नई Mahindra XUV700: हर सफर को बनाएं यादगार

महिंद्रा एक्सयूवी700: इस एसयूवी की कीमत में अस्थायी कमी के पीछे दो प्रमुख कारण हैं, पहला कारण यह है कि कंपनी की यह लोकप्रिय एसयूवी भारतीय बाजार में तीन दशक पूरे कर चुकी है।

अगर आप भी महिंद्रा की टॉप मॉडल एसयूवी XUV700 को पसंद करते हैं तो आज की खबर आपके लिए है। 10 जुलाई से महिंद्रा ने XUV700 की कीमत में 4 महीने की कटौती कर दी है।

इसका मतलब है कि आज से अगले चार महीनों तक आप महिंद्रा XUV700 को सस्ते में खरीद सकते हैं। इस एसयूवी की कीमत में अस्थायी कमी के पीछे दो प्रमुख कारण हैं, पहला कारण यह है कि कंपनी की यह लोकप्रिय एसयूवी भारतीय बाजार में तीन दशक पूरे कर चुकी है।

दूसरी बड़ी वजह यह है कि कंपनी ने इस कार की 2 लाख से ज़्यादा यूनिट्स बनाई हैं। इस SUV की कीमत में 2 लाख 20 हज़ार रुपये की कटौती की गई है। कीमत में इस छोटी सी कमी के बाद अब इस कार की मौजूदा कीमत क्या है? आइए जानते हैं।

महिंद्रा XUV700 की कीमत

क्या है मौजूदा कीमत? 6-सीटर AX7 पेट्रोल MT वैरिएंट पहले 21.54 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) में उपलब्ध था, लेकिन अब आप इसी मॉडल को 19.69 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) में खरीद सकते हैं।

6-सीटर AX7 पेट्रोल AT वैरिएंट की कीमत वर्तमान में 2.05 लाख रुपये की कीमत कटौती के बाद 21.19 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) है। 7-सीटर वैरिएंट की कीमत वर्तमान में 2 लाख रुपये की कीमत कटौती के बाद 20.99 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) है।

डीजल वेरिएंट की कीमत में भी कटौती की गई है

6-सीटर और 7-सीटर AX7 डीजल-एमटी वेरिएंट की कीमतों में क्रमशः 1.95 लाख रुपये और 2 लाख रुपये की कटौती की गई है, इन मॉडलों की वर्तमान कीमतें क्रमशः 20.19 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) और 19.99 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) हैं।

6 और 7 सीटर AX7 डीजल ऑटोमैटिक वेरिएंट की कीमत में 2.15 लाख रुपये और 2.20 लाख रुपये की कटौती की गई है, ये मॉडल अब 21.79 लाख रुपये और 21.59 लाख रुपये में मिल सकते हैं।

7 सीटर AX7 डीजल-AT AWD वेरिएंट की कीमत में 2.19 लाख रुपये की कटौती की गई है, कटौती के बाद अब यह वेरिएंट आपको 22.80 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) में मिल सकता है।

पुलिस ने चिता से निकलवाई किशोरी की लाश, घर वाले कर रहे थे अंतिम संस्कार, जाने पूरा मामला

सोमवार को घर में विवाद हो जाने के बाद एक किशोरी ने फंदा लगाकर जान दे दी। परिजन शव का अंतिम संस्कार कर रहे थे। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने इसे चिता से निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया पुलिस मामले की जांच में जुट गई।

मामला जनपद एटा के सकीट थाना क्षेत्र के भगवंतपुर गांव की है। गांव निवासी गोविंद ने बताया कि सोमवार को घर में आपसी कहासुनी हो गई थी। इसके बाद मैं अपनी पत्नी को लेकर ससुराल जा रहा था। इस पर बहन नीलम रोकने लगी। कहा कि नहीं माने तो जान दे दूंगी। मैंने उसकी बात को अनसुना कर दिया। पत्नी को लेकर ससुराल के लिए निकला। रास्ते में सूचना मिली कि नीलम ने फंदा लगा लिया है।

इससे उसकी मौत हो गई। हम लोग वापस घर पहुंचे। पता चला कि परिजन अंतिम संस्कार करने चले गए हैं। थाना प्रभारी सत्यपाल सिंह ने बताया कि गांव भगवंतपुर में सोमवार को एक किशोरी ने घर में हुए झगड़े के बाद फंदा लगाकर जान दे दी। परिजन बिना किसी को बताए ही किशोरी के शव का अंतिम संस्कार कर रहे थे। उसी समय किसी ने घटना की जानकारी थाना पुलिस को दे दी।

सूचना मिलते ही हम लोग मौके पर पहुंचे। वरिष्ठ अधिकारियों को भी मामले की जानकारी दी। अपर पुलिस अधीक्षक राजकुमार सिंह, सीओ सकीट नीतीश गर्ग के साथ ही डॉग स्क्वायड टीम भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को चिता से उठाकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है।

सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचकर शव को चिता से निकलवाया गया। इसका पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। परिजन से पूछताछ की गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर अगली कार्रवाई की जाएगी।

-राजकुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक

घर बैठे पासपोर्ट: यूपी के इन 13 जिलों में घर पहुंचकर पासपोर्ट बनाएगी मोबाइल वैन

Passport latest news :  उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में पासपोर्ट बनवाना अब आसान हो सकता है। यूपी में मोबाइल वैन की शुरुआत हो चुकी है। यह मोबाइल वैन सूबे के 13 जिलों में लोगों के घर पहुंचकर पासपोर्ट बनाएगी।

मोबाइल वैन को मिली हरी झंडी

IFS ऑफिसर अनुज स्वरूप ने मोबाइल वैन को हरी झंडी दिखा दी है। इस वैन से पासपोर्ट टीम लोगों के घर जाकर पासपोर्ट का आवेदन लेगी और पासपोर्ट बनवाने के लिए लोगों को बार-बार पासपोर्ट ऑफिस के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। गाजियाबाद और उसके आसपास के जिलों में यह सुविधा दी जाएगी।


किन जिलों में मिलेगी सुविधा?

गाजियाबाद के रीजनल पासपोर्ट ऑफिस ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में मोबाइल वैन चलाने का फैसला किया है। इस लिस्ट में गाजियाबाद के अलावा अलीगढ़, आगरा, बागपत, बुलंदशहर, गौतमबुद्ध नगर, हाथरस, मथुरा, मेरठ, मुजफ्फरनगर, हापुड़, शामली और सहारनपुर का नाम शामिल है। पहले गाजियाबाद में इस पहल का ट्रायल लिया जाएगा। वहीं ट्रायल सफल होने के बाद इन्हें बाकी के सभी शहरों में अप्लाई किया जाएगा।

मोबाइल वैन गाजियाबाद रीजनल पासपोर्ट ऑफिस के क्षेत्राधिकार में आने वाले लोगों को पासपोर्ट सुविधा मुहैया कराएगी। अधिकारियों का कहना है कि जिस जिले से पासपोर्ट बनाने के ज्यादा आवेदन मिलेंगे, वहां मोबाइल वैन भेजी जाएगी। उस जिले में पासपोर्ट की मांग कम होने के बाद मोबाइल वैन को दूसरे जिले में ट्रांसफर कर दिया जाएगा।

मोबाइल वैन में पासपोर्ट बनाने वाली टीम मौजूद रहेगी। इसके अलावा वैन में कंप्यूटर, स्कैनर और प्रिंटर जैसी सभी जरूरी चीजें रहेंगी। अब सवाल यह है कि मोबाइल वैन आपके शहर में है, इसकी जानकारी आपको कैसे मिलेगी? बता दें कि मोबाइल वैन में अनाउंसमेंट सिस्टम रहेगा। इसके अलावा सोशल मीडिया के जरिए लोगों को उनके शहर में मोबाइल वैन होने की सूचना दी जाएगी। इससे लोग आसानी से पासपोर्ट बनवा सकेंगे।

भूलकर भी न करें ये गलती
पासपोर्ट का आवेदन करते समय लोग अक्सर जल्दबाजी में कुछ गलतियां कर देते हैं। हालांकि मोबाइल वैन में पासपोर्ट बनवाते समय सभी जानकारी सही से भरें। ऐसे में अगर कोई गलती होगी, तो आपका पासपोर्ट फंस सकता है। इस गलती को ठीक करने के लिए आपको गाजियाबाद जाना पड़ सकता है।

Moradabad News: जेल में बंद ठाकुरद्वारा के युवक की मौत,1 साल से हत्या की सजा काट रहा था युवक

Moradabad News: पिछले 1 साल से हत्या के आरोप में जेल में बंद हत्यारोपी की शनिवार की रात अचानक तबीयत खराब हो गई आनन फानन में उसे जिला अस्पताल भर्ती कराया गया जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया डॉक्टर ने मौत का कारण हार्ट अटैक आना बताया है।

जनपद मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा के गांव सुल्तानपुर निवासी नबी अहमद 63 वर्ष जो पिछले 1 साल से हत्या के आरोप में मुरादाबाद जेल में बंद था अचानक दिल का दौरा पड़ने पर नबी अहमद दम तोड़ दिया बंदी रक्षको ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।

Aadhaar Card Update : अब घर बैठे मोबाइल से करें आधार अपडेट

Aadhaar Card Update : भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) द्वारा हर 10 साल में आधार कार्ड को अपडेट करने के लिए कहा जाता है। इसलिए देश के सभी नागरिक के लिए जरूरी है कि वो अपना आधार कार्ड अपडेट रखें। अगर आपको भी अपने आधार में नाम, पता या जन्मतिथि जैसी जानकारी को बदलना है, तो इसके लिए आपके पास कुछ ही दिन है। इसके बाद से इन कामों के लिए आपको फीस चुकानी होगी।

फ्री आधार अपडेट (Free Aadhaar Update Deadline) की प्रक्रिया को 14 सितंबर 2024 तक अपनाया जा सकता है। इसके बाद अगर UIDAI ने मुफ्त आधार कार्ड अपडेट करने की आखिरी तारीख नहीं बढ़ाई तो आपको 50 से 100 रुपये के करीब फीस देनी होगी, जिसके बाद आधार कार्ड में कोई बदलाव हो सकेगा।

कैसे करें मुफ्त में आधार अपडेट?

UIDAI द्वारा 14 सितंबर 2024 तक फ्री में आधार कार्ड को अपडेट करने की सुविधा दी जा रही है और इस काम को आप खुद घर बैठे कर सकते हैं। ऑनलाइन प्रक्रिया को अपनाकर UIDAI की वेबसाइट या mAadhaar ऐप को डाउनलोड कर आधार अपडेट किया जा सकता है। इसके लिए आपको फीस भी नहीं चुकानी होगी।

आधार में घर का पता मुफ्त में कैसे करें अपडेट?

क्या आप आधार कार्ड में घर का पता बदलना चाहते हैं या उसमें कोई गलती सुधारना चाहते हैं? तो इसके लिए ऑफलाइन और ऑनलाइन प्रक्रिया दोनों सुविधा उपलब्ध है, लेकिन ऑनलाइन प्रक्रिया को अपनाकर आप मुफ्त में आधार कार्ड से पता चेंज कर सकते हैं। आइए स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस जानते हैं।

MyAadhaar App को अपने फोन में डाउनलोड कर लें।


ऐप में लॉगिन प्रक्रिया को अपना लें और फिर होम पेज पर जाएं।
यहां अपडेट का एक ऑप्शन शो हो रहा होगा, उस पर क्लिक करें।
पता चेंज करने के लिए “Address” ऑप्शन पर क्लिक करें।
शो हो रहे फॉर्म में सभी जानकारी भरें और एड्रेस प्रूफ के लिए दस्तावेज को सब्मिट करें।
इसके बाद आधार में घर का पता अपडेट हो जाएगा और आपको इसकी जानकारी मिल जाएगी। आप चाहें तो नीचे ही शो हो रहे ऑप्शन पर क्लिक करके आधार को डाउनलोड भी कर सकते हैं।

बता दें कि इस तरह का प्रोसेस आधार में नाम, सरनेम, जन्मतिथि आदि को अपडेट करने के लिए है। तस्वीर बदलने के लिए आधार केंद्र सेंटर जाना होगा। जहां 100 रुपये के करीब फीस ली जाएगी, जिसके बाद आधार में नई तस्वीर अपडेट हो सकेगी।

Moradabad News: प्रेमिका ने कॉल कर आशिक को गन्ने के खेत में बुलाया, फिर हाथ पैर बांधकर खेला खूनी खेल

Moradabad News: जनपद मुरादाबाद के सहसपुर निवासी सोनू की बुधवार के दिन गर्दन काट कर हत्या कर दी थी बिना सर के शव को देखकर इलाके में सनसनी फैल गई पुलिस ने इस मामले में खुलासा करते हुए बताया कि सोनू की हत्या की प्रेमिका और आईटीआई छात्रा मेहनाज ने अपने भाई सद्दाम और उसके दोस्त रिजवान के साथ मिलकर की थी सद्दाम ने पुलिस को बताया कि उसकी बहन ने 9 सितंबर को शाम 7:00 बजे सोनू को कॉल करके बेरवा पुल के पास बुला लिया वहां से कुछ ही दूरी पर उसका दोस्त रिजवान छिपा हुआ था सोनू के पहुंचते ही मेहनाज पुल के पास से कच्चे के रास्ते होते हुए गन्ने के खेत में ले गई पीछे से सद्दाम और रिजवान भी पहुंच गए तीनों ने मिलकर सोनू के हाथ पैर बांध बांधकर हत्या कर दी।

पुलिस ने बताया कि युवक की पहचान उसके पहले के अंगूठे से की गई बताया गया कि मृतक जनपद मुरादाबाद के सहसपुर गांव में बड़ी मस्जिद के पास अजीम के कारखाने में रेडीमेड पेंट की सिलाई का काम करता था परिवार में सोनू के पिता साबिर और माता अनीशा छोटा भाई शाने अली और बहन मेहरीन है।

पुलिस में बृहस्पतिवार को छात्रा और उसके भाई और उसके दोस्त को गिरफ्तार कर हत्याकांड का खुलासा कर दिया सोनू ने छात्रा के फोटो खींच दिए थे और वायरल करने की धमकी दे रहा था आरोपियों की निशानदही पर पुलिस ने मृतक सोनू का सिर बरामद कर लिया।

प्रेमी को कॉल कर गन्ने के खेत में ले गई थी प्रेमिका

एसपी क्राइम सुभाष चंद्र गंगवार ने बताया कि सहसपुर निवासी सोनू 9 सितंबर की शाम फोन आने पर अपने घर से चला गया था वापस में आने पर परिजन उसकी तलाश में जुड़ गए पिता साबिर ने 11 सितंबर की सुबह बिलारी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि रामपुर के सफेनी क्षेत्र के जंगल में एक युवक का सर कटा मिला है पुलिस और सोनू के परिजनों के पर पहुंच गए उन्होंने मृतक की पहचान सोनू के रूप में की सोनू के पिता साबिर ने रामपुर के सैफनी के मोहल्ला माजरा निवासी महीना और उसके भाई सद्दाम पर हत्या कर सकता है साबिर ने पुलिस को बताया कि उसके बेटे के मेहनाज के प्रेम संबंध थे पुलिस ने दोनों को साथ में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने अपना गुनाह कबूल लिया।

UP News: जुए में पत्नी को दांव पर लगाया, फिर पत्नी को दोस्तों के साथ…

UP News: रामपुर के शाहबाद थाना क्षेत्र में एक महिला ने पुलिस अधिकारियों से इंसाफ मांगा है. पत्नी की पूरी बात जान पुलिस अधिकारी भी सकते में आ गए हैं. महिला के साथ उसके पति ने कुछ ऐसा किया है, जो बेहद शर्मनाक है. महिला का आरोप है कि उसके पति ने अपने दोस्तों के साथ जुआ खेलते हुए अपनी पत्नी यानी उसे भी दांव पर लगा दिया और फिर जुआ हार गया. इसके बाद पति ने पत्नी पर प्रेशर बनाया कि वह उसके दोस्तों के साथ संबंध बनाए.

पत्नी का आरोप है कि पति को जुए की काफी लत है. इस चक्कर में वह अपना सब कुछ खो बैठा है. पत्नी के मुताबिक, 12 बीघा जमीन, घर के जेवर समेत वह सब कुछ जुए में हार बैठा है. इस बार उसने अपने दोस्तों के साथ जुआ खेलते हुए अपनी पत्नी यानी उसे ही दांव पर लगा दिया. फिर वह हार गया. पत्नी का कहना है कि अब उसका पति दबाव बना रहा है कि वह उसके दोस्तों के साथ संबंध बनाए. इसको लेकर पति मारपीट भी कर रहा है और उसके दोस्त भी महिला को परेशान कर रहे हैं.

पीड़िता का कहना है कि उसका पति उसके साथ मारपीट करता है और अब उसने उसके सम्मान के साथ भी खिलवाड़ कर दिया है. पत्नी का कहना है कि उसके पति और उसके दोस्तों ने उसके साथ क्या-क्या है, वह ये बता भी नहीं सकती. ये सारी बात वह कोर्ट में ही बोलेगी. आपको ये भी बता दें कि दोनों की शादी साल 2013 में हुई थी.

अब पीड़िता ने पुलिस अधिकारियों से इंसाफ की मांग की है. बता दें कि पुलिस ने पीड़िता की आपबीती सुन आरपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.इस मामले पर पुलिस अधीक्षक रामपुर विद्यासागर मिश्र ने बताया, महिला की शिकायक मिली है. महिला ने अपने पति पर आरोप लगाए हैं. केस दर्ज कर लिया गया है. जांच की जाएगी.

Ayushman Bharat : अब घर बैठे करें आवेदन, जानें नए नियम

Ayushman Bharat Yojana Rule Change:  आयुष्मान कार्ड स्कीम में सरकार ने एक बड़ा बदलाव किया, जिसमें 70 साल से ऊपर के सभी लोगों को आयुष्मान योजना में शामिल करने करने का ऐलान किया। इसके तहत अब बुजुर्गों को भी 5 लाख रुपये के मुफ्त स्वास्थ्य बीमा दिया जाएगा।

Ayushman Bharat Yojana Rule Change: परिवार के कितने लोग बनवा सकते हैं कार्ड?


आयुष्मान भारत योजना के तहत एक कार्ड दिया जाता है, जिसके जरिए ही अस्पतालों में इलाज कराया जा सकता है। बीते दिन हुए बदलावों के बाद कई लोगों के मन में सवाल है कि क्या अब भी एक परिवार में कई कार्ड बनवाए जा सकते हैं? आपको बता दें कि इस योजना में जरूरतमंदों को देखते हुए कार्ड बनवाने की कोई सीमा तय नहीं की गई है। मतलब अभी भी एक ही परिवार के कितने भी सदस्य आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं।


Ayushman Bharat Yojana Rule Change: कौन कर सकता है अप्लाई?


इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले, निराश्रित या फिर आदिवासी, अनुसूचित जाति या जनजाति के दिव्यांग या जो लोग असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं। इसके अलावा दिहाड़ी मजदूरी करने वाले लोग अप्लाई कर सकते हैं। आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए आप अपने पास के किसी अस्पताल या आयुष्मान सेंटर पर भी जा सकते हैं।


Ayushman Bharat Yojana Rule Change: किन डॉक्यूमेंट्स की पड़ेगी जरूरत?


इसके अलावा आप इस योजना का फायदा लेने के लिए टोल-फ्री नंबर-14555 पर फोन करके भी पता कर सकते हैं। अगर आप इसके पात्र हैं तो फिर नजदीकी सीएससी सेंटर पर डॉक्यूमेंट्स लेकर जाएं। वहां पर आप आसानी से अप्लाई कर सकते हैं। इसमें जिन डॉक्यूमेंट्स को मांगा जाता है उसमें आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, राशन कार्ड के अलावा एक एक्टिव मोबाइल नंबर का होना आवश्यक है।

Ayushman Bharat Yojana Rule Change: घर बैठे कैसे करें अप्लाई?


कार्ड को बनाने के लिए सबसे पहले अपने मोबाइल पर गूगल प्ले स्टोर से आयुष्मान ऐप डाउनलोड करना होगा। इसके बाद मोबाइल नंबर डालकर उस पर लॉगिन करें। लॉगिन करने के बाद इसमें आपको ये देखना होगा कि आप इसके लिए पात्र हैं कि नहीं। इसके बाद अपना मोबाइल नंबर इसमें डालकर सब्मिट कर दें। नंबर पर एक OTP आएगा, जिसको उसमें भर दें। स्क्रीम पर आपके राज्य का ऑप्शन दिखाई देगा, उसको चुनकर एक बार फिर से अपना मोबाइल नंबर डालें। इसके बाद इसमें राशन कार्ड नंबर डाल दें। ये सब सफलतापूर्वक भरने के बाद आपको स्क्रीन पर पूरी डिटेल दिख जाएगी।

Moradabad News: ठाकुरद्वारा शरीफ नगर में स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी AD अस्पताल सहित तीन क्लीनिक सील

पंडित अनिल शर्मा
Moradabad News:
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गुरुवार को जमकर छापेमारी की अनियमितता के चलते एडी अस्पताल समेत तीन क्लीनिक को सील कर दिया। अस्पताल में भर्ती मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर शिफट किया गया है। इस कार्रवाई से निजी चिकित्सकों में हड़कंप मचा रहा। और अपने क्लीनिक बंद कर भूमिगत हो गए।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिकित्साधीक्षक डाक्टर राजपाल के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गुरुवार को नगर से लेकर गांवों में छापेमारी की। नगर के एडी अस्पताल में अनियमितता मिलने पर सील कर दिया। इसमें भर्ती तीन मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। इसके बाद शरीफ नगर में निजी चिकित्सकों पर छापेमारी की। यहां पर शिफा क्लीनिक के संचालक पंजीयन नहीं दिखा पाए। टीम ने क्लीनिक को सील कर दिया। इसके साथ ही पृथ्वीपुर गांवड़ी में कुमार क्लीनिक को भी सील कर दिया। दोनों क्लीनिक पर पंजीयन के बिना संचालक मरीजों को उपचार कर रहे थे। चिकित्साधीक्षक ने बताया कि सभी क्लीनिक संचालकों के खिलाफ मेडिकल काउंसिल एक्ट की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया जाएगा।

मौलाना कलीम सिद्दीकी, मौलाना उमर गौतम सहित 12 को उम्र कैद, 4 को 10 – 10 साल की सजा

NIA-ATS कोर्ट ने धर्मांतरण के मामले में मौलाना उमर गौतम व कलीम सिद्धिकी को सुना दी है मंगलवार को कोर्ट ने धर्मांतरण समेत अन्य धाराओं में दोषी पाया था. एनआईए एटीएस स्पेशल कोर्ट के जज विवेकानंद शरण त्रिपाठी ने बुधवार को सुनवाई करते हुए धर्मांतरण मामले में 12 उम्रकैद और 4 दोषियों को 10-10 साल की सजा सुनाई है. धर्मांतरणकानून लागू होने के बाद उत्तर प्रदेश में पहली बार दोषियों सजा हुई है।

बता दें कि 2021 में फतेहपुर की शिक्षिका कल्पना सिंह ने मौलाना उमर गौतम पर बच्चों का अवैध रूप से धर्मांतरण करने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी जिसके बाद एटीएस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए देश भर से गिरफ्तारियां की थी, जिसमें उमर गौतम भी शामिल है श्याम से उमर गौतम बना था: मौलाना उमर गौतम मूल रूप से यूपी के फतेहपुर का रहने वाले है. जिसका 1964 में हिंदू राजपूत परिवार में जन्म हुआ था. तब उसका नाम श्याम प्रताप सिंह गौतम हुआ करता था. नैनीताल में पढ़ाई के दौरा उसकी मुलाकात बिजनौर जिले के नासिर खान से हुई थी. नासिर की इस्लामिक किताबें पढ़ने के बाद श्याम ने 1984 इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया था।

मौलाना उमर गौतम ने पढ़ाई खत्म करने के बाद देश दुनिया में इस्लाम पर व्याख्यान देना शुरू किया इतना ही नहीं अपनी हिन्दू से मुस्लमान बनने की कहानी सुनाकर वह लोगों को भी इस्लाम धर्म कबूल करने के लिए कहने लगा. धीरे-धीरे उसने इस्लामिक दावा सेंटर का गठन किया, जो दिल्ली के जामिया नगर के बटला हाउस इलाके की नूह मस्जिद के पास है. इस सेंटर के जरिए वो दूसरे धर्म के लोगों को इस्लाम अपनाने के लिए प्रेरित करने का काम करने लगा. स्कूल की शिक्षका ने मौलाना उमर गौतम के खिलाफ धर्म परिवर्तन करवाने के मामले में मुकदमा दर्ज कराया था. जिसके बाद यूपी ATS ने इस मामले में अपनी जांच शुरू करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया था.

ATS ने 17 लोगों को किया था गिरफ्तार:

धर्मांतरण के मामले में यूपी ATS ने अपनी जांच शुरू की तो सामने आया कि उमर गौतम के अलग-अलग अकाउंट में विदेश से करीब 57 करोड़ रुपये मिले थे. इन पैसों को धर्म परिवर्तन करने वालों में बांटा जाता था, जो उमर का बेटा अब्दुल्ला करता था. अब्दुल्ला का साथ उमर द्वारा संचालित अल फारूखी मदरसा व मस्जिद और इस्लामिक दावा का काम देखने वाले जहांगीर आलम, कौसर और फराज शाह भी देते थे. यूपी ATS ने इस मामले में देश भर से 17 लोगों की गिरफ्तारी की थी.

2021 में दर्ज हुई थी FIR:

यूपी एटीएस की नोएडा यूनिट ने 20 जून 2021 को लखनऊ के गोमती नगर एटीएस थाने में दर्ज कराई थी, जिसमें बताया गया था कि उत्तर प्रदेश एटीएस को बीते कुछ वक्त समय से सूचना मिल रही थी कि कुछ देश विरोधी संगठन, असामाजिक तत्व, धार्मिक संगठन/सिंडिकेट व विदेशी संस्थाओं के निर्देशों व वित्तीय मदद से लोगों का धर्म परिवर्तन कर देश का जनसंख्या संतुलन में बदलाव की कोशिश करते हैं. धर्म परिवर्तन किए गए लोगों में उनके मूल धर्म के प्रति विद्वेष, नफरत का भाव पैदा कर कट्टरपंथी बनाया जा रहा है. उन्हें मानसिक तौर पर देश के विभिन्न धार्मिक वर्गों में वैमनस्यता फैलाने के लिए तैयार किया जा रहा है. इसके जरिए वे देश के सौहार्द को बिगाड़ने की साजिश में शामिल हैं.कोर्ट ने इन्हें सुनाई सजाकोर्ट नेमौलाना उमर गौतम, उसका बेटा अब्दुल्ला उमर, सलाहुद्दीन जैनुद्दीन शेख, मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी, राहुल भोला उर्फ राहुल अहमद, मन्नू यादव उर्फ अब्दुल, भुप्रियबंदों मानकर उर्फ अरसलान मुस्तफा, प्रसाद रामेश्वर कांवरे, कौशर आलम, डॉक्टर फराज शाह, इरफान शेख उर्फ इरफान खान, मौलाना कलीम सिद्दीकी, मोहम्मद सलीम, कुणाल अशोक चौधरी उर्फ आतिफ, धीरज गोविंद, सरफराज अली जाफरी को सजा सुनाई है.