तेज रफ्तार डीसीएम चालक ने सड़क पार कर रही मां बेटी को रौंदा 5 वर्षीय बेटी की मौके पर मौत,माँ गंभीर रूप से घायल

अनिल शर्मा
तेज रफ्तार डीसीएम चालक ने सड़क पार कर रही मां बेटी को रौद दिया। घटना में 5 वर्षीय बेटी की मौके पर मौत हो गई । जबकि उसकी मां गंभीर रूप से घायल हो गई । घटना के बाद डीसीएम चालक ने भगाने का प्रयास किया तो वहां पर मौजूद ग्रामीणों ने डीसीएम चालक को पकड़ लिया ।

सूचना पर पहुंची पुलिस को ग्रामीणों ने चालक को सौंप दिया । सूचना पर पहुंची 108 एंबुलेंस की मदद से गंभीर हालत में उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ठाकुरद्वारा में भर्ती कराया चिकित्सको ने 5 वर्षीय प्रीति को मृतक घोषित कर दिया । जबकि सुमन देवी की हालत गंभीर बताते हुए चिकित्सकों ने हायर सेंटर रेफर कर दिया ।मौत की सूचना पर परिजनों व रिश्तेदारों में कोहरा मच गया ।

रविवार की देर रात्रि कोतवाली क्षेत्र के गांव रतुपुरा निवासीअजय कुमार की 28 वर्षीय पत्नीसुमन देवीवी 5 वर्षीय बेटी प्रीति अपने घर जाने के लिए बेटी का हाथ पकड़ कर सड़क पार कर रही थी इसी दौरान तेज रफ्तार डीसीएम चालक नेमां बेटी को बुरी तरह रेंड दिया । घटना के बाद डीसीएम चालक डीसीएम लेकर भागने का प्रयास कर रहा था ।

मौके पर झूठी ग्रामीणों की भीड़ में पीछा कर उसे दबोच लिया । और टी के बाद पुलिस को सौंप दिया । अजय कुमार की शरीर पर पुलिस ने उत्तराखंड कोतवाली काशीपुर के गांव वावर खेड़ा निवासी डीसीएम चालक के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया।

Moradabad News: नवनियुक्त भाजपा जिला अध्यक्ष का तहसील मुख्यालय पहुंचने पर किया गया भव्य स्वागत

अनिल शर्मा
भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त जिला अध्यक्ष का तहसील मुख्यालय पर प्रथम बार आने पर स्वागत फूल मालाओं पहनकर ढोल नगाड़ों के साथ किया गया। नवनियुक्त जिला अध्यक्ष आकाश पाल ने कार्यकर्ताओं से कहा की पार्टी की नीतियों का प्रचार प्रसार जनता में करना आवश्यक है बूथ अध्यक्ष तथा शक्ति केंद्र संयोजक को अपने केंद्रों पर सक्रिय रहना चाहिए।

कार्यकर्ताओं से उन्होंने कहा की ईमानदारी व लगन से पार्टी का कार्य करना चाहिए। 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए हमें अभी से ही मेहनत करनी है। विधानसभा चुनाव में अधिक से अधिक जीत प्राप्त करनी है तथा चुनाव जीतकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पुनः मुख्यमंत्री बनाना है।

भाजपा पूर्व प्रत्याशी अजय प्रताप ने जिलाध्यक्ष को अपने आवास पर लड्डू से तोलकर भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान मुस्लिम राष्ट्र मंच के कार्यकर्ताओं ने डॉक्टर आफताब आलम हाशमी के नेतृत्व में रामपाल द्वारा पर भाजपा जिलाध्यक्ष आकाश पाल का ढोल नगाड़ों व फूल माला पहनकर स्वागत किया है।

जिसके बाद वह। इस दौरान नगर मंडल अध्यक्ष दीपक वाल्मीकि ,गजेंद्र पाल सिंह वीरूवाला, ब्लॉक प्रमुख पति वीर सिंह सैनी, ब्लॉक प्रमुख डीलारी अर्जुन चौधरी, राकेश चौहान, बार संघ के अध्यक्ष योगेन्द्र चौहान, जिला मंत्री भानु प्रताप, जिला महामंत्री हरज्ञान सिंह, नवीन चौधरी, जिला उपाध्यक्ष सत्यपाल सिंह, गौरव चौहान, हरिओम सिंह मंडल अध्यक्ष ठाकुरद्वारा देहात, हरपाल सैनी मंडल अध्यक्ष डीलारी, नरेंद्र पाल आचार्य, अनुपम शर्मा, नीटू चौहान, आदि मौजूद रहे।

व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष गौरव चौहान ने नवनियुक्त जिला अध्यक्ष आकाश पाल को तलवार भेंट की, पगड़ी पहनाकर किया स्वागत

अनिल शर्मा
जिला अध्यक्ष आकाश पाल को पुनः भाजपा का जिला अध्यक्ष बनाए जाने पर ठाकुरद्वारा आगमन के दौरान व्यापार मंडल जिलाध्यक्ष गौरव चौहान ने कार्यकर्ताओं के साथ पूरी ऊर्जा और उत्साह के साथ अभिनंदन कर तलवार भेट कर व पगड़ी पहनकर उनका भव्य स्वागत किया ।

भाजपा जिलाध्यक्ष ने अपने संबोधन में सभी कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों को एकजुट होकर नई ऊर्जा के साथ कार्य करने और आगामी चुनाव में ठाकुरद्वारा विधानसभा में भाजपा का परचम लहराने का आह्वान किया।कार्यक्रम में नगर मंडल अध्यक्ष दीपक वाल्मीकि, आचार्य गजेंद्र सिंह जी, अजय प्रताप सिंह, आचार्य नरेंद्र कश्यप , राकेश चौहान, डॉ वीर सिंह सैनी, महावीर सिंह, सत्यपाल गुरु जी, शिवेंद्र बंधु गुप्ता ,मुकेश विकट, राजेश मंत्री , चकित चौधरी, हरज्ञान सिंह, पंकज प्रधान, पूर्व मंडल अध्यक्ष मनोज चौहान, पवन पुष्पद, संजीव चौहान, संतोष चौहान, पंकज चौहान, वरुण राय व ठाकुरद्वारा विधानसभा के समस्त पदाधिकारी एवं सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

कार के लिए विवाहिता पर अत्याचार, शादी में लाखों खर्च करने के बाद भी नहीं बदली दहेजलोभियों की नियत, मासूम बच्चे सहित मारपीट कर घर से निकाला

पंडित अनिल शर्मा
दहेज लोभी पति व ससुराल वालों ने चार पहिया वाहन व दो लाख रुपये की मांग पूरी न होने पर विवाहिता को मासूम बच्चे सहित मारपीट कर घर से निकाल दिया विवाहिता ने पुलिस को तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग की है।

जनपद मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा कोतवाली क्षेत्र के गांव शरीफ नगर निवासी नाजिया पुत्री अहमद हसन ने पुलिस को दी शिकायत में कहां की उसकी शादी 26 जनवरी 2024 को कोतवाली क्षेत्र के गांव वोवद वाला निवासी फरमान पुत्र शमशाद के साथ मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार हुई थी ।

माता-पिता ने अपनी हैसियत से अधिक दान दहेज वह हर जरूरत का समान दिया था । आरोप है कि पति व ससुराल वाले कम दहेज को लेकर आए दिन उसका शारीरिक व मानसिक उतपीडन करने लगे । जब वह विरोध करती तो उसके साथ मारपीट की जाती । वह अपनी ससुराल वालों की यातनाएं सहती रही

इसी दौरान 1 मार्च 2025 को उसने पुत्र को जन्मदिया आरोप है कि 21 मार्च को पति ,सास ,ससुर, देवर आदि ने एक राय होकर चार पहिया वाहन व दो लाख रुपये अपने माता-पिता से लाने का दवाव बनाया विरोध किया तो उसे बुरी तरह मारा पीटा । किसी तरह मोबाइल से घटना की सूचना उसने अपने माता-पिता को दी ।

जिस पर 22 मार्च की सवेरे 9:00 माता मेहताब पिता अहमद हसन ,मौसी शहनाज, नूरजहां मेरी ससुराल पहुंचे । गांव में एक पंचायत आयोजित की गई । आरोप है कि इस दौरान ससुराल वालों ने मेरी माता-पिता पर अन्य रिश्तेदारों के साथ गाली गलौज करते हुए भरी पंचायत में मारपीट की और मात्र पहने कपड़ों में मासूम बच्चों सहित घर निकाल दिया और जान से मारने की धमकी दी । पीड़ित महिला ने पुलिस को तहरीर देखकर आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग की ।

सौरभ के पेट में मिली ये चीज, पोस्टमार्टम ने उड़ाए सबके होश

हाल ही में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने सभी को हैरान कर दिया। सौरभ नाम के एक व्यक्ति की मौत के बाद उसके शरीर के टुकड़ों का पोस्टमार्टम किया गया, और इस दौरान जो खुलासा हुआ, उसे सुनकर हर कोई दंग रह गया। डॉक्टरों ने जब सौरभ के पेट की जांच की, तो वहां कुछ ऐसा मिला, जिसकी किसी को उम्मीद भी नहीं थी। यह मामला अब चर्चा का विषय बन गया है, और लोग यह जानना चाहते हैं कि आखिर सौरbh की मौत के पीछे का रहस्य क्या है। इस घटना ने न सिर्फ मेडिकल क्षेत्र में हलचल मचा दी है, बल्कि आम लोगों के बीच भी सनसनी फैला दी है। आइए, इस पूरे मामले को गहराई से समझते हैं।

सौरभ की मौत अपने आप में एक पहेली बन गई थी। पुलिस को उसका शव टुकड़ों में मिला था, जिसके बाद इस घटना को लेकर कई सवाल उठने लगे। शुरुआती जांच में यह स्पष्ट नहीं हो पाया था कि उसकी मौत का कारण क्या था। फिर पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मिलकर इसकी गहराई से छानबीन शुरू की। जब शव का पोस्टमार्टम किया गया, तो डॉक्टरों ने पाया कि सौरभ के पेट के अंदर कुछ असामान्य मौजूद था। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह कोई ऐसी चीज थी, जो आमतौर पर इंसान के शरीर में नहीं पाई जाती। इस खुलासे ने जांच को नया मोड़ दे दिया, और अब इस बात की तहकीकात हो रही है कि यह वस्तु उसके पेट में कैसे पहुंची।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद कई थ्योरी सामने आ रही हैं। कुछ लोगों का मानना है कि सौरभ की हत्या से पहले उसे कुछ ऐसा खाने या पीने के लिए मजबूर किया गया होगा, जो उसकी मौत का कारण बना। वहीं, कुछ का कहना है कि यह कोई मेडिकल स्थिति हो सकती है, जो पहले कभी सामने नहीं आई। फोरेंसिक विशेषज्ञ इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या यह कोई जहरीली चीज थी या फिर कोई विदेशी वस्तु, जिसे जानबूझकर उसके शरीर में डाला गया। इस घटना ने मेडिकल साइंस के जानकारों को भी सोच में डाल दिया है, क्योंकि ऐसा मामला पहले शायद ही देखा गया हो।

सौरभ की हत्या के बाद मुस्कान ने साहिल संग खेली होली, वीडियो देख खौल उठेगा खून

मेरठ में एक ऐसी घटना ने सबको चौंका दिया है, जिसने इंसानियत और रिश्तों पर सवाल खड़े कर दिए। सौरभ नाम के एक युवक की हत्या के बाद उसकी पत्नी मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल के साथ न सिर्फ ठंडे दिमाग से जश्न मनाया, बल्कि होली खेलते हुए खुशी के पल भी बिताए। इस सनसनीखेज घटना का एक वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे देखकर लोग हैरान हैं और गुस्से में हैं। यह मामला न सिर्फ अपराध की एक भयानक कहानी बयां करता है, बल्कि समाज में नैतिकता और विश्वास की गिरती स्थिति को भी उजागर करता है। आइए, इस पूरे मामले को गहराई से समझते हैं।

सौरभ की हत्या अपने आप में एक दर्दनाक और रहस्यमयी वारदात थी। पुलिस की शुरुआती जांच के मुताबिक, मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल ने मिलकर सौरभ की जान ली। हत्या के बाद दोनों ने न सिर्फ इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया, बल्कि इसके बाद शिमला, मनाली और कसोल जैसे हिल स्टेशनों पर घूमने भी गए। वहां उन्होंने होली का त्योहार मनाया, रंगों में सराबोर हुए और एक-दूसरे के साथ मस्ती की। वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि दोनों नशे में झूमते हुए होली खेल रहे हैं, मानो कुछ हुआ ही न हो। यह देखकर सौरभ के परिवार और दोस्तों का गुस्सा सातवें आसमान पर है, और लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि आखिर कोई इतना बेरहम कैसे हो सकता है।

यह घटना मेरठ की है, जहां सौरभ अपने परिवार के साथ एक आम जिंदगी जी रहा था। लेकिन उसकी पत्नी मुस्कान का साहिल के साथ अफेयर चल रहा था, जिसके बारे में सौरभ को शायद भनक भी नहीं थी। पुलिस का कहना है कि दोनों ने सौरभ को रास्ते से हटाने की साजिश रची और फिर उसे मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद दोनों ने अपने कदमों को छिपाने की कोशिश की, लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हुआ यह वीडियो अब उनके लिए मुसीबत बन गया है। वीडियो में उनकी बेपरवाही और बेशर्मी साफ झलक रही है, जो इस मामले को और भी सनसनीखेज बना रही है।

ठाकुरद्वारा में शॉर्ट सर्किट से डायल 112 की बनी आग का गोला, पुलिस कर्मियों ने कूद कर बचाई जान, कुछ देर में कार जलकर राख

पंडित अनिल शर्मा
Moradabad News: ठाकुरद्वारा रतुपुरा मार्ग पर स्थित मंडी समिति के मुख्य गेट के पास स्थिति मंडी समिति के मुख्य कार्यालय के निकट खड़ी पीआरबी पुलिस 112 बंद कार में अचानक आग लग गई । कर में आग लगती देख पुलिस कर्मियों ने कूद कर बचाई अपनी जान । देखते देखते ही आग ने अपना विकराल रूप धारण कर लिया आग लगने की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुची भारी संख्या में भीड़ की एकत्र हो गयी । मंडी समिति में मौजूद व्यापारियों ने पार्टियों से पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी । सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने मौके पर पहुंचकर कड़ी मस्कत के बाद आग पर काबू पाया तब तक कर पूरी तरह चल कर राख हो चुकी थी ।

शुक्रवार की सवेरे कार चालक संजय कुमार पुलिस कांस्टेबल अरुण कुमार सवेरे 7:30 के आसपास नगर की मंडी समिति मे कार खड़ी कर बंद कर दी । कार में बैठे दोनों पुलिस गर्मी कुछ समझ पाते इतनी देर में कार में लिफ्टे निकलनी शुर हो गयी । आग की लपटों को देख दोनों ने खड़ी पीआरबी 112 कार से कूद कर अपनी जान बचाई । कर में लगी आग को देख रास्ते में आवागमन भी थम गया ।तभी फायर ब्रिगेड की गाड़ी तत्काल मौके पर पहुंच गई और आग बुझाने में सक्रियता से जुट गए. इस दौरान बड़ी घटना होने से बच गई
कोतवाली प्रभारी विवेक शर्मा ने बताया कि डायल 112 स्कॉर्पियो 5903 कार में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई डायल 112 स्कॉर्पियो कार मंडी ठाकुरद्वारा पर खड़ी थी अचानक से स्पार्किंग होने के कारण कार में आग लग गई पुलिस कर्मियों ने गाड़ी से बाहर निकाल कर अपनी जान बचाई मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया लेकिन तब तक स्कॉर्पियो कर पूरी तरह से जलकर खाक हो गई हैं।

Moradabad News: नाबालिग के अपहरण व दुष्कर्म के आरोपी को कोर्ट ने सुनाई 20 साल की सजा, दो अन्य…

Moradabad News: नाबालिग के अपहरण और दुष्कर्म के दोषी को कोर्ट ने 20 साल की सजा सुनाई है अदालत में दोषी पर 35000 रुपये का जुर्माना भी लगाया है जबकि केस में दो अन्य आरोपियों के खिलाफ ठोस सबूत में मिलने पर क्लीन चिट दे दी है।

जनपद मुरादाबाद के भोजपुर में एक नाबालिग के अपहरण और दुष्कर्म के आरोप में अदालत ने 20 साल की सजा सुनाई 7 सितंबर 2015 को पीड़िता की मां ने तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था तहरीर में कहा था कि उसके पति 31 अगस्त को रामपुर में मजदूरी करने गए थे और वह खेत पर गई थी घर में बेटी अकेली थी कटघर के पीतल नगरी निवासी मनोज और देशराज और भोजपुर निवासी शोभित उसके घर पहुंचे और उसकी बेटी को बहला फुसलाकर अपने साथ ले गए वापस लौटने पर पड़ोसियों से जानकारी मिली।

पुलिस ने 8 दिन बाद लड़की को बरामद कर लिया घटना में पुलिस को शोभित मनोज के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला पुलिस ने देशराज के खिलाफ अदालत में आरोप पत्र पेश किया विशेष न्यायाधीश पोक्सो कोर्ट तीन रघुबर की अदालत में गुरुवार को यह फैसला सुनाते हुए दुष्कर्म के आरोपी को 20 साल की सजा सुनाई और 35000 रुपये का जुर्माना भी लगाया विशेष लोक अभियोजन भूखन सिंह एमपी सिंह के अनुसार कोर्ट में पीड़िता ने अदालत में आरोपी की खिलाफ गवाही दी।

एर्दोआन के खिलाफ सड़कों पर उतरे लाखों लोग,तुर्की में तख्तापलट की आहट

तुर्की में इन दिनों हालात तेजी से बिगड़ते नजर आ रहे हैं। एक और मुस्लिम देश में तख्तापलट की आशंका गहराती दिख रही है, जहां हजारों लोग सड़कों पर उतर आए हैं और देश के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। यह प्रदर्शन इतना उग्र हो गया है कि सरकार को मजबूरन कड़े कदम उठाने पड़े हैं। प्रशासन ने अगले चार दिनों तक तुर्की में किसी भी तरह के प्रदर्शन पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। यह फैसला उस वक्त लिया गया, जब देश की जनता में गुस्सा और असंतोष अपने चरम पर पहुंच गया। यह घटना न सिर्फ तुर्की की राजनीति के लिए एक बड़ा संकट है, बल्कि यह पूरे क्षेत्र में अस्थिरता का संकेत भी दे रही है।

पिछले कुछ दिनों से तुर्की में राजनीतिक उथल-पुथल देखने को मिल रही है। प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति एर्दोआन के लंबे शासन से नाराज हैं और उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि उनकी नीतियों ने देश को आर्थिक और सामाजिक संकट में डाल दिया है। सड़कों पर नारे गूंज रहे हैं, जिनमें एर्दोआन को तानाशाह तक कहा जा रहा है। हालात तब और गंभीर हो गए, जब इस्तांबुल के मेयर एकरेम इमामोग्लू को हिरासत में लिया गया। इमामोग्लू को एर्दोआन का सबसे बड़ा राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी माना जाता है, और उनकी गिरफ्तारी ने प्रदर्शनों को और भड़का दिया। लोगों का मानना है कि यह कदम सरकार की ओर से विपक्ष को दबाने की कोशिश है, जिसने तख्तापलट की आशंकाओं को और हवा दे दी है।

तुर्की सरकार ने इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। प्रदर्शनों पर चार दिन का बैन लगाने के साथ ही कई इलाकों में सड़कें बंद कर दी गई हैं। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया है। लेकिन इन सबके बावजूद, लोग पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। इस्तांबुल, अंकारा और इजमिर जैसे बड़े शहरों में प्रदर्शनकारी सड़कों पर डटे हुए हैं। सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा छाया हुआ है, जहां लोग तुर्की में बदलाव की मांग कर रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि यह आंदोलन अब सिर्फ एकरेम इमामोग्लू की गिरफ्तारी तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एर्दोआन के पूरे शासन के खिलाफ एक जनआंदोलन बन गया है।

यह पहली बार नहीं है जब तुर्की में एर्दोआन के खिलाफ विरोध के स्वर उठे हों। पिछले कई सालों से उनकी सरकार पर तानाशाही के आरोप लगते रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा प्रदर्शन पिछले प्रदर्शनों से कहीं ज्यादा गंभीर हैं। इसका कारण यह भी है कि देश की अर्थव्यवस्था पिछले कुछ समय से संकट में है। महंगाई और बेरोजगारी ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है, और अब जनता अपने गुस्से को खुलकर व्यक्त कर रही है। इस बीच, सरकार का दावा है कि वह देश में स्थिरता बनाए रखने के लिए काम कर रही है, लेकिन प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह स्थिरता सिर्फ सत्ता को बचाने की कोशिश है।

तुर्की में चल रहा यह संकट न सिर्फ देश के भीतर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गया है। कई देशों ने इस स्थिति पर चिंता जताई है और इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताया है। क्या यह प्रदर्शन वाकई में तख्तापलट का रूप लेगा, यह कहना अभी जल्दबाजी होगी। लेकिन इतना तय है कि तुर्की के लोग बदलाव चाहते हैं, और वे इसके लिए अपनी आवाज बुलंद करने से पीछे नहीं हट रहे। आने वाले दिन इस देश के भविष्य के लिए निर्णायक साबित हो सकते हैं।

पति के 15 टुकड़े करने वाली मुस्कान की चाहत, जेल में भी आँखों के सामने रहे बॉयफ्रेंड साहिल

मेरठ का सौरभ सिंह राजपूत मर्डर केस इन दिनों हर किसी की जुबान पर है। इस सनसनीखेज हत्याकांड ने न सिर्फ लोगों को हैरान किया है, बल्कि रिश्तों पर भरोसे को भी कठघरे में खड़ा कर दिया है। इस मामले में सौरभ की पत्नी मुस्कान रस्तोगी और उसका बॉयफ्रेंड साहिल शुक्ला मुख्य आरोपी हैं। दोनों को मेरठ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में मेरठ जेल भेज दिया है। जेल में बंद होने के बाद से ही इस मामले की चर्चा और तेज हो गई है। जब मुस्कान को जेल ले जाया जा रहा था, तो वह पूरी तरह खामोश थी, मानो उसके पास अब कहने को कुछ बचा ही न हो। इस हत्याकांड की कहानी जितनी भयानक है, उतनी ही दुखद भी, और यह हमें सोचने पर मजबूर करती है कि आखिर रिश्तों की डोर इतनी कमजोर कैसे हो सकती है।

जेल अधिकारियों के मुताबिक, मुस्कान की एक अजीब इच्छा सामने आई थी। वह चाहती थी कि उसकी बैरक साहिल के ठीक सामने हो, ताकि वह अपने प्रेमी को देख सके। लेकिन जेल के नियम इसकी इजाजत नहीं देते। जेल मैनुअल में साफ लिखा है कि महिला और पुरुष कैदियों को अलग-अलग बैरक में रखा जाता है, ताकि सुरक्षा और व्यवस्था बनी रहे। इस वजह से मुस्कान की यह ख्वाहिश पूरी नहीं हो सकी। साहिल को बैरक नंबर 18 में रखा गया है, जबकि मुस्कान को बैरक नंबर 12 में जगह दी गई है। जेल में उनकी पहली रात भी चर्चा का विषय बनी। खबरों के मुताबिक, मुस्कान रातभर सो नहीं पाई। वह बार-बार करवटें बदलती रही, कभी उठकर बैठ जाती, तो कभी बैरक में टहलने लगती। उसने खाना भी नहीं खाया, जिससे साफ जाहिर होता है कि इस हत्याकांड के बाद उसके मन में कुछ तो उथल-पुथल चल रही है।

यह मामला तब सुर्खियों में आया जब सौरभ सिंह राजपूत की हत्या का खुलासा हुआ। सौरभ एक मर्चेंट नेवी अफसर थे और अपनी बेटी के जन्मदिन के लिए लंदन से मेरठ लौटे थे। लेकिन उन्हें क्या पता था कि जिस पत्नी के साथ उन्होंने 2016 में प्रेम विवाह किया था, वही उनकी जिंदगी का अंत बन जाएगी। पुलिस जांच में सामने आया कि मुस्कान और साहिल ने मिलकर सौरभ की हत्या की साजिश रची थी। हत्या के बाद उन्होंने सौरभ के शव को टुकड़ों में काटकर एक ड्रम में सीमेंट के साथ बंद कर दिया। यह क्रूरता देखकर हर कोई सन्न रह गया। हत्या के बाद दोनों हिमाचल प्रदेश घूमने चले गए थे, लेकिन सौरभ के परिवार की शिकायत पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट में पेशी के दौरान वकीलों ने दोनों पर हमला भी किया, जिससे इस मामले ने और तूल पकड़ लिया।