लिया है। मुठभेड़ के दौरान एक बदमाश के पैर में गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया, जबकि दूसरा बदमाश मौके से ही धर दबोचा गया।

 घायल अपराधी को तुरंत इलाज के लिए जौलीग्रांट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस बीच, पुलिस तीसरे फरार बदमाश की तलाश में दिन-रात जुटी हुई है, ताकि इस मामले को पूरी तरह सुलझाया जा सके।

यह घटना 11 मार्च को उस वक्त हुई, जब रायपुर क्षेत्र के जैन प्लाट के पास तीन हथियारबंद बदमाशों ने दिनदहाड़े जनसेवा केंद्र में घुसकर तमंचे की नोक पर दो लाख रुपये लूट लिए। लूटपाट के बाद ये अपराधी स्कूटी पर सवार होकर फरार हो गए थे। घटना के बाद से ही देहरादून पुलिस ने बदमाशों को पकड़ने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी।

रविवार देर रात रानीपोखरी थाना क्षेत्र में नियमित चेकिंग के दौरान पुलिस को इन बदमाशों का सुराग मिला। स्कूटी पर सवार ये अपराधी चेकिंग बैरियर पर नहीं रुके और जंगल की ओर भागने लगे।

पुलिस ने पीछा किया तो बदमाशों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिसमें एक बदमाश के हाथ और पैर में गोली लग गई। उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि दूसरा बदमाश भी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। मुठभेड़ में पुलिस ने चोरी की मोटरसाइकिल, एक देसी तमंचा, चार जिंदा कारतूस और दो खोखे बरामद किए।घायल बदमाश की पहचान बिजनौर जिले के चांदपुर थाना क्षेत्र के साहिल के रूप में हुई है, जिसके खिलाफ पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। दूसरे बदमाश का नाम कामिल बताया जा रहा है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय सिंह ने बताया कि घटना के बाद से ही पुलिस ने मुखबिरों का जाल बिछाया था और लगातार छानबीन कर रही थी। इस मेहनत का नतीजा अब सामने आया है। पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा कर सबूत जुटाए और अस्पताल में भर्ती बदमाश से पूछताछ भी की।हालांकि, तीसरा बदमाश अभी भी फरार है, लेकिन पुलिस का दावा है कि उसे जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। यह मुठभेड़ देहरादून पुलिस की सजगता और अपराधियों के खिलाफ सख्त रवैये का सबूत है।